Waqf Amendment Bill : 2 अप्रैल 2025 को लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) पेश होने जा रहा है। केंद्र में सत्तारूढ़ नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) ने इस विधेयक को पास कराने के लिए पूरी तैयारी कर ली है, जबकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ब्लॉक इसका विरोध करने के लिए कमर कस रहा है। यह विधेयक पहले ही संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से मंजूरी प्राप्त कर चुका है और अब लोकसभा में इसके पारित होने की उम्मीद की जा रही है। Waqf Amendment Bill का उद्देश्य Waqf Amendment Bill 2024 का मुख्य उद्देश्य वक्फ बोर्ड के कामकाज में पारदर्शिता लाना और अवैध रूप से कब्जाई गई संपत्तियों को वापस लेने के लिए कानूनी तंत्र को मजबूत करना है। सरकार का दावा है कि यह विधेयक गरीब मुस्लिम समुदाय के हित में है। हालांकि, विपक्ष और कुछ मुस्लिम संगठनों का कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर हमला है और संविधान के संघीय ढांचे को कमजोर करता है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यदि यह विधेयक लोकसभा में पास हो गया तो मस्जिदों, कब्रीस्तानों और वक़्फ की सम्पतियों से मुस्लिम का अधिकार खत्म हो जाएगा। क्या लोकसभा में पास हो पायेगा Bill ? लोकसभा में किसी भी विधेयक को पास करने के लिए साधारण बहुमत यानी 272 वोटों की जरूरत होती है। एनडीए के पास वर्तमान में 543 सीटों में से 293 सांसद हैं, जो बहुमत से 21 अधिक है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने सभी सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है, ताकि 2 अप्रैल को सभी मौजूद रहें। इसके अलावा, NDA के सहयोगी दलों तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और शिवसेना ने भी इस विधेयक को समर्थन देने का ऐलान किया है। दूसरी ओर, कांग्रेस और ‘इंडिया’ ब्लॉक के अन्य दल, जैसे समाजवादी पार्टी और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK), इस बिल का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस ने इसे संविधान पर हमला करार दिया है, जबकि कुछ विपक्षी नेता इसे असंवैधानिक बता रहे हैं। सभी दलों के बीच तनातनी इस विधेयक को लेकर राजनीतिक तनाव चरम पर है। विपक्षी दलों ने 1 अप्रैल को संसद में 6 बजे एक बैठक बुलाई है, जिसमें रणनीति तैयार की जाएगी। उनका कहना है कि JPC ने इस विधेयक पर चर्चा के दौरान उनकी बातों को नजरअंदाज किया। दूसरी ओर, बीजेपी का मानना है कि विपक्ष इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है। बीजेपी सांसद और JPC अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि यह विधेयक गरीब मुस्लिमों के लिए लाभकारी है और इसे लेकर फैलाया जा रहा डर बेबुनियाद है। Lok Sabha में पास होने के बाद क्या होगा ? लोकसभा में पास होने के बाद यह विधेयक राज्यसभा में जाएगा, जहां NDA के पास अभी बहुमत नहीं है। ऐसे में सरकार को सहयोगी दलों और कुछ क्षेत्रीय पार्टियों का समर्थन जुटाना होगा। यदि यह विधेयक कानून बन जाता है, तो यह वक्फ बोर्ड की सम्पतियों पर बड़ा असर डालेगा। वक़्फ़ बोर्ड की 8.7 लाख सम्पतियाँ 9.4 लाख एकड़ में फैली हैं और जिनकी कीमत 1.2 लाख करोड़ रुपये है। Also Read : Mohali Court : येशू-येशू वाले पादरी को मोहाली कोर्ट ने सुनाई सजा, उम्रकैद Watch : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
Joy School के प्रिंसिपल ने Whatsapp के जरिये भगवान राम का किया अपमान
जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित Joy स्कूल का एक मामला अब देशभर में सुर्खियां बटोर रहा है। Joy स्कूल के प्रिंसिपल पर आरोप है कि उन्होंने Whatsapp स्टेटस पर भगवान राम को लेकर एक आपत्तिजनक टिपण्णी की है। सामाजिक संगठनों का कहना है कि इस स्टेटस के जरिये भगवान राम को जानबूझकर अपमानित किया गया है। जब इस मामले की जानकारी सामाजिक संगठनों के लोगों को मिली तो उन्होंने इसका विरोध किया। संगठन के लोगों ने स्कूल पहुंचकर भी तोड़फोड़ की। यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है जिसके बाद ईसाई समाज के लोगों ने भी SP ऑफिस का घेराव किया। Joy स्कूल के बाहर किया प्रदर्शन सामजिक संगठन को जब इस पूरे मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने स्कूल के बाहर पहुंचकर इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। विजयनगर स्थित Joy स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाही की भी मांग की है। ईसाई समाज के लोगों ने भी एसपी ऑफिस पहुंचकर विरोध किया। सामाजिक संगठन के लोगों ने लगातार हो रहे धर्मांतरण का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने Joy स्कूल के प्रिंसिपल अखिलेश मावेन से माफ़ी मांगने के लिए भी कहा है। ALSO READ : Abdul Rehman Death : Hafiz Saeed का करीबी रिश्तेदार अब्दुल रहमान मारा गया… WATCH : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
IPL 2025 : मुंबई इंडियंस (MI) के नए सितारे का IPL 2025 में धमाल
IPL 2025 : 23 साल के अश्विनी कुमार ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में अपने पहले ही मैच में तहलका मचा दिया। मुंबई इंडियंस के इस युवा गेंदबाज ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ अपने डेब्यू में शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट झटके और इतिहास रच दिया। पंजाब के मोहाली जिले के झांझेरी गांव से आने वाले इस खिलाड़ी ने वानखेड़े स्टेडियम में 31 मार्च 2025 को खेले गए मुकाबले में अपनी गेंदबाजी से सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने 3 ओवर में 24 रन देकर 4 विकेट लिया और उनके इस शानदार प्रदर्शन ने मुंबई इंडियंस को 8 विकेट से जीत दिलाई। अश्विनी को “प्लेयर ऑफ द मैच” का भी पुरस्कार भी मिला। IPL 2025 : MI के प्लेयर अश्विनी कुमार की कहानी अश्विनी का यह सफर किसी प्रेरणादायक कहानी से कम नहीं है। मैच से पहले उनकी चर्चा ज्यादा नहीं थी। टॉस के दौरान उनका नाम भी शायद ही किसी ने गंभीरता से लिया हो, लेकिन जब उन्होंने पहली ही गेंद पर KKR के कप्तान अजिंक्या रहाणे को आउट किया, तो सबकी नजरें उन पर टिक गईं। इसके बाद उन्होंने रिंकू सिंह, मनीष पांडे और आंद्रे रसेल जैसे बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।अश्विनी कुमार की गेंदबाजी ने KKR को मात्र 116 रनों पर समेट दिया, जिसे मुंबई ने रायन रिकेल्टन (62 नाबाद) और सूर्यकुमार यादव (29 नाबाद) की शानदार बल्लेबाजी से आसानी से हासिल कर लिया। अश्विनी की तेज रफ़्तार सुर्ख़ियों में है। रायन रिकेल्टन ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “अश्विनी जितना दिखता है, उससे कहीं ज्यादा तेज है। वह बल्लेबाजों को जल्दबाजी में डाल देता है।” रिकेल्टन ने यह भी बताया कि अश्विनी की नई गेंद से स्विंग और पुरानी गेंद के साथ दूसरी रणनीति बनाने की काबिलियत उन्हें खास बनाती है। उनका यह हुनर उन्हें भविष्य का एक बड़ा सितारा बनने की ओर इशारा करती है। अश्विनी ने बताया जीत का राज मैच के बाद अश्विनी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “मेरे लिए यह बहुत बड़ी बात है कि मुझे यह मौका मिला और मैंने अच्छा प्रदर्शन किया। मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा। मैंने बस अपनी प्रक्रिया पर ध्यान दिया और खुश हूं कि यह कामयाब रही।” अपने गांव झांझेरी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां के लोग उनके डेब्यू का इंतजार कर रहे थे, और भगवान की कृपा से उन्होंने सबको गर्व करने का मौका दिया। IPL के इतिहास में भारतीय गेंदबाज के द्वारा डेब्यू मैच में चार विकेट लेने वाला यह पहला रिकॉर्ड है। इससे पहले अश्विनी ने सिर्फ चार सीनियर टी20 मैच खेले थे, लेकिन मुंबई इंडियंस के टैलेंट स्काउट्स ने उनकी क्षमता को पहचाना और उन्हें इस बड़े मंच पर मौका दिया। उनकी मेहनत और लगन ने साबित कर दिया कि छोटे शहरों से भी बड़े सपने पूरे हो सकते हैं। ALSO READ : Mohali Court : येशू-येशू वाले पादरी को मोहाली कोर्ट ने सुनाई सजा, उम्रकैद WATCH : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
Mohali Court : येशू-येशू वाले पादरी को मोहाली कोर्ट ने सुनाई सजा, उम्रकैद
