भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मध्यप्रदेश सहित 5 चुनावी राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारिख के साथ आचार संहिता का भी ऐलान कर दिया गया है। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव कि तारिख तय की गई है। साथ ही बताया गया है की चुनाव एक ही चरण में पुरे मध्यप्रदेश में संपन्न कराया जायेगा। दोपहर 12 बजे चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता के ऐलान होने के बाद मध्यप्रदेश सीएम शिवराज सिंह का पहला बयान सामने आया है।
सीएम शिवराज ने अपने बयान में कहा, अब म्ध्यप्रदेश में चुनाव की तारीखों के ऐलान हो चुके हैं बीजेपी फिर से चुनाव जीत कर सत्ता में वापसी करेगी ,साथ ही सभी राजनीतिक दलों के साथ अपनी सद्भावना रखी कहा मेरी सभी राजनीतिक दलों से अपील है कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है और यहाँ पर चुनाव शांतिपूर्ण करने में सभी राजनीतिक दाल अपना सहयोग करें।
सीएम शिवराज ने कहा ये कोई लड़ाई नहीं है इसलिए कोशिश करें कि चुनाव लड़ते समय हम लोग एक दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप , प्रत्यारोप लगाने से बचें। ये कोई शत्रुता नहीं है। ये विचारधारा का संघर्ष है। सीएम शिवराज ने कहा विपक्ष अपनी बात जनता के सामने रखे , सरकार अपनी बात जनता के सामने रखेगी। मैं चाहता हूं कि मध्यप्रदेश में चुनाव एक अच्छे माहौल में हो।
विपक्ष पार्टी कांग्रेस के बड़े नेता का बयान
आपको बता दें विपक्षी नेता रणदीप सुरजेवाला और जयवर्धन सिंह ने जीत का दवा किया साथ ही कांग्रेस नेता ” कमलनाथ जी ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के द्वारा अपना बयान रखा कहा कि मध्य प्रदेश की सम्मानित जनता पिछले कई वर्ष से जिस तारिख का इंतज़ार कर रही थी उसकी विधिवत घोषणा कर दी गई है। 17 नवंबर को मध्यप्रदेश में मतदान है। उन्होंने कहा ये दिन लोकतंत्र का हरण करने वालों को सबक सीखने और सत्य के शासन की पुर्नस्थापना करने का दिन होगा।”
कमलनाथ जी ने कहा कि “मैं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और मध्यप्रदेश की समस्त जनता से निवेदन करता हूँ कि मध्य प्रदेश के विकास को और मध्य प्रदेश के भविष्य को निगाह में रख कर चुनाव की तैयारी करें और सही समय पर सही जगह ऊँगली रखकर नए मध्यप्रदेश के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करें। 3 दिसंबर को मध्यप्रदेश में जनता की सरकार की विजय पर मोहर लग जायेगी। ”
ये भी पढ़े- MP समेत अन्य चुनावी राज्यों में दोपहर 12 बजे से लगाई गई आचार संहिता