मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद राजनैतिक दलों के नाराज़ नेताओं का इधर से उधर जाने -आने का सिलसिला लगातार जारी है। कहीं कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे है तो कहीं नाराज नेता अब निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरने लगे हैं। वहीँ कांग्रेस को सभी प्रत्याशियों के एलान के बाद लगातार बड़ा झटका लग रहा है। इसी बीच सोहागपुर से दावेदारी कर रही पूर्व विधायक सविता दीवान ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गई।
सविता दीवान ने थामा बीजेपी का दामन
गुरुवार को कांग्रेस की पूर्व विधायक सविता दीवान ने पार्टी छोड़ बीजेपी की सदस्यता ले ली। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।इस अवसर उन्होंने कहा कि , कांग्रेस अब जनता की हितेषी नहीं है। उन्हें अब निष्ठावान कार्यकर्ताओं की जरूरत नहीं रही। आपको बता दें कि ,पूर्व विधायक सविता दीवान सोहागपुर विधानसभा सीट से टिकट की मांग कर रही थी। लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर जिलाध्यक्ष पुष्पराज पटेल को टिकट दिया। जिससे सविता नाराज़ थी।
सिंधिया की लाइन बोलकर छोड़ी कांग्रेस
टिकट कटने से नाराज़ सविता दीवान ने गुरुवार को फेसबुक पर लगातार दो पोस्ट किए थे। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि , उसूलों पर जहां आंच आए टकराना जरूरी है। जो जिंदा हो तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है। बता दें की , ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी यही लाइन लिख कर कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी। वहीँ दूसरी पोस्ट में सविता ने लिखा था कि , अपना अस्तित्व बचाने को अपनों से लड़ना पड़ता है। जब भीष्म अधर्म के रक्षक हों तो अर्जुन बनना पड़ता है।
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