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साल 2024 इन तीन राशिफल के जातकों के लिए रहने वाला है शुभ, जानिए

साल 2024 की शुरुआत होने में महज कुछ दिन ही बचे हैं। ग्रह-नक्षत्रों के हिसाब से आने वाला साल बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है। साल 2024 में बनने वाले खास राजयोग कुछ राशियों के लिए बहुत फलदायी रहने वाले हैं। साल 2024 कई राशि के जातकों को करियर में बेहतरीन परिणाम मिलने की संभावना है। आइए वार्षिक करियर राशिफल से जानते हैं कि आने वाले साल में किन जातकों के लिए बेहतर रहने वाला है। मेष राशि मेष राशि के जातकों के लिए आने वाला साल बहुत अच्छा रह सकता है। इस साल कई ऐसे योग्य बनेंगे जिससे आपकी किस्मत चमक सकती है। नए साल में मेष राशि के जातकों का आत्मविश्वास बढ़ने की संभावना है। साथ ही इन जातकों के करियर-कारोबार में खूब तरक्की मिलेगी। इस राशि के कुछ लोगों को नई जॉब का ऑफर मिल सकता है। इन राशि के जातकों को नौकरी में प्रमोशन मिलने की संभावना है। साथ ही आने वाले साल में रुके हुए काम दूर हो जाएंगे। सिंह राशि सिंह राशि के जातकों के लिए साल 2024 शानदार रहने वाला है। आने वाले साल में आपको ढेरों खुशियां और सफलताएं मिलने की संभावना बन रही है। साल 2024 में आपको पुरानी सारी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। सिंह राशि के जातक अगले साल किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन कर सकते हैं। साथ ही आप विदेश की यात्रा पर भी जा सकते हैं। साल 2024 सिंह राशि के जातकों के लिए बहुत ही शानदार हो सकता है। धनु राशि धनु राशि वालों के लिए साल 2024 करियर में खूब सफलता लेकर आने वाला है। आपको करियर में कोई बड़ा ऑफर मिल सकता है। नौकरी में प्रमोशन के योग बन रहे हैं। जहां पर आप काम कर रहे हैं वहां के लोगों में आपका मान सम्मान बढ़ेगा। इस राशि के जो लोग व्यापार में है, उन्हें कोई बड़ी डील मिल सकती है। इसकी वजह से आपके व्यापार में खूब लाभ मिलेगा। आने वाले साल में धनु राशि के जातकों के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि उनका रूका हुआ काम पूरा हो सकता है। कुल मिलाकर इन राशि के लोगों के लिए साल 2024 शुभ रहने वाला है। ये भी पढ़े- मांस मछली की दुकान पर सियासत, मोहन यादव सरकार को मिला मुस्लिम मंच का साथ

cricket: मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा की जगह लेंगे, ऑलराउंडर पंड्या

