Bhopal News: भोपाल एम्स में ट्रॉमा और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रश्मि वर्मा द्वारा आत्महत्या के प्रयास का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है। डॉ. रश्मि की हालत नाजुक बनी हुई है और उनका इलाज एम्स में वेंटिलेटर सपोर्ट पर चल रहा है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, डॉ. रश्मि वर्मा को 10 सितंबर 2025 को सीरियस मिसकंडक्ट शीर्षक वाला एक नोटिस दिया गया था। नोटिस मिलने के बाद से वह मानसिक रूप से काफी तनाव में थी। परिजनों और सहकर्मियों का कहना है कि नोटिस की भाषा से उनका मनोबल टूट गया था और वे खुद को अपमानित महसूस कर रही थी।
ड्यूटी से लौटने के बाद डॉ. रश्मि ने यह आत्मघाती कदम उठाया। हालत बिगड़ने पर उनके पति उन्हें रात करीब साढ़े दस बजे एम्स लेकर पहुंचे, जहां से उन्हें तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी स्थिति अभी भी गंभीर है। एमआरआई रिपोर्ट चिंताजनक बताई जा रही है और अगले 72 घंटे बेहद अहम माने जा रहे हैं।
डॉ. रश्मि ने नोटिस के जवाब में लिखा था कि उन्होंने जानबूझकर किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया। अकादमिक लीव को लेकर भी उन्होंने पहले से विभागीय ग्रुप में जानकारी दी थी और इसके स्क्रीनशॉट सबूत के तौर पर लगाए थे।
इस मामले ने एम्स की कार्यसंस्कृति और प्रशासनिक दबाव पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं, अवधपुरी थाना पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं। फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
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