MP SIR: MP में SIR पर विवाद बढ़ा; निकाय चुनाव से पहले मतदाता सूची पर सवाल, हाईकोर्ट की सख्ती

MP SIR: मध्यप्रदेश में निकाय चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इंदौर हाईकोर्ट बेंच में कांग्रेस के पूर्व पार्षद दिलीप कौशल ने याचिका दायर कर पूरे पुनरीक्षण कार्यक्रम को रद्द करने की मांग की है। कोर्ट ने मामले को गंभीर मानते हुए मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग, नगरीय प्रशासन विभाग, इंदौर कलेक्टर और सभी विधानसभा क्षेत्रों के रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। याचिका में कई गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है। इसमें बताया गया है कि इंदौर में 1761 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से कई केंद्रों पर 1200 से ज्यादा या 500 से कम मतदाता दर्ज हैं। यहां तक कि एक केंद्र पर केवल 40 वोटर ही पाए गए। याचिका में कहा गया कि एक ही भवन पर हजारों लोगों को मतदाता दिखाया जा रहा है और कई मतदाताओं का पता भवन क्रमांक 0 दर्ज है। READ MORE: विधानसभा चुनाव में हार के बाद प्रशांत किशोर बोले – हमने पैसे से वोट नहीं खरीदे; हार की जिम्मेदारी मेरी याचिकाकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि नए जुड़े या हटाए गए नामों की सूची सार्वजनिक नहीं की गई, जिससे नागरिक आपत्ति दर्ज नहीं कर पा रहे। साथ ही अपात्र कर्मचारियों को बीएलओ बनाने और निर्वाचन आयोग के नियमों के खिलाफ मतदान केंद्र बनाने जैसी शिकायतें भी शामिल हैं। याचिका के अनुसार, पंचायत एवं नगरीय निकाय निर्वाचन नियम 1994 के कुछ प्रावधान संविधान और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 के विपरीत हैं। कोर्ट ने सभी पक्षों से जवाब मांगते हुए अगली सुनवाई 26 नवंबर को तय की है। माना जा रहा है कि इसका असर केवल इंदौर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की मतदाता सूची और निकाय चुनावों पर पड़ सकता है। READ MORE: शाह की रणनीति कारगर; 30 नवंबर की तय समयसीमा से पहले ही हिडमा ढेर, नक्सल समाप्ति मिशन को बड़ी सफलता
Hidma Killed: शाह की रणनीति कारगर; 30 नवंबर की तय समयसीमा से पहले ही हिडमा ढेर, नक्सल समाप्ति मिशन को बड़ी सफलता

Hidma Killed: देश के सबसे खतरनाक और वांछित नक्सली कमांडर माड़वी हिडमा को सुरक्षाबलों ने आंध्र प्रदेश के जंगलों में एक बड़ी मुठभेड़ में मार गिराया। गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को 30 नवंबर 2025 तक हिडमा को खत्म करने का लक्ष्य दिया था, लेकिन बलों ने यह मिशन 12 दिन पहले ही पूरा कर दिया। हिडमा बस्तर का रहने वाला था और पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की बटालियन नंबर-1 का कमांडर था। वह माओवादी केंद्रीय समिति का सदस्य भी था और उस पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। माना जाता है कि वह बस्तर से माओवादी संगठन का हिस्सा बनने वाला एकमात्र आदिवासी सदस्य था। READ MORE: विधानसभा चुनाव में हार के बाद प्रशांत किशोर बोले – हमने पैसे से वोट नहीं खरीदे; हार की जिम्मेदारी मेरी हिडमा 26 से ज़्यादा बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड था। 