CNN-News18 के हाथ एक रिसर्च रिपोर्ट लगी है जिससे साफ पता चलता है की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) और वहाँ की पीपल्स लिबरेशन आर्मी मिलकर एक न्यूरोस्ट्राइक हथियार बना रहे है। वो ये हथियार CCP BioThreats Initiatives के तहत बना रहे है|
क्या है न्यूरोस्ट्राइक?
न्यूरोस्ट्राइक का तात्पर्य है कॉगनिटिव एबिलिटी को ख़राब करना, स्थितिजन्य जागरूकता को कम करना और दीर्घकालिक न्यूरोलॉजिकल गिरावट के लिए विशिष्ट नॉन- काएनेटिक तकनीक का उपयोग करना।
हम ऐसे हथियार की बात कर रहे है जिसमे हैंडहेल्ड बंदूक या एल्क्ट्रो मैग्नेटिक स्पेक्ट्रम जैसे स्टैंडअलोन प्लेटफार्मों के माध्यम से माइक्रोवेव या निर्देशित ऊर्जा हथियारों का उपयोग करके मस्तिष्क पर हमला या यहां तक कि उसे नियंत्रित भी किया जा सकता है।
दुनिया के लिए ये एक बहुत बड़ा बायोलॉजिकल खतरा साबित होगा।

वो कहते है ना रण भूमि से पहले युद्ध मन भूमि मे होता है, इसलिए चीन इन हथयारों से पहले युद्ध सेनानियों और नागरिकों दिमाग कों नियंत्रित करना चाहता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) ‘न्यूरोस्ट्राइक’ और मनोवैज्ञानिक युद्ध को इंडो-पैसिफिक में अमेरिका और उसके सहयोगियों के खिलाफ अपनी असिमित रणनीति के मुख्य तरीके के रूप में देखती है। उन्होंने कहा कि यह युद्ध का असामान्य हिस्सा है, न कि क्षमताओं का एक अपरंपरागत सेट जिसका उपयोग केवल चरम परिस्थितियों में किया जा सकता है।
चीन आगे क्या कर सकता है?
2020 और 2021 में कोरोना महामारी के सबसे तीव्र चरणों के दौरान दक्षिण चीन सागर, पूर्वी चीन सागर, ताइवान स्ट्रेट और चीन-भारत सीमा पर चीनी सैन्य गतिविधि में तेज से वृद्धि हुई थी।
इसका परिणाम ये हो सकता है की चीन इस हथियार का उपयोग ताइवान पर पूरी तरह से काबू पाने के लिए करे जिससे अमेरिका को कोई भनक भी नहीं लगे। यह अमेरिका की श्रेष्ठता को अस्वीकार और निष्क्रिय कर देने की क्षमता रखता है।