“ईद की सेवइयां खिलाने के लिए, होली की गुजिया भी खानी पड़ेगी!”, CO अनुज चौधरी का बयान

CO Anuj Chaudhary : बुधवार (26 मार्च 2025) को साम्प्रदायिक तनाव को मद्दे नजर रखते हुए पीस कमेटी की मीटिंग का आयोजन किया। इस मीटिंग में CO अनुज चौधरी ने अपने दिए गए विवादित बयान का बड़ी सफाई से बचाव किया। उन्होंने कहा, यदि मेरा बयान इतना गलत था, तो हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए था. उन्होंने मुझे सजा क्यों नहीं दिलाई?” CO अनुज चौधरी का विवादित बयान उत्तरप्रदेश के पुलिस CO (सर्किल ऑफिसर) अनुज चौधरी ने होली को लेकर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि होली साल में एक बार आती है, नमाज साल में 52 बार आती है। पीस मीटिंग के दौरान उन्होंने अपने इस बयान का बचाव करते हुए कहा कि इतना ही गलत था तो सजा क्यों नहीं दिलाई ?, मैंने दोनों धर्म को बराबर रखकर बोला। CO अनुज चौधरी ने मीटिंग के दौरान एक और बयान दिया, इस बार उन्होंने ईद को लेकर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, यदि ईद की सेवइयां खिलानी है तो होली की गुजिया भी खानी पड़ेगी। CO ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी धर्म का अपमान करना नहीं था, बल्कि सभी धर्मों के त्योहार का सम्मान करना था। नेजा मेले पर भी था प्रतिबंध 25 मार्च को संभल के शाहवाजपुर सूरा नगला गांव में आयोजित होने वाले वार्षिक नेजा मेले पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। किसी को भी वहां जाने की अनुमति नहीं थी। इसको लेकर SSP ने कहा था कि यह मेला एक लुटेरे, आक्रमणकारी और हथियारे की याद में आयोजित किया जाता था। प्रशासन ने ‘नेजा मेले’ के आयोजन को अनुमति देने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि देश को लूटने आए किसी भी व्यक्ति का महिमामंडन करना सही है। ALSO READ : CM योगी ने कहा, मुसलमान खतरे में नहीं है, वोटबैंक की राजनीति खतरे में… WATCH : https://youtu.be/gvlXm5WZ5IE?si=tUvR1LKgfsy2Gesj
CM योगी ने कहा, मुसलमान खतरे में नहीं है, वोटबैंक की राजनीति खतरे में…

CM Yogi Podcast : उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज़ एजेंसी ANI के पॉडकास्ट में कई मुद्दों पर टिपण्णी की। CM योगी ने पॉडकास्ट में पूछे गए सवालों का खुलकर जवाब दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों की सुरक्षा और मथुरा के कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मस्जिद विवाद पर भी अपनी बात रखी। CM Yogi Podcast : जनता का समर्थन, सरकार की उपलब्धि CM योगी ने पॉडकास्ट के दौरान जनता के समर्थन को सरकार की उपलब्धि बताई। उन्होंने कहा, किसी भी सरकार के लिए जनता-जनार्दन की संतुष्टि सबसे बड़ी उपलब्धि होनी चाहिए। हमारी सरकार ने पिछले 8 वर्षों में PM मोदी के नेतृत्व में उत्तरप्रदेश के विकास के लिए काम किया है। हमनें जो रूपरेखा तैयार की थी, उन क्षेत्रों में विकास का काम किया है। हमारी सरकार को जनता का भी समर्थन मिला। सेवा, सुरक्षा और सुशासन को प्रभावी ढंग से लागू करने का काम हमारी सरकार ने किया है। लोकतंत्र में जनता-जनार्दन का आशीर्वाद जिसके साथ होगा वह सरकार बनाएगा। Aurangzeb और विपक्ष पर साधा निशाना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पॉडकास्ट के दौरान Aurangzeb को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, हम अपनी विरासत को सम्मान देकर अपने पूर्वजों को सम्मान देते हैं। लेकिन जिनके आदर्श ही औरंगज़ेब हों, उनके