जानिए कब लगाई जाएगी आचार संहिता
छत्तीसगढ़ ,राजस्थान ,मध्यप्रदेश ,तेलंगाना और मिज़ोरम इन पांच राज्यों में साल के अंत यानी नवंबर तक चुनाव होने वाले हैं चुनाव को लेकर पार्टियों की तैयारी ज़ोरों पर हैं वही यह अटकलें लगाई जा रही है कि आचार संहिता कब तक लगाई जा सकती है। चुनाव आयोग भी अपनी तैयारी के अंतिम चरण में है इसके बाद आधिकारिक रूप से चुनाव की तारीखों के ऐलान एवं आचार संहिता लगने का इंतज़ार किया जा रहा है। कब लगाई जाएगी आचार संहिता मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनावी गहमा गहमी के बीच चुनाव की उलटी गिनती अब शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में जल्द ही चुनाव की तारीखे सामने आने वाली है चुनावी पोस्टर्स और बैनर्स उतरवाने की तैयारी शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक 10 अक्टूबर को चुनावों की तारीखों का ऐलान हो सकता है वहीं 6 अक्टूबर के आस पास से प्रदेश में अचार संहिता लगाई जा सकती हैं। विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। फिलहाल आधिकारिक ऐलान का इंतजार किया जा रहा है। माना यह भी जा रहा है की आगामी 10 दिन के अंदर इसका भी ऐलान हो जाएगा। इन पाँच राज्यों में एक साथ लगेगी आचार संहिता चुनाव आयोग द्वारा 4 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए फाईनल सूचि का प्रकाशन कर दिया गया है। साथ ही चुनाव आयोग द्वारा नए वोटर्स के नाम जोड़ने व हटाने के साथ-साथ वोटर लिस्ट अपडेट करने का काम भी पूरा हो गया है। इससे ये कहा जा सकता है की मध्यप्रदेश में चुनाव की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। आपको बता दें पूर्व आंकड़ों के मुताबिक यह अनुमान लगाए जा रहे हैं की चुनाव एक ही चरण में पूरा होगा और साथ ही नवंबर के अंत तक आपको इन पाँचों प्रदेशों में अपके नए मुख्यमंत्रियों के चेहरे देखने को भी मिल जायेंगे। जहां इन पांचों राज्यों में एक साथ चुनाव कराने की तैयारी चल रही है वहीं साथ ही में इन राज्यों में अचार संहिता भी लगाई जायेंगी और एक ही साथ यानी एक ही दिन इन प्रदेशों में मतगणना के नतीजे भी निकाले जायेंगे। ये भी पढ़ें- कांग्रेस पार्टी को मिला दूसरा बड़ा झटका,इस नेता ने किया पार्टि को अलविदा
कांग्रेस पार्टी को मिला दूसरा बड़ा झटका,इस नेता ने किया पार्टी को अलविदा
एैसा लग रहा है मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी बदलों आंदोलन चल रहा है. कभी कोई नेता कांग्रेस पार्टी छोड़ रहा है, तो कभी कोई भाजपा पार्टी छोड़ कांग्रेस में जा रहा है. अभी कांग्रेस का एक गम खत्म नही हुआ था कि एक और गम झेलने को मिल गया. पिछले दिनों बुंदेलखंड के सागर से कांग्रेस पार्टी के नेता ने कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. 5 साल पहले ली थी कांग्रेस पार्टि की सदस्यता कल शाम देरी से एक खबर आई की दमोह जिले के दिग्गज नेता राघवेंद्र सिंह लोधी 5 साल बाद वापस भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए है. आपको बता दे कि सोमवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के क्षत्रिय संगठन महामंत्री अजय जमवाल, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद के देख रेख में राघवेंद्र सिंह लोधी ने भारतीय जनता पार्टी में वापसी की है. 