आज यानी 11 दिसम्बर का दिन मध्य प्रदेश के इतिहास में यादगार साबित होने वाला है। हम ऐसा इसलिए कह रहें क्योंकि आज लम्बे इंतज़ार के बाद प्रदेश को अपना नया मुखिया मिलने वाला है।एक ओर जहाँ ऐसी अटकलें चल रही हैं कि मुख्य मंत्री की रेस से शिवराज बाहर हैं वहीं दूसरी ओर ऐसे भी संकेट मिल रहें कि इस बार भी सत्ता सीएम शिवराज को ही चुनने वाली है।
शिवराज फिर बन सकते हैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री
भारतीय जनता पार्टी ने 230 में से 163 सीटों पर प्रचंड बहुमत हासिल कर अपनी सत्ता बनाली है। लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि प्रदेश का मुख्य मंत्री कौन बनने वाला है।
आज पार्टी द्वारा चुने गए पर्यवेक्षक राजधानि भोपाल पहुँच चुके हैं जहाँ हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर , के लक्ष्मण और आशा लाकड़ा ने पहले सीएम हाऊस पहुँच कर शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की । सीएम ने पर्यवेक्षकों का स्वागत किया और एक लम्बे समय तक उनकी मीटींग चली।
पर्यवेक्षकों ने भी की सीएम से मुलाकात
पर्यवेक्षकों की सीएम के साथ मीटिंग को लेकर हर कोई यह कयास लगा रहा है कि शायद इस बार भी प्रदेश के मुखिया का ताज शिवराज सिंह चैहान के सर ही सजेगा। बतादें कि सीएम शिवराज के अलावा प्रहलाद पटेल, नरेंद्र तोमर, कैलाश विजयवर्गीय सहित ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सीएम की रेस में सामिल है।
यह भी पढ़ें- मुख्य मंत्री फेस का हो गया खुलासा, ये बनेंगे प्रदेश के मुखिया