Aayudh

शाहरूख खान ने कितनी मुश्किलों से बचाया था आर्यन को ड्रग केस से

शाहरूख खान

बॉलीवुड के किंग खान ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है। शाहरूख खान बॉलीवुड में अपनी कामयाबी के चलते हमेशा हैडलाईन्स में बने रहते है। इस बार शाहरूख ने अपने बड़े बेटे आर्यन खान को लेकर एक बयान दिया है। आर्यन पिछले कुछ महिनों से अपने विवादों के चलते मीडिया में छाए हुए थे। एक इवेंट में पहुंचे शाहरुख ने इस विवाद पर पहली बार खुलकर बातचीत की। उन्होंने यह भी साझा किया कि निजी स्तर पर उन्होंने इस समस्या से कैसे सीखा है। शाहरुख ने अपनी फिल्मों की सफलता पर भी चर्चा की. बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने 2023 में एक शानदार साल बिताया है, जिसमें उनकी तीनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट रहीं और वैसे ही शानदार कामयाबी हासिल की। इन फिल्मों ने वॉर्ल्डवाइड में 2500 करोड़ रुपये से अधिक का बड़ा कलेक्शन किया। इस शानदार कामयाबी से पहले, शाहरुख ने निजी जीवन में चुनौतीपूर्ण क्षणों का सामना किया था। 2021 में आर्यन के ड्रग विवाद के बीच, शाहरुख को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया था। शाहरूख खान ने बताया कितना मुश्किल था वह समय हालांकि, मई 2022 में आर्यन को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया और शाहरुख के फैन्स कइस मौके को खुशी के साथ स्वीकार किया। आपको बता दें कि कई सालों बाद किंग खान ने पहली बार आर्यन को लेकर कुछ बोला है। मीडिया के एक प्रोग्राम में शाहरूख को इनवाईट किया गया था। इस इवेंट में शाहरूख ने बताया कि कैसे आर्यन से जुड़े विवाद से उनका पुरा परिवार परेशान हो गया था। उनके लिए ये पुरा मामला बुरा और परेशान करने वाला था। SRK ने बताया कि उन्होंने इस मुश्किल समय से भी बहुत कुछ सिखा है। बोले कहा, चुप रहना चाहिए, कहा बोलना चाहिए और सम्मान को बचाए रखने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। जीवन में कभी-कभी एैसा लगता है कि सब कुछ अच्छा चल रहा है तभी अचानक कहीं से जिंदगी एक जोरदार सा मुक्का आपके मुहं पर जड़ देती है। किसी के जीवन में कभी भी कुछ भी हो सकता है। ये भी देखे- Anupama TV Serial Actress Rupali Ganguly पहुंची महाकाल लोक, सनातन और भष्म आरती पर कही ये बड़ी बात।

