Waqf Amendment Bill 2024 : लोकसभा में 2 अप्रैल को पेश होने की तैयारी

Waqf Amendment Bill : 2 अप्रैल 2025 को लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) पेश होने जा रहा है। केंद्र में सत्तारूढ़ नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) ने इस विधेयक को पास कराने के लिए पूरी तैयारी कर ली है, जबकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ब्लॉक इसका विरोध करने के लिए कमर कस रहा है। यह विधेयक पहले ही संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से मंजूरी प्राप्त कर चुका है और अब लोकसभा में इसके पारित होने की उम्मीद की जा रही है। Waqf Amendment Bill का उद्देश्य Waqf Amendment Bill 2024 का मुख्य उद्देश्य वक्फ बोर्ड के कामकाज में पारदर्शिता लाना और अवैध रूप से कब्जाई गई संपत्तियों को वापस लेने के लिए कानूनी तंत्र को मजबूत करना है। सरकार का दावा है कि यह विधेयक गरीब मुस्लिम समुदाय के हित में है। हालांकि, विपक्ष और कुछ मुस्लिम संगठनों का कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर हमला है और संविधान के संघीय ढांचे को कमजोर करता है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यदि यह विधेयक लोकसभा में पास हो गया तो मस्जिदों, कब्रीस्तानों और वक़्फ की सम्पतियों से मुस्लिम का अधिकार खत्म हो जाएगा। क्या लोकसभा में पास हो पायेगा Bill ? लोकसभा में किसी भी विधेयक को पास करने के लिए साधारण बहुमत यानी 272 वोटों की जरूरत होती है। एनडीए के पास वर्तमान में 543 सीटों में से 293 सांसद हैं, जो बहुमत से 21 अधिक है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने सभी सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है, ताकि 2 अप्रैल को सभी मौजूद रहें। इसके अलावा, NDA के सहयोगी दलों तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और शिवसेना ने भी इस विधेयक को समर्थन देने का ऐलान किया है। दूसरी ओर, कांग्रेस और ‘इंडिया’ ब्लॉक के अन्य दल, जैसे समाजवादी पार्टी और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK), इस बिल का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस ने इसे संविधान पर हमला करार दिया है, जबकि कुछ विपक्षी नेता इसे असंवैधानिक बता रहे हैं। सभी दलों के बीच तनातनी इस विधेयक को लेकर राजनीतिक तनाव चरम पर है। विपक्षी दलों ने 1 अप्रैल को संसद में 6 बजे एक बैठक बुलाई है, जिसमें रणनीति तैयार की जाएगी। उनका कहना है कि JPC ने इस विधेयक पर चर्चा के दौरान उनकी बातों को नजरअंदाज किया। दूसरी ओर, बीजेपी का मानना है कि विपक्ष इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है। बीजेपी सांसद और JPC अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि यह विधेयक गरीब मुस्लिमों के लिए लाभकारी है और इसे लेकर फैलाया जा रहा डर बेबुनियाद है। Lok Sabha में पास होने के बाद क्या होगा ? लोकसभा में पास होने के बाद यह विधेयक राज्यसभा में जाएगा, जहां NDA के पास अभी बहुमत नहीं है। ऐसे में सरकार को सहयोगी दलों और कुछ क्षेत्रीय पार्टियों का समर्थन जुटाना होगा। यदि यह विधेयक कानून बन जाता है, तो यह वक्फ बोर्ड की सम्पतियों पर बड़ा असर डालेगा। वक़्फ़ बोर्ड की 8.7 लाख सम्पतियाँ 9.4 लाख एकड़ में फैली हैं और जिनकी कीमत 1.2 लाख करोड़ रुपये है। Also Read : Mohali Court : येशू-येशू वाले पादरी को मोहाली कोर्ट ने सुनाई सजा, उम्रकैद Watch : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
IPL 2025 : मुंबई इंडियंस (MI) के नए सितारे का IPL 2025 में धमाल

