Aayudh

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 14 साल के वैभव सूर्यवंशी का तूफान, महाराष्ट्र के खिलाफ जमाया धमाकेदार शतक

वैभव सूर्यवंशी

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में बिहार के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने सभी का ध्यान खींच लिया। लगातार तीन मैचों में नाकाम रहने के बाद वैभव ने चौथे मुकाबले में महाराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 108 रन ठोकते हुए अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। उनकी इस पारी की सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने 7 चौके और 7 छक्के जड़े, यानी दोनों की संख्या बराबर रखी। यह शतक सिर्फ 61 गेंदों में आया। READ MORE: संसद का शीतकालीन सत्र: SIR को लेकर दोनों सदनों में हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित बिहार ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 3 विकेट पर 176 रन बनाए, जिसमें अकेले वैभव सूर्यवंशी के 108 रन शामिल थे। बाकी बल्लेबाजों में कोई भी बड़ा स्कोर नहीं बना पाया। वैभव ने शुरुआत में कुछ छोटे साझेदारियां की, लेकिन तीसरे विकेट के लिए आकाश राज के साथ अर्धशतकीय पार्टनरशिप ने टीम को संभाला। आकाश के आउट होने के बाद वैभव ने पारी को और तेजी से आगे बढ़ाया और अपना पहला सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी शतक जड़ा। सिर्फ 14 साल की उम्र में वैभव ने बड़ा इतिहास भी रच दिया। वह इस टूर्नामेंट में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। इससे पहले कोई भी खिलाड़ी इतनी कम उम्र में ये उपलब्धि हासिल नहीं कर पाया था। उनकी पारी ने बिहार को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया और मैच की उम्मीदें जिंदा रखी। हालांकि, बिहार की गेंदबाजी महाराष्ट्र को रोक नहीं सकी और महाराष्ट्र ने 19.1 ओवर में सात विकेट पर 182 रन बनाकर मुकाबला जीत लिया। कप्तान पृथ्वी शॉ ने 30 गेंदों में 66 रन की आतिशी पारी खेली और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। READ MORE: रणवीर सिंह ने ‘कांतारा’ विवाद पर मांगी माफी, कहा मेरा इरादा सिर्फ तारीफ करना था

एमपी विधानसभा में नगर पालिका संशोधन विधेयक 2025 पारित, अब सीधे चुने जाएंगे अध्यक्ष

शीतकालीन सत्र

मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मंगलवार को नगर पालिका (द्वितीय संशोधन) विधेयक 2025 बहुमत से पारित हो गया। नए प्रावधान के तहत अब नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्षों का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जाएगा। इससे पहले अध्यक्षों का चयन वार्ड पार्षदों के जरिए अप्रत्यक्ष रूप से होता था। नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि राइट टू रिकॉल की अवधि को ढाई साल से बढ़ाकर 3 साल कर दिया गया है। अब कोई भी जनप्रतिनिधि 3 साल पूरा होने के बाद ही हटाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह बदलाव लोकतंत्र को मजबूत करेगा और वह व्यवस्था दोबारा लागू करेगा, जो 1999 से 2014 तक चली थी। वर्ष 2022 में अप्रत्यक्ष चुनाव कराए गए थे। READ MORE: संसद का शीतकालीन सत्र: SIR को लेकर दोनों सदनों में हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित विधेयक पर चर्चा के दौरान मंत्री विजयवर्गीय ने विपक्ष पर तंज करते हुए कहा कि यह कानून “राजीव गांधी के सपनों को पूरा करने वाला” है, जिसे दिग्विजय सिंह सरकार ने लागू किया था। अब इसमें समय के अनुसार संशोधन किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजीव गांधी के सपनों का राहुल गैंग विरोध कर रही है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि कांग्रेस इस विधेयक का विरोध नहीं कर रही, बल्कि सुधार की मांग कर रही है। उनका कहना था कि लोकतंत्र को और मजबूत करने के लिए राइट टू रिकॉल की अवधि 5 साल की बजाय 3 साल रखना बेहतर होगा। बहस के बाद विधेयक सर्वसम्मति से पारित हो गया। READ MORE: रणवीर सिंह ने ‘कांतारा’ विवाद पर मांगी माफी, कहा मेरा इरादा सिर्फ तारीफ करना था

सरकार के संचार साथी ऐप पर विवाद, मंत्री सिंधिया ने दी सफाई – कहा ऐप अनिवार्य नहीं, चाहें तो डिलीट करें

