Nobel Prize 2025: भौतिकी में तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों को मिला सम्मान, क्वांटम तकनीक में की बड़ी खोज

Nobel Prize 2025: साल 2025 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों को दिया गया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने मंगलवार, 7 अक्टूबर को यह घोषणा की। इस साल के विजेता हैं – जॉन क्लार्क (कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले), माइकल डेवोरेट (येल यूनिवर्सिटी) और जॉन एम. मार्टिनिस (कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, सांता बारबरा)। इन वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार क्वांटम मैकेनिक्स के क्षेत्र में खास खोज के लिए दिया गया है। उन्होंने ऐसा इलेक्ट्रिकल सर्किट तैयार किया जिसमें क्वांटम टनलिंग और ऊर्जा के स्तर (energy levels) को बड़े पैमाने (मैक्रोस्कोपिक लेवल) पर दिखाया जा सका। इससे पहले ये प्रभाव सिर्फ सूक्ष्म कणों जैसे इलेक्ट्रॉन में देखे जाते थे। यह खोज क्वांटम कंप्यूटर, क्वांटम क्रिप्टोग्राफी और क्वांटम सेंसर्स जैसी उन्नत तकनीकों को बेहतर समझने और विकसित करने में मदद करेगी। नोबेल समिति ने इसे क्वांटम दुनिया को इंसानी स्तर पर दिखाने वाली एक बड़ी सफलता बताया है। इन विजेताओं को पुरस्कार स्वरूप 11 मिलियन स्वीडिश क्रोना (करीब 10.3 करोड़ रुपये), सोने का मेडल और सर्टिफिकेट दिया जाएगा। यह सम्मान 10 दिसंबर 2025 को स्टॉकहोम में प्रदान किया जाएगा। गौरतलब है कि भौतिकी में अब तक 118 वैज्ञानिकों को नोबेल मिल चुका है। भारत के सर सीवी रमन (1930) और सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर (1983) इस श्रेणी में सम्मानित हो चुके हैं। READ MORE: सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से 3.66 लाख हटाए गए मतदाताओं की जानकारी मांगी
Supreme Court On Bihar SIR: सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से 3.66 लाख हटाए गए मतदाताओं की जानकारी मांगी

Supreme Court On Bihar SIR: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को चुनाव आयोग से बिहार में हुए विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत हटाए गए 3.66 लाख मतदाताओं की जानकारी 9 अक्टूबर तक देने को कहा है। कोर्ट ने पूछा कि इन लोगों को कैसे हटाया गया और क्या उन्हें कोई सूचना दी गई थी। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता प्रशांत भूषण, अभिषेक मनु सिंघवी और वृंदा ग्रोवर ने कहा कि मतदाताओं को बिना नोटिस दिए लिस्ट से हटा दिया गया और अपील करने का भी मौका नहीं मिला। उनका कहना है कि चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी सही जानकारी नहीं है। कोर्ट ने यह भी पूछा कि याचिकाकर्ता किसके लिए आवाज उठा रहे हैं, क्योंकि कई लोग खुद कोर्ट नहीं आए। जस्टिस सूर्यकांत ने तंज करते हुए कहा कि “कुछ लोग ऐसे हैं जैसे एलियन, जो हटाए जाने पर भी कोर्ट नहीं आएंगे।” चुनाव आयोग ने जवाब में कहा कि ज़्यादातर हटाए गए नाम पुराने नहीं, बल्कि नए नाम जोड़े गए हैं। आयोग के वकील राकेश द्विवेदी ने कहा कि सभी को जानकारी दी गई थी और राजनैतिक पार्टियों को पूरी लिस्ट सौंपी गई थी। आयोग ने दावा किया कि अब तक किसी भी मतदाता ने खुद कोई आपत्ति या अपील दर्ज नहीं की है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 9 अक्टूबर को होगी। READ MORE: भोपाल में FDA की छापेमारी; प्रतिबंधित कफ सिरप की 80 बोतलें जब्त
Cough Syrup Case: भोपाल में FDA की छापेमारी; प्रतिबंधित कफ सिरप की 80 बोतलें जब्त

