विधानसभा चुनाव से ठिक पहले मध्य प्रदेश में 2 नए जिले जोड़े गए है. अब मध्य प्रदेश में जिलों की संख्या 53 से बढ़ कर 55 हो गई है. मध्यप्रदेश में आचार संहिता लगने के ठिक पहले सीएम शिवराज ने अपना आखरी फैसला सुना दिया है. मध्यप्रदेश की आखरी कैबिनेट बैठक में मैहर और पांढुर्णा को नया जिला बनाने का आदेश जारी किए. सीएम शिवराज मैहर और पांढुर्णा दोनों को पहले ही जिला बनाने का ऐलान कर चुके थे. कैबिनेट की आखरी बैठक में इस फैसले पर अमल कर दिया है.
आपको बता दें कि पांढुर्णा,सौसर को मिलाकर पांढुर्णा और अमरपाटन,रामनगर को मिलाकर मैहर नया जिला बनेगा. पांढुर्णा तहसील के 74 और सौसर तहसील के 137 हलकों को मिलाकर पांढुर्णा नया जिला बनेगा. चुनावी साल में काफी समय पहले से इसकी मांग की जा रही थी. मगर अब जाकर इस पर अमल किया गया है. ये फैसला आखिरी कैबिनेट बैठक के दौरान लिया गया है. 2000 में मध्य प्रदेश के विभाजन के बाद मध्य प्रदेश में जिलों की संख्या 43 थी.
उसके बाद 2003 में 3 नए जिले, 2008 में 2 नए जिले, 2013 में 1 नया जिला, 2018 में 1 नया जिला और 2020 में 3 नए जिले बने थे. जिसके बाद मध्य प्रदेश जिलों की संख्या 43 से बढ़कर 53 हो गई थी. 2023 में 2 और नये जिलों को मंजूरी मिल गई है. अब मध्य प्रदेश में कुल 55 जिलों की संख्या है. आकार में मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा जिला छिंदवाड़ा जिला (11815 वर्ग किलोमीटर) है, और आकार में मध्य प्रदेश का सबसे छोटा जिला दतिया जिला (2694 वर्ग किलोमीटर) है।
लंबे समय से चल रही थी दोनों जिलों की मांग
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के मैहर को जिला बनाने की यह मांग काफी पहले से चल रही थी. जनता के साथ-साथ स्थानीय विधायक ने भी कई बार सीएम शिवराज के सामने ये मांग कर चुके थे. जिसके बाद मैहर के विधायक नारायण त्रिपाठी ने एक वीडिया संदेश के जरिए बताया था कि सीएम शिवराज आने वाले समय में मैहर को जिला बना देंगे.
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