संचार साथी ऐप

संचार साथी ऐप को लेकर शुरू हुआ विवाद मंगलवार को बढ़ गया। सरकार द्वारा मोबाइल कंपनियों को यह ऐप स्मार्टफोन में प्री-इंस्टॉल करने का निर्देश देने के बाद विपक्ष ने इसे लोगों की प्राइवेसी का उल्लंघन बताया। कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर जासूसी करने की कोशिश का आरोप लगाया। #WATCH | Delhi: On DoT's directions to pre-install Sanchar Saathi App on mobile handsets, Congress MP Priyanka Gandhi Vadra says, "It is a snooping app. It's ridiculous. Citizens have the right to privacy. Everyone must have the right to privacy to send messages to family,… pic.twitter.com/k4n0boFPTr — ANI (@ANI) December 2, 2025 कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार हर नागरिक की निगरानी करना चाहती है। उन्होंने इसे “जासूसी ऐप” बताया और कहा कि यह कदम लोगों की निजी जिंदगी में दखल है। प्रियंका ने कहा कि साइबर अपराध की शिकायत के लिए सिस्टम जरूरी है, लेकिन इस तरह ऐप को जबरन फोन में डालना गलत है। READ MORE: संसद का शीतकालीन सत्र: SIR को लेकर दोनों सदनों में हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल और रेणुका चौधरी ने भी इस आदेश का विरोध किया। वेणुगोपाल ने कहा कि यह लोगों की प्राइवेसी पर हमला है, जबकि चौधरी ने कहा कि प्राइवेसी संविधान का मौलिक अधिकार है। सांसद शशि थरूर ने सुझाव दिया कि ऐप उपयोगी हो सकता है, लेकिन इसे डाउनलोड करने का फैसला यूजर पर छोड़ना चाहिए। #WATCH | Delhi | On the debate around Sanchar Saathi app, Union Minister for Communications Jyotiraditya Scindia says, "When the opposition has no issues, and they are trying to find some, we cannot help them. Our duty is to help the consumers and ensure their safety. The Sanchar… https://t.co/Kr3juNrGFq pic.twitter.com/npwm9R1Kf2 — ANI (@ANI) December 2, 2025 विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सामने आए। उन्होंने साफ कहा कि संचार साथी ऐप अनिवार्य नहीं है। कोई भी यूजर इसे चाहें तो एक्टिवेट करे, नहीं तो जरूरत नहीं है। फोन से इसे डिलीट भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐप न तो कॉल मॉनिटर करता है और न ही किसी की जासूसी। इसका उद्देश्य केवल लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाना है। सिंधिया ने विपक्ष पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार सिर्फ सुरक्षा के लिए यह सुविधा उपलब्ध करा रही है। यूजर पर पूरी आज़ादी है कि वह ऐप को रखे या हटाए। READ MORE: रणवीर सिंह ने ‘कांतारा’ विवाद पर मांगी माफी, कहा मेरा इरादा सिर्फ तारीफ करना था

Ranveer Singh Controversy: रणवीर ने ‘कांतारा’ विवाद पर मांगी माफी, कहा मेरा इरादा सिर्फ तारीफ करना था

Ranveer Singh Controversy

Ranveer Singh Controversy: अभिनेता रणवीर सिंह के खिलाफ हिंदू जनजागृति समिति ने शिकायत दर्ज कराई है। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) में फिल्म कांतारा में दिखाई गई चावुंडी देवी का मजाक बनाया और इसे भूत कहा, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। समिति के सदस्यों ने पणजी पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई और मांग की कि रणवीर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाए। समिति ने कहा कि चावुंडी देवी तुलु समुदाय की पवित्र कुलदेवी हैं और उनका अपमान अशांति फैला सकता है। इसके साथ ही उन्होंने अभिनेता से सार्वजनिक माफी और भविष्य में ऐसे बयान न देने का वचन देने की भी मांग की। READ MORE: हेमा मालिनी का छलका दर्द; बोली काश – आखिरी वक्त उनके साथ बिता पाती  वीडियो वायरल होने के बाद रणवीर सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर माफी जारी की। उन्होंने लिखा कि उनका इरादा केवल ऋषभ शेट्टी की शानदार परफॉर्मेंस को उजागर करना था। रणवीर ने कहा कि उन्होंने हमेशा देश की हर संस्कृति और आस्था का सम्मान किया है। अगर उनकी किसी बात से किसी की भावनाएं ठेस पहुंची हैं, तो वह तहे दिल से माफी मांगते हैं। रणवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने मंच पर केवल कांतारा के सीन की तारीफ की और इसे कॉपी करके मजाक नहीं करना चाहा। इस विवाद के बीच, अभिनेता अपनी आगामी फिल्म धुरंधर को लेकर भी सुर्खियों में हैं। READ MORE: संसद का शीतकालीन सत्र: SIR को लेकर दोनों सदनों में हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित

संसद का शीतकालीन सत्र: SIR को लेकर दोनों सदनों में हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित