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 का ऑक्शन 19 दिसंबर को दुबई में होना है. पहले से ही मुंबई इंडियंस में बड़े बदलाव की खबरें सामने आ रही हैं. ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने IPL 2024 में मुंबई इंडियंस की कप्तानी का करने का फैसला किया है. उन्होंने रोहित शर्मा की जगह लेने का निर्णय किया है, रोहित पहले अपनी टीम को पांच आईपीएल खिताब जिताए थे. मुंबई इंडियंस ने एक बयान में इस बदलाव की घोषणा की है और कहा है कि आगामी सीजन में एक बड़े ट्रांजिशन के साथ लीडरशिप में बदलाव किया गया है. प्रसिद्ध ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या, जो अब कप्तान के रूप में टीम का कमान संभालेंग. मुंबई इंडियंस के ग्लोबल परफॉर्मेंस हेड महेला जयवर्धने ने इस मौके पर टिम की नीति की सराहना की है और कहा है, ‘यह विरासत निर्माण और भविष्य के लिए तैयार रहने के (एमआई) MI की सच्ची नीति को दर्शाता है.’ उन्होंने रोहित शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके नेतृत्व में टीम ने हमेशा असाधारण लीडरशिप का आशीर्वाद प्राप्त किया है. जयवर्धन ने कहा, ‘हम रोहित शर्मा के अद्वितीय नेतृत्व के लिए कृतज्ञ हैं. उनका कार्यकाल मुंबई इंडियंस के कप्तान के रूप में 2013 से अद्वितीय रहा है.’ उन्होंने रोहित शर्मा के मार्गदर्शन में टीम को न केवल सफलता दिलाई है, बल्कि IPL के सबसे बेहतरीन कप्तानों में से एक बन गए हैं. इस cricketer ने IPL में टीम के लिए जीते 4 खिताब रोहित शर्मा ने मुंबई इंडियंस के लिए चार बार IPL खिताब जीता है। रोहित इस समय एकदिवसीय क्रिकेट में तीन दोहरे शतक बनाने वाले क्रिकेट इतिहास के एकमात्र एैसे खिलाड़ी हैं, जो सर्वाधिक 264 रन बनाए हैं। रोहित शर्मा एकल विश्व कप में पांच शतक लगाने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं। ये भी पढ़े- ABVP के दोनों छात्रों की रिहाई की उठी मांग, कल होगा बड़ा आंदोलन

श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सपा सांसद ने नकारा

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद मामले में, सुप्रीम कोर्ट ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह परिसर के सर्वेक्षण पर रोक लगाने से मना कर दिया है। इसके पहले, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ईदगाह परिसर के सर्वेक्षण को मंजूरी दी थी, जिसके खिलाफ ईदगाह कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने इसे इंकार करते हुए मथुरा में अधिवक्ता आयुक्तों की टीम को श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर और ईदगाह परिसर का सर्वेक्षण करने की अनुमति दी है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर 18 दिसंबर को कोर्ट करेगी अगला फैसला सर्वेक्षण के तौर-तरीके 18 दिसंबर को तय होंगे, जब अदालत सुनवाई फिर से शुरू करेगी। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शाही ईदगाह परिसर के सर्वे पर रोक लगाने से इंकार किया है। इससे एक दिन पहले ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कोर्ट कमिश्नर सर्वे की मंजूरी दी थी, जिसके खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने इस सर्वे को रोक देने का फैसला किया है, जिससे मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के विवाद में नए मोड़ आए हैं। राम मंदिर के फैसले को भी नकारा सपा सांसद एसटी हसन ने इस फैसले को नकारा, कहते हुए कि इससे बाबरी मस्जिद के सर्वे की तरह ही होगा, जिसमें कोई साक्ष्य नहीं मिला था। उन्होंने कहा कि संविधान नहीं था और राजतंत्र चलता था, जब राजा ने जहां चाहा मंदिर और मस्जिद बनवा दी। इसके बाद, आजकल सरकार धर्म के नाम पर टेंशन पैदा कर रही है और देश को 500 साल पीछे ले जाने की कोशिश कर रही है। AIUDEF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने भी उठाया सवाल AIUDEF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने भी इस फैसले का समर्थन नहीं किया और बताया कि BJP, RSS, VHP का एजेंडा है कि वे मस्जिदों को अपना मंदिर बताते हैं। उन्होंने कहा कि इससे आगे और नए विवादों का आरंभ हो सकता है, और हम सभी को मिलकर देश को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए ना की देश को 500 साल पीछे लके जाना चाहिए। ये भी पढ़े-श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले पर ओवैसी ने दिया बड़ा बयान