पंजाब। Mohali Court ने 1 अप्रैल 2025 को येशू-येशू वाले पादरी बजिंदर सिंह को सजा सुनाई। Mohali Court ने फैसला सुनाते हुए, पादरी को उम्रकैद की सजा दी है। इस फैसले के बाद मोहाली कोर्ट के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। कोर्ट ने तीन दिन पहले ही बजिंदर सिंह को दोषी करार दिया था। विदेश में बसना चाहती थी महिला बजिंदर सिंह पर आरोप है कि उसने एक महिला को विदेश में बसाने के नाम पर उसे अपने घर ले गया। वहां महिला के साथ रेप किया और उसका वीडियो बनाया। महिला के विरोध करने के बाद बजिंदर ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। महिला ने बताया कि पादरी ने उसके वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड करने की भी धमकी दी थी। Mohali Court : पादरी ने पत्नी और बच्चों का लिया सहारा कोर्ट में बजिंदर ने सजा से बचने के लिए कई बहाने बनाये, उसने इस दौरान अपने बच्चों और अपनी पत्नी का भी सहारा लिया। उसने कोर्ट में कहा कि उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं, उसकी पत्नी बीमार है। उसने कोर्ट के सामने अपनी टांग में पड़े रॉड का भी जिक्र किया। कोर्ट ने पादरी बजिंदर सिंह की सभी दलीलों को ख़ारिज करते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। पीड़ता और उनके पति का बयान पीड़िता ने कोर्ट के फैसले पर संतुष्टि जताई, लेकिन यह भी कहा कि यह मामला पिछले 8 वर्षों से पड़ा था, पुलिस, कोर्ट और वकीलों ने इसमें जान डालने का काम किया। पीड़िता के पति ने कहा कि बरी हुए लोगों को सजा दिलाने के लिए हायर कोर्ट का रुख करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे पहले बजिंदर ने केस वापस लेने का दवाब बनाया था। धमकाने से बात नहीं बनी तो 5 करोड़ का लालच भी दिया, लेकिन हमनें उसे ठुकरा दिया। बता दें कि मोहाली कोर्ट ने बाकी 5 आरोपियों, पादरी जतिंदर कुमार, अकबर भट्टी, राजेश चौधरी, सितार अली और संदीप पहलवान को बरी कर दिया है। पीड़ता के पति ने कहा है कि बरी हुए लोगों के को सजा दिलवाने के लिए हायर कोर्ट जाएंगे। Also Read : Financial Year 2025-26 : क्या बदला, क्या सस्ता-महंगा हुआ? Watch : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
Financial Year 2025-26 : क्या बदला, क्या सस्ता-महंगा हुआ?
Financial Year 2025-26 : 1 अप्रैल 2025 से नए वित्तीय वर्ष 2025-26 (Financial Year 2025-26) की शुरुआत के साथ ही देश में कई बड़े बदलाव प्रभावी हो गए हैं। इन बदलावों का असर आम जनता की जेब और रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ना तय है। बैंकिंग, टैक्स प्रणाली, डिजिटल लेनदेन और अन्य सेवाओं से जुड़े ये नए नियम सरकार की नीतियों का हिस्सा हैं, जो आर्थिक सुधार और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए लाए गए हैं। आइए, इन बदलावों पर विस्तार से नजर डालते हैं। Financial Year 2025-26 : कर नियमों में बदलाव नए वित्त वर्ष के साथ आयकर नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं। नई कर प्रणाली में अब 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसके साथ ही, स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा को बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया गया है, जिससे करदाताओं को अतिरिक्त लाभ मिलेगा। वहीं, मकान मालिकों के लिए किराए से होने वाली आय पर टैक्स छूट की सीमा 2.5 लाख से बढ़ाकर 6 लाख रुपये कर दी गई है। TDS और डिविडेंड पर राहत डिविडेंड और म्यूचुअल फंड से होने वाली आय पर टीडीएस (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) की सीमा में भी बदलाव हुआ है। पहले यह सीमा 5,000 रुपये थी, जिसे अब बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब 10,000 रुपये से कम की डिविडेंड आय पर टीडीएस नहीं काटा जाएगा, जिससे छोटे निवेशकों को राहत मिलेगी। डिविडेंड क्या होता है ? डिविडेंड आय, कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को उनके शेयरों में निवेश के लिए दिए जाने वाले लाभ का हिस्सा है, जिसे कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा निर्धारित किया जाता है। जब कंपनी