आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपने ही कार्यालय में किया बवाल
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों की तैयारियां तेजी से चल रहीं हैं। सभी राजनैतिक दल लगभग सभी सीटों पर प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाख़िल करना शुरू कर दिया है साथ ही प्रचार करने में जुट गए हैं। वहीं इस बार आम आदमी पार्टी भी मध्य प्रदेश में अपनी किस्मत आज़मा रही है। आप मजबूती से चुनावी मैदान में उतर रही है लेकिन कटनी में अभी तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गई है। उसके बाद भी राजनीतिक दलों में नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही है। आपको बता दें ,कटनी में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने ही जिला दफ्तर में जमकर उत्पात मचाया। उम्मीदवार ना ऐलान करने पर कार्यालय का घेराव एमपी विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी द्वारा कटनी जिले में उम्मीदवारों की घोषणा ना होने पर नाराज़ कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय का घेराव कर अपना गुस्सा जाहिर किया। इस दौरान कार्यकर्ता कार्यालय की कुर्सियां पटकने लगे और नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। पार्टी ने बहोरीबंद, विजयराघवगढ़ और बड़वारा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशियों के नामों का एलान नहीं किया है जिससे नाराज़ कार्यकर्ताओं ने ये कदम उठाया। आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुलेआम दी धमकी प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना है कि ,अगर जल्द ही लिस्ट जारी नहीं की गई तो वे भोपाल तक प्रदर्शन करने पर विवश होंगे। हालांकि आप के जिलाध्यक्ष सुनील मिश्रा ने मौके पर पहुंचकर सभी को शांत कराया और आलाकमान से मामले पर चर्चा करने की बात कही। तो वहीं आप के प्रदेश सचिव अनिल सिंह सेंगर का कहना है कि “हम एक परिवार की तरह हैं। कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में मेहनत करते हैं और उनका रोष होना स्वाभाविक है। फिलहाल देखना ये है की इस हंगामे के बाद आम आदमी पार्टी का एक्शन क्या होता है। ये भी पढ़े – कांग्रेस ने इन सीटों पर बदलें उम्मीदवार, फिर भी हालात नही बदलें
निशा बांगरे का इस्तीफ़ा हुआ मंज़ूर, किस पार्टी से लड़ेंगी चुनाव?
मध्यप्रदेश में चुनावी हलचल तेज़ हो गई है इसी बीच ये खबर आई है की मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का इस्तीफ़ा आखिरकार सरकार द्वारा मंज़ूर कर लिया गया है. इस्तीफ़ा स्वीकार होने के बाद से उनका राजनीतिक रास्ता साफ़ हो गया है जिसके बाद उन्होंने खुद जानकारी देते हुए लिखा की वे आगामी चुनाव लड़ेंगी.एक व्हाटसएप ग्रुप में सन्देश लिखकर निशा बांगरे ने ये जानकारी दी की “मैं चुनाव लडूंगी. गुरूवार या शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल करुँगी” हालाँकि अभी इस सस्पेंस का खुलासा नहीं हुआ है की निशा बंगारे किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी. क्या पार्टी निशा बांगरे के लिए बदलेगी उम्मीदवार आपको बता दें अनुसूचित जाती से आने वाली निशा बंगारे बैतूल जिले की आमला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं और यही उनके इस्तीफ़ा देने की वजह भी थी. उस समय कांग्रेस पार्टी ने मौका देख उनका समर्थन किया था क्योंकि वे आमला पदस्थ रह चुकी हैं .आमला एससी बहुल वोटर वाली सीट है यहाँ बौद्ध को मानने वाले भी अधिक हैं. बैतूल जिले पर अच्छी पकड़ देख कांग्रेस मंत्री कमलनाथ ने उन्हें वहां से कांग्रेस का टिकेट देने का प्रस्ताव दिया था. इसके बाद ही उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया था. इस्तीफ़ा स्वीकार होने तक कांग्रेस पार्टी ने उस सीट को होल्ड पर रख दिया था. जब निशा बांगरे का इस्तीफ़ा मंज़ूर नहीं हुआ तो कांग्रेस ने बैतूल जिले से अपने प्रत्याशी मनोज मालवे का नाम घोषित कर दिया. सरकार द्वारा निशा बांगरे का इस्तीफा नमंजूर करने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया था .