PM Modi Loksabha Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में वंदे मातरम् की रचना के 150 वर्ष पूरे होने पर विशेष चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् स्वतंत्रता आंदोलन का प्रमुख मंत्र बन गया और हर भारतीय का संकल्प बन गया। अंग्रेजों ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया, लेकिन वंदे मातरम् ने एकता की प्रेरणा दी।
Speaking in the Lok Sabha. https://t.co/qYnac5iCTB
— Narendra Modi (@narendramodi) December 8, 2025
पीएम मोदी ने कांग्रेस और पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् के साथ पिछली सदी में विश्वासघात हुआ। मुस्लिम लीग के विरोध के बाद कांग्रेस ने वंदे मातरम् के कुछ हिस्सों को बदल दिया। मोहम्मद अली जिन्ना ने 1936 में इसका विरोध किया। पीएम ने इसे स्वतंत्रता आंदोलन के प्रति अन्याय बताया।
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उन्होंने बताया कि वंदे मातरम् केवल राजनीतिक नारा नहीं था, बल्कि देशभक्ति का प्रतीक था। अंग्रेज इस गीत से डरते थे और इसके बोलने पर सजा दी जाती थी। बंगाल की वीरांगनाओं और बच्चों ने इस पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन किया।
वंदे मातरम् की रचना 1875 में बंकिम चंद्र चटोपाध्याय ने की थी और यह 1882 में उनके उपन्यास आनंदमठ में प्रकाशित हुआ। 1896 में रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे पहली बार राष्ट्रीय मंच पर गाया। 1905 में स्वदेशी आंदोलन के दौरान देशभर में इस गीत का प्रचार हुआ और इसे राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली।
पीएम मोदी ने कहा कि वंदे मातरम् का स्मरण करना हम सभी के लिए गौरव की बात है और इसे सुनाने और याद रखने का अवसर हमें प्रेरणा देता है। उन्होंने सभी सांसदों से वंदे मातरम् के प्रति कृतज्ञता जताने का आग्रह किया।
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