इंदौर लोकसभा सीट पर नोटा भाजपा के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी करता नज़र आ रहा है। क्षेत्र में एक ओर कांग्रेस पार्टी अलग अलग पैतरें आज़मा कर जनता से नोटा पर वोट करने की अपील कर रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा कांग्रेस के इस अभियान से टेंशन में नज़र आ रही है।
कांग्रेस ने दिया नोटा को समर्थन
मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांती बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था और भाजपा के पाले में शामिल हो गए थे। इंदौर लोकसभा सीट से कोई प्रत्याशी ना होने के कारण अब कांग्रस पार्टी ने भाजपा को मात देने का नया तरीका निकाला है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता व्यापारिक क्षेत्रों में जाकर लोगों को नोटा चाय का वितरण कर रहे हैं , NOTA के पोस्टर लगा रहे हैं और नोटा पर वोट करने की अपील कर रहे हैं।
बीजेपी को खतरा
कांग्रेस पार्टी के NOTA को समर्थन देने के बाद से ही भाजपा की टेंशन बड़ गई हैं। जहां पहले ये मुकाबला बीजेपी कांग्रेस के बीच था वहीं अब बीजेपी की टक्कर नोटा से होने वाली है। भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के नामांकन वापस लेने के बाद जीत की मार्जिन 8 लाख से बढ़ाकर 11 लाख कर ली है जिस के कारण पार्टी की टेंशन बड़ गई है।