नामांकन करने से पहले मिर्ची बाबा ने किया ऐसा काम जिसे देख सब रह गए दंग
मध्य प्रदेश में चुनाव के लिए 21 अक्टूबर से नामांकन शुरू हो गया था और आज पर्चा दाखिल करने का आखरी दिन था। इस बीच सीहोर की हाई प्रोफ़ाइल सीट बुधनी से सपा प्रत्याशी वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा ने आज नामांकन दाखिल करने से पहले कुछ ऐसा कर दिया जिसकी चर्चा हो रही है। मिर्ची बाबा ने किया पर्चा दाखिल आज चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन था जिसके चलते तमाम नेताओं ने पर्चा दाखिल किया। बुधनी से सपा प्रत्याशी मिर्ची बाबा मिर्ची बाबा ने एसडीएम कार्यालय गेट के सामने माथा टेका और मिट्टी उठाकर माथे पर लगाई। तो वहीं बीजेपी के प्रत्याशी और एमपी के सीएम शिवराज सिंह ने भी पर्चा दाखिल किया। नामांकन से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने पैतृक गांव जैत जाकर कुलदेवी की पूजा की। इसके साथ ही मां नर्मदा की भी पूजा की गई। पूजा-अर्चना के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने परिवार के साथ नामांकन भरने पहुंचे। वहीँ सपा प्रत्याशी मिर्ची बाबा ने पर्चा दाखिल करने के बाद सीएम शिवराज पर निशाना साधा, उन्होंने बोला कि – सीएम शिवराज अपने आप को नर्मदा का सपूत बताते हैं। लेकिन वहां पर नर्मदा घाट तक नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बुधनी के जनता के लिए एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि , बुधनी की जनता अगर मुझे विधायक बनाएगी तो बुधनी को जिला बनाया जाएगा। यहां फैक्ट्री लगेगी तो लोकल के लोगों को ही रोजगार दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने मां नर्मदा का ऐसा घाट बनाया जाएगा, जिसका विदेश तक नाम होगा। बुधनी में होगा त्रिकोणीय मुकाबला जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट बुधनी में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। क्यूंकि जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बीजेपी से प्रत्याशी है। तो वहीं कांग्रेस ने रामायण 2 में हनुमान का किरदार निभाने वाले विक्रम मस्ताल को प्रत्याशी बनाया है। वहीं समाजवादी पार्टी से वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा उम्मीदवार है। मध्य प्रदेश में चुनाव के लिए 21 अक्टूबर से नामांकन शुरू हो गया था और आज पर्चा दाखिल करने का आखरी दिन था। इस बीच सीहोर की हाई प्रोफ़ाइल सीट बुधनी से सपा प्रत्याशी वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा ने आज नामांकन दाखिल कर दिया। ये भी पढ़े – कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की तकरार के बीच हुई मैडम की एंट्री
कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की तकरार के बीच हुई मैडम की एंट्री
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशियों की घोषणा के बाद तो विरोध हो ही रहा था वहीँ नामांकन दाखिल करने के बाद भी नेताओं के नाराज़गी की खबरें आ रही हैं। काफी समय से दिग्विजय सिंह (राजा साहब) और कमलनाथ(नाथ साहब ) के बीच बयानबाज़ी चल रही थी। जिसे लेकर कयास लगाए जा रहे थे की दोनों नेता एक दूसरे के ख़िलाफ हो गए है। इसी कड़ी में अब दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच टिकट बदलने को लेकर खींचतान चल रही है, मनमुटाव चल रहा है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से नाराज़ केंद्रीय नेतृत्व राजनितिक पंडितों की माने तो पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बीच चल रही अनबन से केंद्रीय नेतृत्व काफ़ी नाराज़ है। केंद्रीय