2010 के दंतेवाड़ा हमले, 2013 के झीरम घाटी हमले, 2017 के सुकमा हमले और 2021 के तर्रेम हमले में उसकी भूमिका रही थी। दो दशक से अधिक समय तक वह सुरक्षाबलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना रहा और कई बार घेराबंदी से बच निकला। मंगलवार सुबह आंध्र प्रदेश के मरेदुमिल्ली इलाके में हुई मुठभेड़ में हिडमा और उसकी पत्नी समेत छह नक्सली मारे गए। अधिकारियों का कहना है कि हिडमा का मारा जाना माओवादी आतंक के “ताबूत की आखिरी कील” साबित हो सकता है। नक्सलवाद खत्म करने की समयसीमा 31 मार्च 2026 तय है और अब सुरक्षाबल बाकी करीब 200 नक्सलियों को पकड़ने की तैयारी में जुट गए हैं। READ MORE: रणवीर सिंह की फिल्म ‘धुरंधर’ का ट्रेलर हुआ रिलीज, फैंस हुए रोमांचित
Dhurandhar Trailer Released: रणवीर सिंह की फिल्म ‘धुरंधर’ का ट्रेलर हुआ रिलीज, फैंस हुए रोमांचित

Dhurandhar Trailer Released: रणवीर सिंह की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘धुरंधर’ का ट्रेलर आज रिलीज हो गया। 4 मिनट 7 सेकेंड के इस ट्रेलर में एक्शन, थ्रिलर और रोमांच का भरपूर डोज देखने को मिल रहा है। ट्रेलर में अर्जुन रामपाल, रणवीर सिंह, आर. माधवन, अक्षय खन्ना और संजय दत्त के दमदार किरदार नजर आए। ट्रेलर की शुरुआत अर्जुन रामपाल के किरदार से होती है, जो ISI के मेजर इकबाल की भूमिका में हैं। उनके डायलॉग्स और इंटेंस लुक ने दर्शकों को हैरान कर दिया। रणवीर सिंह फिल्म में खुफिया एजेंट की भूमिका निभा रहे हैं और उनके लुक और एक्शन ने फैंस को उत्साहित कर दिया। आर. माधवन के किरदार का डायलॉग ट्रेलर का आकर्षक हिस्सा है। वहीं अक्षय खन्ना ने नेगेटिव रोल में अपने इंटेंस लुक से सबका ध्यान खींचा। READ MORE: दिल्ली की चार कोर्ट और दो CRPF स्कूलों को बम धमकी, सुरक्षा बढ़ाई गई फिल्म का निर्देशन आदित्य धर ने किया है, जो इससे पहले ‘ऊरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ बना चुके हैं। फिल्म जियो स्टूडियो के बैनर तले बनी है और 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। संगीत शाश्वत ने तैयार किया है, जबकि सिंगर जैस्मिन और हनुमानकाइंड ने अपनी आवाज दी है। फैंस ने सोशल मीडिया पर ट्रेलर को बेहद पसंद किया और इसे रणवीर सिंह का जबरदस्त कमबैक बताया। यूजर्स ने कहा कि ट्रेलर देखकर “रोंगटे खड़े हो गए”। फिल्म में एक्शन, ड्रामा और थ्रिलर का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलेगा। READ MORE: विधानसभा चुनाव में हार के बाद प्रशांत किशोर बोले – हमने पैसे से वोट नहीं खरीदे; हार की जिम्मेदारी मेरी
Prashant Kishor: विधानसभा चुनाव में हार के बाद प्रशांत किशोर बोले – हमने पैसे से वोट नहीं खरीदे; हार की जिम्मेदारी मेरी

Prashant Kishor: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर ने पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने कहा कि, हम बिहार में व्यवस्था परिवर्तन और सत्ता परिवर्तन करने में नाकाम रहे, लेकिन बिहार की राजनीति को बदलने में जरूर थोड़ा योगदान दिया है। प्रशांत किशोर ने हार की जिम्मेदारी खुद लेते हुए कहा – “हमारे प्रयास और सोच में जरूर कही कोई कमी रह गई जिससे जनता ने विश्वास नहीं दिखाया, हार की जिम्मेदारी पूर्णतः मेरी है।” आगे उन्होंने कहा कि हम लोग सामूहिक रूप से हारे है, ये समय आत्मचिंतन का है। एनडीए को जीत की बधाई