Aayudh

“गद्दार राणा सांगा की औलाद, …देश से माफ़ी मांगो” Samajwadi Party के सांसद के बयान से सदन में हंगामा

Samajwadi Party

Rana Sanga Controversy : Samajwadi Party (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने प्रसिद्ध राजपूत राजा राणा सांगा को लेकर विवादित बयान दिया है। उनके “गद्दार” कहने वाले बयान ने देश में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। यह टिप्पणी शुक्रवार (22 मार्च 2025) को संसद में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान की गई, जिसके बाद BJP ने सपा सांसद और उनकी पार्टी पर राजपूत समुदाय और हिंदू समाज का अपमान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सांसद को देश से माफी मांगने की मांग की है। क्या है पूरा मामला ? रामजी लाल सुमन का यह बयान BJP के उस बार-बार दोहराए जाने वाले दावे के जवाब में आया, जिसमें भारतीय मुसलमानों को मुगल सम्राट बाबर से जोड़ा गया है। अपने भाषण में सुमन ने कहा, “बीजेपी के सदस्यों का यह आम बयान बन गया है कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। अगर मुसलमान बाबर की औलाद है, तो तुम (बीजेपी समर्थक) राणा सांगा की औलाद हो, जो एक गद्दार था।” सुमन ने दावा किया कि मेवाड़ के शासक राणा सांगा (1508-1528) ने दिल्ली सल्तनत के तत्कालीन शासक इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत आमंत्रित किया था, जिससे मुगल शासन की नींव पड़ी। सुमन के इस बयान के बाद राज्यसभा अध्यक्ष ने उनसे सभा की मर्यादा को बनाए रखने की अपील की। हालांकि, उनके इस बयान ने बीजेपी और राजपूत समुदाय के बीच तीखी प्रतिक्रिया को जन्म दे दिया है। Samajwadi Party पर बीजेपी का पलटवार बीजेपी ने सुमन के बयान को “राष्ट्र विरोधी” करार देते हुए इसे राजपूतों और हिंदू समाज के गौरव पर हमला बताया। पार्टी के नेताओं ने कहा कि राणा सांगा एक वीर योद्धा थे, जिन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए मुगलों से युद्ध किया था। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “राणा सांगा को गद्दार कहना न केवल ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ है, बल्कि यह देश के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है। सुमन और समाजवादी पार्टी को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।” कौन हैं रामजी लाल सुमन? रामजी लाल सुमन उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से एक प्रमुख दलित नेता हैं और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक माने जाते हैं। वे चार बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और वर्तमान में राज्यसभा में सपा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस बार उनका यह बयान विवाद का कारण बन गया है। इस विवाद ने एक बार फिर इतिहास और राजनीति के बीच की कड़ी को उजागर किया है। जहां सपा सुमन के बयान को ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित बता रही है, वहीं बीजेपी इसे वोट बैंक की राजनीति से जोड़कर हमला कर रही है। ALSO READ : IPL 2025 : KKR VS RCB कौन जीतेगा मैच…ओपनिंग सेरेमनी में शामिल कलाकार WATCH : https://youtu.be/LTISjIV6QD4?si=vpD33w8s3AIfktIK