IPL 2025 : 23 साल के अश्विनी कुमार ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में अपने पहले ही मैच में तहलका मचा दिया। मुंबई इंडियंस के इस युवा गेंदबाज ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ अपने डेब्यू में शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट झटके और इतिहास रच दिया। पंजाब के मोहाली जिले के झांझेरी गांव से आने वाले इस खिलाड़ी ने वानखेड़े स्टेडियम में 31 मार्च 2025 को खेले गए मुकाबले में अपनी गेंदबाजी से सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने 3 ओवर में 24 रन देकर 4 विकेट लिया और उनके इस शानदार प्रदर्शन ने मुंबई इंडियंस को 8 विकेट से जीत दिलाई। अश्विनी को “प्लेयर ऑफ द मैच” का भी पुरस्कार भी मिला। IPL 2025 : MI के प्लेयर अश्विनी कुमार की कहानी अश्विनी का यह सफर किसी प्रेरणादायक कहानी से कम नहीं है। मैच से पहले उनकी चर्चा ज्यादा नहीं थी। टॉस के दौरान उनका नाम भी शायद ही किसी ने गंभीरता से लिया हो, लेकिन जब उन्होंने पहली ही गेंद पर KKR के कप्तान अजिंक्या रहाणे को आउट किया, तो सबकी नजरें उन पर टिक गईं। इसके बाद उन्होंने रिंकू सिंह, मनीष पांडे और आंद्रे रसेल जैसे बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।अश्विनी कुमार की गेंदबाजी ने KKR को मात्र 116 रनों पर समेट दिया, जिसे मुंबई ने रायन रिकेल्टन (62 नाबाद) और सूर्यकुमार यादव (29 नाबाद) की शानदार बल्लेबाजी से आसानी से हासिल कर लिया। अश्विनी की तेज रफ़्तार सुर्ख़ियों में है। रायन रिकेल्टन ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “अश्विनी जितना दिखता है, उससे कहीं ज्यादा तेज है। वह बल्लेबाजों को जल्दबाजी में डाल देता है।” रिकेल्टन ने यह भी बताया कि अश्विनी की नई गेंद से स्विंग और पुरानी गेंद के साथ दूसरी रणनीति बनाने की काबिलियत उन्हें खास बनाती है। उनका यह हुनर उन्हें भविष्य का एक बड़ा सितारा बनने की ओर इशारा करती है। अश्विनी ने बताया जीत का राज मैच के बाद अश्विनी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “मेरे लिए यह बहुत बड़ी बात है कि मुझे यह मौका मिला और मैंने अच्छा प्रदर्शन किया। मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा। मैंने बस अपनी प्रक्रिया पर ध्यान दिया और खुश हूं कि यह कामयाब रही।” अपने गांव झांझेरी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां के लोग उनके डेब्यू का इंतजार कर रहे थे, और भगवान की कृपा से उन्होंने सबको गर्व करने का मौका दिया। IPL के इतिहास में भारतीय गेंदबाज के द्वारा डेब्यू मैच में चार विकेट लेने वाला यह पहला रिकॉर्ड है। इससे पहले अश्विनी ने सिर्फ चार सीनियर टी20 मैच खेले थे, लेकिन मुंबई इंडियंस के टैलेंट स्काउट्स ने उनकी क्षमता को पहचाना और उन्हें इस बड़े मंच पर मौका दिया। उनकी मेहनत और लगन ने साबित कर दिया कि छोटे शहरों से भी बड़े सपने पूरे हो सकते हैं। ALSO READ : Mohali Court : येशू-येशू वाले पादरी को मोहाली कोर्ट ने सुनाई सजा, उम्रकैद WATCH : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
Mohali Court : येशू-येशू वाले पादरी को मोहाली कोर्ट ने सुनाई सजा, उम्रकैद