देते हुए कहा कि, बिहार की जनता ने अपने लिए अपना रास्ता चुना है। साथ ही कहा कि नई सरकार पर बड़ी जिम्मेदारी है, जिन मुद्दों को लेकर एनडीए ने सरकार बनाई है उस पर काम हो। पलायन बंद हो, भ्रष्टाचार का खात्मा हो, और बिहार की तरक्की हो। निराशाजनक परिणाम के बाद माफी मांगते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि, ‘जिन लोगों ने जनसुराज के विचार से जुड़कर सपना देखा, उन सभी की आशाओं पर खरा नहीं उतरने के लिए में माफी चाहता हूं’। READ MORE: छत्तीसगढ़–आंध्र प्रदेश सीमा पर मुठभेड़: 1 करोड़ के इनामी नक्सली हिड़मा ढेर, पत्नी और 6 अन्य नक्सली भी मारे गए गौरतलब है कि चुनाव से पहले प्रशांत किशोर को जन सुराज पर बहुत भरोसा था, उन्होंने दावा भी किया था कि अगर जेडीयू 25 से ज्यादा सीटें जीतती है तो वे राजनीति से सन्यास ले लेंगे। चुनाव परिणाम सामने आने के बाद जेडीयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन ने इस पर कहा था, “एक रणनीतिकार के रूप में उनकी भूमिका ठीक थी, एक राजनेता के तौर पर सिर्फ बड़े-बड़े दावे करने से कोई नीतीश कुमार का विकल्प नहीं बन सकता।” इस पर PK का कहना है कि पहली बार बिहार में किसी सरकार ने 40 हजार करोड़ रूपये खर्च करने का बाद किया है। इसी वजह से एनडीए को बहुमत मिला है। आगे प्रशांत ने कहा, मैं अपने राजनीति से संन्यास की बात पर अडिग हूं। एनडीए ने 1.5 करोड़ महिलाओं को 2 लाख रुपए स्वरोजगार के लिए देने का वादा किया है। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो ये साफ तौर पर स्पष्ट हो जाएगा कि एनडीए ने वोट खरीदने के लिए 10-10 हजार रुपए दिए थे। एनडीए सरकार महिलाओं को वो 2-2 लाख रुपए दे, मैं राजनीति छोड़ दूंगा। READ MORE: दिल्ली की चार कोर्ट और दो CRPF स्कूलों को बम धमकी, सुरक्षा बढ़ाई गई
ED का बड़ा एक्शन: अल-फलाह ट्रस्ट और यूनिवर्सिटी पर छापेमारी, शेल कंपनियों और वित्तीय गड़बड़ियों का खुलासा

ED: दिल्ली ब्लास्ट मामले और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार सुबह अल-फलाह ट्रस्ट और फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी के 24 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई PMLA के तहत चल रही जांच का हिस्सा है। सूत्रों के मुताबिक, ED की टीमें तड़के ओखला, जामिया नगर, ओखला विहार और फरीदाबाद सेक्टर-22 सहित कई स्थानों पर पहुंची। यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक को सील कर दिया गया है। हरियाणा के कार्यवाहक DGP ओपी सिंह भी सुबह यूनिवर्सिटी पहुंचे और हालात की समीक्षा की। READ MORE: उमरा के लिए गए 45 भारतीयों की मौत, शव सऊदी में ही दफनाए जाएंगे, सिर्फ एक युवक बचा जांच में पता चला है कि अल-फलाह ग्रुप से जुड़ी 9 कंपनियां एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं, लेकिन वहां कोई ऑफिस मौजूद नहीं मिला। कई कंपनियों में एक ही मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और डायरेक्टर पाए गए। EPFO और ESIC में कोई रिकॉर्ड नहीं मिला और HR से जुड़े दस्तावेज भी नहीं मिले। बैंक स्टेटमेंट में भी वेतन भुगतान बहुत कम दर्ज था। ED को शक है कि ये कंपनियां शेल कंपनियां हो सकती हैं, जिनका इस्तेमाल फंडिंग और वित्तीय गड़बड़ियों के लिए किया गया। जांच में UGC