Begumganj Conflict : रमजान महीने के आखिरी जुम्मे पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने Waqf Amendment Bill 2024 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने मुस्लिम समुदाय से काली पट्टी बांधकर शांति से विरोध प्रदर्शन करने की अपील की थी, मध्य प्रदेश में सबकुछ उल्टा हुआ। मध्य प्रदेश के Begumganj में दो गुटों के बीच छिड़े विवाद में हाथापाई के साथ-साथ हथियार भी चले। जानकारी के अनुसार मुकरबा (बंगले वाली मस्जिद) में काली पट्टी बांधने को लेकर विवाद हुआ, जिसमें चार लोग घायल हो गए। क्या है पूरा मामला ? मध्य प्रदेश के बेलागंज में मुस्लिम समुदाय के लोग वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के विरोध प्रदर्शन के लिए इक्कठा हुए थे। यह हुजूम बेलागंज के बंगले वाली मस्जिद में इक्कठा हुई थी। जब यह भीड़ इक्कठा हुई तभी दो गुटों के बीच झड़प शुरू हो गई। हाथपाई के बाद इस झड़प में हथियार लहराने लगे। झड़प उस समय हुई जब मुस्लिम त्योहार कमेटी के अध्यक्ष शकील पठान ने कुछ लोगों को काली पट्टी बांधने से रोकने की कोशिश की। इस झड़प के बढ़ने के बाद दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर धारदार हथियारों से हमला किया। इस हमले में चार लोगों के घायल होने की सूचना है। मौके पर पहुंची पुलिस इस विवाद की जानकारी जब पुलिस तक पहुंची तब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। पुलिस ने घायलों को सिविल अस्पताल भेजा। पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र में शान्ति बनाए रखने की अपील की है। इस पूरे मामले के बाद बेगमगंज में अधिक पुलिसबल तैनात किया गया है। पुलिस इस मामले में नजर रख रही है। ALSO READ : Earthquake Destruction : 7.7 तीव्रता का आया भूकंप, मची तबाही से दुनिया हैरान! WATCH : https://youtu.be/P60tgmHC0F4?si=Z1UrznIzCGgEPjSm
Earthquake Destruction : 7.7 तीव्रता का आया भूकंप, मची तबाही से दुनिया हैरान!
Earthquake Destruction : 28 मार्च 2025 की सुबह म्यांमार में एक शक्तिशाली भूकंप (Earthquake) ने तबाही मचाई। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई, जिसका केंद्र मांडले शहर के पास था। यह भूकंप सुबह 11:50 बजे आया और इसकी गहराई मात्र 10 किलोमीटर थी, जिसके कारण इसने भारी तबाही मचाई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) ने इसे 7.2 तीव्रता का बताया, लेकिन जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) ने इसे 7.7 मापा। इस भूकंप के झटके न केवल म्यांमार में, बल्कि थाईलैंड, चीन और वियतनाम तक महसूस किए गए। Earthquake Destruction : मांडले में मंदिर और घर ढहे मांडले, म्यांमार का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, यह शहर म्यांमार में आए भूकंप का मुख्य केंद्र रहा। भूकंप के कारण वहां कई मंदिर और घर पूरी तरह से नष्ट हो गए। ऐतिहासिक मांडले पैलेस की दीवारें भी ढह गईं, जिससे सांस्कृतिक नुकसान की आशंका बढ़ गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़कों पर मलबा बिखर गया और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। म्यांमार में पहले से ही चल रहे गृहयुद्ध और कमजोर संचार व्यवस्था ने बचाव कार्यों को और मुश्किल बना दिया। बैंकॉक में भी हड़कंप भूकंप का असर म्यांमार से सैकड़ों मील दूर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक पहुंचा। वहां एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत ढह गई, जिसमें दर्जनों मजदूर फंस गए। बैंकॉक में ऊंची इमारतें हिलने लगीं, जिसके कारण लोग दहशत में सड़कों पर निकल आए। थाईलैंड सरकार ने बैंकॉक को आपातकालीन क्षेत्र घोषित कर दिया और बचाव कार्य शुरू कर दिए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखा कि कैसे एक बहुमंजिला इमारत धूल के गुबार में बदल गई। अभी तक मृतकों की सटीक संख्या स्पष्ट नहीं है, लेकिन कम से कम चार लोगों की मौत की खबर है। दूसरा झटका और बढ़ा खतरा पहले भूकंप के कुछ मिनट बाद ही 6.4 तीव्रता का एक और झटका आया, जिसने स्थिति को और गंभीर बना दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि म्यांमार का सागाइंग फॉल्ट क्षेत्र भूकंप के लिए संवेदनशील है। 