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चुनाव के अंतिम दौर में बीजेपी – कांग्रेस नेता करेंगे ताबड़तोड़ दौरे

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब 14 दिन ही बचे है। प्रचार -प्रसार के आखिरी दिनों में सभी राजनितिक दल जनता को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे है। जहाँ बीजेपी सत्ता में बने रहने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है तो वहीं कांग्रेस सत्ता में आने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रही है। इसी के चलते आने वाले दिनों में प्रदेश में बीजेपी-कांग्रेस नेताओं के ताबड़तोड़ दौरे होंगे। बीजेपी करेगी इतनी सभाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश में 8 दिनों में 14 सभाएं करेंगे साथ ही उनका एक रोड शो भी होगा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी करेरा, पिछोर के बीच सभाएं करेंगे।वहीं ,एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान अगले 10 दिनों में 150 विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज विंध्य दौरे पर पहुंचे। उन्होंने रीवा जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में चार जन सभाएं की साथ ही पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में एक रोड शो भी किया। वहीं दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर नीमच कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने पहुंचे। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी जनसभाओं को सम्बोधित किया। कांग्रेस करेगी इतनी सभा कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश में लगभग 22 सभाएं करेगी। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी नरेला में रोड शो करेंगे।वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी 5 नंबर को इंदौर आएंगीं। वे विधानसभा-5 के कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल का प्रचार करेंगीं। प्रचार के इस अंतिम दौर में कांग्रेस पार्टी एमपी को की जनता को साधने की पूरी कोशिश कर रही है जिसके लिए कुछ दिनों के अंतराल में ही खुद प्रियंका गाँधी जनसभाएं कर रही है। बीजेपी – कांग्रेस किस पर पड़ेगा असर मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा। जिससे पहले ही बीजेपी और कांग्रेस के कई नेताओं ने बगावत की। हालाँकि , बगावत की होड़ में कांग्रेस पार्टी सबसे आगे रही और इस अंतिम समय में कई बड़े झटके लगे। साथ ही कमलनाथ , दिग्विजय सिंह जैसे बड़े नेताओं पर आरोप भी लगे। इसका सीधा असर चुनाव में कांग्रेस पार्टी पड़ सकता है। ये भी पढ़े – महुआ मोईत्रा ने किया आचार समिति के सामने असंसदीय भाषा का प्रयोग

कांग्रेस पूर्व विधायक ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर लगाए ये गंभीर आरोप

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे है ऐसे में कांग्रेस में बगावत का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस पार्टी को चुनाव के इस अंतिम समय में लगातार कई बड़े झटके लगे है। आलोट विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की ओर से टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रेमचंद गुड्डू ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है। साथ ही कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रेमचंद गुड्डू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। साथ ही उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कांग्रेस नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर प्रदेश में टिकट वितरण को लेकर अनियमितता करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने पत्र में कहा की “मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा टिकट वितरण में बहुत ज्यादा अनियमितता की गई है”।” चुनाव के पहले तक यह दावा किया जाता रहा है की जीतने लायक प्रत्याशियों को टिकट दिया जाएगा” लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। साथ ही प्रेमचंद्र का आरोप है की कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा आपस में टिकटों का बंटवारा कर लिया गया और अपने समर्थकों के बीच में टिकट बांट लिए गए। पूर्व सांसद प्रेमचंद्र गुड्डू का कहना है की कांग्रेस नेताओं ने टिकट वितरण के दौरान इस बात को नजरअंदाज किया गया कि विधानसभा क्षेत्र में जीतने लायक प्रत्याशी कौन है? प्रेमचंद्र ने मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित आलोट विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांगा गया था। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उनका टिकट काट दिया। बता दें , प्रेमचंद्र गुड्डू आलोट विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में विधायक रह चुके है। इसके साथ ही वो उज्जैन संसदीय क्षेत्र से सांसद भी रहे है।प्रेमचंद्र गुड्डू के अनुसार ,कांग्रेस द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में रिपोर्ट उनके अनुकूल थी। इसके बावजूद उन्हें कांग्रेस के पटठा वाद के कारण टिकट नहीं दिया गया। जिसके बाद प्रेमचंद्र गुड्डू ने प्रदेश के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला लिया। साथ ही कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला आपको बता दें , प्रेमचंद गुड्डू आलोट विधानसभा सीट से अब निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतरे है। विधायक रह चुके गुड्डू के चुनाव में निर्दलीय उतरने से इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा। गुड्डू के निर्दलीय लड़ने से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ गयी है। वही अब इस सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। कांग्रेस में लगातार चल रही इस बगावत ने पार्टी को हिला कर रख दिया है। ये भी पढ़े – दिग्विजय सिंह ने छोटे भाई के लिए मांगा जनता से समर्थन