और NAAC मान्यता से जुड़े दावों पर भी सवाल उठे हैं। छापेमारी के दौरान एजेंसी ने कई दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड, लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई जारी है और अन्य स्थानों पर भी दबिश दी जा सकती है। फिलहाल किसी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आने वाले दिनों में बड़े खुलासे की उम्मीद है। READ MORE: दिल्ली ब्लास्ट; धमाके से पहले आतंकी उमर का वीडियो आया सामने, ड्रोन और रॉकेट हमलों की भी थी प्लानिंग
Delhi Bomb Threat: दिल्ली की चार कोर्ट और दो CRPF स्कूलों को बम धमकी, सुरक्षा बढ़ाई गई

Delhi Bomb Threat: दिल्ली के साकेत, पटियाला हाउस, तीस हजारी और रोहिणी कोर्ट परिसर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। धमकी मेल के जरिए भेजी गई थी। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सभी कोर्ट परिसरों की कड़ी जांच शुरू कर दी है। साकेत कोर्ट को तुरंत खाली करा लिया गया और आसपास का इलाका घेर लिया गया। भारी संख्या में पुलिस बल, बम निरोधक दस्ते और बम खोजी कुत्ते मौके पर तैनात किए गए हैं। रोहिणी और पटियाला हाउस कोर्ट में भी तलाशी अभियान जारी है। इसके अलावा, दिल्ली के द्वारका और प्रशांत विहार में स्थित दो CRPF स्कूलों को भी धमकी मिली है। पुलिस ने कहा है कि अभी तक कोई संदिग्ध सामने नहीं आया है। लाल किला ब्लास्ट के बाद यह धमकी दिल्ली में सुरक्षा के लिए गंभीर चेतावनी है। READ MORE: छत्तीसगढ़–आंध्र प्रदेश सीमा पर मुठभेड़: 1 करोड़ के इनामी नक्सली हिड़मा ढेर, पत्नी और 6 अन्य नक्सली भी मारे गए
छत्तीसगढ़ – आंध्र प्रदेश सीमा पर मुठभेड़: 1 करोड़ के इनामी नक्सली हिड़मा ढेर, पत्नी और 6 अन्य नक्सली भी मारे गए

छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश की सीमा पर सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, इस एनकाउंटर में 1 करोड़ रुपये के इनामी कुख्यात नक्सली कमांडर हिड़मा मारा गया। मुठभेड़ में उसकी पत्नी और छह अन्य नक्सली भी ढेर हुए। सूत्रों के मुताबिक, यह मुठभेड़ आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीतारामराजू जिले के मारेडुमिली इलाके में हुई। दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई। घटनास्थल से हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं। सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन अभी जारी है। READ MORE: लाल किला धमाके से पहले आतंकी उमर ने बनाया था वीडियो, ड्रोन से हमला करने की थी प्लानिंग इससे पहले छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में रविवार को तीन नक्सली मारे गए थे। इनमें दो महिला नक्सली भी शामिल थी। अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए नक्सलियों में मादवी देवा और पोडियाम गंगी जैसे खतरनाक कमांडर थे। राज्य पुलिस और सुरक्षा बल नक्सलियों के खात्मे के लिए लगातार ऑपरेशन चला रहे हैं। हाल ही में आंध्र–छत्तीसगढ़–ओडिशा सीमा क्षेत्रों में नक्सलियों की गतिविधियां बढ़ने की जानकारी मिलने के बाद अभियान तेज किया गया। सुरक्षा बलों ने हिड़मा और अन्य नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है, हालांकि आधिकारिक बयान का इंतजार है। मुठभेड़ में बरामद हथियार और शवों की जानकारी से पता चलता है कि यह एनकाउंटर काफी प्रभावशाली रहा। READ MORE: सऊदी बस हादसा; उमरा के लिए गए 45 भारतीयों की मौत, मुआवजा तय नहीं; शव सऊदी में ही दफनाए जाएंगे, सिर्फ एक युवक बचा
