Panna News: पन्ना में किसानों का प्रदर्शन, धान खरीदी में गड़बड़ी का आरोप

Panna News: जिले के अमानगंज क्षेत्र में धान खरीदी में अव्यवस्था के चलते किसानों का गुस्सा फूटा। रावत वेयरहाउस स्थित खरीदी केंद्र पर समय पर तुलाई न होने से नाराज किसानों ने पन्ना–कटनी मुख्य मार्ग जाम कर सड़क पर लेटकर जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि वे पहले से स्लॉट बुक कर केंद्र पर आते हैं, लेकिन 7 से 10 दिन तक उनकी धान की तुलाई नहीं होती। उन्होंने आरोप लगाया कि खरीदी केंद्र के अधिकारी और कर्मचारी उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं। मापदंडों के अनुसार धान को साफ कराने के बावजूद क्वालिटी खराब बताकर तुलाई से रोका जा रहा है, जिससे आर्थिक नुकसान हो रहा है। READ MORE: MPPSC ने जारी किया 2026 का परीक्षा कैलेंडर, असिस्टेंट प्रोफेसर के 1500 पदों पर होगी भर्ती किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि व्यापारियों की धान बिना जांच के तौली जा रही है, जबकि किसानों को परेशान किया जा रहा है। जाम की सूचना मिलते ही तहसीलदार ममता मिश्रा और थाना प्रभारी रवि जादौन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। किसानों से बातचीत कर स्थिति को शांत कराया गया। तहसीलदार ने खरीदी केंद्र के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और निर्देश दिए कि किसानों की धान की तुलाई समय पर की जाए। उन्होंने कुछ खराब धान के सैंपल जांच के लिए भेजे और कहा कि यदि यह किसी व्यापारी की पाई गई, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शन के कारण पन्ना–कटनी मार्ग पर कुछ समय के लिए यातायात बाधित हुआ, लेकिन प्रशासन की कार्रवाई के बाद मार्ग सामान्य हो गया। READ MORE: टॉयलेट में मिला नवजात का शव, माँ ने की मारने की कोशिश
MP News: टॉयलेट में मिला नवजात का शव, माँ ने ही किया बेटी का कत्ल

MP News: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया सिविल अस्पताल में सोमवार को एक बेहद दुखद और शर्मनाक घटना सामने आई। अस्पताल के महिला शौचालय के कमोड में एक नवजात बच्ची का शव फंसा हुआ मिला। इस घटना से पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, एक महिला कर्मचारी जब शौचालय गई और फ्लश किया तो पानी नीचे नहीं उतरा। संदेह होने पर उसने कमोड के अंदर झांककर देखा, जहां नवजात का हाथ और सिर दिखाई दिया। यह देखकर वह घबरा गई और तुरंत अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी। सूचना मिलते ही अस्पताल प्रशासन ने एएनसी, पीएनसी कक्ष और लेबर रूम की जांच की, लेकिन कोई भी ऐसी महिला नहीं मिली, जिसने हाल ही में डिलीवरी की हो और बच्चा उसके साथ न हो। इसके बाद परासिया पुलिस थाने को सूचना दी गई। READ MORE: MPPSC ने जारी किया 2026 का परीक्षा कैलेंडर, असिस्टेंट प्रोफेसर के 1500 पदों पर होगी भर्ती शाम करीब 4:30 बजे पुलिस, अस्पताल स्टाफ और नगर पालिका के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। नवजात का शव कमोड के पाइप में बुरी तरह फंसा हुआ था, जिससे उसे निकालना आसान नहीं था। काफी कोशिशों के बाद आखिर में कमोड को तोड़ना पड़ा। करीब 7 घंटे की मेहनत के बाद रात 8 बजे शव को बाहर निकाला जा सका। प्राथमिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि किसी गर्भवती महिला ने अस्पताल में ही टॉयलेट में डिलीवरी की और सबूत छिपाने के लिए नवजात को फ्लश करने की कोशिश की। पुलिस अस्पताल के रजिस्टर, मरीजों की जानकारी और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। नवजात के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। READ MORE: राष्ट्रीय पर्वो पर मांस दुकानें बंद करने के आदेश से भोपाल में राजनीति गरमाई, कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने
राष्ट्रीय पर्वो पर मांस दुकानें बंद करने के आदेश से भोपाल में राजनीति गरमाई, कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने

भोपाल में गणतंत्र दिवस और महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर नगर निगम ने मांस की दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। इस फैसले को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गई हैं। भोपाल नगर निगम ने आदेश जारी किया है कि 26 जनवरी और 30 जनवरी को शहर की सभी मांस की दुकानें बंद रहेंगी। यह नियम नगर निगम क्षेत्र में आने वाली सभी दुकानों पर लागू होगा। आदेश नहीं मानने पर दुकान का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है और पुलिस कार्रवाई भी की जाएगी। नगर निगम का कहना है कि राष्ट्रीय महत्व के दिनों पर शांति और सम्मान बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। READ MORE: MPPSC ने जारी किया 2026 का परीक्षा कैलेंडर, असिस्टेंट प्रोफेसर के 1500 पदों पर होगी भर्ती इस फैसले पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है। कांग्रेस प्रवक्ता राहुल राज ने कहा कि भाजपा हमेशा धर्म, मांस और शराब जैसे मुद्दों पर विवाद खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान खाद और बीज की कमी से परेशान हैं, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा और महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। ऐसे में सरकार को इन गंभीर मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को गलत बताया है। भाजपा प्रवक्ता अजय धावले ने कहा कि यह फैसला जनभावनाओं का सम्मान करने के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पर्वों की गरिमा बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है और इसमें कोई राजनीति नहीं है। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस बेवजह इस मुद्दे को तूल दे रही है। इस आदेश के बाद मांस दुकानदारों में भी चिंता है। दुकानदारों का कहना है कि वे नियमों का पालन करेंगे, लेकिन दो दिन दुकान बंद रहने से होने वाले नुकसान की भरपाई पर सरकार को भी विचार करना चाहिए। यह मामला अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है। READ MORE: मध्यप्रदेश कैबिनेट का बड़ा फैसला: स्थायी-अस्थायी अंतर खत्म, वन विज्ञान केंद्र और सड़क परियोजनाओं को मंजूरी
MPPSC ने जारी किया 2026 का परीक्षा कैलेंडर, असिस्टेंट प्रोफेसर के 1500 पदों पर होगी भर्ती

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने वर्ष 2026 के लिए परीक्षा कैलेंडर जारी कर दिया है। इससे प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों को अपनी तैयारी की योजना बनाने में सुविधा मिलेगी। आयोग द्वारा जारी कैलेंडर के अनुसार, राज्य सेवा एवं राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 26 अप्रैल 2026 को आयोजित की जाएगी। वहीं, राज्य इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा 22 मार्च 2026 को प्रस्तावित है। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा 2026 में तीन चरणों में आयोजित की जाएगी। पहला चरण 12 जुलाई, दूसरा चरण 2 अगस्त और तीसरा चरण 30 अगस्त 2026 को होगा। इस भर्ती के माध्यम से करीब 1500 पदों पर नियुक्तियां होने की संभावना है। यह उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की इच्छा रखने वाले युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर माना जा रहा है। खास बात यह है कि तीन वर्षों में यह चौथी बार असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती होगी। READ MORE: लापरवाही से मासूम हुए HIV पॉजिटिव; थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को चढ़ा गया HIV वाला खून हालांकि, राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2025 की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है। आयोग ने बताया कि यह मामला फिलहाल न्यायालय में लंबित है। जैसे ही कोर्ट से निर्णय आएगा, मुख्य परीक्षा की तिथि घोषित कर दी जाएगी। MPPSC ने यह भी जानकारी दी है कि मार्च से दिसंबर 2026 के बीच 10 से 12 अन्य परीक्षाओं के विज्ञापन जारी किए जाएंगे। इनमें विभिन्न विभागों की भर्तियां शामिल होंगी। हर विज्ञापन में पदों की संख्या, आवेदन प्रक्रिया और परीक्षा से जुड़ी पूरी जानकारी दी जाएगी। READ MORE: मध्यप्रदेश कैबिनेट का बड़ा फैसला: स्थायी-अस्थायी अंतर खत्म, वन विज्ञान केंद्र और सड़क परियोजनाओं को मंजूरी
लापरवाही से मासूम हुए HIV पॉजिटिव; थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को चढ़ाया गया HIV वाला खून