क्यों भोगने पड़ते हैं पूर्व जन्मों के पाप ‘प्रेमानंद महाराज’ ने बताए इसके उपाय

प्रेमानंद महाराज

एक बार फिर प्रेमानंद महाराज ने अपने भक्तों के लिए एक संदेश दिया है। हम कोशिश करेंगे कि हर रोज प्रेमानंद महाराज के एक नए विचार के साथ आप से मिले। जैसा की आप सभी को पता है उनके विचारों में इतनी ताकात है कि उसे सुनने के बाद हमारा पूरा जीवन बदल जाएगा। क्या आप ने कभी ये नहीं सोचा कि जिस महान पुरूष के विचार इतने भले है तो वह स्वयं कितने भले मानस होंगे। हित प्रेमानंद शरण महाराज ने एक बार फिर अपने भक्तों को नया संदेश दिया है। प्रेमानंद महाराज ने आज हमें बताया कि कैसे लोग अपने कर्मो का फल प्राप्त करते है। उन्होनें बताया कि सारे कर्मों का फल स्वर्ग या नरक में भोगने के अलावा मनुष्य इसी जन्म में अपने पुराने कर्मों को भी क्यों भोगता है। क्या कारण है जो पुराने जन्म के कर्मों का पाप भी इसी जन्म में भोगने पड़ते हैं। इसी के साथ एक उदाहरण के साथ महाराज ने बताया कि अगर आप कोई चोरी या हिंसा वाला कार्य करते है तो कोर्ट में तो आपको सजा मिलती ही है लेकिन पुलिस वाले जो पिटाई करते है, उसका क्या वह किस पाप के कारण मिलता है? कोर्ट तो सजा देती ही है, पुलिस वालें क्यों डंडे मारते है? और सालों तक समाज वालें आपका अपमान क्यो करते हैं। प्रेमानंद महाराज का कहना है कि कोर्ट में सजा तो मिलती है। बाद में और आखरी सजा तो यह है कि आप समाज वालों की नजर में भी गिर जाते हैं। भगवान इस जन्म में आपको मनुष्य का जन्म तो दे देते है, लेकिन आपने बहुत सारे पाप ऐसे किए थे जिनकी सजा का हिसाब इस जन्म में किया जाता है। उनका कहना है कि नरक की चाहरदिवारें पूरे विश्व का जेल है। यहां का सबसे बड़ा जेल नरक है, वहां रहम नाम की कोई गुंजाइस ही नहीं है। इसका एक ही उपाय है कि भगवान के नाम का जाप करते रहे एक ना एक दिन आपके सारे पाप धुल जाएंगे। भगवान ही है जो आपको आपके पापों से मुक्ति दिला सकते हैं। ये भी देखें- Bageshwar Dham के Pandit Dhirendra Shastri ने उठाया बड़ा कदम, इस तरह से रख दी Hindu Rashtr की नीव।

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने सनातन प्रेमियों से की ये अपील

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर लोगों के बीच छाए रहते है। कभी अपनी शादी से जुड़ा बयान देकर तो कभी किसी नेता को फटकार लगाने पर चर्चे में बने रहते है. आपको बता दें कि शास्त्री जी जितना अपने भक्तों की प्रशंसा करते है, उतना ही उनकी गलतियों पर डांट भी लगाते है. लेकिन सनातन धर्म के प्रती उनका विश्वास और स्नेह हमेशा बना रहता है. आज भी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कुछ एैसा ही कार्य किया है। जिसे जानने के बाद आपके भीतर उनके प्रती सम्मान और श्रध्दा बढ़ जाएगी. चलिए हम आपको पूरी बात बताते है. दरअसल बात यें है कि बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्रकृष्ण शास्त्री ने मंगलवार के दिन बागेश्वरधाम में एक भगवा ध्वज लहराया जिसकी ऊचाई पूरे 111 फिट है. इस भगवा रंग के ध्वज पर सुंदर और सुनहरे अक्षरों में जय हिन्दू राष्ट्र और भगवान राम का नाम लिखा है. आगे कि जानकारी के मुताबिक पंडित धीरेन्द्रकृष्ण शास्त्री ने इस भगवा ध्वज को ‘कपि ध्वज’ नाम दिया है. बागेश्वर धाम पर इस ध्वज के माध्यम से पूरे भारत में हिन्दू राष्ट्र की नींव रखी गई है. साथ ही बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत के सभी लोगों से अपील की है कि वह भी अपने घर के ऊपर भगवा ध्वज फहराए। ये भी देखें- Baba Dhirendra Shastri को आया भयंकर गुस्सा, इस नेता को कहा रावण के खानदान वाला।