पंजाब। Mohali Court ने 1 अप्रैल 2025 को येशू-येशू वाले पादरी बजिंदर सिंह को सजा सुनाई। Mohali Court ने फैसला सुनाते हुए, पादरी को उम्रकैद की सजा दी है। इस फैसले के बाद मोहाली कोर्ट के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। कोर्ट ने तीन दिन पहले ही बजिंदर सिंह को दोषी करार दिया था। विदेश में बसना चाहती थी महिला बजिंदर सिंह पर आरोप है कि उसने एक महिला को विदेश में बसाने के नाम पर उसे अपने घर ले गया। वहां महिला के साथ रेप किया और उसका वीडियो बनाया। महिला के विरोध करने के बाद बजिंदर ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। महिला ने बताया कि पादरी ने उसके वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड करने की भी धमकी दी थी। Mohali Court : पादरी ने पत्नी और बच्चों का लिया सहारा कोर्ट में बजिंदर ने सजा से बचने के लिए कई बहाने बनाये, उसने इस दौरान अपने बच्चों और अपनी पत्नी का भी सहारा लिया। उसने कोर्ट में कहा कि उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं, उसकी पत्नी बीमार है। उसने कोर्ट के सामने अपनी टांग में पड़े रॉड का भी जिक्र किया। कोर्ट ने पादरी बजिंदर सिंह की सभी दलीलों को ख़ारिज करते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। पीड़ता और उनके पति का बयान पीड़िता ने कोर्ट के फैसले पर संतुष्टि जताई, लेकिन यह भी कहा कि यह मामला पिछले 8 वर्षों से पड़ा था, पुलिस, कोर्ट और वकीलों ने इसमें जान डालने का काम किया। पीड़िता के पति ने कहा कि बरी हुए लोगों को सजा दिलाने के लिए हायर कोर्ट का रुख करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे पहले बजिंदर ने केस वापस लेने का दवाब बनाया था। धमकाने से बात नहीं बनी तो 5 करोड़ का लालच भी दिया, लेकिन हमनें उसे ठुकरा दिया। बता दें कि मोहाली कोर्ट ने बाकी 5 आरोपियों, पादरी जतिंदर कुमार, अकबर भट्टी, राजेश चौधरी, सितार अली और संदीप पहलवान को बरी कर दिया है। पीड़ता के पति ने कहा है कि बरी हुए लोगों के को सजा दिलवाने के लिए हायर कोर्ट जाएंगे। Also Read : Financial Year 2025-26 : क्या बदला, क्या सस्ता-महंगा हुआ? Watch : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
Financial Year 2025-26 : क्या बदला, क्या सस्ता-महंगा हुआ?

Financial Year 2025-26 : 1 अप्रैल 2025 से नए वित्तीय वर्ष 2025-26 (Financial Year 2025-26) की शुरुआत के साथ ही देश में कई बड़े बदलाव प्रभावी हो गए हैं। इन बदलावों का असर आम जनता की जेब और रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ना तय है। बैंकिंग, टैक्स प्रणाली, डिजिटल लेनदेन और अन्य सेवाओं से जुड़े ये नए नियम सरकार की नीतियों का हिस्सा हैं, जो आर्थिक सुधार और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए लाए गए हैं। आइए, इन बदलावों पर विस्तार से नजर डालते हैं। Financial Year 2025-26 : कर नियमों में बदलाव नए वित्त वर्ष के साथ आयकर नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं। नई कर प्रणाली में अब 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसके साथ ही, स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा को बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया गया है, जिससे करदाताओं को अतिरिक्त लाभ मिलेगा। वहीं, मकान मालिकों के लिए किराए से होने वाली आय पर टैक्स छूट की सीमा 2.5 लाख से बढ़ाकर 6 लाख रुपये कर दी गई है। TDS और डिविडेंड पर राहत डिविडेंड और म्यूचुअल फंड से होने वाली आय पर टीडीएस (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) की सीमा में भी बदलाव हुआ है। पहले यह सीमा 5,000 रुपये थी, जिसे अब बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब 10,000 रुपये से कम की डिविडेंड आय पर टीडीएस नहीं काटा जाएगा, जिससे छोटे निवेशकों को राहत मिलेगी। डिविडेंड क्या होता है ? डिविडेंड आय, कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को उनके