Aayudh

‘Sikandar’ Box Office Collection 2025 : ‘छावा’ का नहीं तोड़ पायी रिकॉर्ड…

Sinkandar

Sikandar Box Office Collection : सलमान खान की फिल्म ‘सिकंदर’ 30 मार्च 2025 को ईद के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज हुई। ‘सिकंदर’ ने पहले दिन भारत में नेट कलेक्शन के रूप में 30 करोड़ रुपये कमाए, जिसके साथ यह 2025 की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग वाली फिल्म बन गई। यह सलमान खान के प्रशंसकों के लिए ईद का एक खास तोहफा साबित हुआ। ‘Sikandar’ में पहली बार दिखी यह जोड़ी ‘सिकंदर’ का निर्देशन एआर मुरुगदॉस ने किया है, जिन्होंने इससे पहले ‘गजनी’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं। फिल्म में सलमान खान के साथ रश्मिका मंदाना मुख्य भूमिका में हैं, और यह जोड़ी पहली बार एक साथ स्क्रीन पर नजर आई। इसके अलावा फिल्म में काजल अग्रवाल, शरमन जोशी और प्रतीक बब्बर जैसे कलाकार भी अहम किरदारों में नजर आए। सलमान की यह फिल्म उनकी पिछली रिलीज ‘टाइगर 3’ के दो साल बाद आई है, इस मूवी को लेकर उनके फैंस में अधिक उत्साह देखने को मिला। फिल्म को साजिद नाडियाडवाला ने प्रोड्यूस किया है, जिनके साथ सलमान की जोड़ी पहले ‘किक’ में हिट साबित हो चुकी है। Sikandar Box Office : Day 1 कलेक्शन सलमान खान की मूवी, ‘सिकंदर’ ने पहले दिन 30 करोड़ रुपये का नेट कलेक्शन किया, जिसके बाद यह 2025 में विक्की कौशल की फिल्म ‘छावा’ के बाद दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग लेने वाली फिल्म बनी। ‘छावा’ ने अपने पहले दिन 33 करोड़ रुपये कमाए थे, जिसके चलते ‘सिकंदर’ उससे थोड़ा पीछे रह गई। हालांकि, सलमान की पिछली रिलीज फिल्मों जैसे ‘सुल्तान’ (36.54 करोड़) और ‘टाइगर 3’ (44.50 करोड़) की तुलना में यह आंकड़ा कम रहा। फिल्म का प्रदर्शन फिल्म की ओपनिंग को लेकर पहले से ही काफी चर्चा थी। एडवांस बुकिंग में भी ‘सिकंदर’ ने अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा था कि यह 25-30 करोड़ रुपये के बीच ओपनिंग ले सकती है। हालांकि, कुछ मिक्स्ड रिव्युज और ऑनलाइन पायरेसी की खबरों ने इसके प्रदर्शन पर असर डालने की कोशिश की, लेकिन सलमान के फैंस ने थिएटर्स में पहुंचकर इसे सपोर्ट किया। फिल्म का एक्शन और सलमान का दमदार अवतार दर्शकों को पसंद आया, हालांकि स्क्रिप्ट को लेकर कुछ आलोचनाएं भी सामने आईं। कुल मिलाकर, ‘सिकंदर’ ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर एक मजबूत शुरुआत की है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ईद की छुट्टी और वीकेंड के दम पर यह फिल्म कितना आगे बढ़ पाती है। READ MORE : Ghibli Style Image : AI की मदद से फ्री में बनाएं…Internet पर करें ट्रेंड WATCH : https://youtu.be/0g83K8Z2dMQ?si=Pn1ZW5Or2MDKpYMB