श्रीकृष्ण जन्मभूमी के इतिहास से जुड़ी कुछ खास

श्रीकृष्ण जन्मभूमी से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जिसे आप सब ने कही पढ़ा या सुना नही होगा. हमारी मीडिया टीम ने जब मथुरा मंदिर के इतिहास को उठा कर देखा तो कुछ खास बातें पता चली हैं जो हम आप सब को भी बताना चाहेंगे. एक नही बल्कि 4 बार मथुरा मंदिर को तोड़ा और बनाया गया है. करीब पाँच हजार साल पहले, कटरा केशव देव में राजा कंस का कारागार था, जहां मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। ये भी पढ़े- अयोध्या के श्रीराम मंदिर में कौन बनेगा मुख्य पुजारी किसने किया श्रीकृष्ण जन्मभूमी पर हमला इतिहासकार डॉ. वासुदेव अरण अग्रवाल ने इसे श्रीकृष्ण की जन्मभूमि माना है। महमूद गजनवी ने सन् 1017 में मंदिर पर हमला किया था। साक्ष्यों के आधार पर, इसे कई बार नष्ट किया गया और बार-बार निर्मित हुआ। सन् 1669 में औरंगजेब ने मंदिर को तोड़ा और ईदगाह बनाया। ब्रिटिश शासनकाल में इसे खरीदा गया और भव्यता से पुनर्निर्माण हुआ। श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट की मंदिर निर्माण में भूमिका श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट ने 1944 में मंदिर की स्थापना की, परंतु ईदगाह को लेकर विवाद है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2023 में सर्वेक्षण के लिए निगरानी करने के लिए अधिवक्ता आयुक्त नियुक्त किया है। हिंदू पक्ष दावा कर रहा है कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मस्जिद के नीचे है। इसके स्वीकृति के बावजूद, विवाद जारी है और यह आयोग 18 दिसंबर, 2023 को आगामी सुनवाई करेगा। ये भी पढ़े- भारत के कुलदीप और सुर्या ने दक्षिण अफ्रीका को किया पराजित

भारत के कुलदीप और सुर्या ने दक्षिण अफ्रीका को किया पराजित

सूर्यकुमार यादव के ऐतिहासिक शतक के बाद, जन्मदिन के खास मौके पर कुलदीप यादव ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में विकेट का पंजा जड़ा। इस मैच में टीम इंडिया ने जीत दर्ज कर टी20 सीरीज 1-1 से बराबरी कर ली, साथ ही कई रिकॉर्ड भी स्थापित किए। सूर्यकुमार यादव के शतक और कुलदीप यादव के पांच विकेट ने दक्षिण अफ्रीका को तीसरे टी20 मैच में पराजित कर दिया। तीन मैचों की टी20 सीरीज बराबरी पर रही, जहां पहले खेल में सूर्या ने ऐतिहासिक 56 गेंदों में शतक बनाया और टीम ने बड़ा स्कोर तय किया। अफ्रीकी टीम 95 रन पर सिमट गई और 106 रनों से हारी। यह उनकी तीसरी सबसे बड़ी हार थी। कुलदीप यादव ने जन्मदिन पर 17 रन देकर 5 विकेट लिए, जो टी20 इंटरनेशनल मैच में किसी भी गेंदबाज द्वारा किए गए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक था। ये भी पढ़े- अयोध्या के श्रीराम मंदिर में कौन बनेगा मुख्य पुजारी उप-कप्तान रवींद्र जडेजा ने भी दो विकेट लिए, जबकि टॉस हारकर भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 201 रन बनाए। इसके बाद, सूर्या और यशस्वी ने मिलकर 70 गेंदों में 112 रनों की पार्टनरशिप करते हुए टीम को संभाला और बड़े स्कोर तक पहुंचाया। यशस्वी 41 गेंदों पर 60 रन बनाकर आउट हुए, जबकि सूर्या ने अपनी पारी में 8 छक्के और 7 चौके जमाए, रोहित शर्मा और ग्लेन मैक्सवेल के साथ शतक के रिकॉर्ड को बराबर किया। साउथ अफ्रीका के लिए केशव महाराज और लिजाड विलियमस ने 2-2 झटके लगाए, जबकि तबरेज शम्सी और नांद्रे बर्गर को भी एक-एक विकेट मिला। अफ्रीकी टीम 13.5 ओवर में 95 रनों पर सिमट गई, जिसमें डेविड मिलर ने सबसे ज्यादा 35 रन बनाए। कुलदीप यादव ने अपने जन्मदिन पर टी20 इंटरनेशनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट लिए, जिससे वह सबसे अच्छे गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी बने। ये भी पढ़े- राजस्थान में कल शपथ समारोह, इन दिग्गजों के आने की संभावना