संसद का शीतकालीन सत्र

संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर जोरदार हंगामा जारी रहा। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में विपक्ष ने नारेबाजी की, जिसके चलते कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा की बैठक शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने ‘वोट चोर’, ‘गद्दी छोड़’ जैसे नारे लगाए और वेल तक पहुँच गए। स्पीकर ओम बिरला ने प्रश्नकाल जारी रखने की कोशिश की, लेकिन लगातार शोर-शराबे के बाद उन्होंने कार्यवाही पहले 12 बजे और फिर 2 बजे तक स्थगित कर दी। ओम बिरला ने कहा कि देश देख रहा है कि सदन कैसे बाधित किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए विरोध-प्रदर्शन जरूरी है। विपक्ष की मांग है कि SIR पर तुरंत चर्चा कराई जाए। विपक्ष का कहना है कि सरकार चाहे तो ‘इलेक्टोरल रिफॉर्म’ जैसे किसी अन्य नाम से भी चर्चा सूचीबद्ध कर सकती है। READ MORE: रावलपिंडी में तनाव; इमरान खान समर्थकों का विरोध, प्रशासन ने धारा 144 लगाई भाजपा सांसदों ने विपक्ष पर चुनावी हार की निराशा में हंगामा करने का आरोप लगाया। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि यह SIR का विरोध नहीं बल्कि बिहार में हार का विलाप है। इसी बीच, हर स्मार्टफोन में ‘संचार साथी’ ऐप प्री-इंस्टॉल करने के निर्देश पर भी विवाद बढ़ गया। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने इसे “जासूसी ऐप” बताया और कहा कि यह नागरिकों की प्राइवेसी पर हमला है। राज्यसभा में भी SIR को लेकर भारी हंगामा हुआ और विपक्ष लगातार नारेबाजी करता रहा। हालांकि हंगामे के बीच लोकसभा ने मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) बिल पारित कर दिया, जबकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दो और विधेयक पेश किए। संसद में टकराव जारी है और आगे की कार्यवाही सरकार व विपक्ष की सहमति पर निर्भर करेगी। READ MORE: सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम शिवकुमार की नाश्ते पर मुलाकात, अटकलों के बीच दिखी एकजुटता

Siddaramaiah and Shivakumar Meeting: सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम शिवकुमार की नाश्ते पर मुलाकात, अटकलों के बीच दिखी एकजुटता

Siddaramaiah and Shivakumar Meeting

Siddaramaiah and Shivakumar Meeting: कर्नाटक में राजनीतिक हलचल के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मंगलवार सुबह उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के घर पहुंचे, जहां दोनों नेताओं की नाश्ते पर मुलाकात हुई। डीके शिवकुमार और उनके भाई डीके सुरेश ने सीएम का स्वागत किया। शिवकुमार के कार्यालय की ओर से जारी तस्वीरों में दोनों नेता सहज माहौल में चर्चा करते नजर आए। आपको बता दें कि इस खास मुलाकात के बाद डीके शिवकुमार ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर लिखा, ‘आज अपने आवास पर माननीय मुख्यमंत्री के साथ नाश्ते पर बैठक की और हम कांग्रेस के दृष्टिकोण के तहत सुशासन और राज्य के निरंतर विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते है।’ READ MORE: बांग्लादेश की पूर्व PM खालिदा जिया की हालत गंभीर, PM मोदी की चिंता पर BNP ने जताया आभार यह मुलाकात ऐसे समय हो रही है जब राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं लगातार तेज हैं। कहा जा रहा है कि ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले के तहत अब शिवकुमार को सीएम बनाया जा सकता है। हालांकि दोनों नेता इस तरह की बातों को लगातार खारिज कर रहे हैं। शिवकुमार ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि वे और मुख्यमंत्री एक टीम की तरह काम कर रहे हैं और सरकार के वादों को पूरा करने पर एकमत हैं। गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने भी कहा कि दोनों नेताओं की मीटिंग पार्टी में शांति का संकेत है और सभी मुद्दे बातचीत से सुलझ जाएंगे। इससे पहले शनिवार को भी कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर दोनों नेताओं ने साथ नाश्ता किया था। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ताज़ा मुलाकात का मकसद आगामी विधानसभा सत्र से पहले सरकार में एकता का संदेश देना है। मीडिया से बातचीत में शिवकुमार ने फिर कहा कि पार्टी में किसी तरह की गुटबाज़ी नहीं है और नेतृत्व को लेकर अंतिम निर्णय हाईकमान करेगा। READ MORE: रावलपिंडी में तनाव: इमरान खान समर्थकों का विरोध, प्रशासन ने धारा 144 लगाई

