जबलपुर मे NTA और ATS की टीम ने छापा डाला जिसमे तीन लोगों को पकड़ा गया ,और जब इनसे पूछताछ हुई तो आरोपियों ने बताया की उनकी ये कट्टरपंथी सोच का कारण कोई धर्म ग्रंथ या कोई इंसान नहीं है वल्की एक मैगजीन है ।इस मैगजीन से युवकों ने सीखा की हिंदुओं और हिंदुस्तान को मिटा दो । इस मैगज़ीन का नाम सवात अल हिन्द है जिसे अंग्रेजी मे वॉयस ऑफ हिन्द कहा जाता है । इस मैगजीन के जरिए आईएसआईएस अपने नापाक मंसूबों को पूरा करना चाहता था ।
क्या है वॉयस ऑफ हिन्द का पूरा सच
मध्यप्रदेश के जबलपुर से जांच एजेंसी ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया जो की ISIS के चक्कर मे पड़े हुए थे । मुख्य आरोपी आदिल खान, उसके दोस्त मोहम्मद शाहिद और सैयद मामुर आली तीनों को आतंकी बनाने के पीछा एक कश्मीरी आतंकी आमिर उमर निसार उर्फ कासिम खुरासानी का हाथ था । यही कश्मीरी आतंकी वॉयस ऑफ हिन्द नाम की मैगज़ीन चल रहा था जो अफ़ग़ानिस्तान से तैयार होकर भारत छिपकर लाई जाती थी।
इसे प्रकाशित करने की जिम्मेदारी अल किताल मीडिया सेंटर ने ली थी जो की आइएसआइएस का ही ऑनलाईन ग्रुप है । इस मैगज़ीन मे बिना किसी सेंसर के सर तन से जुदा की फोटोस लगाई गई थी । इस मैगजीन के लक्ष्य थे कि इससे भारत को तोड़ा जाए ,भारत के मुसलमानों को मोदी सरकार के खिलाफ भड़काना ,युवाओं को संगठन मे जुड़ने का आमंत्रण देना ।
पहले भी करी है कई नापाक कोशिशें
ऐसा नहीं है कि आतंकवादी संगठन द्वारा ये पहली बार कोशिश कि गई हो इसके पहले भी कई बार ऐसे नापाक साजिश रची जा चुकी है दरहसल बिहार मे पुलिस को छान बीन मे pfi के कुछ दस्तावेज मिले जिनमे इंडिया विज़न 2047 लिखा हुआ था साथ ही मध्यप्रदेश के जबलपुर मे तीन आतंकी मिले जो कि isis का प्रचार सोशल मीडिया के माध्यम से कर रहे थे । इन सभी घटनाओं का सीधा उद्देश्य है भारत को इस्लामिक देश बनाना और हिंदुओं को खत्म करना।
PFI इंडिया विज़न 2047
PFI इंडिया विज़न 2047 मे भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए प्रगति को चार चरण मे विभाजित किया है। पहले चरण के अनुसार सभी मुसलमानों को एक जुट करना , ज्यादा से ज्यादा नए लोगों को संगठन से जोड़ना और उन्हे हर प्रकार के हथियार चलना सिखाना शामिल है।
दूसरे चरण मे हिंदुओं पर हिंसा करने की बात कही है और संविधान ,अंबेडकर जैसी पंच लाइन का इस्तेमाल बताया है । तीसरा चरण है की हिंदुओं के पिछड़े वर्गों मे विभाजन पैदा करना और नगरपालिका और न्यायपालिका मे घुसपेठ करना । चौथा चरण है की जब हिंदुओं के पिछड़े वर्गों मे विभाजन हो जाए तो आसानी से हिंदुस्तान को जीतना और अगर कोई मुसलमान के खिलाफ जाए तो उसे रास्ते से हट देना ।
सोशल मीडिया से कर रहे थे ISIS का प्रचार
मध्यप्रदेश के जबलपुर मे तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया ,मुख्य आरोपी आदिल खान सोशल मीडिया पर कई माध्यमों जैसे यूट्यूब चैनल्स ,इंस्टाग्राम और व्हाट्सप्प ग्रुप के माध्यम से ISIS का प्रचार कर रहे थे । ये आरोपी मस्जिदों मे बैठक लगाया करते थे साथ ही लोगों के घरों मे भी बैठक लगते थे । इनका उद्देश्य नए लोगों को ISIS मे जोड़ना था ।