अब राज्य सरकार ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. निर्दलीय चुनाव लड़ सकती है निशा अब निशा बांगरे को इस्तीफ़ा मिलने के बाद से माना जा रहा था की कांग्रेस इस सीट पर एक बार फिर मंथन करने पर विचार कर सकती थी लेकिन कांग्रेस की तीसरी लिस्ट में एक बड़ा दाव चला है जिसमें कांग्रेस द्वारा कुछ जगहों के प्रत्याशियों के नाम बदले गए हैं जिसमें निशा बांगरे का नाम शामिल नहीं किया गया है. ऐसे में अब साफ़ है की निशा बांगरे किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ सकती है. उन्होंने कहा है की उनका किसी भी राजनीतिक दल से अभी तक कोई सम्पर्क नहीं हुआ है.निशा बांगरे ने अपने बयान में कहा था, “मैं चाहती हूँ देश में अच्छी व्यवस्था बनी रहे और यह तभी हो सकता है जब राजनीतिक मनसा अच्छी होगी”. इसी पर अब बांगरे की निर्दलीय चुनाव लड़ने की संभावनाएं तेज़ हो रही है. ये भी पढ़े – क्या फिर कमलनाथ और दिग्विजय के बीच पड़ी फूट
क्या फिर कमलनाथ और दिग्विजय के बीच पड़ी फूट
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के टिकट बटवारे के बाद से ही पार्टी के खिलाफ विरोध , प्रदर्शन और नेताओं का बगावती तेवर देखने को मिल रहा है। कहीं कार्यकर्ता नारेबाजी कर सड़को पर उतर आए , कभी कमलनाथ के बंगले का घेराव किया तो कभी पुतले फुके गए। सिर्फ कार्यकर्ता पार्टी से नाराज़ नहीं है बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पीसीसी चीफ कमलनाथ भी एक दूसरे से नाराज़ लग रहे है। दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ पर उठाए सवाल पीसीसी चीफ कमलनाथ ने हाल ही में एमपी में सपा को एक भी सीट न देने को लेकर एक बयान दिया था। उनका कहना था कि I.N.D.I.A. गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है न की राज्य चुनाव के लिए इसके साथ ही अखिलेश पर टिप्पणी भी की । कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर की गई टिप्पणी पर सफाई तो दी ही पर कमलनाथ पर भी सवाल खड़े कर दिए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि ,”कमलनाथ ने जो कहा वो पता नहीं कैसे कह दिया। किसी को भी किसी के बारे में ऐसा नहीं बोलना चाहिए”। एक दूसरे पर टिप्पणी कर रहे कांग्रेस के ये कद्दावर नेता आपको बता दें कि , कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह काफी समय से लगातार एक दूसरे पर टिप्पणी करते आ रहे है। हाल ही में एक वीडियो वायरल हुई जिसमें कमलनाथ लोगों को दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ो कहते नज़र आए। जिसके बाद दिग्विजय सिंह काफी नाराज़ नज़र हो गए और कमलनाथ पर ज़ुबानी वार करने लगे। इतना ही नहीं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह एमपी में कांग्रेस के वचनपत्र की घोषणा के दौरान भरे मंच पर तू तू मैं मैं करते नज़र आए थे। इसका भी वीडियों खूब वायरल हुआ। कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की इस ज़ुबानी जंग पर विपक्षी दल चुटकी ले रहे है। ये भी पढ़े – एक के बाद एक सभी पार्टीयां छोड़ रही, इंडिया गठबंधन का साथ
एमपी में कांग्रेस पार्टी ने बदले 4 उम्मीदवार,जानें किन सीटों पर किया बदलाव