2018 के विधानसभा चुनाव में दमोह जिले की जबेरा विधानसभा सीट से टिकट नहीं मिलने से राघवेंद्र सिंह लोधी कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे. भारतीय जनता पार्टी को डर है कि वे भितरघात के कारण कहीं पीछे न हो जांए. इसी बड़े कारण के चलते राघवेंद्र सिंह को वापस पार्टी में लाया गया है. राघवेंद्र सिंह लोधी को पार्टी में लाने के पीछे बीजेपी की लोधी वोटों पर खासी नजर है. कांग्रेस पार्टि के इस नेता पर लगाए टिकट ना मिलने का आरोप राघवेंद्र सिंह ने बताया कि जब वह पिछले विधानसभा चुनाव में जबेरा विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे थे. लेकिन उनकी जगह पार्टी ने धर्मेंद्र सिंह को विधानसभा चुनाव का टिकट दे दिया. लेकिन राघवेंद्र सिंह ने भी पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे थे. उस चुनाव में राघवेंद्र को 21751 वोट मिले थे. जबेरा विधानसभा सीट से टिकट न मिलने से नाराज राघवेंद्र सिंह ने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल पर कई बड़े आरोप लगाए थे. उन्होनें बताया था कि मेरा टिकट सिर्फ और सिर्फ सांसद के कारण काटा गया है. राघवेंद्र बोलें उनको यह जानना जरूरी है कि वह सांसद बने तो सिर्फ जनता के वोट और ताकत कि वजह से. तुम सिर्फ जाति और भाग्य की राजनीति करने वाले नेता हो”. ये भी पढ़ें- सीएम शिवराज सिंह पहुंचे रायसेन , विकास कार्यों का किया शिलान्यास
सीएम शिवराज ने इंदौर के बाद भोपाल को दी मेट्रो की सौगात
चुनावों से पहले सर्कार प्रदेश और राजधानी को अलग -अलग मौके पर सौगात दे रही है। प्रदेश की शिवराज सरकार ने एक ऐसी ही सौगात मंगलवार को भोपाल को दी । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल मेट्रो को हरी झंडी दिखाई और ट्रायल रन का शुभारभं किया। इस दौरान शिवराज सिंह ने कहा कि,” मेट्रो यहीं नहीं रुकेगी। इसका विस्तार कर मंडीदीप भी ले जाएंगे, जरूरत पड़ी तो सीहोर और विदिशा भी ले जाएंगे।” उन्होंने मेट्रो से सुभाष नगर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक सफर किया। शिवराज सिंह ने याद किया बचपन सीएम शिवराज ने अपने बचपन को याद किया कहा, “मैं बचपन से भोपाल आता था। पहले यहां तांगा चलता था। पहले छोटा सा भोपाल था। तांगे वाला भोपाल था। तांगे से आगे बढ़े तो भट्ट सूअर आए। इसके बाद छोटे ऑटो आएं। टैक्सियां चलीं। फिर स्मार्ट बस चलीं। अब हम सफर तय कर रहे हैं तांगे से लेकर मेट्रो तक का।” सीएम शिवराज ने कहा, पहले हमारा मजाक उड़ाते थे कि कहां मेट्रो चलेगी, लेकिन जो हमने कहा था वो किया। गड्ढों वाला मध्यप्रदेश मेट्रो वाला हो गया है। मेट्रो में कार वाला, दोपहिया वाला भी सफर करेगा। ये सभी को एक समान बना देगी। मेट्रो स्टेशनों को सजाया गया बता दे,मेट्रो पांच स्टेशनों से गुज़री , लेकिन सुभाष नगर स्टेशन से चली और आरकेएमपी स्टेशन लास्ट स्टॉपेज है। मुख्यमंत्री चौहान सुभाषनगर स्टेशन से मेट्रो में सवार हुए और आरकेएमपी स्टेशन पर उतरे। इसलिए इन दोनों स्टेशनों को सजाया गया । सुभाषनगर स्टेशन पर एस्केलेटर, सीढ़ियां और फुटओवर ब्रिज का काम पूरा कर लिया गया। मेट्रो कोच और स्टेशन को फूलों से सजाया गया। उधर, डिपो में बड़ा सा डोम बनाया गया जहां कार्यक्रम को मुख्यमंत्री ने संबोधित किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ चिकित्सा शिक्षामंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय, विधायक कृष्ण गौर, रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, भाजपा के उम्मीदवार व पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंंह व पूर्व महापौर आलोक शर्मा के अलावा मेट्रो की तकनीकी टीम और अधिकारियों ने भी यात्रा की। ये भी पढ़ें- फिर नजर आई कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी,अपनी ही कार्यकर्ता से की मारपीट