नेतृत्व के मैडम ने दिग्विजय सिंह से इस मुद्दे पर चर्चा की है। सूत्रों के मुताबिक दिग्विजय सिंह को दिल्ली बुलाया गया है , वहीं कमलनाथ भी अपनी बात रखने दिल्ली जाएंगे। दिग्विजय सिंह की नाराज़गी के पीछे का कारण टिकटों में हुई “डील” के बाद भी उनके अनुसार टिकट नहीं दिया जाना बताया जा रहा है। दिग्विजय इस हद तक नाराज़ है की उन्होंने हेलीकॉप्टर लेने से भी मना कर दिया है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं में चल रहा घमासान बढ़ता जा रहा है। वहीँ पार्टी के प्रदेश स्तर के नेताओं में भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस नेताओं में नाराजगी को लेकर बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सीशल मीडिया “एक्स” पर मामले को लेकर ट्वीट किया है। राजा और नाथ के बीच चल रही अनबन की बातों का दिग्विजय सिंह ने खंडन किया। उन्होंने एक्स पर वीडियो पोस्ट किया जिसपर कैप्शन में लिखा कि , बीजेपी की गुटबाजी इन दिनों चरम पर है जिसे ढांकने के लिए वे प्रायोजित रूप से कांग्रेस नेताओं में खासकर मेरे और कमलनाथ जी के बीच की अनबन की झूठी खबरें फैलाते हैं। जबकि कांग्रेस का हर एक नेता भाजपा को हराने के लिए एकजुट और संकल्पबद्ध है। ये भी पढ़े – सिंधिया को दिया था चैलेंज अब क्यों मांग रहे गोपाल सिंह जनता से भीख
सनातनियों के बाद अब सिख समुदाय ने भी जताई कांग्रेस की इस बात से आपत्ति
मध्य प्रदेश में राम मंदिर मुद्दे पर तो सियासत थमी नहीं थी की अब 1984 में हुए सिख दंगों की गूंज उठने लगी है। राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी आरोप लग रहे थे तो वहीं अब सिख दंगों को लेकर भी कांग्रेस पर आरोप लग रहे है। दरअसल ,दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के पीसीसी चीफ कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला । खून से रंगे है कांग्रेस और कमलनाथ के हाथ दिल्ली गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा का ने चुनावी माहौल के बीच कांग्रेस पर बड़ा जुबानी हमला किया है। उन्होंने कमलनाथ को सिख दंगों का सबसे बड़ा आरोपी बताया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा की , कमलनाथ के हाथ ही नहीं कपड़े भी सिख दंगों में पूरे खून से रंगे हुए हैं। खून का बदला खून से,कमलनाथ जेल जाएंगे। कमलनाथ के कपड़ो में ज़रा सा भी हिस्सा नहीं बचा जिसमें खून के दाग न लगे हो। कांग्रेस खूनी कमलनाथ का साथ दे रही है। मैं मध्य प्रदेश के लोगों से अपील करना चाहता हूं। उनका कहना है की कांग्रेस नफरत फ़ैलाने वाले लोगो को आगे ला रही है। मनजिंदर सिंह सिरसा ने राहुल पर सनातनी न होकर केवल ढोंग करने का आरोप भी लगाया। साथ ही उन्होंने कहा कि , राहुल के न तो दादा सनातनी थे, न उनके नाना सनातनी थे। न उनकी माता सनातनी है और ना उनके पिता का धर्म सनातनी है। लेकिन सत्ता हासिल करने के लिए बहरूपिया की तरह अपना धर्म बदल लिया। अपनी जात बदल ली। साथ ही उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि क्या 1984 का कत्लेआम करना मोहब्बत की दुकान थी? इमरजेंसी का दौर भी क्या मोहब्बत की दुकान थी? प्रियंका गाँधी का हमास से बताया कनेक्शन मनजिंदर ने कांग्रेस के हमास कनेक्शन के ज़रिए प्रियंका गांधी पर निशाना साधा। उनका कहना है कि कांग्रेस खुलकर हमास का साथ देती है। प्रियंका गांधी को हमास में हो रहा कत्लेआम तो दिख रहा है। लेकिन सिख दंगों में बेगुनाह लोगों के हत्या पर उन्होंने अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। प्रतिक्रिया देना तो छोड़िए वो उस कत्ल को करने वाले को पार्टी मुख्यमंत्री का चेहरा बना रही है। एमपी में कांग्रेस ने सिखों के जख्मों पर फिर से नमक लगाने का काम किया है। ये बड़े दुख की बात है गांधी परिवार आज भी अपराधियों को शरण देती है। ये भी पढ़े – राम मंदिर पर हो रही सियासत पर क्या बोले सुधांशु त्रिवेदी