सिंधिया के “जय-वीरू” के बारे में पूछने पर जनता ने दिया ये जवाब

मध्य प्रदेश में चुनावी हलचल मची हुई है।नेताओं की बयानबाज़ी और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चरम पर है। सभी दिग्गज प्रत्याशियों के प्रचार प्रसार में ज़ोरो शोरों से लगे हुए। इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा प्रत्याशी श्रीकांत चतुर्वेदी के समर्थन में चुनावी सभा करने मैहर पहुंचे।उस दौरान उनका अंदाज़ देखने लायक था।केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मंच से ही KBC खेलने लगे। उन्होंने कहा कि, अ’मिताभ बच्चन का सीरियल कौन बनेगा करोड़पति तो सबने देखा होगा। यही कांग्रेस का पिक्चर है।हम कहते हैं किसान बनेगा करोड़पति, कांग्रेस कहती है नेता बनेगा करोड़पति। इसके साथ ही उन्होंने भाषण के बीच में जनता से पूछाकि , ‘जय-वीरू कौन थे तो पब्लिक ने कहा वह चोर थे। ’ कांग्रेस के”जय-वीरू”पर जनता की राय दरअसल, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच काफी समय से अनबन चल रही है जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी की तरफ से उन्हें शोले फिल्म के “जय -वीरू”बताया गया था।अब इस बयान को भाजपा कांग्रेस पार्टी पर सवाल उठा रही है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रचार के दौरान , मैहर की जनता से पूछा की शोले में “जय-वीरू ” का क्या रोल था। इस पर पब्लिक की तरफ से आवाज़ आई चोर थे। जिसके बाद उन्होंने फिल्म अभिनेता अशोक कुमार का गीत ” ये पब्लिक है सब जानती है ” को याद किया। कांग्रेस के कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को जय-वीरू की जोड़ी बताए जाने के बाद से राजनीति में बयानबाज़ी का एक नया मुद्दा बन गया है। जहाँ सभी दलों द्वारा चुटकी ली जा रही तो वहीं, कमलनाथ ने सोशल मीडिया के जरिए सीएम शिवराज सिंह चौहान को गब्बर सिंह कहा है।जिसके बाद दोनों ही दल एक दूसरे पर वार कर रहे है। ये भी पढ़े -ईडी की पेशी छोड़, चुनाव प्रचार पर उतरे केजरीवाल

