मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नज़दीक आ रहा , बीजेपी एक के बाद दांव खेल रही और विपक्ष को समझने का मौका भी नहीं मिल रहा। पहले केंद्रीय मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारना , फिर उत्तर प्रदेश के बड़े नेताओं को एमपी चुनाव की ज़िम्मेदारी देना। चुनाव को लेकर सपा ने भी सूची जारी दी , लेकिन कांग्रेस अभी तक मंथन में ही जुटी है हालाँकि अक्टूबर के पहले सप्ताह में लिस्ट आने की सम्भावना जताई जा रही है।इसी बीच संजय शुक्ला और विजयवर्गीय के बीच हो रहा है महामुकाबला.
ये भी पढ़ें- कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर लगाया विवेक अग्निहोत्री ने ये आरोप
अब तक बीजेपी की तीनो सूची खास रही लेकिन 39 प्रत्याशियों की दूसरी सूची ने चुनावी मैदान को हिला कर रखा है। दरअसल इस सूची में कई चौंकाने वाले नाम शामिल हैं। उनमें से एक नाम राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का है। दरअसल , बीजेपी ने विजयवर्गीय को विधानसभा क्षेत्र इंदौर -1 से उम्मीदवार बनाया है। विजयवर्गीय के कारण यह हॉट सीट बन गया है और सभी हैरत में है। इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने 2018 विधानसभा चुनाव जीतने वाले संजय शुक्ला को मैदान में उतारा है।
संजय शुक्ला ने दिया था ये बयान
कैलाश विजयवर्गीय की उम्मीदवारी के एक दिन बाद विधायक संजय शुक्ला का बयान सामने आया है। उनके इस बयान से दिखता है कि कैलाश विजयवर्गीय को विपक्ष में देखकर हिले हुए है। उनका कहना है कि “यह इंदौर ही नहीं, पूरे प्रदेश में BJP के लिए दुर्भाग्य की बात है। जो व्यक्ति प्रदेशभर में टिकट बांटते थे, देश में तो कभी बंगाल में टिकट बांटते थे, अब उनको चुनाव लड़ना पड़ रहा है।JP प्रदेश के अंदर कोई नेता तैयार नहीं कर पाई इसलिए जो केंद्र सरकार के मंत्री, पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री को विधानसभा चुनाव लड़ा रही है। “
संजय शुक्ला ने खुद को बताया विजयवर्गीय का बेटा
संजय शुक्ला का कहना है कि , “वो कैलाश विजयवर्गीय को चुनौती ही नहीं मानते है। परिवार में बेटे से बड़ा कोई नहीं होता और कैलाश ने बेटे की ही बलि चढ़ा दी। आपने सुना होगा कि दुनिया में मां-बाप अपने बच्चे को आगे बढ़ाते हैं। यहां विजयवर्गीय ने पहली बार ऐसा काम किया है कि अपने ही बेटे (आकाश) का टिकट काट कर खुद चुनाव लड़ रहे हैं।
वो भी उस सीट से चुनाव लड़ने आए हैं, जहां के विधायक के पिता (विष्णुप्रसाद शुक्ला बड़े भैया) ने उनको राजनीति सिखाई हो। ऐसा करके कैलाश विजयवर्गीय चुनाव के लिए दो बेटों की बलि देने को तैयार हो गए हैं।संजय शुक्ला ने खुद को भी विजयवर्गीय का बेटा बताया। हालांकि शुक्ला ने वे यहां आए हैं तो उनका ये बेटा मुंहतोड़ जवाब देगा और पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगा। यह चुनाव मैं नहीं, अब मेरा पूरा परिवार लड़ेगा। जनता ही तय करेगी कि उन्हें समाजसेवी चाहिए या राष्ट्रीय नेता।
ये भी पढ़ें- कांग्रेस पार्टी की पहली लिस्ट में शामिल हैं ये बड़े नाम