महिलाओं ने कर दी कांग्रेस नेता की चप्पलों से पिटाई

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरो-शोरो से चल रही है. चुनाव प्रचार के बीच ही कोई किसी को गोली दे रहा है तो कोई किसी के साथ मारपीट कर रहा है. एैसी ही एक खबर आई है, रहली विधान सभा गुंजौरा ग्राम से जहां कांग्रेस नेता को महिलाओं ने चप्पल से मारा. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरसल पुरी बात ये है कि रहली विधान सभा गुंजौरा ग्राम के तीन लोगों का सड़क हादसा हो गया और तीनों लोगों की तत्काल मौत हो गई. जहां शोक सभा को संबोधित करने के लिए शुक्रवार को अनुसूचित जाति वर्ग के नेता प्रदीप अहिरवार रहली विधान सभा के गुंजौरा ग्राम में पहुचें. वहां जाने के बाद प्रदीप अहिरवार ने एक जनसभा में भाषण देने के दौरान इन तीनों मौतो का जिम्मेवार गोपाल भार्गव को ठहराया. एैसा करना जाति वर्ग के नेता प्रदीप अहिरवार पर भारी पड़ गया. जब प्रदीप ने गोपाल भार्गव पर ये आरोप लगाया तो इतना सुनते ही गढ़ाकोटा कृषि उपज मंडी की मंत्री प्रतिनिधि मालती मंच पर आ पहुची और प्रदीप का भाषण बीच में ही रूकवा दिया. मालती के साथ मंच पर और कई महिलाए और पुरूष भी गए. मंच पर जाते ही मालती ने अपने पैरों से चप्पल उतारा और प्रदीप अहिरवार को मारने की कोशिश की, उनके साथ के बाकि लोगों ने भी उनका साथ दिया. गोपाल भार्गव पर आरोप लगाने पर तीनों मृतकों के परिजनों ने और वहां मौजूद अहिरवार समाज के लोगों ने कांग्रेस पार्टी के नेता प्रदीप अहिरवार को जमकर फटकार गलाई और कांग्रेस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. इसके बाद प्रदीप अहिरवार को शोक सभा से खदेड़कर भगा दिया. रहली क्षेत्र से गोपाल भार्गव के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने जिला पंचायत सदस्य ज्योति पटेल को मैदान में उतारा है. मंत्री गोपाल भार्गव रहली विधानसभा से 8 बार विधायक हैं. ये भी पढ़े- मध्य प्रदेश की इन VIP सीटों पर हो सकता है एक तरफ़ा मुकाबला

पत्रकार के इस सवाल पर भड़क गए अखिलेश यादव

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही है. आए दिन नेता मध्य प्रदेश का दौरा कर रहे है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पन्ना जिले में अपनी रैली खत्म करने के बाद प्रेस वार्ता किए. प्रेस वार्ता में अखिलेश यादव ने एक पत्रकार को बीजेपी का एजेंट बताते हुए उस पर पुलिस से कार्रवाई की मांग भी किए है. जिसके बाद पुरे सोशल मीडिया पर काफी हंगामा मच गया है. पिछले कई दिनों से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कांग्रेस पर इल्जाम लगाने के बाद चर्चाओं में बने थे. लेकिन गुरूवार को एक नये विवाद में फस गए है. आपको बता दें कि पन्ना जिलें में पत्रकारों से बात करने के बीच पन्ना के एक लोकल पत्रकार नूर काजी ने अखिलेश यादव से सवाल किया- ‘ यूपी में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद काफी विकास हुआ है और अखिलेश यादव पर तो टोटी चोरी करने के आरोप तक लग चुके हैं. ये सवाल सुनते ही अखिलेश यादव उस पत्रकार पर भड़क गए और नूर काजी को भारतीय जनता पार्टी का एंजेट बताया. अखिलेश ने उस पत्रकार से पुछा नाम क्या है तुम्हार नाम सुनने के बाद अखिलेश बोले तुमहारी बातों से नही लग रहा है कि तुम मुसलमान हो. यहीं नही समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्विट कर लिखा- मध्य प्रदेश के अजयगढ़ में पन्ना विधानसभा की सभा में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी की प्रेस वार्ता में पत्रकार के भेष में पहुंचा अपराधिक किस्म का संदिग्ध व्यक्ति. मध्य प्रदेश पुलिस जांच करे और बताए ये अपराधी प्रेस वार्ता में कहां से आया? तो इस पोस्ट का जवाब देते हुए पत्रकार नूर काजी ने भी अखिलेश के खिलाफ मानहानि का केश दर्ज करने की बात कही है. ये भी पढ़े- भाजपा धनतेरस पर करेगी घोषणा पत्र जारी