शेयरों में निवेश के लिए दिए जाने वाले लाभ का हिस्सा है, जिसे कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा निर्धारित किया जाता है। जब कंपनी लाभ कमाती है, तो वह अपने शेयरधारकों को लाभ का कुछ हिस्सा (डिविडेंड) के रूप में वितरित कर सकती है। UPI और डिजिटल लेनदेन डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए UPI से जुड़े नियमों में भी बदलाव किया गया है। अब 1 अप्रैल से बड़े ट्रांजैक्शन पर अतिरिक्त शुल्क लग सकता है। हालांकि, छोटे लेनदेन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने UPI के जरिए छोटे भुगतानों को मुफ्त रखने का फैसला किया है। इसके अलावा, 50,000 रुपये से अधिक के चेक भुगतान के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम अनिवार्य कर दिया गया है। इस सिस्टम के तहत चेक की जानकारी पहले बैंक को देनी होगी, जिससे धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी आएगी। एलपीजी (LPG) सिलेंडर की कीमतें हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा होती है। 1 अप्रैल 2025 को भी इसमें बदलाव संभव हैं। तेल कंपनियों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर सिलेंडर महंगा या सस्ता हो सकता है। आम जनता को इसकी जानकारी आधिकारिक घोषणा के बाद ही मिलेगी। अन्य बदलाव सेविंग अकाउंट और क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में भी कुछ संशोधन हुए हैं। कई बैंकों ने न्यूनतम बैलेंस की सीमा बढ़ा दी है, जिसका असर उन खाताधारकों पर पड़ेगा जो कम बैलेंस रखते हैं। वहीं, क्रेडिट कार्ड से लेनदेन पर लगने वाले शुल्क में भी मामूली बढ़ोतरी की जा सकती है। 1 अप्रैल 2025 से लागू ये बदलाव जहां कुछ लोगों के लिए राहत लेकर आए हैं, वहीं कुछ मामलों में जेब पर बोझ भी बढ़ा सकते हैं। करदाताओं और निवेशकों को नए नियमों का लाभ उठाने के लिए अपनी वित्तीय योजना को अपडेट करना जरूरी है। सरकार का उद्देश्य इन बदलावों के जरिए डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। ALSO READ : CM राइज स्कूल का बदला नाम,अंग्रेज़ों के समय का लगता था Watch : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
CM राइज स्कूल का बदला नाम,अंग्रेज़ों के समय का लगता था

CM Rise School Name Changes : ‘एमपी अजब है, सबसे गजब है’ मध्य प्रदेश टूरिज्म के जिंगल की ये लाइन मध्य प्रदेश के लिए सटीक बैठ रही है। प्रदेश में पिछले कई महीनों में, कई नाम बदल दिए गए। रेलवे स्टेशन का नाम बदला, मुस्लिम गांवों का नाम बदला, कुलपति से कुलगुरु हो गए और नायब तहसीलदार, नायाब तहसीलदार बन गए। मोहन सरकार ने बेरोगारों को भी नहीं बख्शा, प्रदेश में अब एक भी बेरोज़गार नहीं हैं। जी हाँ, सही पढ़ा आपने मध्य प्रदेश अब बेरोज़गार मुक्त प्रदेश बन चूका है, क्यूंकि अब नौकरी माँगने वाले बेरोज़गारों का नाम बदलकर सरकार ने ‘आकांक्षी युवा’ कर दिया है। इसी कड़ी में CM राइज स्कूल का भी नाम बदला और ‘सांदीपनि स्कूल’ कर दिया गया। CM ने कहा, अंग्रेज़ों के ज़माने का लगता था नाम 1 अप्रैल 2025 से मध्य प्रदेश में ‘स्कूल चले हम’ अभियान 2025 का आगाज़ होने जा रहा है। इसी मौके पर भोपाल के शासकीय नवीन उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय अरेरा कॉलोनी (ओल्ड कैंपियन) के राज्यस्तरीय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में CM मोहन यादव भी पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सीएम राइज स्कूल का नाम बदलकर ‘सांदीपनि स्कूल’ रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा, यह नाम अंग्रेज़ों के