Ghibli Style Image : AI की मदद से फ्री में बनाएं…Internet पर करें ट्रेंड

Ghibli Style

Ghibli Style Image : यदि आप भी AI का इस्तेमाल करके Ghibli Style इमेज बनाना चाहते हैं तो परेशान मत होइए। Ghibli Style इमेज यूं तो Chat Gpt 4.0 के पेड यूजरर्स के लिए है, लेकिन इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप फ्री में Ghibli Style इमेज आसानी से बना पाएंगे। हम आपको ChatGPT और Grok 3 की मदद से फ्री में Ghibli Style इमेज बनाने का आसान तरीका बताएंगे। ChatGPT से Ghibli Style इमेज बनाएं OpenAI ने ChatGPT को अपग्रेड करने के बाद GPT-4.0 मॉडल लॉन्च किया है। यह मॉडल आपको घिब्ली स्टाइल की तस्वीरें बनाने की सुविधा देता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए आपको इस प्रोसेस को फॉलो करना होगा : फ़िलहाल ChatGPT ने अपने फ्री यूजरर्स के लिए रोज सिर्फ 2-3 इमेजेज बनाने की सीमा रखी है। यदि आपको इससे ज्यादा इमेजेज बनाने हैं तो फिर आपको इसका प्रीमियम प्लान लेना होगा, जिसकी कीमत लगभग 20 डॉलर (1700 रुपये) है। Grok 3 से फ्री में बनाएं Ghibli Style Image Ghibli Style Image बनाने के लिए xAI द्वारा विकसित Grok 3 भी एक बेहतर विकल्प है। Grok में घिब्ली स्टाइल इमेज बनाने के लिए आपको किसी सब्सक्रिप्शन की जरुरत नहीं है। आइए जानते हैं इसके इस्तेमाल करने का तरीका : ALSO READ : Myanmar Earthquake : मौत का आंकड़ा दस हजार के पार…भारत ने बढ़ाया हाथ WATCH : https://youtu.be/0g83K8Z2dMQ?si=e6_XxuRznaUnePLJ

Myanmar Earthquake : मौत का आंकड़ा दस हजार के पार…भारत ने बढ़ाया हाथ

Myanmar

Myanmar Earthquake Destruction : दो दिनों में भूकंप के झटकों ने म्यांमार और उसके आसपास के इलाकों में भारी तबाही मचाई है। शनिवार (29 मार्च, 2025) को दोपहर 3:30 बजे एक और भूकंप आया। Myanmar में आये इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.1 मापी गयी। पिछले दो दिनों में 5 से अधिक तीव्रता वाले तीन भूकंप आ चुके हैं। मौत का आंकड़ा शुक्रवार (28 मार्च, 2025) को भी म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप ने म्यांमार और बैंगकॉक में खूब कहर बरसाया। बड़ी-बड़ी इमारतें कुछ ही सेकंड में धुएं के गुब्बार में बदल गईं। यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार मौत का आंकड़ा 10 हज़ार के पार बताया जा रहा है। इस भूकंप के झटके म्यांमार समेत बांग्लादेश, थाईलैंड, चीन और भारत में भी महसूस किए गए। म्यांमार की सैन्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार अबतक 1,002 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 2400 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर सामने आयी है। स्कूल की इमारत ढही म्यांमार के मांडला में एक प्राइवेट स्कूल की बिल्डिंग ढह गई। विजडम विला प्राइवेट हाई स्कूल की बिल्डिंग कुछ ही पल में मलबे में तब्दील हो गयी। रेस्क्यू टीम ने मलबे को हटाने के लिए कार्य प्रारम्भ कर दिया है। बचावकर्मियों ने मलबे पर चढ़कर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के नाम पुकारे, ताकि यदि कोई जिन्दा हो तो उसे बचाया जा सके। UN ने Myanmar को दी आर्थिक सहायता संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार को 43 करोड़ रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की है। यूनाइटेड नेशंस ने रिलीफ प्रोग्राम शुरू करने के लिए म्यांमार को यह आर्थिक सहायता प्रदान की है। रूस ने बचाकर्मियों की टीम को दो विमानों के साथ म्यांमार भेजा है ताकि हालात को सुधारा जा सके। सिंगापुर, हॉन्ग कॉन्ग और मलेशियाभी अपनी बचाव टीम को भेजने की तैयारी में हैं। भारत ने शुरू किया ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ भारत ने म्यांमार को सहायता प्रदान करने के लिए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू किया है। इस ऑपरेशन के तहत भारत ने 15 टन राहत सामग्री और NDRF की 80 बचावकर्मियों की एक टीम को म्यांमार की सहायता के लिए रवाना किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी जनता सरकार के प्रमुख जनरल मिन आंग ह्लाइंग से फ़ोन पर बातचीत की। उन्होंने कहा, भारत अपने पड़ोसी होने का फर्ज़ निभाएगा, भारत इस आपदा में म्यांमार के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है। ALSO READ : Kunal Kamra पर दर्ज़ हुए तीन FIR, माफ़ी मांगने से किया इंकार WATCH : https://youtu.be/pFor5MQAsM8?si=O_SL1GZr5pOQE94k

