कांग्रेस पार्टी में इस्तीफा देने का सिलसिलेवार शुरू,उठे विरोध के सुर
लम्बे समय के इंतज़ार के बाद मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा प्रत्याशियों पहली की लिस्ट जारी कर दी गई है जिसमें कुल 144 उम्मीदवारों के नाम शामिल है। सूची जारी होने के बाद लगातार नाखुश नेताओं द्वारा इस्तीफा का दौर शुरू हो गया है। इन नेताओं ने दिया इस्तीफा कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय यादव के बाद ग्वालियर कांग्रेस नेता केदार कंसाना द्वारा भी इस्तीफा दे दिया गया है। नेता केदार कंसाना ने पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अक्स X(पूर्व ट्वीटर) के द्वारा अपना दर्द बयान किया है. लिखा है,”आज बहुत ही मन दुखी है ,30 साल कांग्रेस पार्टी में वफादारी से रहा, आज ग्वालियर ग्रामीण का निर्णय आया है तो ऐसा लगता है वफादारी की कोई कीमत नहीं है सिर्फ धोखा करो पार्टी में उच्च स्थान पाओ , इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक संस्था से इस्तीफ़ा देता हूं। आपको बता दें ये बात साहब सिंह गुर्जर के ग्वालियर ग्रामीण विधान सभा सीट पर उठी, दरअसल नेता साहब सिंह गुर्जर ने हाल ही में बहुजन समाज पार्टी का साथ छोड़ दुबारा कांग्रेस का दमन थामा है और उन्हें इस बार ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है जबकि केदार कंसाना इस सीट के लिए दावेदारी करते थे इसी बात से निराश केदार कंसाना ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। ये भी पढ़ें- इन जगहों पर कांग्रेस ने करी परिवारवाद की राजनीति
उज्ज्जैन संभाग को साधने के लिए कांग्रेस ने इस समाज से खेला दाव
आख़िरकार कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची जारी कर दी। विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होनी वाली है। दरअसल , इस बार कांग्रेस ने भी जातिगत समीकरण को देखते हुए सभी वर्ग के लोगों को मौका दिया है। कांग्रेस ने जैन समाज के चार प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। ख़ास बात यह है कि , जातिगत जनगणना की चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने इस बार जातिगत आंकड़ों को ध्यान में रखकर नाम तय किए हैं। इस बार जैन समाज के वोट को खींचने के लिए कांग्रेस पार्टी ने भी उज्जैन संभाग से ही अभी तक जैन समाज से तीन उम्मीदवारों को टिकट दिया है। पार्टी ने उज्जैन जिले की महिदपुर सीट से दिनेश जैन बॉस को मैदान में उतारा गया है, जबकि मंदसौर से विपिन जैन और मनासा नरेंद्र नाहटा को टिकट दिया गया है। इसी प्रकार बासौदा से निशांक जैन को टिकट दिया गया है। कांग्रेस का फोकस इनपर अभी तक भारतीय जनता पार्टी उज्जैन संभाग से जैन समाज के तीन प्रत्याशियों को मैदान में उतारती थी, जबकि कांग्रेस इस मामले में पीछे रह जाती थी। बीजेपी उज्जैन संभाग से पारस जैन, ओमप्रकाश सकलेचा, चैतन्य कश्यप को टिकट देकर जैन समाज के वोट बैंक पर पूरी तरह फोकस करती थी। आपको बता दें , उज्जैन में जैन समाज के लोग हार जीत का फैसला करने में सक्षम है। इसी कारण से कांग्रेस ने इस बार उज्जैन जिले से दिनेश जैन और मंदसौर से विपिन जैन को टिकट देकर बीजेपी में जाने वाले जैन समाज के पारंपरिक वोट बैंक को खींचने की कोशिश की है। उज्जैन के कुछ हिस्सों में जैन समाज का दबदबा इसी प्रकार नीमच सीट से ओमप्रकाश सकलेचा लगातार जीत रहे हैं। वहीं रतलाम सीट से भी चैतन्य कश्यप ने भाजपा को कभी निराश नहीं होने दिया। वैसे तो मध्य प्रदेश में सभी जगह जैन समाज के लोग निवास करते हैं, मगर उज्जैन संभाग की बात की जाए तो यहां पर उज्जैन उत्तर, रतलाम, मंदसौर, नीमच में जैन समाज के लोगों की गहरी पकड़ है। ये भी पढ़े – एमपी विधानसभा चुनाव में भी दिखा कांग्रेस का परिवारवाद
एमपी विधानसभा चुनाव में भी दिखा कांग्रेस का परिवारवाद