1930 से 1956 के बीच इस क्षेत्र में छह बड़े भूकंप आ चुके हैं। इस बार का भूकंप उथली गहराई (जब कोई चीज़ गहरी नहीं होती है) पर होने के कारण ज्यादा खतरनाक साबित हुआ। राहत और बचाव के प्रयास म्यांमार की जून्टा सरकार ने प्रभावित इलाकों में आपातकाल घोषित किया है, लेकिन वहां की स्वास्थ्य सेवाएं पहले से ही कमजोर हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि तेजी से विकास और पुरानी इमारतों के कारण नुकसान बढ़ा। दूसरी ओर, थाईलैंड में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस आपदा पर नजर रखे हुए है। यह भूकंप म्यांमार और पड़ोसी देशों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। मांडले से बैंकॉक तक फैली इस आपदा ने एक बार फिर प्रकृति की ताकत को उजागर किया। राहत और पुनर्वास के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मदद मिल सके। क्यों आया भूकंप ? म्यांमार में धरती की सतह के नीचे एक बहुत बड़ी दरार है। यह दरार म्यांमार के कई हिस्सों से होकर गुजरती है। इस दरार का नाम सागाइंग फॉल्ट है क्यूंकि यह म्यांमार के सागाइंग शहर से होकर गुजरती है। इस दरार के दोनों तरफ की चट्टानें एक-दूसरे के क्षैतिज (Horizontal) दिशा में खिसकती हैं। यह दरार पृथ्वी की टेक्टॉनिक प्लेट्स के हिलने-डुलने से बनी है। दरार अंडमान निकोबार से लेकर हिमालय की तलहटी तक जाती है। इसी दरार की वजह से कई बार म्यांमार में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। भूकंप के बाद की तसवीरें : ALSO READ : ALSO READ : Myanmar Earthquake : म्यांमार से लेकर बांग्लादेश तक मची तबाही… WATCH : https://youtu.be/pFor5MQAsM8?si=uPejg1UY5zfwyTPw
CSK VS RCB IPL 2025 : चेन्नई को के किले को भेद पाएगी बंगलौर ?
CSK VS RCB : चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) वर्सेस रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच IPL का आठवां मुकाबला शुक्रवार (28 मार्च 2025) को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय समयानुसार CSK VS RCB का मैच शम्म 7:30 बजे शुरू होगा। दोनों टीमों के कप्तान मैच शुरू होने से आधे घंटे टॉस के लिए मैदान में उतरेंगे। CSK और RCB दोनों टीम अपना पहला मुकाबला जीतकर यहाँ तक पहुंचे हैं। दोनों टीमों के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ और रजत पाटीदार ने जीत की तैयारी कर ली है। RCB ने ओपनिंग मुकाबले में KKR को हराया था वहीं CSK ने MI को शिकश्त दी थी। IPL 2025 के पॉइंट टेबल में RCB पहले पायदान पर है और CSK चौथे पायदान पर। हेड टू हेड मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच अब तक कुल 33 मैच खेले गए हैं। इस दौरान RCB ने 11 और CSK ने 21 मैच जीते हैं। से 1 मैच बेनतीजा रहा। दोनों टीमों के बीच खेले गए मैचों के दौरान हाईएस्ट स्कोर 226 और लोवेस्ट स्कोर 70 रन रहा है। CSK VS RCB : संभावित प्लेइंग XI संभावित XII: राहुल त्रिपाठी, रचिन रवींद्र, रुतुराज गायकवाड़ (कप्तान), शिवम दुबे, दीपक हुडा, रवींद्र जडेजा, सैम कुरेन, एमएस धोनी (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, नाथन एलिस, नूर अहमद, खलील अहमद संभावित XII: विराट कोहली, फिल साल्ट (विकेटकीपर), देवदत्त पडिक्कल, रजत पाटीदार (कप्तान), लियाम लिविंगस्टोन, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), टिम डेविड, क्रुणाल पंड्या, रसिख डार, यश दयाल, जोश हेजलवुड, सुयश शर्मा ALSO READ : Pastor Bajinder Singh : पादरी पर लगा बलात्कार का आरोप, मोहाली कोर्ट ने दिया झटका WATCH : https://youtu.be/pFor5MQAsM8?si=uPejg1UY5zfwyTPw
Pastor Bajinder Singh : पादरी पर लगा बलात्कार का आरोप, मोहाली कोर्ट ने दिया झटका
