मध्यप्रदेश में निर्वाचन आयोग द्वारा आचार संहिता लगाने के कुछ घंटों बाद ही बीजेपी द्वारा प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट जारी की गई। उसके बाद से मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान काफी कूल मूड में नज़र आ रहे हैं। हाल ही में सीएम शिवराज ने अपने X हैंडल (पूर्व ट्वीटर) पर एक पोस्ट किया जिसमें वे ऋषिकेश के गंगा नदी के किनारे एक पत्थर पर बैठे हैं।
उनके हाथ में किताब है। उस तस्वीर में वे शांती का लुफ्त उठाते नज़र आ रहे हैं। पोस्ट के कैप्शन में उनहोंने लिखा-“मां गंगा भारतीय संस्कृति का पुण्य प्रवाह है; यही संस्कृति भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन कराएगी।”
सीएम शिवराज सिंह के पोस्ट पर कमलनाथ का बयान
पोस्ट के कुछ देर बाद ही ये पोस्ट चर्चा का विषय बन गया। विपक्षी दल को अभी तक इस सवाल का जवाब नहीं मिला की आखिरकार शिवराज चुनावों के ऐलान के साथ ही अचानक एकांतवास में क्यों चले गए? उसी बीच अब कमलनाथ का एक बयान सामने आया जिसमें उन्होंने सीएम शिवराज के पोस्ट पर तंज कस्ते हुए कहा “जिस गंगा किनारे आप शांति की तलाश में कैमरे की टीम लेकर गए हैं उस गंगा मां के ‘गंगाजल’ पर उनके दल की भाजपा सरकार द्वारा ही जीएसटी लगाकर धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है।”
कमलनाथ के ट्वीट पर कैलाश विजयवर्गीय का तीखा प्रहार
कमलनाथ के ट्वीट से मध्य प्रदेश में एक बार फिर सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो गई, एक तरफ सीएम शिवराज के पोस्ट पर कमलनाथ ने तंज कसा तो वहीं बीजेपी के राष्ट्र महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ के तंज पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा “75 साल की उम्र के बाद लोगों को नींद कम आती है, और वैसे भी कमलनाथ सपने देखते रहते हैं, सपने सच करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है।”
“शिवराज सिंह चौहान और हमारी टीम ने पैदल चलकर मध्य प्रदेश देखा है। हम गरीबों की परेशानी और दर्द समझते हैं”, जो कभी AC कमरों में बैठकर बयानबाजी करने से सपने सच नहीं होते हैं।
इसी के साथ कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ पर तंज कसते हुये यह भी कहा की “कमलनाथ जी ने मध्यप्रदेश अभी देखा ही नहीं है, हेलीकॉप्टर से उड़े हैं, कभी सड़कें देखी ही नहीं है। न तो गरीबों के काम देखें न उनके घर देखें हैं” उनको क्या मालूम होगा? इसके साथ उन्होंने आगे कहा हम इसी कारण जानते हैं गरीब की तकलीफ को समझते हैं।
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