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों द्वारा अपने अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जा रही है। साथ ही कांग्रेस की सूची निकलने की अटकलें लगाई जा रही थी। इसी बीच अपने प्रत्याशियों कि लिस्ट न निकालने की वजह से सुर्ख़ियों में बानी कांग्रेस पार्टी ने भी अब अपना खाता खोल लिया है ।कांग्रेस ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी की जिसमें 230 सीटों में से अभी 144 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम ऐलान किये गए हैं। 144 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम जारी आपको बता दें भाजपा द्वारा काफी समय पहले अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए गए थे जिसके बाद से कांग्रेस की सूची का इंतज़ार किया जा रहा था, अब वहीं अंततः कांग्रेस की पहली सूची का ऐलान कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे।सूची के मुताबिक कमलनाथ अपनी सीट छिंदवाड़ा से है वहीं टीवी में हनुमान का किरदार निभाने वाले विक्रम मस्तल बुधनी में सीएम शिवराज सिंह चौहान को टक्कर देंगे।बीजेपी द्वारा पहले ही 4 सूचियों में 136 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर चुकी है ऐसा माना जा रहा है की बीजेपी की 5वीं सूची सोमवार को जारी की जाएगी। हालांकी कांग्रेस की इस सूची में कुछ पूर्व बीजेपी नेताओं को भी स्थान दिया गया है जिनमें दतिया से अवधेश नायक, मुंगावली से राव यादवेंद्र सिंह, कटंगी से बोध सिंह भगत और सुर्खी से नीरज शर्मा मैदान में उतरे गए हैं। इस बार कांतिलाल भूरिया की जगह उनके बेटे विक्रांत को टिकट दिया गया है। साथ ही संजय शुक्ला के सामने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गी चुनाव लड़ रहे हैं. लिस्ट में डॉ. गोविंद सिंह और जीतू पटवारी का नाम शामिल है. राऊ सीट से जीतू पटवारी चुनाव लड़ेंगे. विजयनगर से रामनिवास रावत को टिकट मिला है. कांग्रेस ने अमरपाटन से पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह को कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर प्रत्याशी बनाया है. ये भी पढ़े – भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया, रोहित ने मारे 6 छक्के और 5 चौके
“हुकुम “भूले मर्यादा, बोल दी ऐसी बात कि उनके ही कार्यकर्ता हुए नाराज़
मध्यप्रदेश में चुनावी माहौल में नेताओं के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है।इसी कड़ी में नेताओं के बयानबाज़ी के वीडियो वायरल हो रहे है। इसी बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया, जिसमें कांग्रेस विधायक हुकुम सिंह के बिगड़े बोल सामने आए है। दरअसल ,उन्होंने एक कार्यक्रम में जाति सूचक विवादित शब्द का इस्तेमाल किया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हुकुम से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में दिख रही नाराज़गी यह वीडियो मक्सी का बताया जा रहा है। जहां शाजापुर से कांग्रेस विधायक हुकुम सिंह कराड़ा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान वे भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए शब्दों की मर्यादा भूल गए और जाति सूचक टिप्पणी कर दी। इसे लेकर हुकुम सिंह विवादों में घिर गए। वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद संबंधित समाज से जुड़े उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है। बताते चले कि , कराड़ा शाजापुर से पांच बार के विधायक हैं। एक साल पहले भी वायरल हुआ था वीडियो शाजापुर विधायक हुकुम सिंह एक साल पहले भी विवाद में आए थे। उस वक़्त एक वीडियो वायरल हुआ था जो हुकुम सिंह के बेटे का था। वीडियो में उनका बेटा नशे की हालत में धमकी दे रहा था। उस वक़्त यह वीडियो भी वायरल हुआ। इसके बाद तबके बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सख्त करवाई की मांग की थी। ये भी पढ़े – कांग्रेस का चुनाव को लेकर बड़ा फैसला , कुछ ही सीटों पर लड़ेगी चुनाव ?