आचरण भी उसी प्रकार के होंगे। मुंबई से लेकर लखनऊ तक औरंगज़ेब का महिमामंडन करने वाले लोग हैं। मुख्यमंत्री ने बाबर, औरंगज़ेब और जिन्ना का महिमामंडन करने वालों पर करारा हमला किया। उन्होंने कहा, हम शिव, कृष्ण और राम की पूजा करते हैं इसलिए हमारे अंदर उनके गुण हैं। जो लोग औरंगज़ेब और जिन्ना को अपना आदर्श मानते हैं उनकी सोंच और व्यवहार भी उसी तरह के हैं। वो हमारी विरासत के प्रति क्या सोंच रखते होंगे, उसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है। UP में मुसलमान सबसे ज्यादा सुरक्षित “100 मुस्लिम परिवारों के बीच 50 हिन्दू परिवार सुरक्षित रह सकता है क्या ? लेकिन 100 हिन्दू परिवारों के बीच एक मुस्लिम परिवार सुरक्षित रह सकता है।” ऐसा कहना है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का…उन्होंने कहा बांग्लादेश का उदाहरण ले लीजिए, अफ़ग़ानिस्तान को ले लीजिए सभी जगह हिन्दुओं पर अत्याचार हुआ। CM योगी ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में मुसलमान सबसे ज्यादा सुरक्षित है। यदि हिन्दू सुरक्षित है तो मुसलमान भी सुरक्षित है। 2017 से पहले हो रहे दंगों में यदि हिन्दू की दुकान जलती थी तो मुसलमान की भी जलती थी। 2017 के बाद से प्रदेश में दंगे बंद हुए तो हिन्दू और मुस्लिम दोनों सुरक्षित हैं। संभल में 68 तीर्थ स्थल, 54 की पहचान मुख्यमंत्री ने संभल को लेकर भी मुखरता से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, जितने भी होंगे सभी ढूंढेंगे। भगवान ने जिसको भी आंखें दी हों वो देख ले क्या हुआ था संभल में। संभल एक सच्चाई है। कोर्ट का पालन कर रहे हैं, इसलिए रुके हैं वरना वहां बहुत कुछ हो गया होता। एक-एक करके सभी को निकालेंगे। पूरी पॉडकास्ट सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें : https://x.com/i/broadcasts/1mnGegerWMqxX Read More : Rana Sanga Controversy : कर्णी सेना ने सपा सांसद के घर पर किया हमला… Watch : https://youtu.be/gvlXm5WZ5IE?si=tUvR1LKgfsy2Gesj
Rana Sanga Controversy : कर्णी सेना ने सपा सांसद के घर पर किया हमला…

Rana Sanga Controversy : बुधवार (26 मार्च, 2025) को कर्णीसेना के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के आगरा में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर हमला किया। यह हमला सुमन के उस बयान के खिलाफ था, जिसमें उन्होंने राजपूत शासक राणा सांगा को “गद्दार” करार दिया था। सुमन ने 21 मार्च, 2025 को राज्यसभा में यह बयान दिया था, जो राजपूत समुदाय के लिए अपमानजनक माना गया। Rana Sanga Controversy : सांसद पर हुआ हमला राजपूत हितों का प्रतिनिधित्व करने वाली कर्णी सेना ने सुमन के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। 23 मार्च, 2025 को उन्होंने भोपाल में समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और सुमन के चेहरे को काला करने और जूते मारने के लिए 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया। 26 मार्च को, लगभग 1000 कार्यकर्ता सुमन के आगरा स्थित घर पर पहुंचे, जहां उन्होंने तोड़फोड़ की, पथराव किया और पुलिस से झड़प की। इस दौरान एक इंस्पेक्टर और कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। अखिलेश यादव ने किया समर्थन समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सुमन का समर्थन करते हुए कहा, “अगर बीजेपी औरंगजेब की बात कर सकती है, तो सुमन राणा सांगा की बात कर सकते हैं। ऐतिहासिक संदर्भों पर विवाद नहीं होना चाहिए।” दूसरी ओर, BJP और राजपूत नेताओं ने सुमन के बयान की निंदा की, इसे राजपूत और हिंदू समाज का अपमान बताया। ALSO READ : One Nation One Election : हज़ारों युवाओं की भीड़ हुयी इकट्ठा… WATCH : https://youtu.be/gvlXm5WZ5IE?si=5aA5oQA5hBpxk0dd
