Bihar Diwas 2025 : भारत का वो राज्य जिसने दुनिया को पहला लोकतांत्रिक गणराज्य दिया, जिसने नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय से दुनियाभर में ज्ञान का प्रसार किया। आज वह Bihar अपने 113 वर्षों की यात्रा पूरी होने पर उत्सव मना रहा है। आज सभी बिहारवासी अपने प्रदेश का जन्मदिन मना रहे हैं।

यह वही Bihar है, जहाँ की संस्कृति और विरासत देश का गौरव बनकर पूरी दुनिया में भारत का मस्तक ऊँचा करती है। बिहार क्रांति की उपज है। बिहार आन्दोलनों की भूमि है। यहीं से वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेज़ों के खिलाफ बिगुल फूंका था। 80 वर्ष के कुंवर सिंह को जंग के मैदान में देखकर अंग्रेजी हुकूमत के पैरों तले जमीन खिसक गई थी।
इसी बिहार ने फणेश्वर नाथ रेनू जैसे लेखकों को जन्म दिया। यहीं से दिनकर ने देश की राजनीति और सियासत पर कई व्यंग किए। इसी बिहार से एक हुंकार उठी ,”सिंहासन खाली करो की जनता आती है”. यही बिहार इमरजेंसी के काले साए में प्रकाश का केंद्र बना।
Bihar के बारे में…
बिहार पूर्वी भारत का एक राज्य है। भौगोलिक आकार के हिसाब से देश का 12वां सबसे बड़ा राज्य है और जनसंख्या के हिसाब से तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। देश का यह राज्य पूर्व में पश्चिम बंगाल और पश्चिम में उत्तर प्रदेश के बीच में स्थित है। यह उत्तर में नेपाल देश और दक्षिण में झारखंड राज्य से घिरा हुआ है।

बिहार के मध्य से गुजरने वाली गंगा नदी इसे दो हिस्सों में विभाजित करती है। पश्चिम बिहार और दक्षिण बिहार। हिंदी और उर्दू राज्य की आधिकारिक भाषाएँ हैं, जबकि अधिकतर लोग अंगिका, भोजपुरी, मगधी, मैथिली और बज्जिका बोलते हैं। इसी बिहार में भारत के पहले और सबसे महान साम्राज्यों में से एक, मौर्य साम्राज्य का उदय हुआ, साथ ही दुनिया के सबसे व्यापक रूप से पालन किए जाने वाले धर्मों में से एक, बौद्ध धर्म का भी उदय यहीं हुआ।

बिहार की राजधानी पटना, जिसे पहले पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था, यह भारतीय सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। नालंदा और विक्रमशिला शिक्षा के केंद्र थे, इन्हें सबसे पुराने अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में गिना जाता है, जहाँ दुनिया भर से लोग अध्ययन करने आते थे। बिहार को प्राचीन काल में लिच्छवि (अब वैशाली) के माध्यम से दुनिया को अपना पहला लोकतंत्र देने का गौरव भी प्राप्त है।

बिहार की वैश्विक पहचान
बिहार अब देश का सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य है, जिसके बाद दिल्ली और पांडिचेरी का स्थान है। वर्ष 2011-12 में राज्य की विकास दर 13.1% रही, जबकि पिछले वर्ष यह 14.8% थी। विश्व की सांस्कृतिक धरोहर को विश्वभर में पहचान मिल रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपनी मॉरीशस यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति को बिहार का प्रसिद्ध सुपरफूड मखाना उपहार स्वरूप भेंट किया।

यह कोई साधारण भेंट नहीं थी, यह एक देश के प्रधानमंत्री होने के नाते अपने दायित्वों का निर्वहन था। बिहार की पारंपरिक उपज को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने का एक मजबूत संकेत था। बिहार का प्रसिद्ध सुपरफूड मखाना और मिथिलांचल से निकलकर उसकी यह वैश्विक यात्रा बिहार के लिए गौरव का विषय है।वर्ष 2023 के G-20 सम्मलेन में नालंदा विश्वविद्यालय को प्रदर्शित किया गया, जो वैश्विक स्तर पर बिहार की प्रासंगिकता को दर्शाता है।