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IPL 2025

IPL 2025 Opening Ceremony : IPL 2025 का पहला मैच 22 मार्च, 2025 को कोलकाता के ईडन गार्डन में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच खेला जाएगा। यह मैच न केवल टूर्नामेंट की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि दोनों टीमों के बीच एक प्रतिष्ठित मुकाबले के रूप में भी देखा जा रहा है, जिसमें पिछले रिकॉर्ड, वर्तमान फॉर्म, और मौसम की चुनौतियों अहम भूमिका निभा रही हैं। IPL 2025 : पहला मैच कलकत्ता में खेला जाएगा मैच 22 मार्च, 2025 को शाम 7:30 बजे से शुरू होगा, और टॉस शाम 7:00 बजे के करीब होने की संभावना है। ईडन गार्डन्स, जो KKR का घरेलू मैदान है, इस मैच की मेजबानी के लिए तैयार है। यह स्थान अपने बल्लेबाजों के अनुकूल पिच के लिए जाना जाता है, लेकिन स्पिनर्स को भी मदद मिल सकती है, खासकर मैच के बाद में। मौसम नहीं दे रहा साथ मैच से पहले, IPL 2025 का उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें श्रेया घोषाल, करण अजला, और दिशा पाटनी प्रदर्शन करेंगे। यह समारोह दर्शकों के मनोरंजन के साथ-साथ मैच के उत्साह को बढ़ाने का एक शानदार प्रयास है। हालांकि, मौसम की स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है, क्योंकि 22 मार्च को कोलकाता में बारिश की 66% संभावना बताई जा रही है, जो ओपनिंग सेरेमनी और मैच दोनों को प्रभावित कर सकती है। बारिश के कारण मैच छोटा हो सकता है या रद्द भी हो सकता है, जिसमें दोनों टीमों को एक-एक अंक मिलेंगे। दोनों टीमों के कप्तान KKR की कप्तानी अजिंक्य रहाणे कर रहे हैं, जो अपने शांत और बेहतर नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं। KKR की टीम में सुनील नारायण, एंड्रयू रसेल, रिंकू सिंह, वेंकटेश अय्यर, और क्विंटन डी कॉक जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। दूसरी ओर, RCB की कमान राजत पटीदार संभाल रहे हैं। RCB की टीम में विराट कोहली, राजत पटीदार, लियाम लिविंगस्टोन, फिल साल्ट, और जोश हेज़लवुड जैसे खिलाड़ी थे। दोनों टीमों के बीच टक्कर का मुकाबला दोनों टीमों के बीच अब तक 34 मैच खेले गए हैं, जिसमें KKR ने 20 और RCB ने 14 मैच जीते हैं। यह रिकॉर्ड KKR को थोड़ी बढ़त देता है, लेकिन RCB ने पिछले सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया था, जो इस मैच में उनकी चुनौती को और मजबूत करता है। क्रिस गेल और सुनील नारायण ने KKR बनाम RCB के मैचों में सबसे अधिक ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ अवार्ड जीते हैं, प्रत्येक ने 4 बार यह अवार्ड हासिल किया। मौसम का हाल ईडन गार्डन का पिच आमतौर पर बल्लेबाजों के अनुकूल होता है, जहाँ ज्यादा स्कोर संभव हैं। पिच फ्लैट और बाउंस के साथ आती है, जो स्ट्रोक प्ले के लिए उपयुक्त है। हालांकि, जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा, स्पिनर्स को मदद मिल सकती है, खासकर अगर पिच धीमी हो जाए। मौसम की बात करें तो, 22 मार्च को तापमान 21.67°C से 32.67°C है, लेकिन बारिश की संभावना ने मैच पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर बारिश होती है, तो पिच पर नमी हो सकती है, जो गेंदबाजों को फायदा दे सकती है। दोनों टीमों में बेहतरीन खिलाड़ी KKR की तरफ से, सुनील नारायण अपनी स्पिन गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों से टीम को सपोर्ट करेंगे। एंड्रयू रसेल अपने ऑलराउंड स्किल के साथ मैच विजेता साबित हो सकते हैं। रिंकू सिंह और वेंकटेश अय्यर बल्लेबाजी में अहम भूमिका निभा सकते हैं। RCB के लिए, विराट कोहली की स्थिरता और बल्लेबाजी टीम के लिए प्रेरणा होगी। राजत पटीदार, लियाम लिविंगस्टोन, और फिल साल्ट तेज रन बनाने में इम्पोर्टेन्ट रोल निभा सकते हैं। जोश हेज़लवुड और भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी RCB की ताकत होगी। IPL 2025, मैच को लेकर अनुमान दोनों टीमों के बीच एक रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद है। KKR का घरेलू मैदान और पिछला रिकॉर्ड उन्हें फायदा दे सकता है, लेकिन RCB के पास विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं, जो किसी भी परिस्थिति में टीम को जीत दिला सकते हैं। अगर मैच पूरा होता है, तो बल्लेबाजों का बोलबाला हो सकता है, लेकिन बारिश के कारण अगर मैच छोटा होता है, तो अच्छी गेंदबाजी करने वाली टीम बाजी पलट सकती है। कुल मिलाकर, यह मैच दर्शकों के लिए एक थ्रिलर साबित हो सकता है। ALSO READ : Bihar Diwas 2025 : बिहार बना रहा अपनी वैश्विक पहचान, हैप्पी बर्थडे बिहार ! ”उन्नत बिहार, विकसित बिहार” WATCH : https://youtu.be/LTISjIV6QD4?si=HmM8Ls7Tx5x-XUDc

