क्रिकेट विश्व कप 2023 में एैसे कई मौके आए जो एक इतिहास बन गया है. भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी रिकॉर्ड पे रिकॉर्ड बनाए जा रहे है तो वहीं एक तरफ श्रीलंका टीम के खराब प्रदर्शन के चलते सरकार ने श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड को भंग कर दिया है. भारतीय क्रिकेट टीम से हारने के बाद श्रीलंका क्रिकेट टीम में बवाल मच गया है. आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 में श्रीलंका ने सात मे से केवल दो मैच जीते है.
अपने पिछले मुकाबले में श्रीलंका भारत से 302 रनों से हार गई थी. ये हार श्रीलंका के लिए एक शर्मनाक हार है. इतनी बड़ी हार के बाद सरकार ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को खारिज कर दिया है. एैसा तब हुआ जब 2 नवंबर को भारतीय टीम ने मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका को 302 रनों से हराया जिसके बाद श्रीलंकाई फैंस ने क्रिकेट बोर्ड के मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया था.
जिसके बाद श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ इतना बड़ा फैसला लिया गया है. खेल मंत्री रोशन रणसिंधे ने अपने बयान में श्रीलंका टीम को देशद्रोही और भ्रष्ट क्रिकेट टीम बताया है. श्रीलंका सेमीफाइनल से बाहर हो गई है. आपको बता दें कि 1996 का विश्व कप भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान की मेजबानी में खेला गया था.
1996 में श्रीलंका ने अर्जुन रणतुंगा की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार विश्व कप का खिताब जीता था. इसके बाद 2007 के विश्व कप में भी श्रीलंका ने अच्छा प्रदर्शन किया था. लेकिन फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी डकवर्थ लुईस नियम ने अच्छा प्रदर्शन कर ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप में जिताया था. विश्व कप 2023 में श्रीलंका ने जितना खराब प्रदर्शन किया है.
इसके पहले श्रीलंका ने इतना खराब प्रदर्शन कभी नही किया था. आज यानि 6 नवंबर को श्रीलंका का बांग्लादेश से मुकाबला है. श्रीलंका इस वक्त बैटींग कर रही है. श्रीलंका टीम ने 26 ओवर में 140/5 रन बना अपनी पारी खेल रहे है. इस मैच में श्रीलंका के खिलाड़ी मैथ्युज के साथ एक बड़ी घटना घटी है. मैथ्युज को क्रिज पर आने के बाद खेलने मे 3 मिनट से ज्यादा समय लग गया तो बांग्लादेश के खिलाड़ी शाकिव ने अम्पायर से अपील कर मैथ्युज को आउट करा दिया.
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