One Nation One Election : हज़ारों युवाओं की भीड़ हुई इकट्ठा…

One Nation One Election : बुधवार (26 मार्च, 2025) को जंतर-मंतर पर “एक देश, एक चुनाव” जागरूकता अभियान का आयोजन “संविधान सपोर्ट ग्रुप” के द्वारा किया गया। इस समूह में युवा कार्यकर्ता, अधिवक्ता, शिक्षक और स्वयंसेवक शामिल हैं। इस अभियान में 1,000 से अधिक युवाओं ने भाग लिया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को “एक देश, एक चुनाव” (One Nation One Election) के प्रति जागरूक करना और इसे लागू करने के लिए समर्थन जुटाना है। कार्यक्रम में अपनी सहभागिता देने के लिए देश के कोने-कोने से युवाओं ने भाग लिया है। कार्यक्रम से शामिल एक युवती ने कहा, “एक देश, एक चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे हमारे लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी। चुनाव अक्सर व्यवधान पैदा करते हैं, जिसे हम “एक देश, एक चुनाव” से बेहतर कर सकते हैं। इस कर्यक्रम में अभिनेता वरुण शर्मा भी शामिल हुए। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक बेहतरीन पहल है…मैं पिछले 2-3 महीने से इसके बारे में पढ़ रहा हूँ। हमें इसके बारे में और अधिक जानकारी हासिल करनी चाहिए, जितना ज्यादा हम इसके बारे में बात करेंगे, उतना ही यह आगे बढ़ेगा।” “One Nation One Election” क्या है? “एक देश, एक चुनाव” का मतलब है कि भारत में सभी चुनाव चुनाव एक साथ होने चाहिए। इसका उद्देश्य—लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और संभवतः स्थानीय निकायों के चुनाव एक ही समय पर या एक निश्चित समयावधि में कराए जाएं। इसका मुख्य उद्देश्य उद्देश्य चुनावों में होने वाले खर्च को कम करना और जनता की भागीदारी को बढ़ावा देना है। “एक देश, एक चुनाव” से होने वाले लाभ : हालांकि “एक देश, एक चुनाव” की चुनौतियां भी हैं, इसके लागू होने से राष्ट्रीय मुद्दे, राज्य या स्थानीय मुद्दों को दबा सकते हैं, जिससे नेशनल पार्टियों को फायदा होगा। 1952-67 तक एक साथ हुए चुनाव “संविधान सपोर्ट ग्रुप” का मानना है कि वर्तमान में बार-बार और अलग-अलग समय पर होने वाले चुनाव अप्रभावी और महंगे हैं, जो शासन को बाधित करते हैं। देश में बार-बार चुनाव होने से “मोडल कोड ऑफ़ कंडक्ट” लगाया जाता है, जिससे विकास के कार्यों में बाधा आती है। ग्रुप का कहना है कि 1952 से 1967 तक भारत में एक साथ चुनाव सफलतापूर्वक कराए गए थे, और इसे फिर से लागू करना संभव है। “संविधान सपोर्ट ग्रुप” ने देशभर में सर्वे किए हैं और लगभग 300 सांसदों से बात की है, जो “One Nation One Election” प्रस्ताव का समर्थन करते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लोकसभा ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से जुड़ी संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के कार्यकाल को मानसून सत्र 2025 के अंतिम सप्ताह के पहले दिन तक बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ALSO READ : Saugat-E-Modi : “हाेली वाला सिलेंडर मिले ना मिले…लेकिन, मुस्लिमों को ईद पर सौगात-ए-मोदी” WATCH : https://youtu.be/gvlXm5WZ5IE?si=5aA5oQA5hBpxk0dd
Saugat-E-Modi : “हाेली वाला सिलेंडर मिले ना मिले…लेकिन, मुस्लिमों को ईद पर सौगात-ए-मोदी”