Cough Syrup Case: छिंदवाड़ा में कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद मध्यप्रदेश फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) अब सख्त हो गया है। मंगलवार को राजधानी भोपाल के दवा बाजार में FDA की टीम ने छापा मारा और प्रतिबंधित कफ सिरप रेस्पिफ्रेस डी और एएनएफ की 80 बोतलें जब्त कीं। साथ ही जांच के लिए 10 बोतलें सील कर सैंपल के तौर पर ली गई। इन कफ सिरप में डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) नामक खतरनाक केमिकल पाया गया है, जिसे बच्चों की किडनी फेल होने का कारण माना जा रहा है। FDA की रिपोर्ट के अनुसार, री-लाइफ और रेस्पिफ्रेस टीआर में DEG की मात्रा तय मानकों से अधिक मिली है। अब तक 19 सैंपल्स की जांच में 3 कफ सिरप अमानक पाए गए हैं। इनमें से कुछ तमिलनाडु और गुजरात में बनाए जाते हैं। छिंदवाड़ा में 15 बच्चों की मौत के बाद पूरे राज्य में अलर्ट जारी है। भोपाल समेत अन्य शहरों में भी ड्रग विभाग की कार्रवाई जारी रहेगी। READ MORE: हमास-इजराइल युद्ध के दो साल; 67,000 मौतें, 90% घर तबाह, कब रुकेगा खून-खराबा?
Israel Hamas Conflict: हमास-इजराइल युद्ध के दो साल; 67,000 मौतें, 90% घर तबाह, कब रुकेगा खून-खराबा?

Israel Hamas Conflict: 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजराइल पर हमले से शुरू हुआ युद्ध अब दो साल पूरे कर चुका है, लेकिन हालात अभी भी सामान्य नहीं हैं। इस संघर्ष में गाजा पूरी तरह खंडहर बन चुका है, जहां अब तक 67,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 1.9 मिलियन लोग बेघर हो चुके हैं। भुखमरी और तबाही का मंजरगाजा में 90% घर तबाह हो चुके हैं। पानी, बिजली और ईंधन की भारी कमी है। सिर्फ 40% वॉटर प्लांट और 4 हेल्थ सेंटर ही चालू हैं। भुखमरी इतनी बढ़ गई है कि अब तक 440 लोग भूख से मर चुके हैं, जिनमें 147 बच्चे शामिल हैं। हर दिन 110 बच्चे कुपोषण के इलाज के लिए भर्ती हो रहे हैं। हमास-इजराइल में बातचीत की कोशिशदो साल बाद मिस्र में हमास और इजराइल के बीच युद्धविराम को लेकर बातचीत शुरू हुई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 20 बिंदुओं वाला शांति प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें बंधकों की रिहाई और गाज़ा को “टेरर फ्री जोन” बनाने की बात शामिल है। इजराइल सहमत हो चुका है, लेकिन हमास की ओर से अभी पूरी सहमति नहीं मिली है। इजराइल ने हमास के कई टॉप लीडर्स को मार गिराया और सुरंगों को तबाह किया, लेकिन 69 बंधक अभी भी लापता हैं। वहीं हमास ने फिलिस्तीनी मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुंचा दिया, लेकिन अपनी बड़ी लीडरशिप और इलाके का नियंत्रण खो बैठा। READ MORE: करूर भगदड़ की सीबीआई जांच की मांग पर सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई
Karur Stampede: करूर भगदड़ की सीबीआई जांच की मांग पर सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई

Karur Stampede: तमिलनाडु के करूर में अभिनेता और नेता विजय की रैली में हुई भगदड़ की सीबीआई जांच की मांग पर सुप्रीम कोर्ट 10 अक्टूबर को सुनवाई करेगा। यह भगदड़ 27 सितंबर को हुई थी, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। बीजेपी नेता उमा आनंदन ने मद्रास हाईकोर्ट के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिसमें उनकी सीबीआई जांच की याचिका खारिज कर दी गई थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में SIT जांच का आदेश दिया था और वरिष्ठ IPS अधिकारी असरा गर्ग की अगुआई में टीम बनाई गई थी। हाईकोर्ट ने आयोजकों और पुलिस को लापरवाही का दोषी बताया था। रैली में करीब 27,000 लोग पहुंचे थे, जबकि अनुमति केवल 10,000 की थी। साथ ही अभिनेता विजय के कार्यक्रम में सात घंटे की देरी को भी भगदड़ का कारण माना गया। अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट तय करेगा कि क्या इसकी जांच CBI को सौंपी जाए या नहीं। READ MORE: पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस पर फिर हमला, बम धमाके से मचा हड़कंप, कई घायल
Jaffar Express Attack: पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस पर फिर हमला, बम धमाके से मचा हड़कंप, कई घायल