22 जनवरी को अयोध्या धाम में इन जगहों पर जाने से बचें

अयोध्या धाम

22 जनवरी को उत्तर प्रदेश में श्री रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह मनाया जाएगा, जिसके दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 जनवरी को शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित किया है। प्राण-प्रतिष्ठा के दिन प्रदेश में मदिरा की बिक्री नहीं होगी और सरकारी भवनों को सजाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अयोध्या धाम में आगंतुकों को अविस्मरणीय अतिथि सत्कार की घोषणा की है, साथ ही सभी सरकारी भवनों की सजगता बढ़ाने के लिए आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही अयोध्या में स्वच्छता का ‘कुंभ मॉडल’ लागू करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 जनवरी को अयोध्या में स्वच्छता अभियान की शुरुआत करने का आदेश दिया है और तैयारियों की जांच की है। उन्होनें ने सुनिश्चित किया है कि सफाई और सुरक्षा में कोई कमी ना हो, और अयोध्या धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भव्य अयोध्या धाम की महिमा को प्रस्तुत करने के लिए टूरिस्ट गाइड की भी तैयारी भी की गई है। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में देश दुनिया के बड़े चेहरे आएंगे, और इसके लिए अयोध्या और लखनऊ के होटलों में मेहमानों की ठहरने के इंतजाम किए जा रहे है। लखनऊ जिला प्रशासन ने होटलों से खाली कमरों की लिस्ट मांगी है, ताकि मेहमानों को ठहरने के लिए उपयुक्त व्यवस्था की जा सके। ये भी पढ़े- शाजापुर में श्रीराम फेरी पर हुआ हमला, जिहादियों ने घरों से बरसाए पत्थर

खेल रत्न जैसा बड़ा अवॉर्ड लेने क्यो नहीं पहुचे ये दोनों खिलाड़ी

खेल रत्न अवॉर्ड

आज यानि 9 जनवरी को उन सभी खिलाड़ीयों को सम्मानित किया गया है, जिनको 2023 में खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड के लिए चुना गया था। इस साल के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह में, बैडमिंटन की स्टार जोड़ी चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेडी को मिला खेल रत्न अवॉर्ड, जबकि 26 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समारोह में शामिल होकर सभी खिलाड़ीयों को सम्मानित किया। बैडमिंटन खिलाड़ियों चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेडी को 2023 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया था। दोनों खिलाड़ीयों ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता और अन्य महत्वपूर्ण खिताबों को भी हासिल किया है। इसी के साथ चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेडी ने एशियाई चैम्पियनशिप और इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 का खिताब भी जीता है। आज के इस सम्मान समारोह में दोनों शामिल नहीं हो पाए क्योंकि इस समय दोनों खिलाड़ी मलेशिया ओपन सुपर 1000 में खेल रहे हैं। क्रिकेटर मोहम्मद शमी समेत 26 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, जिन्होनें विभिन्न खेलों में उच्चतम प्रदर्शन किया है। शमी ने वर्ल्ड कप 2023 में दमदार प्रदर्शन किया और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 24 विकेट लिए। खेल रत्न विजेताओं को 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा, जबकि अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार में 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है। इस वर्ष के अन्य पुरस्कार विजेताओं में शतरंज ग्रैंडमास्टर आर वैशाली, निशानेबाज ईशा सिंह, और पैरा तीरंदाज शीतल देवी शामिल हैं। ये भी पढ़े- अनुपमा ने कही सनातनी और भस्म आरती से जुड़ी ये बड़ी बात