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने बड़ा फेर बदल किया है। पार्टी ने 4 सीटों पर अपने उम्मीदवार बदल दिए है। कांग्रेस ने मुरैना की सुमावली सीट पर कुलदीप सिकरवार को बदलकर अजब सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है। वहीँ नर्मदापुरम की पिपरया सीट से गुरुचरण खरे की जगह वीरेंद्र बेलवंशी, उज्जैन की बड़नगर सीट से राजेंद्र सिंह सोलंकी की जगह मुरली मोरवाल को प्रत्याशी बनाया है। इसके साथ ही रतलाम की जावरा सीट पर हिम्मत श्रीमाल का टिकट रद्द कर वीरेंद्र सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस पार्टी ने तीन बार में 230 प्रत्याशियों की घोषणा के बाद हो रहे विरोध, प्रदर्शन और बगावत को देखते हुए प्रत्याशियों के बदलाव का फैसला लिया है।आपको बता दें ,इससे पहले कांग्रेस ने दूसरी सूची में 3 प्रत्याशी बदले थे जोकि गोटेगांव, दतिया, पिछोर थे। इस तरह से पार्टी अबतक 7 प्रत्याशी बदल चुकी है। वहीँ अब आमला और शिवपुरी में भी पेंच फंसा हुआ है। ये भी पढ़े – बसपा ने जारी की आठवीं और नौवीं सूची , इस सीट पर बदलना पड़ा उम्मीदवार
बसपा ने जारी की आठवीं और नौवीं सूची , इस सीट पर बदलना पड़ा उम्मीदवार
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने अपनी आठवीं और नौवीं सूची जारी की है। पार्टी ने आठंवी सूची में कुल 11 और नौवीं सूची में 3 नामों का एलान किया है। एमपी में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। बसपा ने भी कमर कस ली है और लगातार अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर रही है।आइये जानते है , बसपा ने किसे कहां से दिया टिकट। आंठवी सूची में है इनके नाम पार्टी ने मुरैना से पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के बेटे राकेश रुस्तम सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं ग्वालियर से शत्रुधन यादव , सेवड़ा से लाखन सिंह यादव ,उज्जैन उत्तर से अब्दुल रज्जाक लाला को टिकट दिया गया है। इसके अलावा धार से ओम प्रकाश मालवीय, भिकनगांव से जुवान सिंह मोरे, गरोठ से जगदीश रागोठा, बदनावर से जगदीश चोयल, झाबुआ से बालू सिंह निनामा, दतिया से लोकेंद्र अहिरवार और मेहंगाव सीट से राजवीर सिंह बघेल को प्रत्याशी घोषित किया है। नौवीं सूची में शामिल है ये नाम बहुजन समाज पार्टी ने नौवीं सूची में तीन सीटों पर उम्मीदवार का एलान किया। जिनमें से एक चुरहट सीट पर अपना उम्मीदवार बदला है। पार्टी ने ग्वालियर ग्रामीण सीट से सुरेश बघेल और जबेरा सीट से विनोद राय को टिकट दिया है। बसपा ने चुरहट से पूर्व प्रत्याशी संतोष प्रसाद साकेत की जगह बबलू विश्वकर्मा को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने 125 सीटों पर उतारे प्रत्याशी बसपा मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक रही है। बता दें ,मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 125 सीटों पर बसपा ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। बसपा अपनी सात सूचियों में 111 प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है। आज पार्टी ने 14 नई सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं। अबतक बसपा ने जारी की नौ सूची आपको बता दें , बहिजन समाज पार्टी ने पहली सूची में 7 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया था। दूसरी सूची में 9, तीसरी सूची में 26 , चौथी सूची में 31, पांचवी सूची में 5, छठवीं सूची में 33, सातवी सूची में 5 ,आठवी लिस्ट में 11 और नौवीं लिस्ट में 3 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। बता दें कि , अबतक बीजेपी ने 228, वहीं कांग्रेस ने 229 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। ये भी पढ़े – कांग्रेस,बीजेपी के साथ आप और बसपा भी हैं चुनाव में सक्रिय
एमपी में इस सर्वे ने सबको चौंकाया, दिखा सबसे कम बेरोज़गारी दर
