Amit Shah News : शुक्रवार (21 मार्च 2025) को बजट सत्र के आठवें दिन गृह मंत्री Amit Shah ने विपक्ष के सभी सवालों का जवाब दिया। अमित शाह ने गृह मंत्रालय के कामकाज की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा – चर्चा के दौरान सदन में हमारी कमियों की ओर ध्यान केंद्रित किया गया है। हमें कई सुझाव दिए गए हैं।
अमित शाह ने सदन में अपने भाषण के दौरान आतंकवाद, नक्सलवाद और उग्रवाद का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, हमारी सरकार पर राजनीतिक आक्षेप लगाए गए हैं। सभी के जवाब देने का प्रयास करूँगा।
“आतंकवाद हमें विरासत में मिला” – Amit Shah
गृह मंत्री ने सभी सवालों का जवाब देते हुए केंद्र सरकार की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने ने कहा, पिछले दस वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में बहुत कुछ बदला है। चार दशक से इस देश में तीन नासूर थे, आतंकवाद, नक्सलवाद और उग्रवाद। हमारी सरकार ने ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत आतंकवाद को मुँहतोड़ जवाब दिया।
अमित शाह ने कहा – पिछली सरकार से हमें आतंकवाद विरासत में मिला है, लेकिन पिछले 10 वर्षों में हमनें उसका डटकर मुकाबला किया है। जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं से हुई मौतों में 70 प्रतिशत कमी आई है।

“नजर में ही आतंकी है…नज़ारे क्या दिखाएं”
गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और विपक्ष को याद दिलाते हुए कहा, विपक्ष के 33 वर्षों के शासनकाल में जम्मू-कश्मीर में सिनेमा हॉल तक नहीं खुलते थे। हमारी सरकार ने 2019 में वहां अनुच्छेद 370 हटाकर शांति स्थापित की है। G-20 जैसा वैश्विक आयोजन करवाया, जिसमें दुनियाभर के राजनयिक वहां गए।
जिन वादियों में केवल गोलियों और धमाकों के शोर सुनाई देते थे, हमनें वहां सफलतापूर्वक चुनाव करवाया। एक भी गोली नहीं चली। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, जो लोग काला चश्मा पहनकर बैठे हैं, उन्हें नज़ारे क्या दिखाएं। नजर में ही आतंकी है तो सपने में भी वही आएगा। हमारी सरकार न आतंकियों को सह सकती है और न ही आतंकवाद को पनाह दे सकती है। हम तो दिखाई देते ही दोनों आँखों के बीच में गोली मारते हैं।
जम्मू-कश्मीर में पहले आतंकवादियों के मरने पर जुलुस निकलते थे। आज जहाँ मरते हैं वहीं दफना दिए जाते हैं।

पाकिस्तान में घुसकर जवाब दिया
अमित शाह ने कहा कि इस देश में पहले भी आतंकवादी हमले होते थे। प्रधानमंत्री मोदी जी के आने के बाद भी हुए, लेकिन हमारी सरकार ने घर में घुसकर उसका जवाब दिया। 10 दिन के अंदर एयर स्ट्राइक के जरिए मुहतोड़ जवाब दिया गया। इस तरह की कार्रवाही में पहले केवल इजराइल और अमेरिका के ही नाम शामिल थे। इस एयर स्ट्राइक के बाद भारत के भी नाम इसमें शामिल हो गया।
गृह मंत्री ने 1991-92 के भी दौर को याद किया जब आतंकवाद अपने चरम पर था। उन्होंने कहा, उस समय मुरली मनोहर जोशी और प्रधानमंत्री मोदी नेतृत्व में हमनें यात्रा निकाली थी। श्रीनगर के लालचौक पर तिरंगा फहराने पहुंचे थे, लेकिन हमें वहां तिरंगा फहराने की अनुमति नहीं मिल रही थी। हमें सेना की सुरक्षा में वहां ले जाया गया और आनन-फानन में वहां से लौटना पड़ा।
हमारी सरकार में उसी लाल चौक पर हर घर पर तिरंगा लगाया गया। कोई ऐसा घर नहीं था जिसपर तिरंगा न नजर आ रहा हो।

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