प्रेमानंद महाराज ने बताया कि हम कैसे करें अपनी कमियों को दूर

प्रेमानंद महाराज

प्रेमानंद महाराज को तो आप सब जानते ही होंगे। आजकल वह अपने विचारों के चलते सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। बीते दिनों प्रेमानंद महाराज ने बताया था कि कैसे वह सब कुछ छोड़ भगवान की भक्ती में लीन हो गए थे। उनके जीवन से जुड़ी रोचक कहानियां सुन सब हैरान हो गए। एक बार फिर महाराज अपने कुछ खास विचारों के कारण सुर्खियों में बने हुए है। प्रेमामंद महाराज ने बताया कि अगर आप अपने अंदर की कमियों को बदलना चाहते है तो प्रवचन सुनकर नहीं, इस तरह से अपनी कमियां दूर करें। प्रेमानंद महाराज का कहना है कि, ‘आप खुद को ना तो प्रवचन देकर सुधार सकते है और ना ही प्रवचन सुनकर खुद की कमियां दूर कर सकते हैं। हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज का कहना है। अगर आप खुद को बदलना चाहते हैं या खुद की कमियों को खत्म करना चाहते हैं तो इन सबका एक ही उपाय है और वो है सच्चिदानंद भगवान का केवल नाम जपना। उनका कहना है कि अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में बदलाव हो तो आपको केवल सच्चिदानंद भगवान का नाम जपना होगा। प्रेमानंद महाराज ने उदाहरण देते हुए बताया शास्त्रों का सार इसके बाद महाराज ने बताया, हम सबको पता है कि ये नाम जपे बिना कोई भी कार्य पूर्ण होना संभव नहीं है। ये जानने के बाद भी नाम जाप किए बिना हम वो कार्य करते हैं क्योकिं हम सामर्थ्यहीन होते हैं। स्वामी प्रेमानंद का कहना हैं कि अंध- साधनों में वो बल नहीं है कि काम, आदि दोष विकारों को नष्ट कर सकें। भगवान नाम में ही एक मात्र यह शक्ति है। एक उदाहरण देते हुए महाराज ने बताया, जिस तरह दूध से दही, दही से मक्खन और मक्खन से घी बनता है, उसी तरह सब शास्त्रों का सार नाम जाप में है। पूरे मन और शांति से अगर आप केवल मात्र नाम जाप करते हैं तो आप अपने अंदर की कमियां दूर कर सकते हैं। ये भी पढ़े- राम के योद्धा: कारसेवक ने बताया कि बाबरी विध्वंस के समय क्या थी स्थिति

बिलकिस बानो गैंगरेप केस के दोषियों को मिली सजा

बिलकिस बानो

भारत में एक बार फिर नारी शक्ति की जीत हुई है। सोमवार यानि आज 8 जनवरी को बिलकिस बानो गैंगरेप केस के दोषियों के खिलाफ सुप्रिम कोर्ट ने एक बड़ा फैसला लिया है। इसी के साथ सुप्रिम कोर्ट ने गुजरात सरकार के फैसले को नकार दिया है। आप सब ने बिल्कुल सही सुना गुजरात सरकार के फैसले को रद्द करते हुए सुप्रिम कोर्ट ने बिलकिस बानो गैंगरेप केस के दोषियों को दो हफ्ते के अंदर सरेंडर करने का आदेश दिया है। आपको बता दें कि सुप्रिम कोर्ट ने आज गुजरात सरकार के फैसले को गलत करारते हुए बताया कि गुजरात कोर्ट इस केस से जुड़ा कोई भी फैसला लेने में सक्षम नही थी, गुजरात सरकार के इस फैसले को सुप्रिम कोर्ट ने ‘फ्रॉड एक्ट’ घोषित कर दिया है। सुप्रिम कोर्ट ने कहा देश की हर महिला सम्मान की हकदार है। फिर चाहे वह किसी भी समाज में कितनी भी ऊंची या नीची क्यों ना हो। यें भी पढ़े- भोपाल धर्मांतरण मामले में अधिकारियों पर हुई बड़ी कारवाई सुप्रिम कोर्ट ने बताया की कैसे दोषी पक्ष भौतिक तथ्यों को दबाकर और एक झूठा तथ्य बनाकर सजा माफ कराने का सोच रहे थे। सुप्रिम कोर्ट में जस्टिस बीवी नागरथाना और उज्जल भुइयां की बेंच ने फैसला सुनाया। जिसके बाद सुप्रिम कोर्ट ने बिलकिस बानो गैंगरेप केस के 11 दोषियों को सजा सुई और दो हफ्ते के भितर-भितर सरेंडर करने का आदेश दिया है। इसी के साथ जस्टिस नागरथाना ने बताया कि इस अदालत में धोखाधड़ी का खेल खेला गया है। गुजरात सरकार को सजा की छूट पर विचार करने का कोई निर्देश ही नही दिया गया था। बिलकिस बानो केस में सुप्रिम कोर्ट ने क्या-क्या कहा जस्टिस नागरथाना ने बताया कि इस अदालत की ओर से सजा में छूट देने के विचार पर कोई फैसला नही लिया गया था। गुजरात सरकार का 13 मई 2022 का आदेश सही नहीं था। इसके पहले इस फैसले पर हाईकोर्ट ने भी टिप्पणी की थी पर गुजरात कोर्ट ने ये बात छुपाई। आपको बता दें कि ये पुरी केस गुजरात सरकार के हाथ मे था ही नही ये पुरा केस बिलकिस बानो की मांग पर मुंबई भेज दिया गया था। यें भी पढ़े- मायावती को भी लगता है डर, कहा इस नेता से है जान का खतरा