सतना के जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे चार मासूम बच्चों को संक्रमित रक्त चढ़ा दिया गया, जिससे वे अब HIV पॉजिटिव हो गए हैं। बच्चों को यह रक्त जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से दिया गया था, लेकिन डोनर की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। थैलेसीमिया के मरीजों को नियमित रूप से ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत होती है। नियमों के अनुसार हर ब्लड यूनिट की HIV और अन्य संक्रमणों के लिए जांच अनिवार्य है। इसके बावजूद, इन चार बच्चों को बिना पूरी जांच के खून चढ़ा दिया गया। बच्चों के माता-पिता का ब्लड टेस्ट कराया गया, जिसमें संक्रमण नहीं पाया गया। इसका मतलब है कि संक्रमण डोनेड रक्त से ही हुआ। READ MORE: संतोष वर्मा का नया वीडियो वायरल, विचारधारा को लेकर दिया बड़ा बयान; कांग्रेस ने किया पलटवार ब्लड बैंक प्रभारी देवेंद्र सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच जारी है और डोनर को ट्रेस करने के प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो, इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि पहले से ही गंभीर बीमारी से जूझ रहे बच्चों को अब HIV जैसी घातक बीमारी भी मिली है, जिससे उनकी जिंदगी और मुश्किल हो गई है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन से उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। READ MORE: विधायक के बेटे ने उड़ाई खजराना गणेश मंदिर में नियमों की धज्जियां, गर्भग्रह में की दूसरी शादी..
Golu Shukla: विधायक के बेटे ने उड़ाई खजराना गणेश मंदिर में नियमों की धज्जियां, गर्भग्रह में की दूसरी शादी..

Golu Shukla: इंदौर में बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला का परिवार फिर विवादों में आया है। उनके बड़े बेटे अंजनेश शुक्ला ने हाल ही में शादी के बाद खजराना गणेश मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया और अपनी पत्नी सिमरन को वरमाला पहनाई। यह स्थान आम श्रद्धालुओं के लिए बंद है, लेकिन विधायक परिवार को विशेष छूट मिली। अंजनेश और सिमरन की शादी 11 दिसंबर को हुई थी, जिसके बाद दोनों ने मंदिर में भगवान गणेश की प्रतिमा के सामने यह रिवाज पूरा किया। इस दौरान की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। आम श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह में प्रवेश पर प्रशासन ने कोरोना काल के बाद से रोक लगा रखी है, जिससे लोगों में नाराजगी और सवाल उठ रहे हैं कि नियम सभी पर समान रूप से लागू क्यों नहीं होते। READ MORE: बांके बिहारी मंदिर में पहली बार टूटी सैकड़ों साल पुरानी परंपरा, ठाकुरजी को नहीं लगाया बालभोग; जाने क्या है वजह? यह पहला मामला नहीं है जब विधायक शुक्ला का परिवार मंदिर नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में आया है। उनके छोटे बेटे रुद्राक्ष शुक्ला पर भी पहले देवास के चामुंडा माता मंदिर और उज्जैन के महाकाल मंदिर में जबरन प्रवेश करने के आरोप लगे थे। अब खजराना गणेश मंदिर का यह नया मामला प्रशासन और भक्तों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। मंदिर समिति और इंदौर प्रशासन ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक कदम नहीं उठाया है। लोगों का कहना है कि नियम तोड़ने की यह घटना समानता और अनुशासन के लिए चिंता का विषय है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पूरे मामले में क्या कार्रवाई करता है और भविष्य में ऐसी छूट किस तरह दी जाती है। READ MORE: संतोष वर्मा का नया वीडियो वायरल, विचारधारा को लेकर दिया बड़ा बयान; कांग्रेस ने किया पलटवार
मध्यप्रदेश कैबिनेट का बड़ा फैसला: स्थायी-अस्थायी अंतर खत्म, वन विज्ञान केंद्र और सड़क परियोजनाओं को मंजूरी