अब से लगभग एक महीने बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाले है। मध्य प्रदेश में जहाँ बीजेपी की सर्कार है तो वहीँ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सर्कार है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल युवा वोटर्स को साधने में लगे है। वहीँ जहाँ एमपी में बीजेपी सत्ता में बने रहने की हर मुमकिन कोशिश में है तो वही कांग्रेस तख्तापलट करने का प्रयास कर रही है। चुनावी माहौल में मध्य प्रदेश कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर जमकर आरोप भी लगा रहे हैं। सबसे बड़ा आरोप है बेरोजगारी का, जिसे लेकर कमलनाथ और पूरी कांग्रेस पार्टी लगातार शिवराज सरकार पर हमलावर है। आपको बता दें, नेशनल सैंपल सर्वे के आंकड़े तो कुछ और ही बयां कर रहे हैं। दरअसल ,नेशनल सैंपल सर्वे ने हाल ही में 15 से 29 आयु वर्ग के युवाओं के बीच बेरोजगारी के स्तर के आंकड़े जारी किए है। इस आंकड़े से मालूम चलता है कि , जिन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें सबसे कम बेरोजगार युवा मध्यप्रदेश में हैं। इन आंकड़ों के अनुसार 2022-23 वित्तीय वर्ष में 15 से 29 वर्ष के आयु वाले युवाओं की बेरोजगारी दर राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम में राष्ट्रीय औसत से अधिक है। वहीं मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में यह दर राष्ट्रीय औसत से कम है। राजस्थान में युवा बेरोजगारी दर 12.5 प्रतिशत दर्ज की गई। मिजोरम में 11.9 प्रतिशत, तेलंगाना में 15.1 प्रतिशत,दर्ज की गई है। वहीं छत्तीसगढ़ में 7.1 प्रतिशत और सबसे कम मध्यप्रदेश में 4.4 प्रतिशत की बेरोजगारी दर्ज की गई है। महिला युवाओं में भी सबसे कम हैं एमपी इस सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि, महिला युवाओं के मामले में भी बेरोजगारी दर मध्य प्रदेश में सबसे कम सिर्फ 3.9 प्रतिशत है। वहीँ तेलंगाना में 16.2 प्रतिशत, मिजोरम में 16.4 प्रतिशत,छत्तीसगढ़ में 6.1 प्रतिशत है. ऐसे में चुनावी राज्यों में बेरोजगारी के मामले में सबसे टॉप पर तेलंगाना और सबसे कम बेरोजगारी मध्यप्रदेश में है। इन आंकड़ो ने राजनेताओं को चौंका दिया है। अब देखना ये होगा की इस सर्वे का असर विधानसभा चुनाव में दिखेगा। ये भी पढ़े – कुछ ही देर में दिल्ली में कांग्रेस चुनाव समिति की बड़ी बैठक शुरू होगी
कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, इस नेता ने कहा पार्टी को अलविदा
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को अब एक महीने से भी कम वक्त बचा है। ऐसे में विधानसभा चुनावों से पहले बगावत का दौर जारी है। आज एक बार फिर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। एक साथ विंध्य और बुंदेलखंड में कांग्रेस के मजबूत नेता बीजेपी में शामिल हो गए। आपको बता दें ,विंध्य की राजनीति के दिग्गज तिवारी घराने से पूर्व लोकसभा प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया है। इसके अलावा बुंदेलखंड से फुंदर सिंह चौधरी ने भी बीजेपी ज्वाइन किया है। दरअसल, सिद्धार्थ तिवारी लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। उनको लेकर ऐसे कयास भी लगाए जा रहे थे कि आने वाले दिनों में वे कांग्रेस छोड़ सकते हैं। इसी बीच सिद्धार्थ बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचे जहाँ सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पर्टी की सदस्यता दिलाई। बता दें सिद्धार्थ त्योंथर विधानसभा से कांग्रेस से टिकट का मांग कर रहे थे। सिद्धार्थ तिवारी के साथ दलित नेता औऱ गुन्नौर से कांग्रेस के पूर्व विधायक फुंदरलाल चौधरी भी आज बीजेपी में शामिल हो गए। उन्होंने कहा हम दलित समाज से आते हैं।कांग्रेस पार्टी में हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। वहां हमें सुनने वाला कोई नहीं है। हम बीजेपी में काम करेंगे। क्यों कांग्रेस से नाराज़ हुए थे सिद्दार्थ सिद्धार्थ तिवारी पिछले कुछ महीनो त्यौंथर विधानसभा सीट से तैयारी कर रहे थे। जबकि रमाशंकर पटेल विधानसभा के प्रबल दावेदार हैं। दरअसल , पूर्व विधानसभा अध्यक्ष की जयंती पर सिद्धार्थ ने त्यौंथर में बड़ा कार्यक्रम कर अपने समर्थकों की भीड़ जुटाई थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी विधानसभा में टिकट देने के लिए राजी नही हुई है। हाल ही में हुए सीडब्लूसी की मीटिंग के बाद से सिद्धार्थ तिवारी की नाराजगी दिखाई देने लगी थी, जिसके बाद आज उन्होंने अपनी पार्टी को अलविदा कह कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। ये भी पढ़े – कुछ ही देर में दिल्ली में कांग्रेस चुनाव समिति की बड़ी बैठक शुरू होगी