Bihar Diwas 2025 : बिहार बना रहा अपनी वैश्विक पहचान, हैप्पी बर्थडे बिहार ! ”उन्नत बिहार, विकसित बिहार”

BIHAR

Bihar Diwas 2025 : भारत का वो राज्य जिसने दुनिया को पहला लोकतांत्रिक गणराज्य दिया, जिसने नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय से दुनियाभर में ज्ञान का प्रसार किया। आज वह Bihar अपने 113 वर्षों की यात्रा पूरी होने पर उत्सव मना रहा है। आज सभी बिहारवासी अपने प्रदेश का जन्मदिन मना रहे हैं। यह वही Bihar है, जहाँ की संस्कृति और विरासत देश का गौरव बनकर पूरी दुनिया में भारत का मस्तक ऊँचा करती है। बिहार क्रांति की उपज है। बिहार आन्दोलनों की भूमि है। यहीं से वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेज़ों के खिलाफ बिगुल फूंका था। 80 वर्ष के कुंवर सिंह को जंग के मैदान में देखकर अंग्रेजी हुकूमत के पैरों तले जमीन खिसक गई थी। इसी बिहार ने फणेश्वर नाथ रेनू जैसे लेखकों को जन्म दिया। यहीं से दिनकर ने देश की राजनीति और सियासत पर कई व्यंग किए। इसी बिहार से एक हुंकार उठी ,”सिंहासन खाली करो की जनता आती है”. यही बिहार इमरजेंसी के काले साए में प्रकाश का केंद्र बना। Bihar के बारे में… बिहार पूर्वी भारत का एक राज्य है। भौगोलिक आकार के हिसाब से देश का 12वां सबसे बड़ा राज्य है और जनसंख्या के हिसाब से तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। देश का यह राज्य पूर्व में पश्चिम बंगाल और पश्चिम में उत्तर प्रदेश के बीच में स्थित है। यह उत्तर में नेपाल देश और दक्षिण में झारखंड राज्य से घिरा हुआ है। बिहार के मध्य से गुजरने वाली गंगा नदी इसे दो हिस्सों में विभाजित करती है। पश्चिम बिहार और दक्षिण बिहार। हिंदी और उर्दू राज्य की आधिकारिक भाषाएँ हैं, जबकि अधिकतर लोग अंगिका, भोजपुरी, मगधी, मैथिली और बज्जिका बोलते हैं। इसी बिहार में भारत के पहले और सबसे महान साम्राज्यों में से एक, मौर्य साम्राज्य का उदय हुआ, साथ ही दुनिया के सबसे व्यापक रूप से पालन किए जाने वाले धर्मों में से एक, बौद्ध धर्म का भी उदय यहीं हुआ। बिहार की राजधानी पटना, जिसे पहले पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था, यह भारतीय सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। नालंदा और विक्रमशिला शिक्षा के केंद्र थे, इन्हें सबसे पुराने अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में गिना जाता है, जहाँ दुनिया भर से लोग अध्ययन करने आते थे। बिहार को प्राचीन काल में लिच्छवि (अब वैशाली) के माध्यम से दुनिया को अपना पहला लोकतंत्र देने का गौरव भी प्राप्त है। बिहार की वैश्विक पहचान बिहार अब देश का सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य है, जिसके बाद दिल्ली और पांडिचेरी का स्थान है। वर्ष 2011-12 में राज्य की विकास दर 13.1% रही, जबकि पिछले वर्ष यह 14.8% थी। विश्व की सांस्कृतिक धरोहर को विश्वभर में पहचान मिल रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपनी मॉरीशस यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति को बिहार का प्रसिद्ध सुपरफूड मखाना उपहार स्वरूप भेंट किया। यह कोई साधारण भेंट नहीं थी, यह एक देश के प्रधानमंत्री होने के नाते अपने दायित्वों का निर्वहन था। बिहार की पारंपरिक उपज को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने का एक मजबूत संकेत था। बिहार का प्रसिद्ध सुपरफूड मखाना और मिथिलांचल से निकलकर उसकी यह वैश्विक यात्रा बिहार के लिए गौरव का विषय है।