आज राजधानी भोपाल में हुआ देश का सबसे बड़ा एयर शो
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (झीलों का शहर) में भारतीय वायुसेना का देश का सबसे बड़ा एयर शो हुआ। यह खास शो भारतीय वायुसेना के 91 वें स्थापना दिवस के मौके पर किया गया था. इस में होने वाले करतब को देखने के लिए बड़ी संख्या में बड़े तालाब पहुचें. इस शो में बड़े तालाब के आसपास के इलाकों से लेकर, भोपाल समेत प्रदेश और देश भर से लाखों लोग यहां देश के जांबाजों के अनोखा करतब देखने आए थे. वायू सेना के ये लड़ाकू विमान हुए शामिल जानकारी के मुताबिक इस शो में वायु सेना के लड़ाकू विमान तेजस, मिराज 2000, सूर्य किरण, चिनूक हेलिकॉप्टर समेत 65 लड़ाकू विमान शौर्य दिखाते नजर आए थे. इस शो में भारतीय वायु सेना का गौरव ‘चिनूक’ नामक हेलिकॉप्टर भी शामिल था. पहले चिनूक हेलिकॉप्टर के उड़ान भरने के बाद ध्वज फॉर्मेशन में 4 चेतक हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी। Mi-17 V-5 हेलिकॉप्टर्स से आकाश गंगा टीम के 10 सदस्यों ने 7500 फीट की ऊंचाई से बड़े तालाब में पैराशूट से स्काई डाइविंग की। भोपाल :आसमान में बनाया त्रिशूल का आकार एयरक्राफ्ट ने प्रदर्शन कर आसमान में त्रिशूल का आकार बनाया। आपको बता दे कि इस शो को चलते आज भोपाल में कई जगहों पर ट्राफिक जाम लग गया था. जिसके कारण आने जाने वाले लोगों को समस्या हो रही थी. इस शो को देखने के लिए VIP रोड, वन विहार से लेकर राजा भोज सेतु तक दर्शकों की भारी भीड़ लग गई थी. सबसे अद्भुत दृश्य वह लगा जब 9 सूर्य किरण विमान ने 6000 फीट की ऊंचाई पर डायमंड शेप बनाया. और दो चिनूक हेलिकॉप्टर ने बड़े तालाब पर पानी से कुछ फीट ऊपर पोजिशन होल्ड की फिर हेलिकॉप्टर ने राउंड गलाए. आज का दिन भोपाल के साथ-साथ पुरे देशवासियों के लिए गौरव की बात है. ये भी पढ़ें- विपक्ष में विजयवर्गीय को देख क्यों घबराए संजय शुक्ला
विपक्ष में विजयवर्गीय को देख क्यों घबराए संजय शुक्ला
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नज़दीक आ रहा , बीजेपी एक के बाद दांव खेल रही और विपक्ष को समझने का मौका भी नहीं मिल रहा। पहले केंद्रीय मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारना , फिर उत्तर प्रदेश के बड़े नेताओं को एमपी चुनाव की ज़िम्मेदारी देना। चुनाव को लेकर सपा ने भी सूची जारी दी , लेकिन कांग्रेस अभी तक मंथन में ही जुटी है हालाँकि अक्टूबर के पहले सप्ताह में लिस्ट आने की सम्भावना जताई जा रही है।इसी बीच संजय शुक्ला और विजयवर्गीय के बीच हो रहा है महामुकाबला. ये भी पढ़ें- कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर लगाया विवेक अग्निहोत्री ने ये आरोप अब तक बीजेपी की तीनो सूची खास रही लेकिन 39 प्रत्याशियों की दूसरी सूची ने चुनावी मैदान को हिला कर रखा है। दरअसल इस सूची में कई चौंकाने वाले नाम शामिल हैं। उनमें से एक नाम राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का है। दरअसल , बीजेपी ने विजयवर्गीय को विधानसभा क्षेत्र इंदौर -1 से उम्मीदवार बनाया है। विजयवर्गीय के कारण यह हॉट सीट बन गया है और सभी हैरत में है। इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने 2018 विधानसभा चुनाव जीतने वाले संजय शुक्ला को मैदान में उतारा है। संजय शुक्ला ने दिया था ये बयान कैलाश विजयवर्गीय की उम्मीदवारी के एक दिन बाद विधायक संजय शुक्ला का बयान सामने आया है। उनके इस बयान से दिखता है कि कैलाश विजयवर्गीय को विपक्ष में देखकर हिले हुए है। उनका कहना है कि “यह इंदौर ही नहीं, पूरे प्रदेश में BJP के लिए दुर्भाग्य की बात है। जो व्यक्ति प्रदेशभर में टिकट बांटते थे, देश में तो कभी बंगाल में टिकट बांटते थे, अब उनको चुनाव लड़ना पड़ रहा है।JP प्रदेश के अंदर कोई नेता तैयार नहीं कर पाई इसलिए जो केंद्र सरकार के मंत्री, पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री को विधानसभा चुनाव लड़ा रही है। “ संजय शुक्ला ने खुद को बताया विजयवर्गीय का बेटा संजय शुक्ला का कहना है कि , “वो कैलाश विजयवर्गीय को चुनौती ही नहीं मानते है। परिवार में बेटे से बड़ा कोई नहीं होता और कैलाश ने बेटे की ही बलि चढ़ा दी। आपने सुना होगा कि दुनिया में मां-बाप अपने बच्चे को आगे बढ़ाते हैं। यहां विजयवर्गीय ने पहली बार ऐसा काम किया है कि अपने ही बेटे (आकाश) का टिकट काट कर खुद चुनाव लड़ रहे हैं। वो भी उस सीट से चुनाव लड़ने आए हैं, जहां के विधायक के पिता (विष्णुप्रसाद शुक्ला बड़े भैया) ने उनको राजनीति सिखाई हो। ऐसा करके कैलाश विजयवर्गीय चुनाव के लिए दो बेटों की बलि देने को तैयार हो गए हैं।संजय शुक्ला ने खुद को भी विजयवर्गीय का बेटा बताया। हालांकि शुक्ला ने वे यहां आए हैं तो उनका ये बेटा मुंहतोड़ जवाब देगा और पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगा। यह चुनाव मैं नहीं, अब मेरा पूरा परिवार लड़ेगा। जनता ही तय करेगी कि उन्हें समाजसेवी चाहिए या राष्ट्रीय नेता। ये भी पढ़ें- कांग्रेस पार्टी की पहली लिस्ट में शामिल हैं ये बड़े नाम
कांग्रेस पार्टी की पहली लिस्ट में शामिल हैं ये बड़े नाम
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों शोरों से चल रही है. कांग्रेस पार्टी में विधानसभा के लिए उम्मीदवारों के नाम फाइनल किए जा रहे हैं। कांग्रेस ने अपने 150 उम्मीदवारों के नाम की सूची तैयार कि है. अक्टूबर के पहले हफ्ते में कांग्रेस की पहली सूची आएगी। आपको बता दे कि इस बार पार्टि हारी हुई सीटों पर भी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करने वाली है. कांग्रेस के 17 पूर्व मंत्री जिनके टिकट तय है. डॉ गोविंद सिंह लहार से,बाला बच्चन को राजनगर से,ओमकार सिंह मरकाम को डिंडौरी से उमंग सिंगार गंधवानी से, सज्जन सिंह वर्मा को सोनकछ से, विजयलक्ष्मी साधौ को महेश्वर से, प्रियव्रत सिंह खिलचीपुर से,जयवर्धन सिंह राघौगढ़ से, जीतू पटवारी राउ से, सचिन यादव कसरावद से, कमलेश्वर पटेल सिंहावल से शाजापुर – हुकुम सिंह कराड़ा, सुरेंद्र सिंह बघेल कुक्षी, सुखदेव पांसे मुलताई से, हर्ष यादव देवरी से ,तरुण भनोत जबलपुर पश्चिम लखन घनघोरिया जबलपुर पूर्व, लाखन सिंह यादव का भितरवार से टिकट लगभग तय है. कांग्रेस पार्टी में इनके टिकट होंगे सुरक्षित योगेंद्र सिंह बाबा लखनादौन, सुनीता पटेल गाडरवारा, सुनील उईके जुन्नारदेव, कमलेश शाह अमरवाड़ा, सोहनलाल बाल्मीक परासिया, निलेश उईके पांढुर्णा, विजय चौरे सौंसर, सुजीत चौधरी चौरई, निलय डागा बैतूल,ब्रम्हा भलावी घोड़ाडोंगरी, धरमूसिंह टेकाम भैंसदेही, देवेंद्र पटेल उदयपुरा, ब्यावरा से रामचंद्र डांगी, अन्य कई नेता जिनकी टिकट सुरक्षित है. ये भी पढ़ें- कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर लगाया विवेक अग्निहोत्री ने ये आरोप
कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर लगाया विवेक अग्निहोत्री ने ये आरोप
गुरुवार को सिनेमा पर्दों पर रिलीज़ हुई फिल्म “द वैक्सीन वॉर’’ आते ही विवादों में फंस चुकी है. हालाँकि विवेक अग्निहोत्री की ये फिल्म उन भारतीय वैज्ञानिकों पर बेस्ड है जिन्होंने कोवैक्सिन COVID-19वैक्सीन बनाई थी .यह विवाद भारत में फिल्म के रिलीज़ होने से एक दिन पहले से शुरू हुआ है जब कांग्रेस के बड़े सांसद शशि थरूर ने इस कन्वर्सेशन में अपनी इन्टेर्फेरेंस दिखाई शशि थरूर लेंगे लीगल एडवाइस एक्स पर ट्वीट करते हुए शशि थरूर ने कहा हाल ही में एक फिल्म के प्रमोशन के दौरान उन पर विदेशी टीकों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है निर्देशक की ओर से प्रचार के लिए यह बेहद ही सस्ता प्रयास किया गया है यह कहते हुए कि उनहोंने कहा वह इसके खिलाफ लीगल एडवाइस लेंगे, थरूर ने कहा कि यह बेहद ही चिंताजनक है क्योंकि अगर किसी झूठ को बार-बार बोला जाए तो वह कहीं न कहीं लोगों के मन में बैठ जाता है और सच मान लिया जाता है इसके लिए मैं लीगल एडवाइस ले रहा हूँ. बात करे अगर फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री के स्टेटमेंट की तो फिल्ममेकर ने कांग्रेस सासंद शशि थरूर पर सीधे सीधे आरोप लगाए थे कि कोरोना के दौरान संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों ने स्वदेशी टीकों के बजाय विदेशी टीकों को बढ़ावा देने के लिए रिश्वत ली थी. इस दौरान विवेक ने शशि थरूर का भी नाम उस लिस्ट में शामिल किया. फिल्ममेकर ने लगाया काँगेस नेता पर सीधा आरोप विवेक ने कहा था कि उन्हें जवान जैसी फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए लोगों द्वारा पैसे लेने पर कोई अप्पत्ति नहीं है क्योंकि वह एक बिज़नेस है लेकिन एक लीडर द्वारा देश के हित के खिलाफ किए जाने वाली गतिविधियों के खिलाफ रिश्वत लेना उसे बढ़ावा देकर गैरकानूनी अपराध करते है. जब एक जर्नलिस्ट द्वारा उनसे यह सवाल किया गया की वह किसकी बात कर रहे है तो उन्होंने जवाब में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ,यह एक संवैधानिक पद है, श्री शशि थरूर जो एक सांसद सदस्य है यह भी एक संवैधानिक पद है .जब उन्हें कहा गया की वह इन बड़े नेताओं पर रिश्वत का आरोप लगा रहे है तो उन्होंने कहा कि वे सिर्फ सच बोल रहे हैं . इस फिल्म में बड़े बड़े दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर, पल्लवी जोशी, राइमा सेन, अनुपम खेर, गिरिजा ओक, निवेदिता भट्टाचार्य, सप्तमी गौड़ा और मोहन कपूर लीड रोल में हैं. ये भी पढ़ें- उत्तरप्रदेश के इन बीजेपी नेताओं को दी MP चुनाव की जिम्मेदारी
उत्तरप्रदेश के इन बीजेपी नेताओं को दी MP चुनाव की जिम्मेदारी
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे ही एमपी बीजेपी विपक्षी दलों को एक के बाद एक झटके दे रही है.दरअसल हालही में भारतीय जनता पार्टी ने उत्तरप्रदेश के नेताओं को भी एमपी विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारियां देना शुरू कर दिया है. यूपी के इन बीजेपी नेताओं को मिली जिम्मेदारियां पार्टी ने यूपी के 12 मंत्रियों को चुनाव की जिम्मेदारियां सौंपी है.पार्टी ने यूपी के बीजेपी सांसदों और विधायकों की भी ड्यूटी एमपी चुनाव में लगा दी है.