कांग्रेस प्रत्याशी अजब सिंह कुशवाह होंगे गिरफ़्तार ? , अरेस्ट वारंट जारी

मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है,वहीं नामांकन वापस लेने की भी आज आख़िरी तारीख है। इसी बीच एक कांग्रेस प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है।कोर्ट की अवमानना के मामले में मुरैना की सुमावली विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अजब सिंह कुशवाह के खिलाफ जिला न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है की विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक ,यह वारंट चेक बाउंस और जालसाजी के एक मामले में अदालत ने जारी किया है। इस प्रकरण में अजब सिंह को 8 नवंबर को कोर्ट में पेश होना है।इस मामले में प्रकरण के फरियादी ने पुलिस व प्रशासन से गुहार लगाई है, कि क्षेत्र में प्रचार कर रहे आरोपी अजब सिंह कुशवाह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाए। क्या है पूरा मामला विधायक अजब सिंह कुशवाह ने मध्य प्रदेश में 2020 में हुए उपचुनाव के दौरान अपने रिश्तेदार मोहनलाल कुशवाह से 3 लाख रुपये उधार लिए थे। मोहनलाल के वकील धीरेंद्र जादौन के अनुसार इन रुपयों को वापस करने के लिए फरियादी(मोहनलाल कुशवाह) को जो चेक दिया गया वह बाउंस हो गया। जिसके बाद फरियादी ने कोर्ट में चैक अनादर के अधिनियम की धारा 138 व आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया। वकील धीरेंद्र जादौन का कहना है कि, अजब सिंह कुशवाहा एक भी बार कोर्ट में पेश नहीं हुए। इसी के चलते विधायक कुशवाह को आरोपी मानते हुए जिला न्यायालय ने विधायक अजब सिंह कुशवाह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। अजब सिंह कुशवाह पर लटक रही जेल की तलवार बता दें, 2023 मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने मुरैना की सुमावली विधानसभा सीट से अजब सिंह कुशवाहा को अपना प्रत्याशी बनाया है। इसके पहले कांग्रेस ने सुमावली सीट से कुलदीप सिकरवार को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन अजब सिंह के विरोध के कारण पार्टी को प्रत्याशी बदलना पड़ा था।बता दें , अजब सिंह कुशवाहा ने इस बार के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। ऐसे में अब कोर्ट के आदेश के बाद अगर उनकी गिरफ्तारी हो जाती है ,तो उनके साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के लिए भी बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी।आपको बता दें कि , 2023 के चुनाव के लिए अब बस 15 दिन ही बचे है , ऐसे में अजब सिंह की गिरफ्तारी से कांग्रेस को बढ़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। ये भी पढ़े – दुनिया की नज़रें थी केजरीवाल पर तब ईडी ने धर दबोचा AAP के इस मंत्री को

चुनाव से इंकार के बाद प्रचार करने पर क्या बोलीं यशोधरा राजे सिंधिया

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा। पर्चा दाखिल करने की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। अब प्रचार प्रसार करने का अंतिम समय चल रहा है। इस बीच बीजेपी की कद्दावर नेता और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने इस बात के संकेत दिए है की वो प्रचार नहीं करेंगी। आज जनसंघ संस्थापक राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती है और इस मौके पर उनकी बेटी यशोधरा राजे ने छतरी पहुंच कर पुष्पांजलि अर्पित करी। चुनाव से क्यों दूर हुई यशोधरा राजे सिंधिया खेल मंत्री यशोधरा राजे ने चुनाव के बाद चुनाव प्रचार से भी किनारा कर लिया है। वो अभी मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में न तो किसी प्रत्याशी के लिए प्रचार करेंगी और न ही पार्टी के लिए। प्रचार करने को लेकर उन्होंने कहा कि ,”अगर चुनाव प्रचार ही करना होता तो मैं खुद ही चुनाव में खड़ी हो जाती और अपने लिए प्रचार करती।मेरा शरीर साथ नहीं देता। ” इसके साथ ही यशोधरा राजे ने कुछ समय पहले ही चुनाव से दूर रहने की वजह साफ़ कर दी थी। उन्होंने बताया था कि, उन्हें चार बार कोरोना हो चुका है इसलिए उनका शरीर अब साथ नहीं दे रहा है। उन्हें आराम का वक्त नहीं मिला, उन पर बहुत सारा काम था और वे लगातार काम करती रही। उनका कहना है कि , उन्होंने अगस्त के महीने में ही संगठन को बता दिया था कि उनका शरीर साथ नहीं दे रहा है। इसलिए वो चुनाव नहीं लड़ेंगी और अब उन्होंने ने ये भी साफ कर दिया वह चुनाव प्रचार भी नहीं करेंगी। दरअसल ,खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया अपनी मां विजय राजे सिंधिया के प्रतिमा का अनावरण करने पहुंची थी। इस दौरान भावुक होकर मंच से चुनाव न लड़ने का एलान कर दिया था। इसके बाद बीजेपी ने शिवपुरी विधानसभा सीट से देवेंद्र जैन को चुनाव मैदान में उतार दिया। बता दें , यशोधरा राजे सिंधिया शिवपुरी सीट से विधायक है और 4 बार शिवपुरी सीट से जीत हासिल की है। ये भी पढ़े – मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर शिवराज ने की जनता से ‘गुज़ारिश’

विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर लगाया जासूसी का आरोप

देश के पांच राज्यों में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले है। इस चुनावी माहौल के बीच विपक्षी दल राज्य की सरकार को दरकिनार कर सीधा केंद्र सरकार पर हमला बोला है। हालाँकि, चुनाव के दौरान तमाम आरोप लगाए जाते है लेकिन इस बार विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर जासूसी करने के गंभीर आरोप लगाया है। विपक्ष ने लगाया जासूसी का आरोप विपक्ष के बड़े नेताओं ने एप्पल अलर्ट नोटिफिकेशन को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे है। नोटिफिकेशन का स्क्रीन शार्ट लेकर सबूत के तौर पर दिखाया। वहीं इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने सफाई देते हुए जांच के आदेश दिए है। बता दें कि , तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और शशि थरूर सहित कई विपक्षी नेताओं ने बताया कि उनके आईफोन और ईमेल पर एप्पल से एक मैसेज आया। जिसमें चेतावनी दी गई कि प्रायोजित हमलावर हो सकते हैं। आरोप लगाया है कि उनके iPhone को निशाना बनाया जा रहा है। वहीं केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कई विपक्षी नेताओं द्वारा अपने एप्पल आईफोन की हैकिंग के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि ,”जब भी इन लोगों के पास कोई बड़ा मुद्दा नहीं होता है, तो वो बस सर्विलांस की बात करते हैं।” साथ ही आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “कुछ सांसदों ने मुद्दा उठाया है कि उनके पास एप्पल से एक अलर्ट मैसेज आया है। उसके बारे में मैं साफ करना चाहता हूं कि सरकार इस मुद्दे पर बहुत गंभीर है, हम इस मुद्दे की तह तक जाएंगे। सरकार ने मामले को लेकर जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। ” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस देश में हमारे कुछ आलोचक हैं जिनकी आलोचना करने की आदत हो गई है। ये लोग देश की उन्नति को पचा नहीं सकते। एप्पल ने 150 देशों में ये सूचना जारी की है। शायद इसकी जानकारी हमारे विपक्षियों को नहीं है क्यूंकि उनको आलोचना करने की है। एप्पल के पास कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने अनुमान के आधार पर यह सूचना भेजी है। ये भी पढ़े -नकुलनाथ ने की चुनाव से पहले एक और भविष्यवाणी, क्या इस बार होगी सही

राम मंदिर की सियासत में क्यों उठ रही बाबरी मस्जिद गूंज

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 18 दिन बचे है। सभी राजनितिक दल ज़ोर शोर से प्रचार प्रसार कर रही है।सभी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। अब प्रचार के इस अंतिम चरण में राम मंदिर का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। राम मंदिर मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाए थे जिसपर बीजेपी के नेता जयभान सिंह पवैया और केंद्रीय कानून राज्य मंत्री एसपीएस बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने राम मंदिर जताई आपत्ति हाल ही में बीजेपी ने भोपाल ,इंदौर समेत अन्य शहर में राम मंदिर निर्माण के बड़े नेताओं समेत पोस्टर लगाए थे जिसपर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी और शिकायत लेकर निर्वाचन आयोग पहुंच गए थे।पलटवार करते हुए कांग्रेस से सवाल पूछा कि विधानसभा चुनाव में आखिर राम मंदिर मुद्दे का जिक्र क्यों ना हो।महाराष्ट्र बीजेपी के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि , मंदिर मुद्दे का ज़िक्र तो होगा ही अगर आपको आपत्ति है तो टूटे हुए बाबरी ढांचे का फोटो लगाकर प्रचार करें। हमें कोई आपत्ति नहीं। साथ ही कहा कि , भाजपा ने खून पसीना बहाया है वह राम मंदिर की खुशियां मना सकते हैं, इसे हम चुनाव में जरूर कहेंगे।कांग्रेस के लोग तो अदालत में जाकर राम मंदिर के निर्माण रुकवाने के लिए खड़े हो गए थे। वहीं केंद्रीय कानून मंत्री एसपीएस बघेल ने भी कांग्रेस पर राम मंदिर की आपत्ति पर जमकर हमला बोला है, एसपीएस बघेल ने कहा कि, राम को कोई भी भूल नहीं सकता है, लेकिन राम के बिना भी कोई कल्पना नही कर सकता है, बीजेपी सरकार में अच्छी पैरवी से पूरा मामला हमारे पक्ष में रहा है। और आज राम मंदिर बन रहा है। बीजेपी ने दिया कांग्रेस को करारा जवाब बता दें कि, ग्वालियर में सोमवार को बीजेपी की संभागीय बैठक का आयोजन सम्पन्न हुआ। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यसमिति सदस्यों को जीत का मंत्र दिया। बैठक के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बीजेपी के नेता जयभान सिंह पवैया और केंद्रीय कानून राज्य मंत्री एसपीएस बघेल ने कांग्रेस को आड़ों हाथ। जिसमें कांग्रेस की आपत्ति का मुद्दा उठाया गया। दरअसल , कांग्रेस पार्टी का आरोप था की , बीजेपी द्वारा चुनाव चिन्ह के साथ भाजपा विधानसभा प्रत्याशियों के फोटो लगाकर धर्म के आधार पर लोगों को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके बाद से एमपी की राजनीती गर्मायी हुई है। ये भी पढ़े – अमित शाह ने ग्वालियर में कार्यकर्ताओं को दिया जीत का यह मंत्र

