देश के पांच राज्यों में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले है। इस चुनावी माहौल के बीच विपक्षी दल राज्य की सरकार को दरकिनार कर सीधा केंद्र सरकार पर हमला बोला है। हालाँकि, चुनाव के दौरान तमाम आरोप लगाए जाते है लेकिन इस बार विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर जासूसी करने के गंभीर आरोप लगाया है।
विपक्ष ने लगाया जासूसी का आरोप
विपक्ष के बड़े नेताओं ने एप्पल अलर्ट नोटिफिकेशन को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे है। नोटिफिकेशन का स्क्रीन शार्ट लेकर सबूत के तौर पर दिखाया। वहीं इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने सफाई देते हुए जांच के आदेश दिए है। बता दें कि , तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और शशि थरूर सहित कई विपक्षी नेताओं ने बताया कि उनके आईफोन और ईमेल पर एप्पल से एक मैसेज आया। जिसमें चेतावनी दी गई कि प्रायोजित हमलावर हो सकते हैं। आरोप लगाया है कि उनके iPhone को निशाना बनाया जा रहा है।
वहीं केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कई विपक्षी नेताओं द्वारा अपने एप्पल आईफोन की हैकिंग के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि ,”जब भी इन लोगों के पास कोई बड़ा मुद्दा नहीं होता है, तो वो बस सर्विलांस की बात करते हैं।” साथ ही आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “कुछ सांसदों ने मुद्दा उठाया है कि उनके पास एप्पल से एक अलर्ट मैसेज आया है। उसके बारे में मैं साफ करना चाहता हूं कि सरकार इस मुद्दे पर बहुत गंभीर है, हम इस मुद्दे की तह तक जाएंगे। सरकार ने मामले को लेकर जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। ”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस देश में हमारे कुछ आलोचक हैं जिनकी आलोचना करने की आदत हो गई है। ये लोग देश की उन्नति को पचा नहीं सकते। एप्पल ने 150 देशों में ये सूचना जारी की है। शायद इसकी जानकारी हमारे विपक्षियों को नहीं है क्यूंकि उनको आलोचना करने की है। एप्पल के पास कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने अनुमान के आधार पर यह सूचना भेजी है।
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