ये है देश का एकलौता भगवान धन्वंतरि का मंदिर

धनतेरस दिवाली की शुरुआत का एक अच्छा प्रतीक है और यह समृद्धि के प्रतीक के रूप में कीमती धातुओं, विशेष रूप से सोने और चांदी की खरीद से जुड़ा है। दिवाली के पहले धन और सौभाग्य को आमंत्रित करते हुए, घरों को साफ करने और सजाने का भी समय है. धनतेरस पर, कुछ लोग गाय के गोबर से बने दीपक जलाने की परंपरा का पालन करते हैं, माना जाता है कि यह घर में समृद्धि लाता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है. यह सामान्य दिवाली समारोहों में एक अनोखा मोड़ है. धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पुजा की जाती है. भारत में भगवान धन्वंतरि का केवल एकमात्र मंदिर है जो स्थान काशी के प्रसिद्ध सुड़िया में स्थित है, जिसमें भगवान की आष्टधातुकृत मूर्ति है, जो करीब 325 साल पुरानी है. धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि के सार्वजनिक दर्शन का अद्वितीय अनुभव होता है. इस मंदिर का साल भर में केवल एक ही दिन खुलने का परंपरागत आचरण है, जिसका इंतजार भक्तों को धनतेरस के दिन होता है। इस समय, भगवान धन्वंतरि के दर्शन केवल पाँच घंटे तक सीमित होते हैं. इस वर्ष, श्री धन्वंतरि पूजनोत्सव विक्रम संवत 2080 कार्तिक कृष्ण 13 शुक्रवार को होगा, और मंदिर का पट धनतेरस के दिन सायंकाल 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक ही खुलेगा. ये भी पढ़े- प्रचार वाहन से मिली शराब की पेटियां, कांग्रेस प्रत्याशी पर FIR