इन नेताओं में कई नाम शामिल है .जैसे यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है.,कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को सतना की,परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की बालाघाट में, मंत्री बाबीरानी मौर्य की ग्वालियर में, मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की रायसेन में,मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु की दतिया में,मंत्री कपिल देव अग्रवाल की दमोह में,मंत्री अनिल राजभर की सिवनी में, मंत्री जेपीएस राठौर की भोपाल संभाग में और विधायक पंकज सिंह की विदिशा क्षेत्र में ड्यूटी लगाई गई है. ये भी पढ़ें- ये है समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का एमपी प्लान इसके पहले पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की थी जिसके 3 केंद्रीय मंत्री सहित कई सांसदों के नाम शामिल थे.बीजेपी के इन फैसलों के बाद सभी हैरान है की आखिर क्या है बीजेपी का एमपी प्लान..
ये है समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का एमपी प्लान
मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर बिसात बिछ चुकी है। राजनितिक दलों ने कमर कस ली है और ज़ोर – आज़माइश शुरू करदी है। चुनावी मैदान में जहां बीजेपी के विपक्ष में कांग्रेस ही जूझ रही थी तो वहीं अब आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी अपनी सियासी जमीन तलाश रही हैं। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख राजनीतिक दल है जो लगातार तीन दशक से मध्य प्रदेश में अपने आपको मजबूत करने और पार्टी के विस्तार में लगे हुए हैं। समाजवादी पार्टी भी मध्य प्रदेश के मैदान में सक्रीय मध्य प्रदेश में आचार संहिता लगने से पहले जहां बीजेपी ने जन आशीर्वाद यात्रा निकाली ,कांग्रेस जन आक्रोश यात्रा निकाल रही दोनों दल प्रचार प्रसार कर रहे तो वहीँ अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मध्य प्रदेश के मैदान में सक्रीय हो गए है। अखिलेश ने कुछ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा तो करदी है। अखिलेश यादव खुद चुनाव प्रचार में उतर गए है और बुधवार को दो दिन के दौरे के लिए मध्य प्रदेश पहुंचे है। एम.पी. में चुनावी शंखनाद करते हुए अखिलेश ने 20 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देंगे। बसपा 1990 से और सपा 1998 से मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में ताल ठोंक रहे हैं। दोनों ही पार्टियों को इक्का-दुक्का सीट जीतने का इतिहास रहा है। दोनों ही पार्टियों का थोड़ा बहुत प्रभाव यूपी से सटे इलाकों में है। मध्य प्रदेश के रीवा, सिंगरौली, छतरपुर, भिंड और मुरैना जैसे जिलों में दोनों दल वोटरों को प्रभावित करते रहे हैं। पिछले चुनाव में बसपा और सपा का हाल पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में सपा ने 52 सीटों पर लड़ी 1.30% वोट शेयर के साथ एक सीट जीती। वहीं बसपा 227 सीट पर लड़ी और 5.01% वोट शेयर के साथ दो सीट जीती। अगर पिछले 2019 लोकसभा चुनावों की बात करें तो मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी सिर्फ दो सीटों पर लड़ी थी। एक भी सीट नहीं जीत पायी और मात्र 0.22% वोट शेयर था। जबकि बसपा 25 सीटों पर लड़ी थी और बसपा को भी 2.38% वोट प्रतिशत के साथ ज़ीरो सीट मिली थी। सपा का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2003 में रहा है। इस चुनाव में सपा 161 सीटों पर लड़ी थी जिसमें सात सीटों पर जीत हासिल की थी। सपा का कुल वोट शेयर 5.26 % था. 2003 में बसपा 157 सीट पर लड़ी थी, जिसमें 10.61% वोट शेयर के साथ दो सीटों पर जीत मिली थी। ये भी पढ़ें- अखिलेश यादव देंगे महिलाओं को 6000 रुपए