Pastor Bajinder Singh Case : बजिंदर सिंह, हरियाणा के यमुनानगर में एक जाट परिवार से आते हैं। उनकी जिंदगी में एक बड़ा मोड़ तब आया जब वे एक हत्या के मामले में जेल गए और वहां उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया। जेल से रिहा होने के बाद, उन्होंने 2012 में मोहाली से प्रचार शुरू किया और बाद में जालंधर में ताजपुर चर्च की स्थापना की। “चमत्कारी उपचार” के दावों के लिए मशहूर, पादरी ने सोशल मीडिया, खासकर यूट्यूब पर खूब लोकप्रियता हासिल की, जहां उनके चैनल “MERA JESUS” के 8.28 लाख सब्सक्राइबर हैं। उनके वीडियो, जैसे “मेरा यीशु यीशु” गाते हुए या कैंसर और एड्स जैसी बीमारियों को ठीक करने के दावे, ने भक्तों और आलोचकों दोनों को आकर्षित किया, जिसके चलते ऑनलाइन कई मीम्स भी वायरल हुए। 2018 का जीरकपुर मामला: आरोप और गिरफ्तारी विवाद तब बढ़ा जब अप्रैल 2018 में जीरकपुर की एक महिला ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की, जिसमें बाजिंदर सिंह पर यौन उत्पीड़न और बलात्कार का आरोप लगाया गया। महिला के बयान के अनुसार, सिंह ने उसे विदेश ले जाने का लालच दिया और चर्च की गतिविधियों में स्वयंसेवक के रूप में काम पर रखा। उसने दावा किया कि सिंह ने उसका यौन शोषण किया, एक अश्लील वीडियो रिकॉर्ड किया और विरोध करने पर इसे ऑनलाइन डालने की धमकी दी। इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (पहले भारतीय दंड संहिता) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई, जिसमें बलात्कार (धारा 376), धोखाधड़ी (धारा 420), शील भंग (धारा 354), और अश्लील सामग्री प्रसारित करने (आईटी एक्ट की धारा 67) जैसे आरोप शामिल थे। 20 जुलाई 2018 को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बजिंदर सिंह को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जब वह लंदन में आयोजित एक हीलिंग इवेंट के लिए उड़ान भरने वाले थे। उन्हें मोहाली कोर्ट में पेश किया गया और शुरू में दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया। सिंह के अलावा, पांच अन्य लोग—पास्टर जतिंदर, पास्टर अकबर, सत्तार अली, और संदीप पहलवान—भी FIR में नामित थे, जिन पर उत्पीड़न में सहायता करने का आरोप था। मोहाली के POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) कोर्ट में सुनवाई से पता चलता है कि घटना के समय पीड़िता नाबालिग थी, हालांकि उसकी उम्र का स्पष्ट उल्लेख रिपोर्टों में नहीं मिला। यह पहलू महत्वपूर्ण है, क्योंकि POCSO कोर्ट 18 साल से कम उम्र के बच्चों से संबंधित मामलों को देखता है, जिससे संकेत मिलता है कि 2018 में पीड़िता की उम्र शायद 18 से कम थी। Pastor Bajinder Singh पर कानूनी कार्यवाही मामले की सुनवाई सालों तक चली। मार्च 2025 में सिंह और अन्य के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए, क्योंकि वे कोर्ट में पेश नहीं हुए। 28 मार्च 2025 को मोहाली POCSO कोर्ट ने पादरी बजिंदर सिंह को 2018 के मामले में दोषी ठहराया, जो एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। सजा 1 अप्रैल 2025 को घोषित की जाएगी। इस फैसले ने धार्मिक नेताओं की जवाबदेही पर चर्चा छेड़ दी है, खासकर उन लोगों की जो बड़ी संख्या में अनुयायियों के साथ सक्रिय हैं। अन्य मामलों में शामिल 2018 के मामले के अलावा, हाल ही में कपूरथला से नए आरोप सामने आए हैं, जहां एक 22 साल की महिला ने सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। उसने कहा कि जब वह 17 साल की थी और उनके साथ काम कर रही थी, तब से उत्पीड़न शुरू हुआ। महिला ने अनुचित छूआछुई, शादी का दबाव (हालांकि वह पहले से शादीशुदा थी), और बोलने पर परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी जैसे आरोप लगाए। 2025 में दर्ज यह मामला जांच के अधीन है और पीड़िता की उम्र के कारण यह भी POCSO एक्ट के तहत आ सकता है। सिंह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे एक अन्य पास्टर की साजिश बताई है, जिससे उनके चरित्र को लेकर विवाद और बढ़ गया। इसके अलावा, मार्च 2025 में कुछ वीडियो सामने आए, जिसमें पादरी कथित तौर पर एक ऑफिस में एक महिला और पुरुष पर हमला करते दिख रहे हैं। हालांकि अभी तक इसकी औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है, और पुलिस घटना की जांच कर रही है। READ MORE : Arvind Kejriwal की बढ़ीं मुश्किलें: दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR WATCH : https://youtu.be/pQYBFP5EwWw?si=58LE_SOOSO90js9g
Arvind Kejriwal की बढ़ीं मुश्किलें: दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR
FIR On Arvind Kejriwal : आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली पुलिस ने 2019 में सरकारी धन के कथित दुरुपयोग के मामले में उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। यह केस द्वारका में बड़े होर्डिंग लगाने से जुड़ा है, जिस पर सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम के उल्लंघन का आरोप है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में रिपोर्ट पेश की और बताया कि FIR दर्ज कर ली गई है। अब कोर्ट 18 अप्रैल 2025 को इस मामले की अगली सुनवाई करेगा। मामला क्या है? 2019 में द्वारका में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए थे, जिनमें कथित तौर पर सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ था। इसको लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। अब अदालत के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल और अन्य लोगों पर केस दर्ज किया है। AAP की ओर से इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बता सकती है। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का हमला इस बीच, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने भी अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। मुक्तसर साहिब जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर किसानों को शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाया है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि “दिल्ली के अहमद शाह अब्दाली और पंजाब के जकारिया खान मिलकर किसानों पर दमन कर रहे हैं।” किसानों का आंदोलन जारी रहेगा सरवन सिंह पंढेर ने साफ कहा कि “हमारी लड़ाई जारी रहेगी। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन खत्म नहीं होगा।” गौरतलब है कि पंजाब के किसान पिछले 13 महीनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत कई मुद्दों पर आंदोलन कर रहे थे। कई दौर की बातचीत के बाद भी हल नहीं निकल सका। आखिरकार, पंजाब पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटा दिया। FIR और किसान आंदोलन से जुड़ी अहम बातें: 1.अरविंद केजरीवाल और अन्य पर सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला दर्ज।2.दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में पेश की रिपोर्ट।3.मामले की अगली सुनवाई 18 अप्रैल को होगी।4.किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का केजरीवाल पर हमला।5.किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।6.AAP की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। READ MORE : Oxford University में Mamta Banerjee का विरोध, BJP ने किया पलटवार WATCH : https://youtu.be/pQYBFP5EwWw?si=58LE_SOOSO90js9g
Myanmar Earthquake : म्यांमार से लेकर बांग्लादेश तक मची तबाही…
Myanmar Earthquake : शुक्रवार (28 मार्च 2025) को म्यांमार में आए भूकंप ने पूरी दुनिया को दहला दिया है। भूकंप के झटकों से धरती कांप उठी। रिक्टर स्केल पर इसकी त्रिवता 7.7 मापी गयी। म्यांमार में आये Earthquake ने म्यांमार से लेकर थाईलैंड और बांग्लादेश तक अपना कहर बरसाया। बड़ी-बड़ी इमारतें नाबूद हो गयीं। सड़कों में आयी दरारें भूकंप के कहर को दिखा रही हैं। भूकंप ने मचाई तबाही यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार भुकंप का केंद्र जमीन के अंदर 10 किलोमीटर की गहराई पर बताया जा रहा है। भूकंप के केंद्र मंडल शहर से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर था। जहाँ की आबादी 1.2 मिलियन है। 7.7 तीव्रता के इस भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। म्यांमार और बैंगकॉक में इमारतें ढह गयीं। हालांकि इस घटना में मौत के आंकड़ों का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। भूकंप के कारण म्यांमार की राजधानी नेपीथा का मेन हाईवे पूरी तरह से उखड़ गया। बैंगकॉक में पूरी तरह से लॉकडाउन लगा दिया गया है। मेट्रो सेवाएं बंद कर दी गई हैं। म्यांमार में भूकंप ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। शहर के कई मंदिर और बौद्ध स्थल टूट गए हैं। प्रधानमंत्री ने बढ़ाया साथ का हाथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से आपदा में साथ का हाथ आगे बढ़ाया है। PM मोदी ने भूकंप के बाद मची तबाही को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, “भूकंप के बाद म्यांमार और थाईलैंड की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए, हम सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। भारत सभी संभावित सहायता देने के लिए तैयार है। इस संदर्भ में, हमारी सरकार को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। साथ ही, विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क बनाए रखने को कहा गया है।” तबाही की तस्वीरें ALSO READ : Oxford University में ममता बनर्जी का बयान…BJP ने की राहुल गांधी से तुलना WATCH : https://youtu.be/pQYBFP5EwWw?si=58LE_SOOSO90js9g