मायावती को भी लगता है डर, कहा इस नेता से है जान का खतरा

मायावती

एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी की सुर्पीमो मायावती ने सपा पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी एक दलित विरोधी पार्टी है। मायावती का कहना है की सपा पार्टी और अखिलेश यादव से उनको जान का खतरा है। यही नहीं मायावती ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक साथ कई सारे पोस्ट शेयर किए हैं। चलिए हम आपको एक-एक कर सारे पोस्ट के बारे में बताते हैं। मायावती ने किया सोशल मीडिया पर पोस्ट आपको बता दें कि पहले पोस्ट में बहुजन समाज पार्टी की सुर्पीमो मायावती ने लिखा है कि समाजवादी पार्टी अति-पिछड़ो के साथ-साथ पुरी तरह दलित विरोधी भी है, पिछले लोकसभा आमचुनाव में सपा से गठबंधन करके इनके दलित-विरोधी चाल, चरित्र व चेहरे को थोड़ा बदलने का प्रयास किया। लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद ही सपा पुनः अपने दलित-विरोध जातिवादी एजेण्डे पर आ गई। दूसरे पोस्ट में लिखा है, अब सपा मुखिया जिससे भी गठबंधन की बात करते है उनकी पहली शर्त बसपा से दूरी बनाए रखने की होती है, जिसे मीडिया भी खूब प्रचारित करता है। मायावती ने गेस्ट हाउस कांड पर भी बयान दिए। बोली 2 जून 1995 सहित घिनौने कृत्यों को देखते हुए व इनकी सरकार के दौरान जिस प्रकार से अनेकों दलित-विरोधी फैसले लिये गये हैं. मायावती ने मांगी योगी सरकार से मदद इस असुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा सुझाव पर पार्टी प्रमुख को अब पार्टी की अधिकतर बैठकें अपने निवास पर करने को मजबूर होना पड़ रहा है। मायावती ने अपनी सुरक्षा के लिए यूपी सरकार से मदद मांगी है। आखरी पोस्ट में लिखा है कि ऐसे हालात में बीएसपी यूपी सरकार से वर्तमान पार्टी प्रदेश कार्यालय के स्थान पर अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर व्यवस्था करने का भी विशेष अनुरोध करती है, वरना फिर यहाँ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। ये भी पढ़े- भोपाल धर्मांतरण मामले में अधिकारियों पर हुई बड़ी कारवाई

2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने चला नया दाव, बनाया ‘मायावती प्लान’

