मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 का मुकाबला बड़ा रोचक होने वाला है। चुनाव नज़दीक आते ही दल-बदल का दौर तो चल ही रहा लेकिन अब नए समीकरणों की एंट्री होने वाली है ! आपको बता दें कि , हाल ही में “जयस ” ने आगामी विधानसभा चुनाव में अकेले जिले की पांचों विधानसभा में चुनाव लड़ने का एलान किया था। लेकिन अब कुछ और ही स्तिथि दिख रही है। दरअसल , “जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन “और कांग्रेस में गठबंधन हो सकता है! और अगर ऐसा होता है तो एमपी की 90 विधानसभा सीटों पर आदिवासी मतदाताओं का असर देखने को मिलेगा। इस गठबंधन से कांग्रेस को जिले में आदिवासी वोटरों को साधने की राह आसान हो जाएगी।
‘जयस’ प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ने कमलनाथ से की मुलाकात
आदिवासी संगठन ‘जयस’ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रविराज बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की। जिसके बाद रविराज बघेल ने बताया कि ,आदिवासी समेत जल ,जंगल ,जमीन के मुद्दों को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ के साथ जयस के पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस मीटिंग में कई मुद्दों पर चर्चा हुई और दोनों ही पार्टी के बीच सहमति बनी। उन्होंने यह भी कहा कि , “अभी हमारे प्रत्याशियों की सूची घोषित नहीं हुई।हालाँकि विचार मंथन कर कांग्रेस पार्टी के साथ समझौता हो सकता है।’
आपको बता दें , जयस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रविराज ने 2023 में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। प्रदेश में आचार संहिता लगने से पहले 26 सितम्बर को जयस की प्रदेश स्तरीय बैठक रखी गयी थी। जिसके बाद से ही जयस और कांग्रेस के बीच गठबंधन के कयास लगाए जा रहे थे।
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