Nepal में राजशाही के लिए सड़कों पर उतरे लोग,”राजा लाओ-देश बचाओ”

Nepal

Protest for Monarchy in Nepal : भारत का पड़ोसी देश नेपाल की जनता राजशाही की मांग कर रही है। हिन्दू राष्ट्र बनाने के समर्थन में शुक्रवार से लगातार प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शन धीरे-धीरे एक विकराल रूप लेता गया। प्रदर्शन कर रही इस भीड़ को जब पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो इसने हिंसा का रूप ले लिया। नेपाल की राजधानी काठमांडू में बीते दिनों प्रदर्शनकारियों ने खूब तोड़-फोड़ की। इस दौरान आगजनी भी हुई। जानकारी के अनुसार पुलिस और प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच हुई झड़प में एक पत्रकार और दो अन्य लोगों की मौत ही गयी। कौन कर रहा है राजशाही की मांग ? नेपाल में इन दिनों लोकतंत्र से लोग ऊब चुके हैं। अब नेपाल की जनता अपने राजा का राज्य चाहती है। बड़ी संख्या में लोग राजशाही की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP) के द्वारा आयोजित किया गया है। RPP देश में राजशाही स्थापित करने की मांग कर रही है। इस आंदोलन में शामिल कई लोगों को पुलिस ने हिंसा फैलाने के जुर्म में गिरफ्तार भी किया है। काठमांडू पुलिस ने RPP के महासचिव और सांसद धवल शमशेर राणा और पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवींद्र मिश्र समेत पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है। Nepal के वामपंथी संगठनों ने दी चेतावनी शुक्रवार को उठी राजशाही की मांगो का वाम संगठनों ने विरोध किया है। वाम नेताओं ने नेपाल के पूर्व राजा नरेश ज्ञानेंद्र को चेतावनी दी कि उनकी सत्ता को फिर से हासिल करने की इच्छा उन्हें महंगी पड़ सकती है। वाम संगठनों के द्वारा निकाली गयी रैली में नेपाल के वर्तमान प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार का भी विरोध किया गया। नेपाल का इतिहास नेपाल में करीब 240 साल तक राजतंत्र था, लेकिन 2008 में इसे समाप्त कर दिया गया और देश को संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया। 2015 में, नेपाल धर्मनिरपेक्ष राज्य बना। फिर भी, कुछ समूहों, विशेष रूप से सांस्कृतिक और धार्मिक आधार पर, राजतंत्र की वापसी को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। हिंदू राष्ट्र की भी मांगों को लगातार उठा रहे हैं। प्रदर्शन में कैसे हुयी हिंसा ? प्रदर्शन की शुरुआत शांतिपूर्ण थी, लेकिन जल्दी ही यह हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं, जिसमें आगजनी, तोड़फोड़ और लूटपाट शामिल थीं। जानकारी के अनुसार इस हिंसा में एक पत्रकार समेत पांच लोगों की मौत हो गई। करीब 30 लोग घायल हुए, जिसमें आधी संख्या पुलिस की थी। इस दौरान संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा, 8 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया, भटभटेनी सुपरमार्केट को लूट लिया गया, और विभिन्न राजनीतिक और मीडिया कार्यालयों पर हमले हुए। काठमांडू में लगा कर्फ्यू सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना तैनात कर काठमांडू में कर्फ्यू लगा दिया, जो शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक लागू रहा। सरकार ने घायलों के लिए मुफ्त उपचार की व्यवस्था की है। इस प्रदर्शन में RPP के महासचिव और वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी शामिल थे। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही पुलिस दुर्गा प्रसाई की भी तलाश में जुटी है। READ MORE : Oxford University में Mamta Banerjee का विरोध, BJP ने किया पलटवार WATCH : https://youtu.be/pFor5MQAsM8?si=oTbrlyXEL5CP5ISa

MP के Begumganj में प्रदर्शन के दौरान हुई झड़प : मुस्लिम समुदाय के दो गुटों के बीच चले हथियार…

