ढ़ाका। Bangladesh में फिर से तख्तापलट के आसार तेज हो चुके हैं। Bangladesh के आर्मी चीफ़ जनरल वकार उज़-ज़मान ने अपने हालिया बयानों में इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने आर्मी मेमोरियल समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सभी जिम्मेदार लोग एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। यदि ऐसा ही चलता रहा तो यह देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा होगा और इसी का इस्तेमाल देश में अराजकता फ़ैलाने के लिए भी किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि अब हमारा देश की आंतरिक व्यवस्था संभालने का कोई काम नहीं है, लेकिन हालत नहीं सुधरे तो हमें फिर से लौटना पड़ेगा।
अमेरिका ने Bangladesh की फंडिंग पर लगाई रोक
पिछले साल 2024 के अगस्त में अमेरिका की फंडिंग के सहारे मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की सत्ता में आए थे, मगर अब उनकी चिंताएं बढ़ने लगी हैं। बांग्लादेश पहले से ही आंतरिक अस्थिरताओं से घिरा हुआ है, और अब अमेरिका ने भी फंडिंग देने से इंकार कर दिया। डोनाल्ड ट्रम्प हमेशा से बाइडेन सरकार के द्वारा दूसरे देशों को दिए जाने वाले फंडिंग पर सवाल उठाते थे। अब उन्होंने सत्ता में आते ही इसपर एक्शन भी लेना शुरू कर दिया।
आपको बता दें कि बांग्लादेश में तख्तापलट होने से ठीक एक साल पहले अमेरिका ने USAID के जरिये बांग्लादेश को 550 मिलियन डॉलर दिए थे। डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने एक बयान में कहा था कि ये पैसे बांग्लादेश में पॉलिटिकल लैंडस्केप को तैयार करने के लिए दिए जाते हैं ताकि कट्टरपंथी वामपंथी कम्युनिस्ट को वोट दे सकें। हालंकि अमेरिका ने अभी इस तरह की सभी फंडिंग पर रोक लगा दी है।

डोनाल्ड ट्रम्प और मोहम्मद यूनुस के बीच पुराना तकरार
आपको बता दें कि ट्रम्प और बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के बीच लम्बे समय से विवाद चल रहा है। वर्ष 2016 में मोहम्मद यूनुस ने हिलेरी क्लिंटन फाउंडेशन को 3 लाख अमेरिकी डॉलर दिए थे। यह पैसे डोनाल्ड ट्रम्प के विरोध में दिए गए थे। बताया जाता है कि हिलेरी क्लिंटन और मोहम्मद यूनुस के गहरे संबंध हैं।
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