समय का लगता था, इसलिए इसे बदलकर सांदीपनि ऋषि के नाम पर रखा गया है। सरकारी स्कूलों की शिक्षा किसी से कमतर नहीं – CM CM मोहन यादव ने कार्यक्रम के दौरन वहां उपस्थित छात्र -छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में शिक्षा किसी भी कीमत पर बाधित नहीं होनी चाहिए। सरकारी स्कूलों से पढ़कर भी कई महान व्यक्तित्वों ने अपना नाम किया है। उन्होंने कहा, सरकारी स्कूलों की शिक्षा किसी से कमतर नहीं है साथ ही छात्रों को कड़ी मेहनत और परिश्रम से सफलता प्राप्त करने की बात कही। ALSO READ : Eid के मौके पर फिलिस्तीन को लेकर छिड़ा विवाद, वीडियो हुआ वायरल WATCH : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
Liquour Ban : मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थलों में शराब पर लगा प्रतिबंध…

Liquor Ban : मध्य प्रदेश सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए राज्य के 19 प्रमुख धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला 31 मार्च 2025 की मध्यरात्रि से सभी स्थानों पर लागू हो जाएगा। मुख्यमंत्री के इस कदम का मुख्य उद्देश्य धार्मिक स्थानों की पवित्रता को बनाए रखना और श्रद्धालुओं के लिए एक शुद्ध वातावरण सुनिश्चित करना है। Liquor Ban : यहाँ बंद होंगी शराब की दुकानें इस प्रतिबंध के तहत उज्जैन, ओंकारेश्वर, मैहर, चित्रकूट, ओरछा जैसे प्रमुख धार्मिक नगरों में शराब की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया गया है। जानकारी के अनुसार, 19 स्थानों पर कुल 47 शराब की दुकानें बंद की गई हैं। सरकार ने कहा है कि इन दुकानों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित नहीं किया जाएगा, बल्कि इन्हें पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। CM मोहन यादव का यह निर्णय धार्मिक स्थलों की पवित्रता और पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कालभैरव मंदिर और शराब चढ़ावे पर विवाद हालांकि, इस प्रतिबंध के बीच उज्जैन के कालभैरव मंदिर में शराब चढ़ाने की परंपरा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कालभैरव मंदिर में शराब चढ़ाने की प्रथा सदियों पुरानी है और इसे भक्तों की आस्था का हिस्सा माना जाता है। मंदिर समिति ने इस मुद्दे पर स्पष्टता के लिए सरकार को पत्र लिखा था, लेकिन फिलहाल उसका कोई जवाब नहीं मिला है। सरकार की चुप्पी ने स्थानीय लोगों और पुजारियों के बीच बहस छेड़ दी है। कुछ का मानना है कि धार्मिक परंपराओं को छूट दी जानी चाहिए, जबकि अन्य इसे प्रतिबंध के दायरे में शामिल करने की वकालत कर रहे हैं। शराब व्यवसाय से जुड़े लोग हुए नाराज एक तरफ इस फैसले का स्वागत धार्मिक संगठनों और तीर्थयात्रियों ने द्वारा किया गया है, तो वहीं शराब व्यवसाय से जुड़े लोगों में नाराजगी साफ दिख रही है। व्यापारियों का कहना है कि इससे उनकी आजीविका पर असर पड़ेगा। दूसरी ओर, आम जनता सरकार के इस फैसले का सर्मथन कर रही है, क्योंकि इससे धार्मिक स्थलों पर शांति और स्वच्छता बढ़ेगी। फिलहाल सरकार ने व्यापारियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की कोई घोषणा नहीं की है। ALSO READ : Abdul Rehman Death : Hafiz Saeed का करीबी रिश्तेदार अब्दुल रहमान मारा गया… WATCH : https://youtu.be/0g83K8Z2dMQ?si=Pn1ZW5Or2MDKpYMB
Abdul Rehman Death : Hafiz Saeed का करीबी रिश्तेदार अब्दुल रहमान मारा गया…