लाभ कमाती है, तो वह अपने शेयरधारकों को लाभ का कुछ हिस्सा (डिविडेंड) के रूप में वितरित कर सकती है। UPI और डिजिटल लेनदेन डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए UPI से जुड़े नियमों में भी बदलाव किया गया है। अब 1 अप्रैल से बड़े ट्रांजैक्शन पर अतिरिक्त शुल्क लग सकता है। हालांकि, छोटे लेनदेन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने UPI के जरिए छोटे भुगतानों को मुफ्त रखने का फैसला किया है। इसके अलावा, 50,000 रुपये से अधिक के चेक भुगतान के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम अनिवार्य कर दिया गया है। इस सिस्टम के तहत चेक की जानकारी पहले बैंक को देनी होगी, जिससे धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी आएगी। एलपीजी (LPG) सिलेंडर की कीमतें हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा होती है। 1 अप्रैल 2025 को भी इसमें बदलाव संभव हैं। तेल कंपनियों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर सिलेंडर महंगा या सस्ता हो सकता है। आम जनता को इसकी जानकारी आधिकारिक घोषणा के बाद ही मिलेगी। अन्य बदलाव सेविंग अकाउंट और क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में भी कुछ संशोधन हुए हैं। कई बैंकों ने न्यूनतम बैलेंस की सीमा बढ़ा दी है, जिसका असर उन खाताधारकों पर पड़ेगा जो कम बैलेंस रखते हैं। वहीं, क्रेडिट कार्ड से लेनदेन पर लगने वाले शुल्क में भी मामूली बढ़ोतरी की जा सकती है। 1 अप्रैल 2025 से लागू ये बदलाव जहां कुछ लोगों के लिए राहत लेकर आए हैं, वहीं कुछ मामलों में जेब पर बोझ भी बढ़ा सकते हैं। करदाताओं और निवेशकों को नए नियमों का लाभ उठाने के लिए अपनी वित्तीय योजना को अपडेट करना जरूरी है। सरकार का उद्देश्य इन बदलावों के जरिए डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। ALSO READ : CM राइज स्कूल का बदला नाम,अंग्रेज़ों के समय का लगता था Watch : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud
CM राइज स्कूल का बदला नाम,अंग्रेज़ों के समय का लगता था
CM Rise School Name Changes : ‘एमपी अजब है, सबसे गजब है’ मध्य प्रदेश टूरिज्म के जिंगल की ये लाइन मध्य प्रदेश के लिए सटीक बैठ रही है। प्रदेश में पिछले कई महीनों में, कई नाम बदल दिए गए। रेलवे स्टेशन का नाम बदला, मुस्लिम गांवों का नाम बदला, कुलपति से कुलगुरु हो गए और नायब तहसीलदार, नायाब तहसीलदार बन गए। मोहन सरकार ने बेरोगारों को भी नहीं बख्शा, प्रदेश में अब एक भी बेरोज़गार नहीं हैं। जी हाँ, सही पढ़ा आपने मध्य प्रदेश अब बेरोज़गार मुक्त प्रदेश बन चूका है, क्यूंकि अब नौकरी माँगने वाले बेरोज़गारों का नाम बदलकर सरकार ने ‘आकांक्षी युवा’ कर दिया है। इसी कड़ी में CM राइज स्कूल का भी नाम बदला और ‘सांदीपनि स्कूल’ कर दिया गया। CM ने कहा, अंग्रेज़ों के ज़माने का लगता था नाम 1 अप्रैल 2025 से मध्य प्रदेश में ‘स्कूल चले हम’ अभियान 2025 का आगाज़ होने जा रहा है। इसी मौके पर भोपाल के शासकीय नवीन उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय अरेरा कॉलोनी (ओल्ड कैंपियन) के राज्यस्तरीय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में CM मोहन यादव भी पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सीएम राइज स्कूल का नाम बदलकर ‘सांदीपनि स्कूल’ रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा, यह नाम अंग्रेज़ों के समय का लगता था, इसलिए इसे बदलकर सांदीपनि ऋषि के नाम पर रखा गया है। सरकारी स्कूलों की शिक्षा किसी से कमतर नहीं – CM CM मोहन यादव ने कार्यक्रम के दौरन वहां उपस्थित छात्र -छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में शिक्षा किसी भी कीमत पर बाधित नहीं होनी चाहिए। सरकारी स्कूलों से पढ़कर भी कई महान व्यक्तित्वों ने अपना नाम किया है। उन्होंने कहा, सरकारी स्कूलों की शिक्षा किसी से कमतर नहीं है साथ ही छात्रों को कड़ी मेहनत और परिश्रम से सफलता प्राप्त करने की बात कही। ALSO READ : Eid के मौके पर फिलिस्तीन को लेकर छिड़ा विवाद, वीडियो हुआ वायरल WATCH : https://youtu.be/jOXem1NdceI?si=fdRbEhQcvkURnMud