राम मंदिर पर हो रही सियासत पर क्या बोले सुधांशु त्रिवेदी
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है साथ ही पार्टी के दिग्गज नेता प्रचार के लिए भी पहुंच रहे हैं। हालही में एक ही दिन प्रियंका गाँधी और अमित शाह ने प्रदेश में शिरकत की। वही बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के दिग्गज नेता प्रत्याशियों का प्रचार कर रहे है। इस बीच सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने रविवार को भोपाल के भाजपा मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें राम मंदिर पर हो रही सियासत पर भी चर्चा हुई। कांग्रेस को है राम मंदिर से आपत्ति ? भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने कहा कि , कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि उन्हें राम से आपत्ति है या मंदिर से ? अगर राम से आपत्ति हैं तो महात्मा गांधी की समाधि पर भी राम लिखा हैं। मामला सिर्फ राम मंदिर का नहीं है, सनातन के खिलाफ साजिश चल रही है। उन्होंने हमास और इसराइल की लड़ाई को लेकर कांग्रेस द्वारा केरल में जो किया गया उस पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ,केरल में हमास को लेकर क्या किया, जहां से राहुल गांधी सांसद है। जुड़ेगा कटरपंथी और जीतेगा हमास यही कांग्रेस की सोच है। कांग्रेस पार्टी के पास न तो मुद्दे हैं , न ही कोई विजन। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जमीन आसमान एक करके रखा था राम मंदिर न बनने देने के लिए। आज जब मंदिर बन रहा है तो इनके मन में होली जल रही है। वहीँ बाबरी मस्जिद मामले को लेकर उन्हें कहा कि बाबरी मामले में मुस्लिम की ओर से पक्षकार ही नहीं था। कांग्रेस ने खुदाई ही नहीं करवाई और जिसकी करवाई और किसने किया, किस पार्टी ने किया ये शहीदी बोल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी कहना क्या चाहती है। इन्होनें बाबरी कांड में क्या किया याद नहीं। उस वक़्त न्यायालय में कांग्रेस के नेता ही वकील थे। तब पैरवी में कहा गया था कि , चुनाव के पहले फैसला मत दीजिए इससे भाजपा को लाभ मिलेगा। कमलनाथ का वाइरल वीडियो सुधांशु त्रिवेदी ने कमलनाथ के एक वाइरल वीडियो पर चर्चा की।उन्होंने कहा कि , “बीते चुनाव में कमलनाथ का वीडियो सामने आया था जहां उन्होंने एक वर्ग से कहा था कि हमे आपके 100 वोट चाहिए।” कांग्रेस पार्टी एक साजिश के तहत काम कर रही है। वहीं राम मंदिर पर हो रही राजनीति को लेकर उन्होंने कहा क्या भगवान राम सिर्फ एक देश से संबंधित हैं। कई देशों में रामायण प्रसारित की जाती है और यहां राम मंदिर को लेकर कांग्रेस सियासत कर रही है। ये भी पढ़े – मध्य प्रदेश चुनाव में ओवैसी की एंट्री , प्रदेश की इस सीट पर दिखेगा असर
मध्य प्रदेश चुनाव में ओवैसी की एंट्री , प्रदेश की इस सीट पर दिखेगा असर