वर्ष 2023 के G-20 सम्मलेन में नालंदा विश्वविद्यालय को प्रदर्शित किया गया, जो वैश्विक स्तर पर बिहार की प्रासंगिकता को दर्शाता है। राज्य सरकार ने राज्य में औद्योगिक परियोजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन के लिए “सिंगल विंडो एक्ट” पेश किया है, यह निवेशकों को सिंगल बिंदु मंजूरी प्रदान करता है और परियोजनाओं का शीघ्र वाणिज्यिक उत्पादन सुनिश्चित करता है। क्यों मनाते हैं Bihar Diwas ? हर वर्ष 22 मार्च की तारीख को बिहार दिवस के रूप में मनाया जाता है। ये दिन बिहार के निर्माण की वर्षगांठ को चिन्हित करता है। यह दिन बिहार की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक धरोहर को याद करने का दिन है। यह राज्य की समृद्धि, विकास और उपलब्धियों का उत्सव मनाने का अवसर है। बिहार का गठन 22 मार्च, 1912 को हुआ था। इसी दिन इसे बंगाल प्रांत से अलग कर एक नया राज्य बनाया गया था। इस दिन राज्यभर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। बिहार दिवस, बिहार के लोगों को अपनी सांस्कृतिक धरोहर, शिक्षा, कला, साहित्य और संघर्ष को याद करने का दिन होता है। इस बार क्या है खास ? बिहार दिवस के इस खास अवसर पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया है, जो 22 मार्च से शुरू होकर 26 मार्च तक चलेगा। इस समारोह में विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा प्रदर्शनियां लगाई गई हैं, जो बिहार के विकासात्मक कार्यों, लोक-कल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों से लोगों को अवगत करा रही हैं। इसके अलावा, पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल और रवींद्र भवन में सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इन कार्यक्रमों में लोक नृत्य, संगीत, नाटक और परिचर्चाएं शामिल हैं, जो बिहार की सांस्कृतिक विविधता प्रदर्शित करेंगी। बिहारवासियों को मिली बधाईयां राष्ट्रपति मुर्मू : बिहार दिवस पर राज्य के सभी निवासियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। बिहार की धरती प्राचीन काल से ही ज्ञान और विकास का केंद्र रही है। मेरा विश्वास है कि बिहार के निवासी अपनी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प तथा परिश्रम के बल पर विकसित बिहार और विकसित भारत के निर्माण में अपना भरपूर योगदान देते रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी : वीरों और महान विभूतियों की पावन धरती बिहार के अपने सभी भाई-बहनों को बिहार दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। भारतीय इतिहास को गौरवान्वित करने वाला हमारा यह प्रदेश आज अपनी विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, उसमें यहां के परिश्रमी और प्रतिभाशाली बिहारवासियों की अहम भागीदारी है। हमारी संस्कृति और परंपरा के केंद्र-बिंदु रहे अपने इस राज्य के चौतरफा विकास के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री नितीश कुमार : #बिहार_दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। बिहार का इतिहास गौरवशाली है और हम वर्तमान में अपने निश्चय से बिहार का गौरवशाली भविष्य तैयार कर रहे हैं। विकसित बिहार के सपने को साकार करने में भागीदारी के लिए मैं आप सभी का आह्वान करता हूं। हम सब मिलकर बिहार के गौरव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे। ALSO READ : MP Film Shooting : मध्य प्रदेश में फिल्मों के निर्माण को बढ़ावा दे रही सरकार…बनेगी फिल्म सिटी ? 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Shahdol : मुसलमानों ने पुलिस की टीम पर किया हमला , गालीगलौज भी हुई