Begumganj

Begumganj Conflict : रमजान महीने के आखिरी जुम्मे पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने Waqf Amendment Bill 2024 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने मुस्लिम समुदाय से काली पट्टी बांधकर शांति से विरोध प्रदर्शन करने की अपील की थी, मध्य प्रदेश में सबकुछ उल्टा हुआ। मध्य प्रदेश के Begumganj में दो गुटों के बीच छिड़े विवाद में हाथापाई के साथ-साथ हथियार भी चले। जानकारी के अनुसार मुकरबा (बंगले वाली मस्जिद) में काली पट्टी बांधने को लेकर विवाद हुआ, जिसमें चार लोग घायल हो गए। क्या है पूरा मामला ? मध्य प्रदेश के बेलागंज में मुस्लिम समुदाय के लोग वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के विरोध प्रदर्शन के लिए इक्कठा हुए थे। यह हुजूम बेलागंज के बंगले वाली मस्जिद में इक्कठा हुई थी। जब यह भीड़ इक्कठा हुई तभी दो गुटों के बीच झड़प शुरू हो गई। हाथपाई के बाद इस झड़प में हथियार लहराने लगे। झड़प उस समय हुई जब मुस्लिम त्योहार कमेटी के अध्यक्ष शकील पठान ने कुछ लोगों को काली पट्टी बांधने से रोकने की कोशिश की। इस झड़प के बढ़ने के बाद दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर धारदार हथियारों से हमला किया। इस हमले में चार लोगों के घायल होने की सूचना है। मौके पर पहुंची पुलिस इस विवाद की जानकारी जब पुलिस तक पहुंची तब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। पुलिस ने घायलों को सिविल अस्पताल भेजा। पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र में शान्ति बनाए रखने की अपील की है। इस पूरे मामले के बाद बेगमगंज में अधिक पुलिसबल तैनात किया गया है। पुलिस इस मामले में नजर रख रही है। ALSO READ : Earthquake Destruction : 7.7 तीव्रता का आया भूकंप, मची तबाही से दुनिया हैरान! WATCH : https://youtu.be/P60tgmHC0F4?si=Z1UrznIzCGgEPjSm

Earthquake Destruction : 7.7 तीव्रता का आया भूकंप, मची तबाही से दुनिया हैरान!