राज्य सरकार ने राज्य में औद्योगिक परियोजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन के लिए “सिंगल विंडो एक्ट” पेश किया है, यह निवेशकों को सिंगल बिंदु मंजूरी प्रदान करता है और परियोजनाओं का शीघ्र वाणिज्यिक उत्पादन सुनिश्चित करता है।

क्यों मनाते हैं Bihar Diwas ?
हर वर्ष 22 मार्च की तारीख को बिहार दिवस के रूप में मनाया जाता है। ये दिन बिहार के निर्माण की वर्षगांठ को चिन्हित करता है। यह दिन बिहार की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक धरोहर को याद करने का दिन है। यह राज्य की समृद्धि, विकास और उपलब्धियों का उत्सव मनाने का अवसर है। बिहार का गठन 22 मार्च, 1912 को हुआ था।
इसी दिन इसे बंगाल प्रांत से अलग कर एक नया राज्य बनाया गया था। इस दिन राज्यभर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। बिहार दिवस, बिहार के लोगों को अपनी सांस्कृतिक धरोहर, शिक्षा, कला, साहित्य और संघर्ष को याद करने का दिन होता है।

इस बार क्या है खास ?
बिहार दिवस के इस खास अवसर पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया है, जो 22 मार्च से शुरू होकर 26 मार्च तक चलेगा। इस समारोह में विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा प्रदर्शनियां लगाई गई हैं, जो बिहार के विकासात्मक कार्यों, लोक-कल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों से लोगों को अवगत करा रही हैं।
इसके अलावा, पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल और रवींद्र भवन में सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इन कार्यक्रमों में लोक नृत्य, संगीत, नाटक और परिचर्चाएं शामिल हैं, जो बिहार की सांस्कृतिक विविधता प्रदर्शित करेंगी।

बिहारवासियों को मिली बधाईयां
राष्ट्रपति मुर्मू : बिहार दिवस पर राज्य के सभी निवासियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। बिहार की धरती प्राचीन काल से ही ज्ञान और विकास का केंद्र रही है। मेरा विश्वास है कि बिहार के निवासी अपनी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प तथा परिश्रम के बल पर विकसित बिहार और विकसित भारत के निर्माण में अपना भरपूर योगदान देते रहेंगे।
बिहार दिवस पर राज्य के सभी निवासियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। बिहार की धरती प्राचीन काल से ही ज्ञान और विकास का केंद्र रही है। मेरा विश्वास है कि बिहार के निवासी अपनी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प तथा परिश्रम के बल पर विकसित बिहार और विकसित भारत के निर्माण में अपना भरपूर योगदान देते…
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 22, 2025
प्रधानमंत्री मोदी : वीरों और महान विभूतियों की पावन धरती बिहार के अपने सभी भाई-बहनों को बिहार दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। भारतीय इतिहास को गौरवान्वित करने वाला हमारा यह प्रदेश आज अपनी विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, उसमें यहां के परिश्रमी और प्रतिभाशाली बिहारवासियों की अहम भागीदारी है। हमारी संस्कृति और परंपरा के केंद्र-बिंदु रहे अपने इस राज्य के चौतरफा विकास के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।
वीरों और महान विभूतियों की पावन धरती बिहार के अपने सभी भाई-बहनों को बिहार दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। भारतीय इतिहास को गौरवान्वित करने वाला हमारा यह प्रदेश आज अपनी विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, उसमें यहां के परिश्रमी और प्रतिभाशाली बिहारवासियों की अहम भागीदारी…
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2025
मुख्यमंत्री नितीश कुमार : #बिहार_दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। बिहार का इतिहास गौरवशाली है और हम वर्तमान में अपने निश्चय से बिहार का गौरवशाली भविष्य तैयार कर रहे हैं। विकसित बिहार के सपने को साकार करने में भागीदारी के लिए मैं आप सभी का आह्वान करता हूं। हम सब मिलकर बिहार के गौरव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे।
#बिहार_दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। बिहार का इतिहास गौरवशाली है और हम वर्तमान में अपने निश्चय से बिहार का गौरवशाली भविष्य तैयार कर रहे हैं। विकसित बिहार के सपने को साकार करने में भागीदारी के लिए मैं आप सभी का आह्वान करता हूं। हम सब मिलकर बिहार के गौरव को नई…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) March 22, 2025
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