Saugat-E-Modi : बिहार चुनाव से पहले बीजेपी ने मुसलमानों को साधने की तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा ने “Saugat-E-Modi” अभियान के तहत मुस्लिम समुदाय के लोगों को ईद के मौके पर किट देने की घोषणा की है। BJP का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य मुस्लिम वर्ग के 32 लाख गरीब लोगों को किटें प्रदान करना है। ताकि किसी भी गरीब को ईद मनाने में परेशानी न हो। क्या कुछ मिलेगा किट में… मुस्लिम समुदाय के लोगों को “सौगात-ए-मोदी” अभियान के तहत दिए जाने वाले किट में उनकी जरूरतों के सभी सामान शामिल होंगे। इसमें सेवईयां, खजूर, सूखे मेवे (जैसे बादाम और काजू), चीनी (मिठाई बनाने के लिए), और महिलाओं और पुरषों के लिए कपड़ा शामिल है। इस किट में महिलाओं को सूट का कपड़ा और पुरुषों को कुर्ता-पजामा का कपड़ा दिया जाएगा। Saugat-E-Modi का राजनीतिक कनेक्शन यह अभियान 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले शुरू किया गया है। इस वर्ष अक्टूबर या नवंबर 2025 में बिहार में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। बिहार में वर्तमान में BJP और JDU की गठबंधन सरकार है, जिसमें नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं। प्रदेश में मुस्लिम समुदाय का एक बड़ा हिस्सा है, जो राज्य में कुल वोटरों की संख्या का लगभग 20% है। ऐसा कहा जाता है कि बिहार में BJP को मुस्लिम वर्ग के लोगों का वोट नहीं मिलता है। सभी मुस्लिम समुदाय के लोग RJD को वोट देते हैं, कुछ लोग JDU और जो लोग बच जाते हैं वो अन्य पार्टियों को अपना वोट देते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में AIMIM ने भी RJD के वोटबैंक में सेंघ मारी थी। इस बार प्रशांत किशोर की जन सुराज भी मुस्लिमों को साधने की तैयारी में लगी है। इन सबके बीच BJP ने अपना दांव खेल दिया है। मुस्लिम समुदाय का वोट चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकता है। बीजेपी, जो पारंपरिक रूप से हिंदुत्व विचारधारा से जुड़ी है और अल्पसंख्यक-विरोधी मानी जाती है, इस अभियान के माध्यम से अपनी छवि बदलने और समुदाय से समर्थन हासिल करने का प्रयास कर रही है। विपक्ष ने उठाये सवाल भारतीय जनता पार्टी के इस अभियान की विपक्ष ने आलोचना की है। विपक्ष ने इसे BJP के वोट हासिल करने का हथकंडा बताया है। विपक्षी नेताओं में शत्रुघ्न सिन्हा और अखिलेश यादव ने भी इसकी आलोचना की है। शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना ‘मगरमच्छ’ से की, उन्होंने कहा कि यह एक धोखेबाज रणनीति है। वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी को रोजगार, शिक्षा, और अधिकार जैसे असली मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, न कि ईद के लिए मिठाई और कपड़े देकर वोट खरीदने की कोशिश करनी चाहिए। Social Media पर हंगामा सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर राम त्यागी हिन्दू नाम के यूजर ने एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में PM मोदी की ‘Saugat-E-Modi’ अभियान का विरोध किया गया है। यूजर ने पोस्ट में लिखा, हिन्दुओं काे हाेली वाला सिलेंडर मिले ना मिले…लेकिन, मुस्लिमों को ईद पर “सौगात ए मोदी” किट अवश्य मिलनी चाहिए ! पी.