Jaffar Express Attack: पाकिस्तान में एक बार फिर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाया गया है। सिंध प्रांत के शिकारपुर जिले के सुल्तानकोट इलाके में ट्रेन पर रिमोट कंट्रोल IED से हमला किया गया। धमाका इतना तेज था कि ट्रेन के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में कई यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह ट्रेन रावलपिंडी से क्वेटा जा रही थी। घटना के बाद रेल सेवा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी है। बलूच लिबरेशन गार्ड्स ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि विस्फोटक पहले से ट्रैक पर लगाया गया था। धमाके के बाद चश्मदीदों ने फायरिंग की आवाजें भी सुनी। गौरतलब है कि जाफर एक्सप्रेस पर यह इस साल का तीसरा हमला है। इससे पहले मार्च और अगस्त में भी इस ट्रेन को निशाना बनाया गया था। बलूच विद्रोही समूहों के लगातार हमलों से पाकिस्तान में ट्रेन यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। READ MORE: भारत ने UNSC में खोली पाकिस्तान की पोल, 4 लाख महिलाओं के साथ हुए अत्याचारों का दिलाया याद
MP Cough Syrup Case: जहरीले कफ सिरप से 17 बच्चों की मौत; अब सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई जांच की मांग, जनहित याचिका दायर

MP Cough Syrup Case: मध्यप्रदेश में जहरीले कफ सिरप से बच्चों की मौत का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इस मामले में अब तक 17 बच्चों की जान जा चुकी है। हाल ही में छिंदवाड़ा की डेढ़ साल की बच्ची की नागपुर में इलाज के दौरान मौत हुई, जिससे यह मामला और गंभीर हो गया है। A PIL has been filed before Supreme Court seeking CBI investigation into the death of children in Madhya Pradesh after allegedly consuming cough syrup. The PIL filed by a lawyer seeks a retired Supreme Court judge-monitored probe and inquiry into the manufacture, regulation,… pic.twitter.com/tRQSqdNdLR — ANI (@ANI) October 7, 2025 इस पूरे प्रकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक वकील ने जनहित याचिका (PIL) दायर की है। याचिका में मांग की गई है कि इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए और जांच की निगरानी सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश करें। याचिका में यह भी कहा गया है कि जहरीले सिरप के निर्माण, परीक्षण, वितरण और निगरानी से जुड़े हर पहलू की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार ने कार्रवाई करते हुए डॉ. प्रवीण सोनी को गिरफ्तार कर सस्पेंड किया है। साथ ही ड्रग विभाग के कई अधिकारियों को निलंबित किया गया है। हालांकि अब पीड़ित परिवारों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि सिर्फ राज्यस्तरीय जांच काफी नहीं है और सच्चाई सामने लाने के लिए सीबीआई जैसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट में दायर इस याचिका पर जल्द सुनवाई होने की उम्मीद है। अब देखना होगा कि क्या अदालत इस गंभीर मामले में सीबीआई जांच की मंजूरी देती है या नहीं। MP में जहरीले कफ सिरप से बच्चों की मौत पर अब सुप्रीम कोर्ट में CBI जांच की मांग, वकील ने दायर की जनहित याचिका, क्या मिलेगा इंसाफ? READ MORE: भारत से हार के बाद सिदरा अमीन ने किया था ये काम, ICC ने सुनाया सख्त फैसला!
Women World Cup Controversy: भारत से हार के बाद सिदरा अमीन ने किया था ये काम, ICC ने सुनाया सख्त फैसला!

Women World Cup Controversy: भारत से मिली करारी हार के बाद पाकिस्तान की सलामी बल्लेबाज सिदरा अमीन को ICC ने आचार संहिता के उल्लंघन पर फटकार लगाई है। उन्हें एक डिमेरिट प्वाइंट भी दिया गया है। मैच के दौरान जब सिदरा 40वें ओवर में आउट हुई, तो उन्होंने गुस्से में अपना बैट जोर से पिच पर पटका। ICC के मुताबिक, ये आर्टिकल 2.2 के तहत “मैच में इस्तेमाल चीजों के अनादर” के अंतर्गत आता है। ये मामला भारत-पाकिस्तान महिला वर्ल्ड कप 2025 मुकाबले का है, जो कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया था। भारत ने ये मैच 88 रन से जीता था। ICC ने बताया कि सिदरा ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है, इसलिए औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। ये उनका पिछले 24 महीनों में पहला उल्लंघन है। मैदानी अंपायर्स और थर्ड अंपायर ने इस घटना की रिपोर्ट की थी। स्तर एक के उल्लंघन में चेतावनी और जुर्माना की सजा हो सकती है। READ MORE: क्या भारत ने किया था अनफेयर प्ले? मुनीबा अली रनआउट विवाद पर MCC का बड़ा फैसला; थर्ड अंपायर पर भी उठे थे सवाल!
Women World Cup Controversy: क्या भारत ने किया था अनफेयर प्ले? मुनीबा अली रनआउट विवाद पर MCC का फैसला; थर्ड अंपायर पर भी उठे थे सवाल!