अखिलेश यादव देंगे महिलाओं को 6000 रुपए
मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पक्ष और विपक्ष ने कमर कस ली है और ज़ोर शोर से प्रचार प्रसार किया जा रहा है।अखिलेश यादव दो दिवसीय दौरे पर मध्य प्रदेश पहुंचे.इसी के साथ सभी पार्टियों ने उम्मीदवारों की सूचि भी निकालनी शुरू कर दी है। बीजेपी ने दो सूचि जारी कर दी तो वहीं समाजवादी पार्टी ने भी छह सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है हालाँकि कांग्रेस ने एक भी सूचि नहीं जारी की है। https://x.com/ANI_MP_CG_RJ/status/1706965593763836032?t=zgcemea6833PFahLYy3Nxw&s=08 दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मी को देखते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव दो दिवसीय दौरे पर मध्य प्रदेश पहुंचे। समाजवादी पार्टी ने बुधवार को मध्यप्रदेश के रीवा से अपना चुनावी अभियान शुरू किया। अभियान के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। ये भी पढ़ें- सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दिए अपनी विदाई के संकेत इसके बाद अखिलेश यादव ने रीवा के सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने बीजेपी की केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि “अभी हाल ही में ये लोग लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण देने का बिल लेकर आए, लेकिन मध्यप्रदेश में जो दो सूची बीजेपी ने जारी की हैं, क्या उसमें 33 फीसदी महिलाओं को टिकट दिया गया है। अखिलेश यादव महिलाओं को देंगे 6 हज़ार रूपए अखिलेश यादव ने कहा कि यदि मध्यप्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनती है तो वे मध्यप्रदेश की गरीब, आदिवासी, पीड़ित महिलाओं को 6 हजार रुपए महीने की राशि देंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान 1 हजार से 3 हजार रुपए देने से नहीं होगा बल्कि महिलाओं को जब 6 हजार रुपए महीना देना होगा, तभी उनको सम्मान मिलेगा। अखिलेश यादव ने महिलाओं के लिए समाजवादी पेंशन लाने की बात भी कही। सपा प्रमुख ने लगाए शिवराज सरकार पर कई आरोप अखिलेश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार और मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर कई आरोप भी लगाए। अखिलेश यादव ने कहा कि” मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार ने महंगाई कम करने, किसानों को फसल का उचित दाम देने, महिलाओं को सुरक्षा देने के कई तरह के वादे किए लेकिन वो पूरे नहीं हुए और अब चुनाव नजदीक आ गए हैं तो लाड़ली बहना योजना के नाम पर महिलाओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।” सूत्रों के मुताबिक ,अखिलेश यादव सपा को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने के प्रयास में है। जिसके लिए वो कांग्रेस पार्टी के साथ हाथ मिलकर कई राज्यों से चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन फ़िलहाल कांग्रेस के साथ सीटों को लेकर कोई सक्रियता नहीं दिख रही। ये भी पढ़ें- गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और पुलिस के बीच मचा बवाल