Saudi Bus Accident: उमरा के लिए गए 45 भारतीयों की मौत, शव सऊदी में ही दफनाए जाएंगे, सिर्फ एक युवक बचा

Saudi Bus Accident: सऊदी अरब में मक्का से मदीना जा रही उमरा यात्रियों की बस देर रात एक भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गई। एक तेज रफ्तार फ्यूल टैंकर ने सड़क किनारे खड़ी बस को जोरदार टक्कर मार दी। हादसा मदीना से करीब 25 किलोमीटर दूर मुहरास क्षेत्र में हुआ। बस में कुल 46 लोग सवार थे, जिनमें से 45 की मौके पर ही जलकर मौत हो गई। केवल 24 वर्षीय मोहम्मद अब्दुल शोएब ही जिंदा बच पाए। READ MORE: शेख हसीना को फांसी की सजा, बांग्लादेश ने भारत से तत्काल प्रत्यर्पण की मांग शोएब हादसे के वक्त जाग रहे थे और ड्राइवर के पास वाली सीट पर बैठे थे। टक्कर होते ही बस में आग लग गई। शोएब और ड्राइवर ने तुरंत खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाई। बाकी यात्री गहरी नींद में थे और बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। शोएब को चोट लगी है और उन्हें मदीना के अस्पताल में आईसीयू में भर्ती किया गया है। मारे गए अधिकतर लोग हैदराबाद के रहने वाले थे। एक ही परिवार के 18 सदस्य भी इस हादसे में मौत का शिकार हुए। कई परिवारों ने अपने सभी प्रियजनों को खो दिया। हादसे की खबर मिलते ही परिजन हैदराबाद के हज हाउस और ट्रैवल एजेंसियों के दफ्तरों में पहुंचकर जानकारी लेते रहे। तेलंगाना सरकार ने फैसला किया है कि सभी मृतकों को धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार सऊदी अरब में ही दफनाया जाएगा। हर परिवार से दो लोगों को अंतिम संस्कार में शामिल होने सऊदी भेजा जाएगा। सऊदी कानून के मुताबिक, तीर्थयात्रियों के शव आमतौर पर वापस नहीं लाए जाते। मुआवजा भी तभी मिल सकता है जब जांच में टैंकर ड्राइवर की गलती साबित हो, जो लंबी प्रक्रिया होती है। READ MORE: धमाके से पहले आतंकी उमर का वीडियो आया सामने, ड्रोन और रॉकेट हमलों की भी थी प्लानिंग
Delhi Blast: लाल किला धमाके से पहले आतंकी उमर ने बनाया था वीडियो, ड्रोन से हमला करने की थी प्लानिंग

Delhi Blast: दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किला के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों के हाथ आतंकी डॉक्टर उमर का एक नया वीडियो लगा है, जिसे उसने धमाके से पहले खुद रिकॉर्ड किया था। इस वीडियो में उमर आत्मघाती हमले की सोच और उसकी खतरनाक मानसिकता पर बात कर रहा है। इससे साफ है कि उमर काफी समय से सुसाइड अटैक की तैयारी में था। 🚨 New video surfaces of Delhi terror attack mastermind Dr. Umar calmly justifying suicide bombing moments before the blast. The chilling clip shows the Jaish linked bomber speaking about his “mission,” hours before killing 15 in Delhi and triggering the Nowgam tragedy. pic.twitter.com/dFhsLtlwSu — The News Drill (@thenewsdrill) November 18, 2025 सूत्रों के मुताबिक उमर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला और पेशे से डॉक्टर था, लेकिन