रावलपिंडी में तनाव: इमरान खान समर्थकों का विरोध, प्रशासन ने लगाई धारा 144

इमरान खान

पाकिस्तान में इमरान खान के समर्थकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में बड़े विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी। इसके बाद प्रशासन ने 1 से 3 दिसंबर तक रावलपिंडी में धारा 144 लागू कर दी है। इस दौरान पांच से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने, रैली, जुलूस, धरने और हथियार ले जाने पर रोक होगी। अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इनपुट मिले हैं कि कुछ समूह विरोध की आड़ में कानून-व्यवस्था बिगाड़ सकते हैं। इसी वजह से संवेदनशील जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। READ MORE: कुवैत-हैदराबाद इंडिगो फ्लाइट को बम की धमकी, मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग इमरान खान को अदियाला जेल में रखा गया है। उनके परिवार और पीटीआई नेताओं का आरोप है कि उन्हें कई हफ्तों से मुलाकात की अनुमति नहीं दी जा रही। इमरान के बेटे कासिम ने उनकी सेहत और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है। इस बीच पाकिस्तान सेना और सरकार के बीच भी तनाव बढ़ा है। संविधान में संशोधन के बाद बनाए गए रक्षाबलों के प्रमुख (CDF) पद पर जनरल आसिम मुनीर की नियुक्ति को लेकर विवाद जारी है। विशेषज्ञों का दावा है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ विदेश यात्रा पर रहकर अधिसूचना जारी करने से बच रहे हैं। पीटीआई नेताओं ने अदालत के आदेश लागू न होने पर कोर्ट के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। वहीं केंद्र सरकार खैबर पख्तूनख्वा में राष्ट्रपति शासन लगाने पर भी विचार कर रही है, क्योंकि वहां की कानून-व्यवस्था खराब बताई जा रही है। READ MORE: बांग्लादेश की पूर्व PM खालिदा जिया की हालत गंभीर, PM मोदी की चिंता पर BNP ने जताया आभार

बांग्लादेश की पूर्व PM खालिदा जिया की हालत गंभीर, PM मोदी की चिंता पर BNP ने जताया आभार

खालिदा जिया

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी प्रमुख बेगम खालिदा जिया की तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही है। 80 वर्षीय खालिदा जिया 23 नवंबर से ढाका के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। सीने में गंभीर संक्रमण के कारण उनके हृदय और फेफड़ों पर बड़ा असर पड़ा है। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें सीसीयू में शिफ्ट किया और अब उन्हें वेंटिलेशन सपोर्ट पर रखा गया है। स्थानीय डॉक्टरों के साथ अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीम भी लगातार उनकी निगरानी कर रही है। READ MORE: संसद में कुत्ता लेकर पहुंची रेणुका चौधरी; बोली ‘काटने वाले अंदर बैठे हैं’, बीजेपी ने बताया लोकतंत्र का अपमान उनकी गंभीर स्थिति के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताते हुए एक्स पर कहा कि खालिदा जिया ने बांग्लादेश के सार्वजनिक जीवन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और भारत उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की। पीएम मोदी के इस संदेश पर बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने धन्यवाद व्यक्त किया। बीएनपी ने एक्स पर लिखा कि वे प्रधानमंत्री मोदी के सद्भावना संदेश और समर्थन के लिए हृदय से आभारी हैं। पार्टी ने भारत की मदद की पेशकश को भावनात्मक बताया। बीएनपी नेताओं ने बताया कि खालिदा जिया की हालत बेहद नाजुक है और उनकी सेहत में खास सुधार नहीं हो रहा। उनकी कई पुरानी बीमारियां लिवर समस्या, किडनी की दिक्कत, डायबिटीज और आर्थराइटिस स्थिति को और जटिल बना रही हैं। बीएनपी ने देशवासियों से दुआ करने की अपील की है। READ MORE: कुवैत-हैदराबाद इंडिगो फ्लाइट को बम की धमकी, मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग

Bomb Threat: कुवैत-हैदराबाद इंडिगो फ्लाइट को बम की धमकी, मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग

Bomb Threat

Bomb Threat: कुवैत से हैदराबाद जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट को मंगलवार को बम की धमकी मिली। धमकी ईमेल के माध्यम से हैदराबाद एयरपोर्ट को दी गई थी, जिसमें कहा गया कि विमान में एक मानव बम सवार है। इसके बाद विमान को मुंबई एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। READ MORE: हेमा मालिनी का छलका दर्द; बोली काश – आखिरी वक्त उनके साथ बिता पाती  लैंडिंग के बाद विमान को एयरपोर्ट के आइसोलेशन एरिया में ले जाया गया, जहां बम स्क्वायड और सुरक्षा टीम ने पूरी जांच की। यात्रियों और क्रू को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन विमान में कोई विस्फोटक नहीं मिला। इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है। हाल ही में देश के विभिन्न एयरपोर्ट्स से भी बम की धमकी की अफवाहें फैल चुकी हैं, जिससे हवाई यात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। READ MORE: एमपी विधानसभा शीतकालीन सत्र: कफ सिरप से मौतों पर कांग्रेस का हंगामा, दिग्विजय सिंह ने SIR प्रक्रिया पर उठाए सवाल