America Imposes Tarrif : अमेरिका ने भारत सहित कई देशों पर पारस्परिक शुल्क (reciprocal tariffs) लगाने की घोषणा की है। इस नीति के तहत भारत पर 26% का शुल्क लगाया गया है, अमेरिका का दावा है कि यह भारत द्वारा अमेरिकी वस्तुओं पर लगाए गए 52% शुल्क का आधा है। इसके अलावा, यूरोप, एशिया और अन्य क्षेत्रों के कई देश भी इस शुल्क के दायरे में आए हैं।
America Imposes Tarrif : भारत पर क्या होगा असर ?
अमेरिका ने भारत पर 26% का पारस्परिक शुल्क लगाया है, जिसे 5 अप्रैल से 10% की आधार दर के साथ शुरू किया जाएगा और 9 अप्रैल से पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा। यह शुल्क भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है, हालांकि फार्मा सेक्टर को इससे छूट दी गई है।

ट्रम्प ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना “अच्छा मित्र” बताया, लेकिन यह भी कहा कि भारत अमेरिका के साथ व्यापार में “कठोर” रवैया अपनाता है। उनके अनुसार, यह शुल्क उन देशों के खिलाफ “दयालु” जवाबी कार्रवाई है जो अमेरिकी वस्तुओं पर भारी शुल्क लगाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत के आईटी और फार्मा क्षेत्र बड़े पैमाने पर प्रभावित नहीं होंगे, लेकिन अन्य क्षेत्रों में चुनौतियां बढ़ सकती हैं।
Trump ने Penguins पर लगाए टैरिफ
यह शुल्क नीति केवल भारत तक सीमित नहीं है। यूरोपीय यूनियन (EU) पर 20%, चीन पर 34%, और जापान पर 24% का शुल्क लगाया गया है। छोटे देशों में लेसोथो जैसे अफ्रीकी देश को सबसे अधिक 50% शुल्क का सामना करना पड़ा है।
इसके अलावा, एक हैरान करने वाली खबर यह है कि अमेरिका ने अंटार्कटिक क्षेत्र के हर्ड आइलैंड और मैकडोनाल्ड आइलैंड्स पर भी 10% शुल्क लगाया है। इन आइलैंड्स पर कोई भी व्यक्ति नहीं रहता है, यह केवल पेंगुइन और पक्षियों का निवास स्थान हैं, जिसके कारण अमेरिका का यह फैसला सोशल मीडिया पर चर्चा और मजाक का विषय बन गया है।

अमेरिका के इस फैसले से वैश्विक बाजार में हलचल मच गई है। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि EU इसके जवाब में अपनी नीतियां तैयार कर रहा है, जबकि चीन ने भी जवाबी कार्यवाही करते हुए अमेरिका पर 34% टैरिफ लगाया है।
ALSO READ : PM मोदी और मोहम्मद यूनुस की मुलाकात…क्या भारत करेगा स्वीकार ?