CM Rise School Name Changes : ‘एमपी अजब है, सबसे गजब है’ मध्य प्रदेश टूरिज्म के जिंगल की ये लाइन मध्य प्रदेश के लिए सटीक बैठ रही है। प्रदेश में पिछले कई महीनों में, कई नाम बदल दिए गए। रेलवे स्टेशन का नाम बदला, मुस्लिम गांवों का नाम बदला, कुलपति से कुलगुरु हो गए और नायब तहसीलदार, नायाब तहसीलदार बन गए। मोहन सरकार ने बेरोगारों को भी नहीं बख्शा, प्रदेश में अब एक भी बेरोज़गार नहीं हैं।
जी हाँ, सही पढ़ा आपने मध्य प्रदेश अब बेरोज़गार मुक्त प्रदेश बन चूका है, क्यूंकि अब नौकरी माँगने वाले बेरोज़गारों का नाम बदलकर सरकार ने ‘आकांक्षी युवा’ कर दिया है। इसी कड़ी में CM राइज स्कूल का भी नाम बदला और ‘सांदीपनि स्कूल’ कर दिया गया।
CM ने कहा, अंग्रेज़ों के ज़माने का लगता था नाम
1 अप्रैल 2025 से मध्य प्रदेश में ‘स्कूल चले हम’ अभियान 2025 का आगाज़ होने जा रहा है। इसी मौके पर भोपाल के शासकीय नवीन उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय अरेरा कॉलोनी (ओल्ड कैंपियन) के राज्यस्तरीय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में CM मोहन यादव भी पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सीएम राइज स्कूल का नाम बदलकर ‘सांदीपनि स्कूल’ रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा, यह नाम अंग्रेज़ों के समय का लगता था, इसलिए इसे बदलकर सांदीपनि ऋषि के नाम पर रखा गया है।
सरकारी स्कूलों की शिक्षा किसी से कमतर नहीं – CM
CM मोहन यादव ने कार्यक्रम के दौरन वहां उपस्थित छात्र -छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में शिक्षा किसी भी कीमत पर बाधित नहीं होनी चाहिए। सरकारी स्कूलों से पढ़कर भी कई महान व्यक्तित्वों ने अपना नाम किया है। उन्होंने कहा, सरकारी स्कूलों की शिक्षा किसी से कमतर नहीं है साथ ही छात्रों को कड़ी मेहनत और परिश्रम से सफलता प्राप्त करने की बात कही।
ALSO READ : Eid के मौके पर फिलिस्तीन को लेकर छिड़ा विवाद, वीडियो हुआ वायरल