पाकिस्तान अपना आखिरी मैच जीत ले तो सेमीफाइनल में होगा भारत से मुकाबला

भारत की मेजबानी में खेला जा रहा वनडे वर्ल्ड कप 2023 का क्रिकेट मैच काफी रोमांचक होता जाता है. सेमिफाइनल में तीन टीमें भारत, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया पहुच गई है. लेकिन चौथी टीम के लिए पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान के बीच जंग जारी है. जब ऑस्ट्रलिया से अफगानिस्तान को हार मिली तो पाकिस्तान का दावा और मजबूत हो गया है. 7 नवंबर को अफगानिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को 292 रनों का टारगेट दिया था. ऑस्ट्रेलिया टीम ने 91 रनों पर 7 विकेट गवा दिए जिसके बाद ये तय था कि कंगारू टीम मैच हार जाएगी. मगर कंगारू टीम के खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने हार नही मानी और 128 बॉल पर 201 रनों की पारी खेल कर पुरी गेम ही बदल दी. पुरी सोशल मीडिया पर कंगारू टीम के खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल की ही चर्चा हो रही है. पाकिस्तानी फैन्स तो ये भी कह रहे हैं कि जीत के इतने करीब आकर अफगानिस्तान का हारना भी ‘कुदरत का निजाम’ ही है. अगर ये कुदरत का करिश्मा 9 नवंबर को बेंगलुरु में हो गया तो पाकिस्तानी टीम की दावेदारी मजबूत हो जाएगी. दरसल आज यानि 9 नवंबर को न्यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच बेंगलुरु में मुकाबला खेला जाना है. लेकिन 9 नवंबर को बेंगलुरु में बारिश की संभावना 90 प्रतिशत तक है. ऐसे में अगर बारिश के कारण मैच रूकता है या न्यूजीलैंड श्रीलंका से हारती है तो दोनों स्थिती में पाकिस्तान टीम का बड़ा फायदा होगा. जिसके बाद सेमीफाइनल में भारत और पाकिस्तान आमने- सामने नजर आएगी. यदि ऐसा होता है कि न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और अफगानिस्तान तीनों टीमें अपना-अपना आखिरी मैच जीट जाती है तो बात रनरेट पर आ जाएगी. जिसके बाद रनरेट में कीवी टीम आगे हो जाएगी और पाकिस्तान को सेमीफाइनल में जाने के लिए इंग्लैंड को बड़े अंको से हराना पड़ेगा. इस स्थिती में पाकिस्तान को दुआ की ज्यादा जरूरत है. ये भी पढ़े- एमपी की महाभारत में कौन पांडव , कौन कौरव

केंद्रिय मंत्री प्रहलाद पटेल ने किया कमलनाथ के वंशवाद पर हमला

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ गई है. मध्य प्रदेश के नेता एक दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे तो कोई बोल रहा, इस बार चुनाव जीतने से मुझे कोई नही रोक सकता है. इसी बीच केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल छिंदवाड़ा के चौरई विधानसभा ग्राम खमारपानी में जनसभा को संबोधित करने पहुचे थे. जहां पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस और कमलनाथ पर निशाना साधे. जनसभा के को संबोधित करते हुए पटेल बोले, ‘ अगर पार्टी ने मुझे 2008 में ही टिकट दे दिया होता तो कमलनाथ का वंशवाद 2008 में ही खत्म कर देता. प्रहलाद पटेल ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी लखन वर्मा के समर्थन में ये सभा की है. जनसभा के सामने केंद्रिय मंत्री प्रहलाद पटेल ने बोला इस बार छिंदवाड़ा में भारतीट जनता पार्टी का ही जीतेगीते. ये मैं खुद के कर जा रहा हुं. केंद्रिय मंत्री प्रहलाद पटेल ने अपने जीवन में 8 लोकसभा चुनाव लड़े है और ये 9वां विधानसभा का लड़ने जा रहे है. इसके पहले उन्होनें छिंदवाड़ा से भी लोकसभा का चुनाव लड़ा है. प्रहलाद पटेल बोले, छिंदवाड़ा में पैसे और शराब की राजनीति होती है. लेकिन उसके बाद भी मैं बिना पैसे और शराब की राजनीति लडूंगा. केंद्रिय मंत्री प्रहलाद पटेल बालाघाट से भी चुनाव लड़ चुके पटेल बोले- मैने जातिवाद और नक्सलबाद जैसी जगह, बालाघाट से भी चुनाव लड़ा है. मै लोकसभा चुनाव में हार गया ये मैं मानने को तैयार नही था, लेकिन मैने किसी पर आरोप नही लगाया. मैनें राजनीति में इस बात को मानता हूं की जनता का फैसला सीधे आए, चाहे कैसे भी आए. जनता का फैसला हर किसी को स्वीकार करना चाहिए. छिंदवाड़ा से चुनाव हारने के बाद भी मैं छिंदवाड़ा जाता था. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल बोले- अगर 2008 में ही मुझे टिकट मिलता तो कमलनाथ का वंशवाद अभी तक खत्म कर दिया होता. ये भी पढ़े- केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल का वाहन हुआ दुर्घटना का शिकार