वचन पत्र जारी कर कांग्रेस ने जनता से किया ये वादा
मध्यप्रदेश विधान सभा चुनाव की तैयारी ज़ोरों शोरों से चल रही है ।एक तरफ जहाँ हाल ही में कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की गई।वहीं अब राजधानी भोपाल में कांग्रेस नेताओं द्वारा 1290 वचन और 125 मुख्या बिंदु का वचन पत्र जारी किया गया है। इस प्रेस वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, राज्यसभा संसद दिग्विजय सिंह, कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी, अरुण यादव और कांतिलाल भूरियासमेत कई नेता उस सभा में मौजूद थे। MP चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाली को शामिल किया है । जिसका फायदा उन्हें कर्नाटक और हिमाचल के जीत का एक प्रमुख फैक्टर था। वहीं अब कांग्रेस द्वारा जल, खाद्य, न्याय, रोजगार, आवास समेत अन्य गारंटियां शामिल है। कमलनाथ ने कहा कि हम पत्रकारों के साथ भी योजना बनाए जाएंगे। ये हैं कुछ बड़े वादे : नारी सम्मान के तहत महिलाओं को देंगे 1500 रूपये। सिलिंडर 500 रुपये में देंगे। इंदिरा गृह ज्योति योजना के अंतर्गत 100 यूनिट माफ और 200 यूनिट हाफ करेंगे । पुरानी पेंशन योजना 2005 ओपीएस प्रारंभ करेंगे। सिंचाई के लिए किसानों को 5 हार्सपॉवर का विद्युत निःशुल्क प्रदान करेंगे। किसानों के बकाया विद्युत देयक माफ करेंगे। किसान आंदोलन एवं विद्युत संबंधी निराधार प्रकरणों को वापिस लेंगे। बहुदिव्यांगजनों की पेंशन की राशि बढ़ाकर रूपए 2000 करेंगे। जातिगत जनगणना कराएंगे।शासकीय सेवाओं एवं योजनाओं में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देंगे। < संत शिरोमणि रविदास के नाम पर कौशल उन्नयन विश्वविद्यालय सागर में स्थापित करेंगे< तेंदूपत्ता मजदूरी की दर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा करेंगे।< पढ़ो-पढ़ाओ योजना में सरकारी स्कूलों के बच्चों की शिक्षा निःशुल्क साथ ही कक्षा 1 से 8वीं तक 500 रूपए, कक्षा 9वीं-10वीं के लिए 1000 एवं कक्षा 11वीं-12वीं के बच्चों को 1500 रूपए प्रतिमाह देंगे।< आदिवासी अधिूसचित क्षेत्रों में कांग्रेस के कार्यकाल में बना पेसा एक्ट लागू करेंगे।< किसानों के लिए गेहूं का 2600 और धान का 2500 रूपए मूल्य देगी।< नंदिनी गोधन योजना प्रारंभ करेंगे 2 रूपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीदेंगे।< कांग्रेस ने जो 1000 गौशालाएं पुनः प्रारंभ करेंगे। गो ग्रास अनुदान बढ़ाएंगे।< सहकारी क्षेत्र के माध्यम से दूध खरीदी पर 5 रूपये प्रति लीटर बोनस देंगे।< युवाओं के लिए घोषणा करते हुए लिखा कि, सरकारी भर्ती का कानून बनाएंगे।< प्रत्येक ग्राम पंचायत में दो-चार नए पद निर्मित कर करेंगे।< प्रदेश के युवाओं को ही सरकारी नौकरी में प्राथमिकता मिले, इस हेतु आगे बढ़ेंगे।< प्रतियोगी परीक्षा शुल्क में 100 प्रतिशत छूट देंगे।< पिछले 18 वर्षों से लंबित भर्तियां-शिक्षकों, पुलिस, पटवारी, फॉरेस्ट गार्ड, नर्स आदि की भर्ती की जाएंगी। ये भी पढ़े – बसपा ने जारी की पांचवी लिस्ट , बीजेपी नेताओं पर जताया भरोसा
बसपा ने जारी की पांचवी लिस्ट,बीजेपी नेताओं पर जताया भरोसा
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को अब सिर्फ एक महिना बचा है। ऐसे में तमाम राजनैतिक पार्टियाँ अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रही है। कांग्रेस ने रविवार को 144 प्रत्याशियों की सूची जारी की। जिसके बाद बसपा ने मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव-2023 के लिए उम्मीदवारों की पांचवी सूची जारी कर दी। इस सूची में 5 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है। खास बात यह है कि पार्टी ने बीजेपी छोड़कर बसपा में शामिल होने वाले नेताओं पर भरोसा जताया और टिकट