Women World Cup Controversy: भारत-पाकिस्तान महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 मैच के दौरान हुए मुनीबा अली के रनआउट पर उठे विवाद पर अब MCC (मेरिलबोन क्रिकेट क्लब) ने अपनी सफाई दी है। MCC ने कहा कि थर्ड अंपायर का फैसला क्रिकेट नियमों के मुताबिक था और इसमें कोई बेईमानी नहीं हुई। 5 अक्टूबर को भारत ने पाकिस्तान को 88 रन से हराया था। मैच के चौथे ओवर में पाकिस्तानी ओपनर मुनीबा अली एलबीडब्ल्यू से बची, लेकिन जैसे ही वह क्रीज से बाहर निकली, दीप्ति शर्मा ने तेजी से थ्रो कर स्टंप्स उड़ाए। रिप्ले में दिखा कि बल्ला क्रीज के अंदर था, लेकिन गेंद लगने के वक्त हवा में था। थर्ड अंपायर ने उन्हें रनआउट करार दिया। इस पर पाक कप्तान फातिमा सना खान ने विरोध जताया और सोशल मीडिया पर भी भारत पर “स्पिरिट ऑफ गेम” के खिलाफ खेलने के आरोप लगे। अब MCC ने स्पष्ट किया कि मुनीबा न तो दौड़ रही थी, न डाइव कर रही थी, इसलिए उन्हें बाउंसिंग बैट वाले नियम का फायदा नहीं मिल सकता। इस तरह MCC ने भारत को क्लीन चिट देते हुए विवाद पर विराम लगा दिया है। READ MORE: चुनावी मैदान में उतर सकती है मैथिली; कहा- गांव से लड़ना चाहूंगी चुनाव, इस पार्टी में होगी शामिल
CJI BR Gavai: CJI गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाला वकील रिहा, बार काउंसिल ने किया सस्पेंड

CJI BR Gavai: सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस बी. आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर को दिल्ली पुलिस ने रिहा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि उनके खिलाफ कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई, इसलिए पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। आरोपी का जूता, मोबाइल, आधार कार्ड और बार एसोसिएशन का कार्ड भी उसे वापस कर दिया गया। यह घटना सोमवार सुबह सुप्रीम कोर्ट में उस वक्त हुई, जब CJI गवई और जस्टिस विनोद चंद्रन एक याचिका पर सुनवाई कर रहे थे। अचानक वकील राकेश किशोर ने जूता उछालने की कोशिश की और चिल्लाने लगा, “सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे”। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उसे पकड़ लिया और कोर्टरूम से बाहर ले गए। CJI गवई ने मामले को गंभीरता से न लेते हुए कोर्ट में शांति बनाए रखने की अपील की और किसी कार्रवाई से इनकार कर दिया। उन्होंने कोर्ट रजिस्ट्री से कहा कि “Just ignore”। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने तीन घंटे पूछताछ कर वकील को रिहा कर दिया। Advocate Rakesh Kishore has spoken out about the double standards and bias of judges and the judiciary regarding religious matters.pic.twitter.com/NAkABFdbl3 — IndiaWarMonitor (@IndiaWarMonitor) October 7, 2025 हालांकि, बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने राकेश किशोर का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है। राकेश ने अपने कृत्य पर कहा, “मुझे कोई पछतावा नहीं है, यह काम मैंने दैवीय शक्ति के कहने पर किया।” घटना की प्रधानमंत्री मोदी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत देशभर के नेताओं ने निंदा की है। पीएम मोदी ने CJI से फोन पर बात कर उनके धैर्य की सराहना की। READ MORE: चुनावी मैदान में उतर सकती है मैथिली ठाकुर; कहा- गांव से लड़ना चाहूंगी चुनाव, इस पार्टी में होगी शामिल