एन राय नामक एक यूजर ने लिखा, बीजेपी ने 32 लाख मुसलमानों को ईद के मौके पर सौगात ए मोदी (खाना , कपड़ा) देने का निर्णय लिया है। होली बीत गई, गरीब हिंदुओं को खाना और कपड़ा क्या, रंग, गुलाल तक नहीं दिया। क्या सबका साथ, सबका विकास नारे में हिंदुओं का वोट चाहिए? नितिन शुक्ला ने लिखा, 32 लाख मुसलमानों को सौगात ए मोदी और ईदी दी जाएगी, जिन लोगों ने आज तक एक वोट नहीं दिया, बीजेपी को हराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी, उन्हें तोहफा? और जो लोग दिन रात एक किया हुए हैं बीजेपी को जिताने में उन्हें क्या मिला? दिवाली पर बीजेपी ने 32 हिन्दुओं को मिठाई भी दी है कभी? ALSO READ : Sunita Williams : 9 महीने बाद अंतरिक्ष से लौटीं…PM मोदी ने दिया Invitation WATCH : https://youtu.be/gvlXm5WZ5IE?si=5aA5oQA5hBpxk0dd
RSS Report : भोपाल में तेजी से हो रहा हिंदूओं का पलायन…

RSS Report On Hindu Migration : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पुराने भोपाल वाले इलाके से हिन्दू समाज के लोग पलायन कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने एक अध्ययन में इसका पता लगाया है। संघ से मध्य भारत प्रान्त में सामाजिक अध्ययन कर 103 प्रकार की समस्यायों का पता लगाया है। संघ ने राजधानी भोपाल के पुराने शहर से हो रहे हिन्दुओं के पलायन को गंभीर मुद्दा बताया है। संघ के दावों के अनुसार पिछले 3 दशकों में 3 हज़ार से अधिक हिन्दू परिवारों ने पलायन किया है। हिन्दू लोगों के द्वारा बेचा गया मकान दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा ख़रीदा गया। यह सामाजिक अध्ययन संघ के विदिशा विभाग के 56 व्यवसायी शाखाओं के द्वारा करवाया गया है। संघ के मध्य भारत प्रांत संघचालक अशोक पांडेय ने मंगलवार (25 मार्च 2025) ने मीडिया से बात करते हुए हिन्दुओं के पलायन पर गंभीर चिंता जताई। भोपाल के शाहजहानाबाद, मंगलवारा, बुधवारा, कोहेफिजा, सिंधी कॉलोनी, कबाड़खाना, टीलाजमालपुरा, चौकसेनगर और ग्रीन पार्क वाले इलाकों में हिंदुओं की संख्या तेजी से घटी है। अशोक पांडेय ने बताया कि पुराने भोपाल में किराय पर रहे रहे हिन्दू समुदाय के लोग भी अपने मक़ान खाली कर रहे हैं। RSS मनायेगा शताब्दी वर्ष राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना वर्ष 1925 में हुयी थी। संघ के प्रथम सरसंघचालक हेडगेवार ने अपने घर पर 17 लोगों के साथ गोष्ठी में संघ के गठन की योजना बनाई थी। संघ की औपचारिक शुरुआत नागपुर में “शुक्रवारी” में डॉक्टर हेडगेवार के घर में हुई। रविवार को ड्रिल, मार्च आदि का प्रशिक्षण दिया जाता था। गुरुवार और रविवार को राष्ट्रीय मामलों पर प्रवचन होते थे। ‘राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ’ की कहानी 17 अप्रैल 1926 को डॉ. हेडगेवार के घर पर संघ के नाम के चयन के लिए एक बैठक बुलाई गई। बैठक में चार नामों जरीपटका मंडल, भारत उद्धारक मंडल, हिंदू स्वयंसेवक संघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर विचार किया जा रहा था। इस सूची में से संघ के लिए “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ” नाम का चयन किया गया। RSS का प्लान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ इस साल अपना शताब्दी वर्ष मनाएगा। यानी इस वर्ष RSS के 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं। शताब्दी वर्ष पूर्ण होने पर संघ कई योजनाओं पर काम करने का विचार कर रहा है। सूचनाओं के अनुसार 2 अक्टूबर से काम शुरू होंगे, जिनमें हिन्दू सम्मेलन, पंच परिवर्तन और सद्भाव बैठकों पर काम किया जाएगा। ALSO READ : मध्यप्रदेश के Sheopur में रची जा रही ‘गजवा-ए-हिंद’ की साजिश… WATCH : https://youtu.be/gvlXm5WZ5IE?si=5aA5oQA5hBpxk0dd