लोकसभा चुनाव

इंडिया गठबंधन ने एक बार फिर से बैठक की है, जिसमें कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने दिल्ली में इकट्ठा होकर 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी पर चर्चा की. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बैठक में यूपी की राजनीति पर विचार किए, जिसमें बीएसपी को साथ लेकर चलने की बात उठी. इसके पहले हुई कांग्रेस की बैठक में भी यूपी की महत्वपूर्ण सीटों पर चुनाव लड़ने का सुझाव दिया गया. बैठक में अधिकांश नेताओं का मत रहा कि यूपी में बीएसपी पार्टी के साथ गठबंधन करना उचित होगा, और इससे बीजेपी को हराना संभव होगा. यूपी में कांग्रेस के नेता ने बीएसपी को इंडिया गठबंधन में शामिल करने की आवश्यकता बताई है. कांग्रेस को यूपी में बीजेपी को हराने के लिए स्थानीय दलों के साथ मिलकर गठबंधन करने की आवश्यकता है, क्योंकि बीजेपी यहां मजबूत है. इससे पहले के चुनावों में कांग्रेस को कम सीटों पर जीत मिली है, वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा को 4 सीटें पर जीत मिली तो बीएसपी को गठबंधन के बाद भी 5 सीटें पर जीत मिली, इससे साफ होता है कि अगर कांग्रेस समाजवादी पार्टी और बीएसपी के साथ मिलकर गठबंधन करती है, तो यूपी में कांग्रेस की जीत की संभावना बढ़ सकती है. मायावती की पार्टी का भी बड़ा जनाधार है, क्योंकि उत्तर प्रदेश में पिछड़ी जाति के वोटर बीएसपी के साथ हैं. इसलिए सभी दलों को मिलकर आगे बढ़ने की चुनौती स्वीकार करनी पड़ेगी. ये भी पढ़े- प्राण प्रतिष्ठा समारोह में इकबाल अंसारी बने मुख्य यजमान

प्राण प्रतिष्ठा समारोह में इकबाल अंसारी बने मुख्य यजमान

प्राण प्रतिष्ठा समारोह

22 जनवरी को भगवान श्रीराम अपनी नगरी अयोध्या पधार रहे है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्ट ने 22 जनवरी को होने वाले भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को भी निमंत्रण भेजा है. आपको बता दें कि अंसारी के पिता हाशिम अंसारी राम जन्मभूमि स्वामित्व विवाद के मुख्य वादी थे. हाशिम अंसारी की मृत्यु के बाद उनके बेटे इकबाल अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद की कानूनी लड़ाई जारी रखी। लेकिन आखरी में जीत हिन्दू धर्म की ही हुई। एक ऐतिहासिक फैसले के बाद, शीर्ष अदालत ने 2019 में राम जन्मभूमि स्थल का स्वामित्व हिंदू पक्ष को सौंपने का फैसला किया। इस जीत के बाद इकबाल अंसारी ने अदालत के फैसले का तहे दिल से स्वागत किया और सैकड़ों वर्ष पुराने चल रहे विवाद के समापन पर बधाई भी दी. इस जीत के बाद इकबाल अंसारी ने बयान दिया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नए विकास के एक अध्याय की शुरुआत करेगा. ये भी पढ़े- छा गया है, जुबिन नौटियाल और पायल देव का राम भजन ‘मेरे घर राम आये हैं’. इसी के साथ 22 जनवरी को हो रहे प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए इकबाल अंसारी को पहला निमंत्रण मिला था जिसे उन्होंने खुशी-खुशी स्वीकार किया. इकबाल अंसारी ने प्रधानमंत्री मोदी के आयोध्या दौरे के समय प्रधानमंत्री पर फूल बरसाए और बताया कि अयोध्या आने वाले हर व्यक्ति को मेहमान माना जाए. उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी के स्वागत में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और अन्य सभी लोग शामिल थे. इकबाल अंसारी ने यह भी दिखाया कि उनका समर्थन विभिन्न धर्मों के बीच सांघगत है. आगामी 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में इकबाल अंसारी मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे. यह कार्यक्रम भव्य होने के लिए अयोध्या को सजाया जा रहा है, और राम मंदिर की तैयार हो चुकी है. पीएम मोदी ने पहले ही अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन और महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण किया है, जो नए विकास का प्रतीक है. ये भी पढ़े- उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ की जान को किससे है खतरा