मध्य प्रदेश के इस जिले में तीन सालों में 37 बार महसूस किए भूकंप के झटके
मध्यप्रदेश में शुक्रवार को राष्ट्रीय भूकंप केंद्र दल द्वारा कलेक्ट्रट कार्यालय में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें मध्यप्रदेश के सिवनी में लगातार बीते तीन सालों में आये भूकंप पर बात हुई जिसके निष्कर्ष में ये पता लगा की मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में पिछले 3 सालों में लगातार 37 बार भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं। यह है भूकंप की बड़ी वजह कलेक्ट्रट कार्यालय में हुए प्रेस वार्ता में वैज्ञानिकों द्वारा बार बार झटके आने की वजह बताई गई। कहा पिछले 3 सालों में 37 बार भूकंप के झटके महसूस हुए हैं, हालांकि भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से उसके झटके कम महसूस हुए और जान माल का नुक्सान भी कम हुआ है। वहीं वैज्ञानिकों द्वारा यह भी बताया गया की शहर और आसपास के इलाकों में आगे भी इसी तरह से झटके महसूस किये जायेंगे। वैज्ञानिकों ने कच्चे मकान वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और बताया कि पक्के मकानों में नुक्सान होने की संभावना कम है। सतर्क रहने की करी अपील साथ ही इसका कारण बताते हुए उन्होंने बताया कि सिवनी जिले के ईस्ट और वेस्ट की ज़मीनों में दरारें हैं, इन दरारों में जब बरसात के दिनों में पानी जाता है तो वह अर्थ क्रस्ट में टेकटोनिक प्लेट्स में एक क्रिस्टल रिएडजस्टमेंट प्रोसेस की वजह से वहां जो तनाव के माध्यम ऊर्जा रिलीज़ करती है और वह पुर्ननिर्माण करती है जिसकी वजह से सिवनी में छोटी छोटी भूकंप की घटना घटित होती रहेगी आपलोग सतर्क रहें। ये भी पढ़ें- प्रियंका गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज ,जानिए क्या है पूरा मामला
प्रियंका गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज , जानिए क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश में चुनावी हलचल के बीच सभी कांग्रेस और बीजेपी के दिगज्ज नेताओं का दौरा चल रहा। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी लगातार प्रदेश में प्रचार कर रही। गुरुवार को प्रियंका मंडला पहुंची। जिसके बाद उनपर आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत दर्ज की गई है। दरअसल, प्रियंका ने गुरुवार को जनसभा के दौरान मंच से पैसे बांटने की बात कही थी। इसे लेकर इंदौर के एडवोकेट ने चुनाव आयोग में शिकायत की है। वहीं ,इलेक्शन कमीशन ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रियंका गांधी ने बच्चों को पैसे देने की घोषणा की दरअसल, गुरुवार को कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंडला जिले के एक दिवसीय दौरे पर आई थी। जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए मंच से एक बड़ी घोषणा की थी। प्रियंका गांधी ने कहा था कि , मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर प्रदेश में ‘पढ़ो और पढ़ाओ योजना’ लाई जाएगी। इसके योजना के तहत पहली से 12वीं तक के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा मिलेगी। वहीं छात्रवृत्ति योजना के तहत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को 500 रुपए, नौवीं से दस तक 1000 रुपए और ग्यारहवीं से बारहवीं तक के बच्चों को हर महीने 1500 रुपए देने का ऐलान किया था। इंदौर के एडवोकेट ने दर्ज कराई शिकायत इसी घोषणा के बाद इंदौर के एडवोकेट पंकज वाधवानी ने चुनाव आयोग में शिकायत की है। एडवोकेट पंकज ने बताया कि ,” मंडला में प्रियंका गांधी ने बच्चों को 1000-1500 रुपए देने की घोषणा की थी। यह सीधे-सीधे मतदाताओं को प्रलोभित करने की घोषणाएं है और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। इसे लेकर भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत की है, मामला दर्ज हो गया है, जांच शुरू कर दी गई है।” ये भी पढ़े – गोंडवाना गणतंत्र पार्टि ने मैदान उतारे अपने ये दिग्गज नेता
गोंडवाना गणतंत्र पार्टि ने मैदान उतारे अपने ये दिग्गज नेता
मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव होने हैं, चुनावी बिगुल बजते ही सभी पार्टियों द्वारा विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जा रही है। इसी कड़ी में हाल ही में बीजेपी द्वारा प्रत्याशियों की चौथी सूचि जारी की गई , जिसमें 57 कैंडिडेट्स के नाम शामिल हैं, वहीं कांग्रेस द्वारा अभी एक भी लिस्ट नहीं जारी की गई है तो वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टि द्वारा भी अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की जा चुकी है जिसमें 21 उम्मीदवारों के नाम शामिल किए गए हैं। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी आदिवासी इलाकों में सक्रिय है आपको बता दें गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मध्यप्रदेश के आदिवासी इलाकों में सक्रिय है, और अपनी पहली प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही के लिए एक चुनौती खरी कर दी है। अभी 21 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी हुई है आने वाले समय में गोंडवाना पार्टी द्वारा आदिवासी वोटर निर्णायक क्षेत्र के 47 सभी सीटों पर बसपा के साथ गठबंधन बनाकर अपने उम्मीदवारों को खरी कर सकती है, इससेआदिवासी वोटों का बंटना तय है। इन पार्टि के बीच हुआ गणबंधन मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच बहुजन समाज पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के बीच पहला गठबंधन हो गया है। सीट शेयरिंग के बाद बसपा 178 और गोंडवाना पार्टी 52 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस गठबंधन के ज़रिये 22 प्रतिशत आदिवासी वोटों पर मोहर लगाने की कोशिश की गई है। गोंडवाना पार्टी छोड़कर अमरवाड़ा से भाजपा उम्मीदवार मोनिका बट्टी के सामने गोंडवाना पार्टी द्वारा संतलाल परतेती को अपना उम्मीदवार बनाया गया है। पार्टी का कहना है वे जल्द ही दूसरी लिस्ट जारी की जाएगी। पार्टी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष झमकलाल सरेआम को छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव से टिकट दिया तो वहीं परासिया विधानसभा सीट से संतोष डेहरिया साथ अन्य सीटों पर पवन शाह सरयाम, मोहन लाल ध्रुव, किशोर भारती, दीपेश ध्रुव सहित अन्य नेताओं के नाम गोंडवाना पार्टी द्वारा शामिल किये गए हैं. ये भी पढ़ें- कांग्रेस का चुनाव को लेकर बड़ा फैसला , कुछ ही सीटों पर लड़ेगी चुनाव ?
कांग्रेस का चुनाव को लेकर बड़ा फैसला , कुछ ही सीटों पर लड़ेगी चुनाव ?
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान हो गया लेकिन कांग्रेस ने उम्मीदवारों की एक भी लिस्ट अभी तक नहीं निकाली। हालाँकि , पहली लिस्ट जारी होने को लेकर लगाए जा रहे कयासों पर कमलनाथ ने विराम लगा दिया। उन्होंने स्पष्ट बता दिया कि , नवरात्र के पहले दिन (15 अक्टूबर) कांग्रेस की सूची जारी होगी।आपको बता दें , दिल्ली में 13 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव समिति की महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक के बाद पूर्व सीएम व पीसीसी चीफ कमलनाथ और मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों से बातचीत में साफ कर दिया कि कांग्रेस की पहली लिस्ट कब आएगी। कमलनाथ ने बताया 60 सीटों पर हुई चर्चा केंद्रीय चुनाव समिति बैठक के बाद पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ और मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने मिडिया से बातचीत की। इस दौरान कमलनाथ ने बताया की पार्टी ने लगभग 60 सीटों पर चर्चा की है। वही रणदीप सुरजेवाला कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी सहित समिति के सभी सदस्यों के साथ हुई। यहां कई सीटों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि , “जिस तरह प्रदेश कांग्रेस समेटी के अध्यक्ष समन्वय बना रहे हैं, ये इस बात को दर्शाता है कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में जीत की ओर कदम बढ़ा रही है। “ कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे का ट्वीट बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘मध्य प्रदेश में युवाओं, महिलाओं, दलितों, आदिवासियों व पिछड़े वर्गों को कुछ ही दिनों में न्याय मिलने वाला है। पिछले 18 वर्ष के भाजपाई अन्याय, अत्याचार, भ्रष्टाचारी कुशासन पर पूर्ण विराम लगेगा। इस बार जनता मध्य प्रदेश में पिछले दरवाज़े से अलोकतांत्रिक भाजपा सरकार नहीं बनने देगी।इस बार दग़ाबाज़ों को करारा जवाब मिलेगा. कांग्रेस पार्टी पूर्ण बहुमत की ओर अग्रसर है।’ ये भी पढ़े – लाडली योजना का दिखा असर, बीजेपी को मिलेंगे 65 से 70 % मुस्लिम वोट