मध्य प्रदेश के प्रमुख दल बीजेपी और कांग्रेस के अलावा इस बार एमपी विधानसभा चुनाव में देश के तमाम दल उपस्तिथि दर्ज करा रहे है। आप, सपा, बसपा के बाद अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM की भी एंट्री हो गई है। इस विधानसभा चुनाव में AIMIM ने अल्पसंख्यक बाहुल्य बुरहानपुर सीट से चुनाव में क़दम रखा है। जिसकी वजह से कांग्रेस को एक और झटका लगा है। आपको बता दें , बुरहानपुर अल्पसंख्यक बाहुल्य सीट है और यहाँ से नफ़ीस मंशा कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन पार्टी ने सुरेंद्र सिंह शेरा को मैदान में उतारा है। टिकट कटने के बाद पूर्व नगर निगम नेता प्रतिपक्ष नफीस मंशा खान ने AIMIM की सदस्यता लेली और ओवैसी ने मौका देख दांव चल दिया। ओवैसी ने बुरहानपुर से खेला दांव प्रदेश की बुरहानपुर विधानसभा सीट से AIMIM उम्मीदवार नफीस मंशा को टिकट मिलने के बाद इस सीट पर मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प हो गया। दरअसल ,बुरहानपुर मुस्लिम बाहुल्य इलाका है। प्रत्याशी के ऐलान के बाद से ही बुरहानपुर से अल्पसंख्यक नेता को टिकट देने की मांग जोरों पर थी, और AIMIM ने मौका देखकर दांव लगा दिया। पार्टी ने नफीस मंशा को अपना मुस्लिम कैंडिडेट बनाकर चुनावी मैदान में उतार दिया। नफ़ीस ने क्यों छोड़ी कांग्रेस पूर्व पार्षद नफीस मंशा खान ने कांग्रेस छोड़ने का कारण बताया, “मेरा AIMIM ज्वाइन करने का कारण यह है कि ,कांग्रेस ने टिकट न देकर अल्पसंख्यक का अपमान किया, जो कांग्रेस का सदस्य नही है निर्दलीय को टिकट दे दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि , जातिगत आधार पर अल्पसंख्यक वर्ग से टिकट की मांग की जा रही थी। इस मांग को लेकर पिछले दिनों कांग्रेस के 23 पार्षद और 2 पूर्व विधायक प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला से मिलने भोपाल पहुंचे। वहां एक कमरे में 2 घंटे तक बैठे रहे , लेकिन वह मिलने नहीं आए। उसके बाद में पुलिस बुलाकर बाहर कर दिया गया। यह बेइज्जती है, हमने यह घूंट पिया और यह मन बना लिया कि इन्हें सबक सिखाना है। “ कांग्रेस प्रत्याशी का हो रहा विरोध बता दें कि , बुरहानपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने सुरेंद्र सिंह शेरा को उम्मीदवार बनाया है। सुरेंद्र सिंह का विरोध ना सिर्फ अल्पसंख्यक समाज के लोग कर रहे हैं बल्कि खुद कांग्रेस के अल्पसंख्यक नेता भी विरोध कर रहे है। इससे नाराज़गी इस हद तक पहुंच गई की 23 अल्पसंख्यक कांग्रेसी पार्षदों ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। ये भी पढ़े – बीजेपी ने गुना और विदिशा में इन नेताओं के समर्थकों को दिया टिकट
बुंदेलखंड में कांग्रेस झटका , ये महिला नेत्री बीजेपी में शामिल
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर टिकटों के बंटवारे के बाद बीजेपी और कांग्रेस में जमकर दल बदल चल रहा है। बरसाें पुराने नेता पार्टी छोड़ टिकट की उम्मीद में दूसरे दलों का दामन थाम रहे। ये सिलसिला अब भी जारी है जब लगभग सभी सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान हो चुका है और नामांकन शुरू हो गया है। इसी बीच अब बुंदेलखंड में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल ,यहां की कद्दावर महिला नेता शारदा खटीक ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली है। चार बार रही जिला पंचायत सदस्य ये नेत्री शारदा खटीक विधायक प्रदीप लारिया के साथ पूरे आज भोपाल पहुंचीं। जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। बता दें कि, ये वही नेता हैं, जिन्हें कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिला। जिसके बाद उन्होंने जमकर नाराजगी दिखाई थी और अब बीजेपी में शामिल हो गई है। आपको बता दें ,शारदा खटीक नरयावली विधानसभा से चार बार की जिला पंचायत सदस्य रह चुकी है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शारदा खटीक ने बेटे सहित मकरोनिया नगर पालिका में कांग्रेस पार्षद जित्तू खटीक के साथ शनिवार को बीजेपी ज्वॉइन कर ली। बता दें शारदा खटीक नरयावली विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से टिकट की दावेदारी कर रही थी। जो कांग्रेस पार्टी से टिकट की प्रबल दावेदार मानी जा रही थीं, लेकिन पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया जिससे वह पार्टी से नाराज थी। बीजेपी में शामिल कांग्रेस की कद्दावर नेत्री शारदा खटीक ने अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए समर्थकों के साथ कांग्रेस के नेताओं का पुतला फूकने जा रही थीं, उस समय कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के खास लोगों द्वारा डंडों के साथ उन्हें रोका गया। जिसके बाद यह मामला मारपीट और थाने तक पहुंच गया। वहीँ कांग्रेस पार्टी से नाराज शारदा खटीक ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गयी। ऐसा मन जा रहा है की वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री शारदा खटीक के भाजपा में आने से नरयावली विधानसभा में कांग्रेस पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। ये भी पढ़े -सीएम शिवराज का ये अंदाज देख हो जाँएगे हैरान
खुद के गढ़ में उठ रहा विरोध कैसे सुलझाएंगे कमलनाथ
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने जबसे प्रत्याशियों के नाम का एलान किया है , तबसे बगावत के सुर थम ही नहीं रहे है। प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर तो विरोध हो ही रहा है। लेकिन अब तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में बगावत की लपटे उठ रही है। कांग्रेस किसान नेता बंटी पटेल ने चौरई से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कर सनीसनी फैला दी है।बंटी पटेल चौरई से कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने चौरई से माजूदा विधायक संजीव चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। कमलनाथ ने दरकिनार किया किसान नेता आपको बता दें , बंटी पटेल चौरई से टिकट की दावेदारी कर रहे थे लेकिन पार्टी ने चौरई से माजूदा विधायक संजीव चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।कांग्रेस से टिकट कटने के बाद अब बंटी पटेल खुलकर मैदान में आ गए है। पार्टी से नाराज़गी के चलते उन्होंने निर्दलीय परचा भरा है। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि , अगर टिकट में परिवर्तन नहीं होता है तो वह होने समर्थकों के कहने पर आगे का निर्णय लेंगे। साथ ही उनका कहना है कि वह कांग्रेस के जेल भी गए। उन्होंने बड़े -बड़े आंदोलन भी किया। 20 साल से कांग्रेस के लिए खून पसीना बहाया ,कमलनाथ जी के हातों को मजबूत करने के लिए डटा रहा लेकिन पीछे नहीं हटा। बंटी पटेल ने परचा दाखिल करने से पहले चौराई विधानसभा क्षेत्र के खामारपानी से लगभग हज़ारों गाड़ियों के साथ बिछुआ चाँद , चौरई और छिंदवाड़ा तक रैली निकाली। इसके बाद पुलिस ग्राउंड से पैदल रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान बंटी पटेल के साथ हज़ारों युवा मौजूद थे। अब देखना ये होगा की अगर चौरई सीट पर टिकट में बदलाव नहीं होगा तो बंटी का अगला कदम क्या होगा। ये भी पढ़े – कांग्रेस कर रही राम मंदिर के पोस्टर हटाने की मांग
कांग्रेस कर रही राम मंदिर के पोस्टर हटाने की मांग