मध्यप्रदेश की मोहन सरकार की कैबिनेट ने कई बड़े और जनता के लिए अहम फैसले लिए हैं। सबसे बड़ा फैसला राज्य में स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों के बीच अंतर खत्म करने का है। अब 10 श्रेणियों की बजाय केवल 5 श्रेणियां रहेंगी: नियमित, संविदा, आउटसोर्स और अंशकालिक। अस्थायी पदों को स्थायी में बदला जाएगा और सेवा भर्ती नियमों में जरूरी बदलाव किए जाएंगे। कैबिनेट ने भोपाल-इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए बजट आवंटन को मंजूरी दी है। इससे दोनों शहरों की कनेक्टिविटी मजबूत होगी। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना को 2026-27 तक जारी रखने की भी मंजूरी दी गई है, जिसके लिए 905 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। READ MORE: विधायक के बेटे ने उड़ाई खजराना गणेश मंदिर में नियमों की धज्जियां, गर्भग्रह में की दूसरी शादी वन क्षेत्र में भी बड़े कदम उठाए गए हैं। कैबिनेट ने छह नए वन विज्ञान केंद्र स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी, जिन पर कुल 48 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा राघवपुर परियोजना के लिए 1782 करोड़ और मुख्यमंत्री सड़क परियोजना के तहत 3810 कार्यों को भी स्वीकृति मिली है। सरकार के दो साल पूरे होने पर सभी मंत्री अपने-अपने विभागों का रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे। वे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कामकाज का ब्यौरा साझा करेंगे और दो साल की उपलब्धियों की लिखित जानकारी जनता को देंगे। ये फैसले प्रदेश के विकास, रोजगार, पर्यावरण और कर्मचारियों के हित में अहम माने जा रहे हैं। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि यह निर्णय जनता की भलाई और प्रदेश की प्रगति के लिए लिए गए हैं। READ MORE: संतोष वर्मा का नया वीडियो वायरल, विचारधारा को लेकर दिया बड़ा बयान; कांग्रेस ने किया पलटवार
संतोष वर्मा का नया वीडियो वायरल, विचारधारा को लेकर दिया बड़ा बयान; कांग्रेस ने किया पलटवार

विवादों में घिरे आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई किसी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं, बल्कि विचारधारा के खिलाफ है। उन्होंने ईद की नमाज और जकात की तारीफ की और सुझाव दिया कि कमाई का 15 प्रतिशत समाज को देना चाहिए। साथ ही, उन्होंने दलित अधिकारियों से भीख न मांगने की अपील की। संतोष वर्मा पहले भी विवादों में रहे हैं। कुछ समय पहले उनके ब्राह्मण बेटियों पर कथित आपत्तिजनक बयान से विवाद हुआ था, जिसके बाद ब्राह्मण समाज ने प्रदर्शन किया और सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया था। READ MORE: बड़ी सरकारी अस्पताल के ICU में चूहों का आतंक; मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़ इस नए वीडियो पर कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि अगर यह केवल विचारधारा की लड़ाई है, तो बहन-बेटियां इसमें क्यों शामिल हुई। उन्होंने वर्मा के बयान को सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बताया और भाजपा सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस का कहना है कि वर्मा का बयान समाज में विभाजन पैदा कर सकता है और पार्टी ऐसे बयानों की कड़ी निंदा करती है। राजनीतिक हलकों में इस वीडियो को लेकर चर्चा है कि यह बयान सामाजिक तनाव बढ़ा सकते हैं। वीडियो की प्रामाणिकता अभी पुष्टि नहीं हुई है। सरकार और प्रशासन की ओर से इस मामले में फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। READ MORE: बांके बिहारी मंदिर में पहली बार टूटी सैकड़ों साल पुरानी परंपरा, ठाकुरजी को नहीं लगाया बालभोग; जाने क्या है वजह?
बांके बिहारी मंदिर में पहली बार टूटी सैकड़ों साल पुरानी परंपरा, ठाकुरजी को नहीं लगाया बालभोग; जाने क्या है वजह?