Abdul Rehman Death : 31 मार्च 2025 को पाकिस्तान के कराची में एक सनसनीखेज घटना ने सुर्खियां बटोरीं, जब लश्कर-ए-तैयबा के फाइनेंसर और कुख्यात आतंकी हाफिज सईद के करीबी रिश्तेदार अब्दुल रहमान की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना ईद के मौके पर हुई, जब कराची की सड़कों पर दो मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने अब्दुल रहमान पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। Abdul Rehman का Hafiz Saeed के साथ गहरा रिश्ता अब्दुल रहमान को लश्कर-ए-तैयबा के लिए धन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला माना जाता था। अब्दुल का कनेक्शन 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद के साथ भी था, जो भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी है। यह हत्या कराची के एक व्यस्त इलाके में हुई, जहां हमलावरों ने सुनियोजित तरीके से अब्दुल रहमान को निशाना बनाया। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें साफ़ नजर आ रहा है कि हमलावर हमले के बाद मौके से फरार हो गए। लश्कर-ए-तैयबा के लिए करता था फंडिंग अब्दुल रहमान का लश्कर-ए-तैयबा के संचालन में अहम योगदान था। वह संगठन के लिए फंडिंग के नेटवर्क को संभालता था, जिससे आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता था। उसकी हत्या को आतंक के खिलाफ एक बड़े प्रहार के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन यह सवाल भी उठता है कि क्या यह हमला किसी आंतरिक विवाद का नतीजा है या फिर किसी बाहरी ताकत की साजिश। आतंकियों की रहस्यमयी हत्याएं हाल के महीनों में पाकिस्तान में कई आतंकियों की रहस्यमयी हत्याएं हुई हैं, जिसमें लश्कर और अन्य संगठनों के बड़े नाम शामिल हैं। अब्दुल रहमान की मौत इस कड़ी में एक और नाम जोड़ती है। यह घटना उस समय हुई, जब हाफिज सईद खुद पाकिस्तान की जेल में कैद है। हालांकि, उसकी गिरफ्तारी के बावजूद लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियां कम नहीं हुई थीं। अब्दुल रहमान जैसे लोग संगठन को आर्थिक रूप से मजबूत करने में जुटे थे। उसकी हत्या से लश्कर के फंडिंग नेटवर्क को गहरा झटका लग सकता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला पाकिस्तान के भीतर आतंकी संगठनों के खिलाफ बढ़ते दबाव का परिणाम हो सकता है, जबकि अन्य इसे आपसी रंजिश या बदले की कार्रवाई मान रहे हैं। हालांकि, हमलावरों की पहचान और उनके मकसद का खुलासा अभी बाकी है। यह घटना वैश्विक आतंकवाद के बदलते स्वरूप को भी उजागर करती है। ALSO READ : Eid के मौके पर फिलिस्तीन को लेकर छिड़ा विवाद, वीडियो हुआ वायरल WATCH : https://youtu.be/0g83K8Z2dMQ?si=Pn1ZW5Or2MDKpYMB
Eid के मौके पर फिलिस्तीन को लेकर छिड़ा विवाद, वीडियो हुआ वायरल

Protest On Eid : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुस्लिम समुदाय के द्वारा फिलिस्तीन के झंडे लहराए गए। Eid के मौके पर नमाज अदा करने के बाद फिलिस्तीन के लोगों के लिए दुआएं मांगी गयीं। काली पट्टी बांधकर वक़्फ़ बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया गया। इस प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीति के गलियारों में धुआँ उठना शरू हो गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो भोपाल में एक तरफ नमाज अदा कर देश और दुनिया की सलामती के लिए दुआ मांगी जा रही थी तो वहीं दूसरी तरफ कुछ मुसलमान फिलिस्तीन के समर्थन में उतर आये। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में एक युवक “I STAND WITH PALESTINE” का बैनर लिए नजर आया। उस बैनर पर फिलिस्तीन का झंडा भी बना हुआ है। वीडियो में युवक फिलिस्तीन की आजादी की मांग कर रहा है। Eid के मौके पर रामेश्वर शर्मा की नसीहत फिलिस्तीन की चिंता करने और उसकी आजादी की मांग करने वाले युवक पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने करारा तंज कसा है। उन्होंने कहा, फिलिस्तीन के झंडे लेकर नमाज पढ़ना ना तो खुदा की इबादत है और ना ही राष्ट्रभक्ति। कभी इन्होंने हिंदुस्तान का तिरंगा लेकर नमाज पढ़ी है, ऐसा काम करिए जो हिंदुस्तान में पसंद किया जाए। उन्होंने आगे कहा, “नमाज करने की जगह को बंदगी का केंद्र रहने दो, इसपर राजनीति करने की आवश्यकता नहीं है।” विश्वास सारंग ने की टिपण्णी भाजपा के मंत्री विश्वास सारंग ने भी फिलिस्तीन का समर्थन करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा, हिंदुस्तान की खा रहे हो तो हिंदुस्तान की बात करो। देश को तोड़ने की साजिश बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा, जब देश में पुलवामा हमला हुआ, जब मुंबई अटैक हुआ, जब बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार हुए तब इनलोगों ने काली पट्टी बांधकर विरोध नहीं किया। ALSO READ : Bhopal Love Jihad : मुस्लिम युवक ने हिन्दू लड़की को किया आत्महत्या के लिए मजबूर WATCH : https://youtu.be/0g83K8Z2dMQ?si=Pn1ZW5Or2MDKpYMB
Meerut Clash On Eid : ईद के मौके पर दो मुस्लिम पक्ष भिड़े…लाठी भी चली, पथराव भी हुआ

Meerut Clash On Eid : ईद के मौके पर जहां एक तरफ जश्न का माहौल है, वहीं उत्तर प्रदेश के मेरठ में मुस्लिम समुदाय के दो पक्ष आपस में भीड़ गए। सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों के बीच हुए विवाद का वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग एक दूसरे पर पथराव करते नजर आ रहे हैं। Meerut Clash : ईद के मौके पर विवाद सोमवार (31 मार्च, 2025) को मेरठ में एक ही समुदाय के दो लोगों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले। इस विवाद में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथरों से भी हमला किया। जानकारी के मुताबिक मारपीट का कारन बच्चों के बीच हुए विवाद को बताया जा रहा है। इस मारपीट के दौरान दोनों पक्षों के लोग घायल भी हुए हैं। दो पक्षों के लोग मुस्लिम समुदाय के ही थे। पुलिस ने लिया एक्शन जब इस घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को मिली तब पुलिस ने मौके पर पहुंचते ही हालत को काबू कर लिया। इस घटना के बाद दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे पर FIR दर्ज़ करवाया है। पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में भी लिया। मारपीट में घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यह घटना सिवालखास इलाके बतायी जा रही है। इस घटना के बाद SP देहात राकेश कुमार ने बताया कि नाजिम और जाहिद नाम के दो व्यक्ति देर शाम बाजार में गए थे, जाहिद की किसी से कहासुनी हुई जिसके बाद नाजिम ने गाली देने से जाहिद को मना किया, आज ईद की नमाज होने के बाद दोनों पक्ष के बीच एक बार फिर से कहासुनी हुई, जिसके बाद पथराव हो गया। ALSO READ : Bhopal Love Jihad : मुस्लिम युवक ने हिन्दू लड़की को किया आत्महत्या के लिए मजबूर WATCH : https://youtu.be/0g83K8Z2dMQ?si=Pn1ZW5Or2MDKpYMB
Waqf Amendment Bill Protest : “कश्मीर में पंडितों पर अत्याचार हुआ तब पट्टी नहीं बांधी…”