“वचनपत्र”को लेकर कांग्रेस की टिप्पणी , बीजेपी ने किया पलटवार

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज़ चल रही है। कहीं कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी के विरोध में खड़े हो रहे तो कहीं जनता पार्टी से सवाल पूछ रही है। इसी के चलते पार्टी के बड़े नेता कार्यकर्ताओं मनाने में जुटे है। वहीं सभी पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए तमाम घोषणाएं कर रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना वचन पत्र जारी कर दिया है। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने अब तक अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया है। अब वचनपत्र को लेकर प्रदेश की राजनिती गरमाई हुई है। कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा तो वही अब बीजेपी ने भी इसका ज़ोरदार पलटवार किया। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अभी तक वचनपत्र घोषित नहीं किया है जिसे लेकर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर टिप्पणी की है। कांग्रेस मीडिया विभाग उपाध्यक्ष अब्बास हाफिज ने निशाना साधते हुए कहा कि ,घोषणा पत्र जारी करने में बीजेपी के पसीने छूट रहे है। कांग्रेस के वचन के आगे बीजेपी को झूठी घोषणाएं नहीं मिल पा रही है। भाजपा कभी अपने वचनों पर अडिग नहीं रही। कांग्रेस के पास सारे सबूत है, 90 % घोषणाएं अधूरी है। BJP की 25 हजार घोषणाएं, चांद तारे जमीन पर लाने जैसी बीजेपी के वादे रहे। कांग्रेस के वचन को देखकर भारतीय जनता पार्टी की हवा टाइट है। कांग्रेस की टिप्पणी पर बीजेपी का पलटवार कांग्रेस के इस बयान पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने पलटवार किया है। उन्होंने कांग्रेस के वचन पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया है। आगे पंकज ने कहा कि, घोषणा पत्र के लिए आकांक्षा पेटियों के जरिए जनता की राय ली है। बड़ी संख्या में जनता के सुझाव मिले है। इसी के साथ ही पकंज चतुर्वेदी ने बीजेपी क्व वचनपत्र को लेकर कुछ चीज़े बताई। उन्होंने बताया कि , जयंत मलैया इस समिति के अध्यक्ष है। जल्द ही बीजेपी का घोषणा पत्र सबके सामने होगा। बीजेपी का घोषणा पत्र मध्य प्रदेश के स्वर्णिम विकास की इबारत लिखेगा। उन्होंने कहा कि ,भाजपा के विकास को कांग्रेस पचा नहीं पा रही है। बीजेपी ने बीमारू राज्य से विकसित प्रदेश बनाया है , कांग्रेस को इसी बात का दर्द है। ये भी पढ़े – बालाघाट प्रत्याशी मौसम बिसेन ने नहीं भरा नामांकन पत्र