Earthquake

Earthquake Destruction : 28 मार्च 2025 की सुबह म्यांमार में एक शक्तिशाली भूकंप (Earthquake) ने तबाही मचाई। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई, जिसका केंद्र मांडले शहर के पास था। यह भूकंप सुबह 11:50 बजे आया और इसकी गहराई मात्र 10 किलोमीटर थी, जिसके कारण इसने भारी तबाही मचाई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) ने इसे 7.2 तीव्रता का बताया, लेकिन जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) ने इसे 7.7 मापा। इस भूकंप के झटके न केवल म्यांमार में, बल्कि थाईलैंड, चीन और वियतनाम तक महसूस किए गए। Earthquake Destruction : मांडले में मंदिर और घर ढहे मांडले, म्यांमार का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, यह शहर म्यांमार में आए भूकंप का मुख्य केंद्र रहा। भूकंप के कारण वहां कई मंदिर और घर पूरी तरह से नष्ट हो गए। ऐतिहासिक मांडले पैलेस की दीवारें भी ढह गईं, जिससे सांस्कृतिक नुकसान की आशंका बढ़ गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़कों पर मलबा बिखर गया और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। म्यांमार में पहले से ही चल रहे गृहयुद्ध और कमजोर संचार व्यवस्था ने बचाव कार्यों को और मुश्किल बना दिया। बैंकॉक में भी हड़कंप भूकंप का असर म्यांमार से सैकड़ों मील दूर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक पहुंचा। वहां एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत ढह गई, जिसमें दर्जनों मजदूर फंस गए। बैंकॉक में ऊंची इमारतें हिलने लगीं, जिसके कारण लोग दहशत में सड़कों पर निकल आए। थाईलैंड सरकार ने बैंकॉक को आपातकालीन क्षेत्र घोषित कर दिया और बचाव कार्य शुरू कर दिए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखा कि कैसे एक बहुमंजिला इमारत धूल के गुबार में बदल गई। अभी तक मृतकों की सटीक संख्या स्पष्ट नहीं है, लेकिन कम से कम चार लोगों की मौत की खबर है। दूसरा झटका और बढ़ा खतरा पहले भूकंप के कुछ मिनट बाद ही 6.4 तीव्रता का एक और झटका आया, जिसने स्थिति को और गंभीर बना दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि म्यांमार का सागाइंग फॉल्ट क्षेत्र भूकंप के लिए संवेदनशील है। 1930 से 1956 के बीच इस क्षेत्र में छह बड़े भूकंप आ चुके हैं। इस बार का भूकंप उथली गहराई (जब कोई चीज़ गहरी नहीं होती है) पर होने के कारण ज्यादा खतरनाक साबित हुआ। राहत और बचाव के प्रयास म्यांमार की जून्टा सरकार ने प्रभावित इलाकों में आपातकाल घोषित किया है, लेकिन वहां की स्वास्थ्य सेवाएं पहले से ही कमजोर हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि तेजी से विकास और पुरानी इमारतों के कारण नुकसान बढ़ा। दूसरी ओर, थाईलैंड में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस आपदा पर नजर रखे हुए है। यह भूकंप म्यांमार और पड़ोसी देशों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। मांडले से बैंकॉक तक फैली इस आपदा ने एक बार फिर प्रकृति की ताकत को उजागर किया। राहत और पुनर्वास के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मदद मिल सके। क्यों आया भूकंप ? म्यांमार में धरती की सतह के नीचे एक बहुत बड़ी दरार है। यह दरार म्यांमार के कई हिस्सों से होकर गुजरती है। इस दरार का नाम सागाइंग फॉल्ट है क्यूंकि यह म्यांमार के सागाइंग शहर से होकर गुजरती है। इस दरार के दोनों तरफ की चट्टानें एक-दूसरे के क्षैतिज (Horizontal) दिशा में खिसकती हैं। यह दरार पृथ्वी की टेक्टॉनिक प्लेट्स के हिलने-डुलने से बनी है। दरार अंडमान निकोबार से लेकर हिमालय की तलहटी तक जाती है। इसी दरार की वजह से कई बार म्यांमार में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। भूकंप के बाद की तसवीरें : ALSO READ : ALSO READ : Myanmar Earthquake : म्यांमार से लेकर बांग्लादेश तक मची तबाही… WATCH : https://youtu.be/pFor5MQAsM8?si=uPejg1UY5zfwyTPw

CSK VS RCB IPL 2025 : चेन्नई को के किले को भेद पाएगी बंगलौर ?

CSK VS RCB

CSK VS RCB : चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) वर्सेस रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच IPL का आठवां मुकाबला शुक्रवार (28 मार्च 2025) को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय समयानुसार CSK VS RCB का मैच शम्म 7:30 बजे शुरू होगा। दोनों टीमों के कप्तान मैच शुरू होने से आधे घंटे टॉस के लिए मैदान में उतरेंगे। CSK और RCB दोनों टीम अपना पहला मुकाबला जीतकर यहाँ तक पहुंचे हैं। दोनों टीमों के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ और रजत पाटीदार ने जीत की तैयारी कर ली है। RCB ने ओपनिंग मुकाबले में KKR को हराया था वहीं CSK ने MI को शिकश्त दी थी। IPL 2025 के पॉइंट टेबल में RCB पहले पायदान पर है और CSK चौथे पायदान पर। हेड टू हेड मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच अब तक कुल 33 मैच खेले गए हैं। इस दौरान RCB ने 11 और CSK ने 21 मैच जीते हैं। से 1 मैच बेनतीजा रहा। दोनों टीमों के बीच खेले गए मैचों के दौरान हाईएस्ट स्कोर 226 और लोवेस्ट स्कोर 70 रन रहा है। CSK VS RCB : संभावित प्लेइंग XI संभावित XII: राहुल त्रिपाठी, रचिन रवींद्र, रुतुराज गायकवाड़ (कप्तान), शिवम दुबे, दीपक हुडा, रवींद्र जडेजा, सैम कुरेन, एमएस धोनी (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, नाथन एलिस, नूर अहमद, खलील अहमद संभावित XII: विराट कोहली, फिल साल्ट (विकेटकीपर), देवदत्त पडिक्कल, रजत पाटीदार (कप्तान), लियाम लिविंगस्टोन, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), टिम डेविड, क्रुणाल पंड्या, रसिख डार, यश दयाल, जोश हेजलवुड, सुयश शर्मा ALSO READ : Pastor Bajinder Singh : पादरी पर लगा बलात्कार का आरोप, मोहाली कोर्ट ने दिया झटका WATCH : https://youtu.be/pFor5MQAsM8?si=uPejg1UY5zfwyTPw