क्या निशा बांगरे नहीं लड़ पाएंगी चुनाव
छतरपुर जिले के लवकुश नगर में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे काफी समय से चर्चा हैं।अब निशा बांगरे मामले में एक और बड़ी खबर आई। दरअसल , यह मामला जबलपुर हाईकोर्ट तक पहुंच गया है।इस केस की सुनवाई आज होनी थी लेकिन हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई और निर्णय को एक हफ्ते के लिए टाल दिया है। आपको बता दें , सुनवाई में राज्य सरकार से जवाब माँगा गया है और चार्जशीट और तमाम बिंदुओं पर सवाल किए गए। निशा के खिलाफ याचिका दायर आपको बता दें , निशा बांगरे ने 22 जून को डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद से वह लगातार सरकार के खिलाफ आवाज़ उठा रही है। इसी को लेकर सरकार की तरफ से शासकीय सेवा में रहते हुए उनके इसी आचरण को लेकर इसी कोर्ट में याचिका दायर की गयी थी। जिसपर कोर्ट ने सुनवाई को टाल दिया है। पुलिस ने किया गिरफ्तार वहीँ , निशा अपने इस्तीफे की मंज़ूरी के लिए सीएम शिवराज सिंह के पास जाना चाह रही थी। जिसके लिए उन्होंने बैतूल से लेकर भोपाल तक की पद यात्रा की और सीएम आवास का घेराव करना चाह रही थी। इसी कारण जब निशा सीएम हाउस की ओर जाने लगी तो उनके और पुलिस के बीच झड़प हो गई जिसके कारण पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हालाँकि ,उन्हें 24 घंटे बाद बेल मिल गई। ये भी पढ़ें- दिग्विजय सिंह ने PFI को लेकर दिया ऐसा बयान जिस पर मच गया हड़कंप
अखंड ज्योति जलाने से पहले इन नियमों का रखें विशेष ध्यान…
शारदीय नवरात्रि की शुरुवात 15 अक्टूबर से होने वाली है और अगले 9 दिनों तक मां आपके घर में विराजमान रहेंगी.अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानि 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरु होकर 23 अक्टूबर तक चलेंगे. आइये जानते हैं नवरात्री में माता की अखंड ज्योति जलने की सही विधि क्या है, साथ ही जानेंगे दीपक की लौ किस दिशा में जलाने से हमे सही लाभ प्राप्त होंगे। अखंड ज्योति नवरात्रि के 9 दिन हम घर में कलश स्थापना और अखंड ज्योत जलाते हैं। पूरे 9 दिन तक बिना बुझे ज्योति जलाई जाती है जिसे अखंड ज्योति कहते हैं । कहते हैं नवरात्रि में 9 दिनों माता के सामने अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करने से देवी मां प्रसन्न होती है, घर में सुख शांति का वास होता है, और सभी कार्य सिद्ध होते हैं नवरात्री के दौरान अखंड ज्योति जलाने के नियम अखंड ज्योति के लिए पीतल के दीपपात्र या फिर मिटटी के दीपक का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।दीपक में देसी घी का इस्तेमाल करें अगर घी न हो तो तिल के तेल या सरसों के तेल से भी दीपक जला सकते हैं।दीपक को चौकी या पटरे पर ही रखकर जलाएं, और अगर निचे रख रहे हैं तो दीपक के निचे अष्टदल ज़रूर बनाये जो की आप चावल या फिर गुलाल से बना सकते हैं।दीपक में बाती का भी महत्वा होता है इसके लिए , इसके लिए सवा हाथ का रक्षासूत्र की बाती बना लें जिसे पूजा में कलावा कहा जाता है और दीपक की बाती बार-बार नहीं बदलनी चाहिए।अखंड ज्योत जलाने से पहले हाथ जोड़कर श्रीगणेश, देवी दुर्गा और शिवजी की आराधना करें। मां से प्रार्थना करें कि पूजा की समाप्ति के साथ आपकी मनोकामना भी पूर्ण हो जाए।अखंड ज्योति को देवी माँ की दाईं ओर रखें और संकल्प ख़तम होने के बाद दीपक को फूक मार कर कभी न बुझाये बल्कि उसे स्वयं ही बुझने दें. दीपक जलाने कि सही दिशा क्या होनी चाहिये? ईशान कोण यानि उत्तर पूर्व दिशा को देवी-देवताओं का स्थान माना जाता है। इसलिए अखंड ज्योति पूर्व-दक्षिण कोण यानि आग्नेय कोण में रखना शुभ माना जाता है। ध्यान रखें कि पूजा के समय ज्योति का मुख पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए। ये भी पढ़ें- साल 2023 के अक्टूबर महिने में लगेंगे दो ग्रहण