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच पहले जुबानी जंग ,फिर पोस्टर वॉर चला। अब एक नया मुद्दा सुर्खिया बटोर रहा है। ये मुद्दा कोई और नहीं बल्कि “राम मंदिर” है। जिसपर न जाने कितनी लड़ाई लड़ी गई और अब ये मंदिर बनकर तैयार होने वाला है। एमपी में ये मुद्दा अब तूल पकड़ रहा है। दरअसल , बीजेपी ने भोपाल ,इंदौर समेत अन्य शहर में राम मंदिर निर्माण के बड़े नेताओं समेत पोस्टर लगाए। अब कांग्रेस पार्टी इसकी शिकायत लेकर निर्वाचन आयोग पहुंच गई है। सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष की प्रतिक्रिया सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अब इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ,“मैं सबसे पहले तो प्रियंका जी से यही सवाल पूछना चाहता हूं कि भगवान राम और भगवान राम के मंदिर से आपको तकलीफ क्या है? कांग्रेस ने चुनाव आयोग को शिकायत की, कि भगवान राम के मंदिर के फोटो होडिंग लगाए जा रहे हैं। राम तो रोम रोम में बसे हैं, आप कभी राम को काल्पनिक बताते थे तो कभी कहते थे की मंदिर वहीँ बनवाएंगे पर तारीख नहीं बताएंगे। अब तो तारीख पता है 22 जनवरी अब भव्य और दिव्य राम मंदिर बनकर तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि ,अब होर्डिंग उतरवाने की बात करते हैं। राम हों, भगवान महाकाल हो, यह कहीं से नहीं हटाए जा सकते लेकिन कांग्रेस बताएं उसका दृष्टिकोण क्या है?’ वहीँ कांग्रेस की शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, ‘कांग्रेस की असली दिक्कत प्रभु श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से और श्री राम से है। कांग्रेस को घृणा सनातन से तो थी ही, अब नफरत का स्तर इतना बढ़ गया है कि कांग्रेस को राम मंदिर के चित्र वाले होर्डिंगों से भी पीड़ा होने लगी है.’ कांग्रेस का कहना है, भगवान राम देश के है, बिल्कुल सही है फिर कांग्रेस को भी भगवान राम को होर्डिंग लगाने चाहिए लेकिन अगर उनका बाबर प्रेम सर्वापरी है, तो वह जाकर बाबर के होर्डिंग लगाएं। नेताओं ने राम मंदिर निर्माण में दी सहयोग राशि – राकेश सिंह इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने कहा कि, राम मंदिर ट्रस्ट का गठन केंद्र सरकार ने राम मंदिर निर्माण के लिए किया है। देश में अनेक धर्म और राजनीतिक दलों के नेताओं ने मंदिर निर्माण में सहयोग राशि दी है। ऐसे में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी द्वारा चुनाव चिन्ह के साथ भाजपा विधानसभा प्रत्याशियों के फोटो लगाकर धर्म के आधार पर लोगों को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है, जो आदर्श आचार संहिता का भी उल्लंघन है। कांग्रेस कर रही सद्बुद्धि की कामना वहीँ दूसरी ओर कांग्रेस बीजेपी नेताओं की सद्बुद्धि के लिए कामना कर रही है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने वीडी शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, भगवान राम उन्हें सद्बुद्धि दे,राम भक्त, आस्था, त्याग का विषय हैं श्रीराम की कोई पार्टी नहीँ है तो दलगत राजनीति का विषय कैसे हो सकते हैं। भगवान राम के दरबार में जाएंगे तो उन्हे सद्बुद्धि मिलेगी। ये भी पढ़े – एमपी में प्रियंका गांधी ने कह दी ये बड़ी बात की जनता हो गई कंफ्यूज
एमपी में प्रियंका गांधी ने कह दी ये बड़ी बात की जनता हो गई कंफ्यूज
मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के बाद कांग्रेस ने भी अपनी स्टार प्रचारों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी समेत 40 बड़े चेहरों का नाम शामिल है। एमपी चुनाव में लगभग 20 दिन बचे है जिसे की प्रचार आख़री समय कहा जा रहा है। इसी के चलते बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज प्रदेश के दौरे पर है। प्रियंका गांधी ने दी गारंटी आज कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रियंका गांधी वाड्रा मध्य प्रदेश पहुंची है। प्रियंका ने आज पहली बार बुंदेलखंड का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जनसभा को सम्बोधित किया और कई बड़ी