Waqf Amendment Bill Protest : देश समेत मध्य प्रदेश भी ईद के जश्न में सराबोर है, लेकिन इस जश्न के मौके पर कुछ लोगों ने इसमें खलल डालने का भी काम किया। प्रदेश की राजधानी भोपाल के ताज उल मसाजिद, जामा मस्जिद और मोती मस्जिद सहित अन्य मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। हर साल की तरह इस साल भी नमाज का ऐलान तोप से गोला दागकर किया गया। नमाज से पहले काजी मुश्ताक अली नदवी ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा, करैक्टर और क्वालिटी पैदा करो, नशे से दूर रहो। हलाल और हराम में फर्क करना सीखो। अपने बच्चों को अच्छी तालीम दो। Waqf Amendment Bill Protest : काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन एक तरफ लोगों ने ईद के मौके पर देश और दुनिया में शांति की दुआ मांगी तो वहीं कुछ लोग अपने हाथों पर पट्टी बांधकर प्रदर्शन के लिए उतरे। भोपाल के ईदगाह और अन्य मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने वक़्फ़ संसोधन अधिनियम 2024 के खिलाफ प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का कहना है कि यदि यह बिल पास हो गया तो मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तान जैसी सम्पतियों से समुदाय का अधिकार खत्म हो जाएगा। वहीं मस्जिद के बाहर कुछ लोगों ने फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाए, फिलिस्तीन का झंडा लेकर फिलिस्तीन के लोगों के लिए दुआ मांगी। विश्वास सारंग का पलटवार, उन्माद बर्दास्त नहीं मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोग फिलिस्तीन का बैनर लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके बाद प्रदेश की राजनीति गरमाई हुयी है। मंत्री कैलाश विश्वास सारंग ने प्रदेश और देश में उन्माद फ़ैलाने वालों को साफ़ चेतावनी देते हुए कहा, जो लोग फिर से उन्माद शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें बर्दास्त नहीं किया जाएगा। मंत्री ने कांग्रेस और प्रियंका गाँधी को इसका जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा, इसकी शुरुआत संसद में प्रियंका गाँधी ने की थी। फिलिस्तीन के पक्ष में बैग लेकर इस भावना को उज्ज्वलित करने का काम किया था। उन्होंने कहा, कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीती कर रही है। बांग्लादेश में जब हिन्दुओं पर अत्याचार होते हैं तब उन्हें उनके समर्थन में बैग लेने की याद नहीं रहती। मंत्री ने आराजकता फैलाने वालों को एक सलाह भी दी और कहा “यदि हिंदुस्तान की खा रहे हैं तो हिंदुस्तान के ही बारे में सोंचें। फ़िरक़ा-परस्ती की मानसिकता अब इस देश में बर्दास्त नहीं की जायेगी।” विश्वास सारंग ने कहा, देश को तोड़ने की कोशिश… मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा वक़्फ़ संसोधन अधिनियम 2024 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस विषय पर भी मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया को अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, कानून को बिना पढ़े हुए इस तरह का विरोध प्रदर्शन देश को तोड़ने की मानसिकता का परिचायक है। आपने काली पट्टी तब नहीं बाँधी जब पुलवामा में सेना पर अटैक हुआ, तब नहीं बाँधी जब बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ अत्याचार हुए। वक़्फ़ बोर्ड से किस गरीब मुस्लमान का फायदा हो रहा है? मुस्लिम नेताओं ने Waqf की जमीन पर कब्ज़ा किया मंत्री ने Waqf Amendment Bill को लेकर कहा, इस बिल के बार में अफवाहें फैलाकर गरीब मुसलमानों को गुमराह किया जा रहा है। वक्फ बोर्ड से केवल बेजा कब्जा करने वाले अमीर मुस्लिम नेताओं को फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा, यह विरोध प्रदर्शन तब होना चाहिए था, जब पुलवामा में देश के सैनिकों पर हमला हुआ था। ALSO READ : Salman Khan की घड़ी पर छिड़ा विवाद, Rameshwar Sharma ने दिया जवाब WATCH : https://youtu.be/0g83K8Z2dMQ?si=Pn1ZW5Or2MDKpYMB