Arvind Kejriwal की बढ़ीं मुश्किलें: दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR

FIR

FIR On Arvind Kejriwal : आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली पुलिस ने 2019 में सरकारी धन के कथित दुरुपयोग के मामले में उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। यह केस द्वारका में बड़े होर्डिंग लगाने से जुड़ा है, जिस पर सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम के उल्लंघन का आरोप है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में रिपोर्ट पेश की और बताया कि FIR दर्ज कर ली गई है। अब कोर्ट 18 अप्रैल 2025 को इस मामले की अगली सुनवाई करेगा। मामला क्या है? 2019 में द्वारका में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए थे, जिनमें कथित तौर पर सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ था। इसको लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। अब अदालत के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल और अन्य लोगों पर केस दर्ज किया है। AAP की ओर से इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बता सकती है। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का हमला इस बीच, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने भी अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। मुक्तसर साहिब जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर किसानों को शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाया है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि “दिल्ली के अहमद शाह अब्दाली और पंजाब के जकारिया खान मिलकर किसानों पर दमन कर रहे हैं।” किसानों का आंदोलन जारी रहेगा सरवन सिंह पंढेर ने साफ कहा कि “हमारी लड़ाई जारी रहेगी। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन खत्म नहीं होगा।” गौरतलब है कि पंजाब के किसान पिछले 13 महीनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत कई मुद्दों पर आंदोलन कर रहे थे। कई दौर की बातचीत के बाद भी हल नहीं निकल सका। आखिरकार, पंजाब पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटा दिया। FIR और किसान आंदोलन से जुड़ी अहम बातें: 1.अरविंद केजरीवाल और अन्य पर सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला दर्ज।2.दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में पेश की रिपोर्ट।3.मामले की अगली सुनवाई 18 अप्रैल को होगी।4.किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का केजरीवाल पर हमला।5.किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।6.AAP की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। READ MORE : Oxford University में Mamta Banerjee का विरोध, BJP ने किया पलटवार WATCH : https://youtu.be/pQYBFP5EwWw?si=58LE_SOOSO90js9g

Myanmar Earthquake : म्यांमार से लेकर बांग्लादेश तक मची तबाही…

Earthquake

Myanmar Earthquake : शुक्रवार (28 मार्च 2025) को म्यांमार में आए भूकंप ने पूरी दुनिया को दहला दिया है। भूकंप के झटकों से धरती कांप उठी। रिक्टर स्केल पर इसकी त्रिवता 7.7 मापी गयी। म्यांमार में आये Earthquake ने म्यांमार से लेकर थाईलैंड और बांग्लादेश तक अपना कहर बरसाया। बड़ी-बड़ी इमारतें नाबूद हो गयीं। सड़कों में आयी दरारें भूकंप के कहर को दिखा रही हैं। भूकंप ने मचाई तबाही यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार भुकंप का केंद्र जमीन के अंदर 10 किलोमीटर की गहराई पर बताया जा रहा है। भूकंप के केंद्र मंडल शहर से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर था। जहाँ की आबादी 1.2 मिलियन है। 7.7 तीव्रता के इस भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। म्यांमार और बैंगकॉक में इमारतें ढह गयीं। हालांकि इस घटना में मौत के आंकड़ों का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। भूकंप के कारण म्यांमार की राजधानी नेपीथा का मेन हाईवे पूरी तरह से उखड़ गया। बैंगकॉक में पूरी तरह से लॉकडाउन लगा दिया गया है। मेट्रो सेवाएं बंद कर दी गई हैं। म्यांमार में भूकंप ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। शहर के कई मंदिर और बौद्ध स्थल टूट गए हैं। प्रधानमंत्री ने बढ़ाया साथ का हाथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से आपदा में साथ का हाथ आगे बढ़ाया है। PM मोदी ने भूकंप के बाद मची तबाही को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, “भूकंप के बाद म्यांमार और थाईलैंड की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए, हम सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। भारत सभी संभावित सहायता देने के लिए तैयार है। इस संदर्भ में, हमारी सरकार को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। साथ ही, विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क बनाए रखने को कहा गया है।” तबाही की तस्वीरें ALSO READ : Oxford University में ममता बनर्जी का बयान…BJP ने की राहुल गांधी से तुलना WATCH : https://youtu.be/pQYBFP5EwWw?si=58LE_SOOSO90js9g