Oxford University में Mamta Banerjee का विरोध, BJP ने किया पलटवार
BJP VS MAMTA BANERJEE : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केलॉग कॉलेज में भाषण के दौरान छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI-UK) के छात्रों ने ‘गो बैक ममता’ के नारे लगाए और हालिया आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस सहित बंगाल में बढ़ती हिंसा को लेकर सवाल उठाए। इसके अलावा, भारतीय अर्थव्यवस्था पर उनके बयान ने भी राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी, जिस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और उनकी तुलना राहुल गांधी से कर दी। कैसे हुआ विरोध? ममता बनर्जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर जोनाथन मिची ने भाषण देने के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन जैसे ही वे मंच पर पहुंचीं, कुछ प्रदर्शनकारियों ने बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर सवाल उठाए। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में पोस्टर लेकर ‘अभया को मारने वाली’ जैसे नारे लगाए। ममता बनर्जी का जवाब प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए ममता बनर्जी ने कहा—”यह मामला अदालत में है और केंद्र सरकार के हाथ में है।”जब छात्र नहीं माने, तो उन्होंने गुस्से में कहा—”यह राजनीति का मंच नहीं है। मेरे राज्य में आओ और मेरे साथ राजनीति करो।”स्थिति बिगड़ने के कारण ममता को भाषण बीच में ही रोकना पड़ा। भारतीय अर्थव्यवस्था पर बयान से विवाद इस कार्यक्रम में ममता बनर्जी से भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल किया गया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है, तो उन्होंने असहमति जताते हुए कहा—”मैं इससे अलग राय रखती हूं।”इस बयान के बाद भाजपा ने उन पर हमला बोलते हुए कहा कि “INDIA गठबंधन के नेता जब भी विदेशी धरती पर जाते हैं, तो भारत की आलोचना करते हैं।” भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि “राहुल गांधी का देश के खिलाफ बोलने का इतिहास रहा है, और अब ममता बनर्जी भी उसी राह पर चल रही हैं।” भाजपा ने कहा- ‘बंगाल के लिए शर्मिंदगी’ भाजपा नेता अमित मालवीय ने इस विरोध का वीडियो सोशल मीडिया X पर शेयर करते हुए दावा किया कि विरोध करने वाले बंगाली हिंदू समुदाय के लोग थे। भाजपा ने इस घटना को “बंगाल के लिए शर्मिंदगी” करार देते हुए कहा—“विदेशों में रहने वाले बंगाली हिंदू भी ममता को मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने बंगाल की विरासत को नष्ट कर दिया है।” कांग्रेस और TMC ने किया बचाव कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि—“अगर कोई नेता विदेश में भाषण देता है, तो उसकी आलोचना नहीं की जानी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब नहीं होनी चाहिए।”वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने ममता बनर्जी का बचाव करते हुए उन्हें ‘रॉयल बंगाल टाइगर’ बताया और कहा कि—”दीदी डगमगाती नहीं, वह पीछे नहीं हटतीं। जितना उन्हें परेशान किया जाता है, उतना ही वे गरजती हैं।” राजनीतिक माहौल गर्माया ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुए इस विरोध और भारतीय अर्थव्यवस्था पर दिए गए बयान ने आगामी लोकसभा चुनावों से पहले राजनीति को और गर्मा दिया है। भाजपा इसे ‘राष्ट्रविरोधी मानसिकता’ से जोड़ रही है, जबकि TMC इसे ‘राजनीतिक साजिश’ बता रही है। आने वाले दिनों में इस पर और बयानबाजी देखने को मिल सकती है। ALSO READ : Shivraj Singh Chauhan का बड़ा ऐलान: अब सरकार खरीदेगी किसानों की पूरी दाल उपज, मिलेगा डेढ़ गुना समर्थन मूल्य! WATCH : https://youtu.be/pQYBFP5EwWw?si=KfTF7pPuBTdkyRMI