प्रदेश कांग्रेस महासचिव ने थामा भाजपा का दामन

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जब से कांग्रेस पार्टी ने अपनी लिस्ट जारी की है तभी से पार्टी में बगावत के सुर उठते नज़र आ रहे हैं। पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने इस्तिफा सौंप दिया है। साथ ही नेताओं द्वारा दल-बदल करने का सिलसिला भी तेज हो गया है। इस बीच विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के इस वरिष्ठ नेता व प्रदेश कांग्रेस महासचिव रहे अनिल भार्गव ने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। अनिल भार्गव ने की भाजपा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश महासचिव रहे अनिल भार्गव ने मंगलवार को भाजपा की सदस्यता ले ली। दतिया से बीजेपी प्रत्याशी व गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें सदयस्ता दिलाई। BJP में शामिल होने के बाद अनिल भार्गव ने कांग्रेस को धोकेबाज़ पार्टी बताया। कांग्रेस पार्टी पर लगातार उन्ही के नेता कई आरोप लगाते आए है उसी तरह से अनिल भार्गव ने भी कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा कि , “कांग्रेस कि न कोई रीति नीति है न कोई सिद्धांत। कांग्रेस का काम केवल जनता को झूठ बोलकर ठगना है और वोट लेना है। कांग्रेस को विकास, गरीब कल्याण से कोई लेना देना नहीं है। “आपको बता दें ,दतिया से भाजपा प्रत्याशी डॉ.नरोत्तम मिश्रा के समर्थन में दतिया कांग्रेस में लगातार बगावत का दौर चल रहा। पहले भानू ठाकुर, दिनेश शर्मा, राजकुमार जाटव और अब कांग्रेस प्रदेश महासचिव रहे अनिल भार्गव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अनिल भार्गव का कहना है कि, उन्होंने नरोत्तम मिश्रा के कार्य व व्यवहार से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। बड़े नेता कर रहे बागियों को मनाने की कोशिश इसी तरह से चुनावी माहौल में विरोध के चलते कई नेता कांग्रेस छोड़कर अन्य दलों में शामिल हो गए। उसी तरह से कारकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी का इस कदर भी विरोध किया कि पार्टी के बड़े नेता तक के पुतले फूंके गए। जिसे देखते हुए पार्टी के बड़े नेता लम्बे समय से बागियों को मनाने की कोशिश कर रहे है , लेकिन दल बदल का ये सिलसिला नहीं थम रहा। ये भी पढ़े -उत्तर भोपाल और हुजूर विधानसभा में कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किलें

भाजपा ने मध्य प्रदेश चुनाव के लिए घोषित किए विधानसभा प्रभारी

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा नेताओं की जमीनी स्तर पर तैनाती कर रही है, तो वहीँ कांग्रेस पार्टी भी अपना दमखम लगा रही है। चुनाव प्रचार को लेकर भाजपा लगातार कई तरह की नियुक्ति कर रही है। इसी कड़ी में पार्टी ने विधानसभा प्रभारियों की एक और सूची जारी की है। भाजपा ने जारी की विधानसभा प्रभारी की सूची भारतीय जनता पार्टी ने एमपी में विधानसभा प्रभारियों की सूची की। इस सूची में पार्टी ने श्योपुर विधानसभा के लिए प्रह्लाद भारती, श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा के लिए अशोक गर्ग प्रभारी, वीके शर्मा सह प्रभारी नियुक्त किया है। तो वहीं शिवपुरी विधानसभा के लिए हरिहर शर्मा, अनूपपुर की पुष्पराजगढ़ सीट के लिए सतीश तिवारी को प्रभारी बनाया है। साथ ही बैतूल जिले की मुलताई सीट के लिए राजू अनुराग पवार, भोपाल जिले की बैरसिया सीट के लिए गोपाल सिंह मीणा, धार जिले की सरदारपुर विधानसभा के लिए दिलीप पटोदिया, धार जिले की कुक्षी सीट के लिए निलेश भारती, धार जिले की मनावर विधानसभा सीट के लिए अनत पवार, इंदौर 5 विधानसभा सीट के लिए होलास राय और उजैन की घट्टिया विधानसभा सीट के लिए वीरेंद्र कावड़िया को प्रभारी बनाया है। विधानसभा प्रभारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने बनाए हैं। प्रदेश महामंत्री एवं प्रदेश कार्यालय प्रभारी भगवान दास सबनानी ने इसकी सूची जारी की। पार्टी के पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को विधानसभा प्रभारी की जिम्मेदारी दी है। यह पार्टी की ओर से प्रत्याशियों का चुनाव में सहयोग करेंगे। आपको बता दें , मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा और 3 दिसंबर चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। ये भी पढ़े -नामांकन करने से पहले मिर्ची बाबा ने किया ऐसा काम जिसे देख सब रह गए दंग