SHAHDOL

Shahdol : देश का दिल कहे जाना वाला मध्य प्रदेश खूब सुर्खियां बटोर रहा है। एक तरफ़ स्वछता के लिए मशहूर इंदौर तो दूसरी तरफ जनता की सुरक्षा करने वाली मध्य प्रदेश पुलिस पर हमला। ये दोनों बातें बिलकुल भिन्न हैं, लेकिन फिलहाल मध्य प्रदेश में ऐसी घटनाएं बहुत घटित हो रही हैं। कुछ दिनों पहले ही मऊगंज में एक ASI की हत्या कर दी गई। TI समेत दस पुलिसकर्मी घायल हुए थे। एक बार फिर से मध्य प्रदेश के Shahdol में जब पुलिस आरोपियों के घर जांच करने पहुंची तो उनपर हमला किया गया। क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं… Shahdol में पुलिस पर हमला शुक्रवार (22 मार्च 2025) को बुढ़ार पुलिस की टीम ईरानी बाड़ा पहुंची। पुलिस यहाँ Shahdol में सराफा व्यापारियों पर हुए गोलीकांड के आरोपियों की तलाश और पूछताछ करने गई थी। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया। गालीगलौज भी हुई। पुलिस को जानकारी मिली थी कि यहाँ गोलीकांड में इस्तेमाल किया गया वाहन देखा गया है। इसी की पूछताछ करने पुलिस यहाँ गई थी। रास्ता संकरा होने की वजह से पुलिस की गाड़ी अंदर तक नहीं जा पायी। थाना प्रभारी संजय जायसवाल के अनुसार इस पूछताछ में उत्तर प्रदेश की महराजगंज पुलिस भी वहां मौजूद थी। जब बुढ़ार थाने के कॉन्स्टेबल बलभद्र सिंह, फिरोज अली जाफरी से बाइक के बारे में पूछताछ करने पहुंचे तब फ़िरोज़ ने गाली देना शुरू कर दिया। उसकी आवाज सुनकर घर के आसपास के लोग भी इकट्ठा हो गए। उन्होंने कॉन्सटेबल के साथ धक्का-मुक्की भी की। जब गाड़ी के पास खड़ी पुलिस इस विवाद की आवाज़ सुनकर वहां पहुंची तो भीड़ ने उनपर भी पथराव कर दिया। चार राज्यों की पुलिस तलाश में जुटी शहडोल में हुई इस घटना के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। क्या प्रदेश में लोगों की सुरक्षा करने वाले पुलिसकर्मी सुरक्षित नहीं हैं ? इस घटना में कॉन्सटेबल आशीष तिवारी और महिला कॉन्स्टेबल सरिता समेत पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। एएसपी अभिषेक दीवान ने बताया कि घटना के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज़ कर लिया गया है। उनकी गिरफ़्तारी की जा रही है। एसएसपी ने बताया की चार राज्यों की पुलिस उनकी तलाश कर रही है। इन राज्यों में भी कर चुके हैं अपराध आपको बता दें कि इन आरोपियों की तलाश में 4 राज्यों की पुलिस जुटी है। मध्य प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान पुलिस भी इनकी तलाश कर रही है। ईरानी मोहल्ला में ही रहने वाला तौहीद अली छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से 65 लाख के जेवरात लूट के मामले में फरार है। इन आरोपियों ने राजस्थान में भी कई अपराधों को अंजाम दिया है। राजस्थान की पुलिस भी बुढ़ार थाने के संपर्क में है। इनलोगों पर हुई FIR इस घटना के बाद कॉन्स्टेबल बलभद्र सिंह ने बुढ़ार थाने में FIR दर्ज कराई। मामले में FIR में फिरोज अली जाफरी, कशिश, सूफिया, फरीदा बेगम, गुल हसन, सितारा, निगार सुलताना, रेशमा, रफा, खुशरुबा बेगम, मनोहर अली, फिजा बेगम, हुसैन, अर्शिफी, समेत अन्य के नाम शामिल हैं। ALSO READ : Amit Shah in Parliament : “पाकिस्तान के घर में घुसकर मारा, …आतंकवाद विरासत में मिला” संसद में गरजे अमित शाह WATCH : https://youtu.be/LTISjIV6QD4?si=vpD33w8s3AIfktIK