बातें कहीं। प्रियंका ने यहां तक कि ये भी कह दिया कि ,”कांग्रेस पार्टी ने जो गारंटी दी है ,अगर वो हम पूरी न करे तो कांग्रेस को दोबारा वोट मत देना। ” प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पलायन और रोजगार का मुद्दा उठाया साथ ही जाति जनगणना पर भी बात की। वह कहती हैं कि जब हम जातिगत जनगणना की बात करते हैं तो बीजेपी इसका भी विरोध करती है। इसमें क्या बुराई है कि किस वर्ग के कितने लोग हैं। यदि सरकार जानेगी नहीं तो सही तरीके से कैसे न्याय कर पाएगी। इसी के साथ वह कहती हैं कि भाजपा को OBC आरक्षण से दिक्कत है। इसी दौरान प्रियंका गांधी ने सरकार की लाडली बहना योजना को फुसलाने वाली स्कीम बताया। राजनीती में धर्म को लेकर राय जनसभा में प्रियंका ने राजनीति में धर्म को शामिल किए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि ,ये चुनाव के समय ही क्यों होता है। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि , एक ग्रामीण महिला अपना वोट धर्म के आधार पर डालने की बात कर रही थी, पर जब उन्होंने (प्रियंका ने) कहा कि धर्म की बात करने वाला आपका विधायक विकास की बात क्यों नहीं करता, तब उस महिला ने उनकी बात को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस वर्तमान में भ्रष्टाचार और संविधान बचाने के मुद्दे की लड़ाई लड़ रही है। लेकिन जब तक जनता नहीं जागेगी, तब तक कुछ नहीं बदलेगा। उन्होंने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि अपने विवेक के आधार पर वोट दें। ये भी पढ़े – फिर लगा कांग्रेस पर चुनावी हिंदू होने का आरोप
MP में कांग्रेस को एक और झटका ,इस पूर्व विधायक ने ली बीजेपी की सदस्यता
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद राजनैतिक दलों के नाराज़ नेताओं का इधर से उधर जाने -आने का सिलसिला लगातार जारी है। कहीं कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे है तो कहीं नाराज नेता अब निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरने लगे हैं। वहीँ कांग्रेस को सभी प्रत्याशियों के एलान के बाद लगातार बड़ा झटका लग रहा है। इसी बीच सोहागपुर से दावेदारी कर रही पूर्व विधायक सविता दीवान ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गई। सविता दीवान ने थामा बीजेपी का दामन गुरुवार को कांग्रेस की पूर्व विधायक सविता दीवान ने पार्टी छोड़ बीजेपी की सदस्यता ले ली। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।इस अवसर उन्होंने कहा कि , कांग्रेस अब जनता की हितेषी नहीं है। उन्हें अब निष्ठावान कार्यकर्ताओं की जरूरत नहीं रही। आपको बता दें कि ,पूर्व विधायक सविता दीवान सोहागपुर विधानसभा सीट से टिकट की मांग कर रही थी। लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर जिलाध्यक्ष पुष्पराज पटेल को टिकट दिया। जिससे सविता नाराज़ थी। सिंधिया की लाइन बोलकर छोड़ी कांग्रेस टिकट कटने से नाराज़ सविता दीवान ने गुरुवार को फेसबुक पर लगातार दो पोस्ट किए थे। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि , उसूलों पर जहां आंच आए टकराना जरूरी है। जो जिंदा हो तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है। बता दें की , ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी यही लाइन लिख कर कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी। वहीँ दूसरी पोस्ट में सविता ने लिखा था कि , अपना अस्तित्व बचाने को अपनों से लड़ना पड़ता है। जब भीष्म अधर्म के रक्षक हों तो अर्जुन बनना पड़ता है। ये भी पढ़े – निशा बांगरे इसलिए नहीं लड़ेंगी चुनाव,जानिए कमलनाथ ने क्या कहा