Oxford University में Mamta Banerjee का विरोध, BJP ने किया पलटवार

BJP VS Mamta Banerjee

BJP VS MAMTA BANERJEE : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केलॉग कॉलेज में भाषण के दौरान छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI-UK) के छात्रों ने ‘गो बैक ममता’ के नारे लगाए और हालिया आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस सहित बंगाल में बढ़ती हिंसा को लेकर सवाल उठाए। इसके अलावा, भारतीय अर्थव्यवस्था पर उनके बयान ने भी राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी, जिस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और उनकी तुलना राहुल गांधी से कर दी। कैसे हुआ विरोध? ममता बनर्जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर जोनाथन मिची ने भाषण देने के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन जैसे ही वे मंच पर पहुंचीं, कुछ प्रदर्शनकारियों ने बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर सवाल उठाए। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में पोस्टर लेकर ‘अभया को मारने वाली’ जैसे नारे लगाए। ममता बनर्जी का जवाब प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए ममता बनर्जी ने कहा—”यह मामला अदालत में है और केंद्र सरकार के हाथ में है।”जब छात्र नहीं माने, तो उन्होंने गुस्से में कहा—”यह राजनीति का मंच नहीं है। मेरे राज्य में आओ और मेरे साथ राजनीति करो।”स्थिति बिगड़ने के कारण ममता को भाषण बीच में ही रोकना पड़ा। भारतीय अर्थव्यवस्था पर बयान से विवाद इस कार्यक्रम में ममता बनर्जी से भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल किया गया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है, तो उन्होंने असहमति जताते हुए कहा—”मैं इससे अलग राय रखती हूं।”इस बयान के बाद भाजपा ने उन पर हमला बोलते हुए कहा कि “INDIA गठबंधन के नेता जब भी विदेशी धरती पर जाते हैं, तो भारत की आलोचना करते हैं।” भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि “राहुल गांधी का देश के खिलाफ बोलने का इतिहास रहा है, और अब ममता बनर्जी भी उसी राह पर चल रही हैं।” भाजपा ने कहा- ‘बंगाल के लिए शर्मिंदगी’ भाजपा नेता अमित मालवीय ने इस विरोध का वीडियो सोशल मीडिया X पर शेयर करते हुए दावा किया कि विरोध करने वाले बंगाली हिंदू समुदाय के लोग थे। भाजपा ने इस घटना को “बंगाल के लिए शर्मिंदगी” करार देते हुए कहा—“विदेशों में रहने वाले बंगाली हिंदू भी ममता को मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने बंगाल की विरासत को नष्ट कर दिया है।” कांग्रेस और TMC ने किया बचाव कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि—“अगर कोई नेता विदेश में भाषण देता है, तो उसकी आलोचना नहीं की जानी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब नहीं होनी चाहिए।”वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने ममता बनर्जी का बचाव करते हुए उन्हें ‘रॉयल बंगाल टाइगर’ बताया और कहा कि—”दीदी डगमगाती नहीं, वह पीछे नहीं हटतीं। जितना उन्हें परेशान किया जाता है, उतना ही वे गरजती हैं।” राजनीतिक माहौल गर्माया ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुए इस विरोध और भारतीय अर्थव्यवस्था पर दिए गए बयान ने आगामी लोकसभा चुनावों से पहले राजनीति को और गर्मा दिया है। भाजपा इसे ‘राष्ट्रविरोधी मानसिकता’ से जोड़ रही है, जबकि TMC इसे ‘राजनीतिक साजिश’ बता रही है। आने वाले दिनों में इस पर और बयानबाजी देखने को मिल सकती है। ALSO READ : Shivraj Singh Chauhan का बड़ा ऐलान: अब सरकार खरीदेगी किसानों की पूरी दाल उपज, मिलेगा डेढ़ गुना समर्थन मूल्य! WATCH : https://youtu.be/pQYBFP5EwWw?si=KfTF7pPuBTdkyRMI