गुप्त रूप से जैश-ए-मोहम्मद के मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था। उसकी मां ने भी जांच टीम को बताया कि उमर कई दिनों तक घर वालों से संपर्क नहीं रखता था और उनके कॉल तक नहीं उठाता था। परिवार को उसके कट्टरपंथी होने का शक तो था, लेकिन उन्होंने कभी पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी। READ MORE: मौत की सजा पर शेख हसीना की पहली प्रतिक्रिया, बोली – फैसला पक्षपाती और राजनीति से प्रेरित इस मामले में NIA ने एक और आरोपी जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश को गिरफ्तार किया है। दानिश ड्रोन को मॉडिफाई करने का तकनीकी अनुभव रखता है। NIA के अनुसार यह मॉड्यूल हमास की तरह ड्रोन और रॉकेट से हमला करने की योजना बना रहा था। दानिश भीड़भाड़ वाले इलाके में विस्फोटक से भरे ड्रोन गिराने की तैयारी में था। उमर की गैंग से पहले ही करीब 2900 किलो विस्फोटक बरामद किया जा चुका है। दिल्ली ब्लास्ट में 15 लोगों की मौत और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। जांच एजेंसियां अब मॉड्यूल के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी हैं। READ MORE: शेख हसीना को फांसी की सजा, बांग्लादेश ने भारत से तत्काल प्रत्यर्पण की मांग
Bangladesh: शेख हसीना को फांसी की सजा के बाद बांग्लादेश ने भारत से तत्काल प्रत्यर्पण की मांग की तेज

Bangladesh: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को ढाका की इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (ICT) ने मौत की सजा सुनाई है। सोमवार, 17 नवंबर 2025 को दिए गए इस फैसले में कोर्ट ने उन्हें जुलाई 2024 के छात्र आंदोलन के दौरान हुई हत्याओं के लिए ज़िम्मेदार माना। ट्रिब्यूनल के मुताबिक हसीना ने हिंसा रोकने के बजाय कार्रवाई के आदेश दिए, जिससे कई छात्रों की मौत हुई। इसी मामले में पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमान खान को भी दोषी पाया गया और फांसी की सजा सुनाई गई। तीसरे आरोपी और पूर्व पुलिस प्रमुख अब्दुल्ला अल-ममून को मामले में सरकारी गवाह बनने के बाद 5 साल जेल की सजा हुई। कोर्ट ने हसीना और असदुज्जमान की संपत्ति जब्त करने का भी आदेश दिया। READ MORE: उमरा यात्रा पर जा रही बस का भीषण एक्सीडेंट, हादसे में 42 भारतीय की मौत, 11 बच्चे शामिल फैसले के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने भारत से शेख हसीना और असदुज्जमान को तुरंत बांग्लादेश को सौंपने की मांग की। बयान में कहा गया कि 2013 की भारत–बांग्लादेश प्रत्यर्पण संधि दोनों देशों को दोषियों को एक-दूसरे को सौंपने के लिए बाध्य करती है। अंतरिम सरकार का कहना है कि यदि कोई देश दोषियों को शरण देता है, तो यह अनुचित और न्याय के खिलाफ होगा। तख्तापलट के बाद 5 अगस्त 2024 को हसीना और असदुज्जमान देश छोड़कर भारत आ गए थे। तब से दोनों भारत में रह रहे हैं। विरोध प्रदर्शनों और हिंसा के बाद हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। दिलचस्प बात यह है कि जिस ICT कोर्ट ने हसीना के खिलाफ फैसला सुनाया, उसकी स्थापना खुद शेख हसीना ने 2010 में युद्ध अपराधों की सुनवाई के लिए की थी। READ MORE: मौत की सजा पर शेख हसीना की पहली प्रतिक्रिया, बोली – फैसला पक्षपाती और राजनीति से प्रेरित