लोकसभा चुनाव 2024 शुरू होने में एक महीने से भी कम समय है जिसके कारण बीजेपी ने पहले ही अपने सभी उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी थी पर कांग्रेस के अभी भी आधे से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार घोषित नहीं हुए हैं, जो ये बताता है कि शायद कांग्रेस डरी हुई है। पार्टी का ये हाल अभी से नहीं है बल्कि पिछले तीन दशक से है, जिस बीच मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी का ग्राफ लगातार गिरता हुआ नज़र आया है।
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन
आज हम आपसे कांग्रेस के इसी खराब चुनावी प्रदर्शन पर बात करेंगे। जब मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ एक था, तब लोकसभा की 40 सीटें थीं। 90 के उस दशक में मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा करता था और इसी बीच में बीजेपी ने उठना शुरू कर दिया था।फिर 90 के दशक के बाद से एमपी और छत्तीसगढ़ में बीजेपी का ग्राफ बढ़ता गया है। जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी उस दौरान भी लोकसभा चुनावों बीजेपी की पकड़ एमपी में रही थी। यह तब भी हुआ, जब 1993 से 2003 तक एमपी में दिग्विजय सिंह की सरकार थी।
साल 2009 में हुआ सुधार
दिग्विजय सिंह के कार्यकाल के दौरान तीन लोकसभा चुनाव हुए। इन तीनों चुनाव में बीजेपी का ही दबदबा दिखा है। यह चुनाव 1996, 1998 और 1994 में हुए थे। इसके साथ ही केंद्र में 2004 से 2014 तक यूपीए की सरकार थी। साल 2004 के लोकसभा चुनाव में भी प्रदेश में बीजेपी को 29 में से 25 सीटें मिली थी। हालांकि 2009 में कांग्रेस के प्रदर्शन में सुधार हुआ था और केवल इस साल बीजेपी के ग्राफ में गिरावट हुई। कांग्रेस को 12 सीटें आई थी और बीजेपी के 16 सीटें मिली थी। इस दौरान अन्य को एक सीट पर जीत मिली थी। बीते तीन दशक में यह बीजेपी का सबसे कमजोर प्रदर्शन था लेकिन कांग्रेस के लिए एक सुधार की ओर कदम।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी का बड़ा ग्राफ
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन सबसे दमदार रहा है। बीजेपी ने एमपी की 29 में से 28 सीटों पर जीत हासिल की इस वक्त कांग्रेस केवल कमलनाथ के गढ़ यानी छिंदवाड़ा की ही सीट जीत पाई थी। वहीं, 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 27 सीट पर जीत हासिल की थी।दरअसल, 1991-2019 के बीच हुए लोकसभा चुनाव के रेकॉर्ड को देखें तो पता चलता है कि बीजेपी का ही बोलबाला है। साथ ही यह साफ होता है कि कही ना कही कांग्रेस अपनी जमीन खो रही है। अगर 2009 के प्रदर्शन को नज़रंदाज़ करें तो कांग्रेस का ग्राफ लगातार एमपी में नीचे गिरता दिखाई दे रहा है।
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