बांके बिहारी मंदिर में आज सैकड़ों साल पुरानी परंपरा पहली बार टूट गई। मंदिर में रोजाना ठाकुरजी को चार भोग लगते है जिसमें सुबह बालभोग, दोपहर राजभोग, शाम उत्थापन भोग और रात का शयन भोग शामिल हैं। लेकिन सालों बाद आज ये परंपरा टूट गई। मंदिर के सेवा अधिकारी और सेवायतों के अनुसार, इस बार बालभोग बनाने की जिम्मेदारी ठेकेदार मयंक गुप्ता को दी गई थी। लेकिन पिछले माह का भुगतान न मिलने के कारण हलवाई समय पर नहीं पहुंचे और ठाकुरजी को बालभोग नहीं लग सका। इस वजह से मंदिर में गरमा-गरमी का माहौल बन गया। READ MORE: शक्ति प्रदर्शन; बीजेपी विधायक के बेटे की शादी में 70 लाख की आतिशबाजी, दिग्गजों का जमावड़ा बांके बिहारी मंदिर की उच्चाधिकार प्रबंधन समिति के सदस्य दिनेश गोस्वामी ने बताया कि पहली बार उनके जीवन में ऐसा हुआ है कि ठाकुरजी को बालभोग नहीं लगाया जा सका। उन्होंने कहा कि हलवाई से बात हो गई है और अब आगे किसी प्रकार की व्यवधान नहीं आएगा। सुप्रीम कोर्ट ने इसी साल अगस्त में मंदिर के प्रबंधन के लिए हाई पावर कमेटी गठित की थी। गठन के बाद से ही इस कमेटी को लेकर विवाद चल रहा है। आज के मामले ने फिर से यह मुद्दा उभारा कि समय पर भुगतान और भोग की व्यवस्था सुनिश्चित करना कितना जरूरी है। सेवायतों ने कहा कि अब सुनिश्चित किया गया है कि ठाकुरजी को भविष्य में सभी भोग समय पर मिलें और सैकड़ों साल पुरानी परंपरा बनी रहे। READ MORE: विशेष सत्र से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज; तय होगी सरकार को घेरने की रणनीति
विशेष सत्र से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज; तय होगी सरकार को घेरने की रणनीति

Mp News: मध्यप्रदेश विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र से पहले कांग्रेस पार्टी ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज शाम 7:30 बजे नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के निवास पर होगी। बैठक में सभी कांग्रेस विधायक शामिल होंगे। बैठक में प्रदेश की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही किसानों की समस्याएं, युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी, महिलाओं, आदिवासियों, दलितों, पिछड़े वर्गों और अन्य कमजोर वर्गों से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से विचार किया जाएगा। कांग्रेस का मानना है कि इन वर्गों की अनदेखी हो रही है और सरकार जमीनी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। READ MORE: संबल योजना से श्रमिक परिवारों को मिलेगी राहत, सीएम मोहन यादव आज जारी करेंगे 160 करोड़ की सहायता विधानसभा के विशेष सत्र में ‘मध्यप्रदेश को विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाने’ के विषय पर चर्चा प्रस्तावित है। कांग्रेस इसे सरकार की उपलब्धियां गिनाने का मंच बता रही है। पार्टी का कहना है कि सरकार विकास के नाम पर केवल दावे कर रही है, जबकि वास्तविक स्थिति इससे अलग है। विधायक दल की बैठक में विशेष सत्र के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। कांग्रेस नेता सरकार के दावों का जवाब देने के लिए तथ्य और आंकड़े जुटाएंगे। पार्टी का फोकस किसानों, बेरोजगार युवाओं और कमजोर वर्गों से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाने पर रहेगा। READ MORE: बड़ी सरकारी अस्पताल के ICU में चूहों का आतंक; मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़ नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की अगुवाई में कांग्रेस सदन में सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। विशेष सत्र केवल एक दिन का होने के कारण कांग्रेस आक्रामक रुख अपनाने की योजना बना रही है। प्रदेश में विशेष सत्र को लेकर राजनीतिक माहौल गरम है। विपक्ष और सरकार दोनों ही अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हैं। READ MORE: शक्ति प्रदर्शन: बीजेपी विधायक के बेटे की शादी में 70 लाख की आतिशबाजी, दिग्गजों का जमावड़ा