मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में महज़ दो हफ्ते का समय बचा हुआ है ऐसे में चुनावी प्रचार की रफ्तार भी तेज़ हो गई है। साथ ही चुनावी मौसम में नेताओं के सियासी ड्रामे भी देखने को मिल रहे हैं।ऐसा ही एक ड्रामा कांग्रेस की एक जनसभा में देखने को मिला जब पीसीसी चीफ कमलनाथ की मौजूदगी में एक कांग्रेसी नेता नाराज़ होकर मंच से नीचे उतर गए।
नाराज़ होकर मंच से उतरे कांग्रेसी नेता
प्रदेश में एक ओर भाजपा अपनी सत्ता बरकरार रखने के प्रयास कर रही है वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता भी रैली पर रैली करते नज़र आ रहे हैं। पीसीसी चीफ कमलनाथ दतिया दौरे पर गए जहां पहुंचकर उन्होंने माँ पीताम्बरा के दर्शन और पूजन किया जिसके बाद वह वंखडेश मंदिर पहुंचे और महादेव का अभिषेक किया।
कमलनाथ ने मंदिर से सीधे किला चौक की ओर प्रस्थान किया जहाँ उन्होंने एक जनसभा को सम्बोधित किया।इसी दौरान पहले तो कांग्रेसी नेताओं के साथ धक्का मुक्की की गई फिर एक नेता नाराज़ होकर मंच से उतर गए।दरअसल कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अम्बिका शर्मा का नाम स्वागत सूची में नहीं लिया गया था जिससे नाराज़ होकर वह मंच से उतर आए और बड़ी मशक्कत के बाद दोबारा मंच पर आने के लिए राज़ी हुए।
पीसीसी चीफ ने मुख्यमंत्री को बताया घोषणा मशीन
पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जनसभा को सम्बोधित करते हे कहा कि शिवराज घोषणा मशीन हैं वह तो नदी ना होने पर भी वहं पुल बनाने की घोषणा कर सकते हैं।उन्हें तो मुम्बई चले जाना चाहिए।
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