BJP VS MAMTA BANERJEE : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केलॉग कॉलेज में भाषण के दौरान छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI-UK) के छात्रों ने ‘गो बैक ममता’ के नारे लगाए और हालिया आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस सहित बंगाल में बढ़ती हिंसा को लेकर सवाल उठाए।
इसके अलावा, भारतीय अर्थव्यवस्था पर उनके बयान ने भी राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी, जिस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और उनकी तुलना राहुल गांधी से कर दी।
कैसे हुआ विरोध?
ममता बनर्जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर जोनाथन मिची ने भाषण देने के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन जैसे ही वे मंच पर पहुंचीं, कुछ प्रदर्शनकारियों ने बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर सवाल उठाए। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में पोस्टर लेकर ‘अभया को मारने वाली’ जैसे नारे लगाए।
ममता बनर्जी का जवाब
प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए ममता बनर्जी ने कहा—”यह मामला अदालत में है और केंद्र सरकार के हाथ में है।”
जब छात्र नहीं माने, तो उन्होंने गुस्से में कहा—”यह राजनीति का मंच नहीं है। मेरे राज्य में आओ और मेरे साथ राजनीति करो।”
स्थिति बिगड़ने के कारण ममता को भाषण बीच में ही रोकना पड़ा।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर बयान से विवाद
इस कार्यक्रम में ममता बनर्जी से भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल किया गया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है, तो उन्होंने असहमति जताते हुए कहा—”मैं इससे अलग राय रखती हूं।”
इस बयान के बाद भाजपा ने उन पर हमला बोलते हुए कहा कि “INDIA गठबंधन के नेता जब भी विदेशी धरती पर जाते हैं, तो भारत की आलोचना करते हैं।” भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि “राहुल गांधी का देश के खिलाफ बोलने का इतिहास रहा है, और अब ममता बनर्जी भी उसी राह पर चल रही हैं।”
भाजपा ने कहा- ‘बंगाल के लिए शर्मिंदगी’
भाजपा नेता अमित मालवीय ने इस विरोध का वीडियो सोशल मीडिया X पर शेयर करते हुए दावा किया कि विरोध करने वाले बंगाली हिंदू समुदाय के लोग थे। भाजपा ने इस घटना को “बंगाल के लिए शर्मिंदगी” करार देते हुए कहा—
“विदेशों में रहने वाले बंगाली हिंदू भी ममता को मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने बंगाल की विरासत को नष्ट कर दिया है।”
कांग्रेस और TMC ने किया बचाव
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि—
“अगर कोई नेता विदेश में भाषण देता है, तो उसकी आलोचना नहीं की जानी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब नहीं होनी चाहिए।”वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने ममता बनर्जी का बचाव करते हुए उन्हें ‘रॉयल बंगाल टाइगर’ बताया और कहा कि—”दीदी डगमगाती नहीं, वह पीछे नहीं हटतीं। जितना उन्हें परेशान किया जाता है, उतना ही वे गरजती हैं।”
राजनीतिक माहौल गर्माया
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुए इस विरोध और भारतीय अर्थव्यवस्था पर दिए गए बयान ने आगामी लोकसभा चुनावों से पहले राजनीति को और गर्मा दिया है। भाजपा इसे ‘राष्ट्रविरोधी मानसिकता’ से जोड़ रही है, जबकि TMC इसे ‘राजनीतिक साजिश’ बता रही है। आने वाले दिनों में इस पर और बयानबाजी देखने को मिल सकती है।
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