दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा बयान दिया है। बुधवार को कैबिनेट बैठक में सरकार ने इस घटना को आतंकी हमला करार दिया। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस जघन्य अपराध में शामिल दोषियों और उनके सहयोगियों को जल्द से जल्द सजा दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति दोहराई है। सरकार हर नागरिक की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री आवास पर हुई सुरक्षा बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजित डोभाल ने जांच एजेंसियों की रिपोर्ट और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
जांच में पता चला है कि पुलवामा का रहने वाला डॉक्टर उमर नबी इस धमाके का मास्टरमाइंड था। डीएनए रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि कार में वही मौजूद था। उमर जैश-ए-मोहम्मद के मॉड्यूल से जुड़ा था और वह 6 दिसंबर को 26/11 जैसे हमले की साजिश रच रहा था।
पुलिस ने बताया कि धमाके में 13 लोगों की मौत हुई और 25 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस हमले में दूसरी लाल रंग की कार (फोर्ड इकोस्पोर्ट) भी शामिल थी, जिसे हरियाणा के खंदावली गांव से बरामद किया गया। कार उमर के नाम पर रजिस्टर्ड है और FSL व NSG की टीमें इसकी जांच कर रही हैं।
सरकार ने साफ किया है कि आतंकवाद के खिलाफ देश की कार्रवाई अब और तेज़ होगी।