दिया है। कौन है उम्मीदवार बहुजन समाजवादी पार्टी की ओर से जारी की गई पांचवी सूची में भिंड की लहार से बीजेपी के पूर्व विधायक रसाल सिंह को उसी सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं सतना की नागौद सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह को भी उसी सीट से उम्मीदवार घोषित किया है। इसके अलावा सतना जिले की सतना विधानसभा सीट से रत्नाकर चतुर्वेदी, अशोक नगर की अशोक नगर विधानसभा सीट से धनपाल सिंह और बालाघाट की बालाघाट सीट से कमल सिंह राउत को उम्मीदवार बनाया है। बसपा के कुल 78 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में उतरी सभी पार्टियां अपनी हर रणनीति अपना रही है। आये दिन उम्मीदवारों की नई-नई लिस्ट सामने आ रही हैं। बसपा अब तक 5 सूची जारी कर चुकी है, जिसमें 78 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है। बीएसपी ने पहली सूची में 7, दूसरी सूची में 9, तीसरी सूची में 26, चौथी सूची में 31 नामों का ऐलान किया है और पांचवी सूची में 5 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है. ये भी पढ़े – इन जगहों पर कांग्रेस ने करी परिवारवाद की राजनीति
नवरात्रि में मां दुर्गा को लगाए ये 9 भोग , जाने क्या होगा लाभ
शारदीय नवरात्री पर्व का आरम्भ 15 अक्टूबर से हो चूका है। यूँ तो देवी माँ की पूजा से हमेशा लाभ होता है लेकिन नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के मनपसंद भोग लगाने से ग्रहों के संयोग कुछ ऐसे होते हैं जिससे देवी की पूजा अत्यधिक फलदायी हो जाती है। नवरात्र के नौ दिनों में माँ के नौ रूपों की आराधना की जाती है। वैसे तो माता को सच्चे मन से जो भी भोग लगाओ वो ग्रहण कर लेती है पर मान्यता है की माँ दुर्गा को अगर इनके मन के भोग लगाए जाए तो उनकी मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती है। आइये जानते हैं किस माता को क्या भोग लगाए जाते हैं…… माँ के हर स्वरुप को लगाए ये भोग माता के प्रथम स्वरुप शैलपुत्री को गाय के घी के भोग लगाने चाहिए इससे आरोग्य लाभ की प्राप्ति होती है। देवी माँ के दूसरे स्वरुप देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है।माता को शक्कर का भोग लगाकर चिरायु का वरदान प्राप्त होता है। माता के तीसरे स्वरुप में माँ चंद्रघंटा की पूजा की जाती है । चंद्रघंटा माता को दूध के भोग लगाए जाते हैं और फिर उसे जरूरतमंद को दान कर दिया जाता है। ऐसा करने से धन वैभव और ऐश्वर्या की प्राप्ति होती है। नवरात्र के चौथे दिन माँ दुर्गा के कुष्मांडा रूप मालपुए का नैवेध अर्पण किया जाता है। भोग को ज़रूरतमंदों को दान कर देना चाहिए, इससे व्यक्ति के मनोबल में वृद्धि होती है। माता के पांचवे स्वरुप में स्कंदमाता की पूजा के साथ केले का भोग लगाना चाहिए इससे बुद्धि और करियर का विकास होता है। माता के षष्ठ स्वरुप में माँ कात्यानी की पूजा की जाती है । कात्यानी माता को शहद का भोग लगाने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है और घर से नकारात्मकता ऊर्जा दूर होती है। सातवें दिन माँ दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है।इस दिन माता को गुड़ से निर्मित भोग लगाने से परिवार रोग शोक से मुक्त होता है। ऐसे होगी मां दुर्गा की कृपा माँ दुर्गा के अष्टम स्वरुप में माँ महागौरी की पूजा की जाती है।माँ महागौरी को नारियल का भोग लगाने से मनुष्यों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती है।साथ ही माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। नौवे रूप में माता दुर्गा के सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इस दिन माँ भवानी को घर में बने हुए हलवे पूरी और चने के भोग लगाए जाते हैं । साथ ही कंजकों पूजन करें, ऐसा करने से मनुष्य के जीवन में सुख शांति की प्राप्ति होती है। ये भी पढ़े – कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की दी धमकी