भारत ने कितनी बार जीता है ICC चैंपियंस ट्रॉफी…देखिए पूरी लिस्ट

ICC Champions Trophy 2025 : वर्ष 2017 के बाद एक बार फिर से ICC चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत हो चुकी है। 19 फरवरी से शुरू हुई चैंपियंस ट्रॉफी अब अपने अंतिम चरण में है, 9 मार्च को इसका फाइनल मैच खेला जाएगा। फाइनल में भारत का सामना न्यूज़ीलैंड की टीम से होगा। ICC चैंपियंस ट्रॉफी Winner’s List : चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत वर्ष 1998 में हुई थी। इसका पहला मैच बांग्लादेश में खेला गया था। चैंपियंस ट्रॉफी को पहले “विल्स इंटरनेशनल कप” के नाम से भी जाना जाता था, कुछ लोग इसे “मिनी वर्ल्ड कप” भी कहते थे। भारत ICC चैंपियंस ट्रॉफी को दो बार अपने नाम कर चूका है। वर्ष 2025 का भी मुकाबला भारत के लिए दिलचस्प होगा। साल 2002 में भारत ने इस ट्रॉफी को श्रीलंका के साथ साझा किया था। वहीं 2013 में एक बार फिर से इंडिया ने इंग्लैंड को हराकर इसे अपने नाम किया। वर्ष – विजेता देश – मेजबान देश 1998 – दक्षिण अफ्रीका – बांग्लादेश2000 – न्यूजीलैंड – केन्या2002 – भारत / श्रीलंका – श्रीलंका2004 – वेस्टइंडीज – इंग्लैंड2006 – ऑस्ट्रेलिया – भारत2009 – ऑस्ट्रेलिया – दक्षिण अफ्रीका2013 – भारत – इंग्लैंड और वेल्स2017 – पाकिस्तान – इंग्लैंड और वेल्स2025 – ALSO READ : CM मोहन यादव महिला दिवस पर महिलाओं को देंगे सौगात… WATCH : https://youtu.be/TSu0yoeoYSw?si=zuN1VkjW-husAn15
CM मोहन यादव महिला दिवस पर महिलाओं को देंगे सौगात…

भोपाल। CM डॉ. मोहन यादव 8 मार्च को महिला दिवस पर उन सभी उत्कृष्ट महिलाओं को सम्मानित करेंगे, जिन्होंने प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के क्षेत्र में समाज सेवा, सुरक्षा, वीरता एवं साहसिक कार्यों में उल्लेखनीय कार्य किया है। कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री म. प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के SHGs को बैंक ऋण राशि और DDUJKY के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त बेटियों को नियुक्ति पत्रों का वितरण करेंगे। मुख्यमंत्री भोपाल शहर में चलित जैविक हाट बाजार के तीन वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करने के साथ ही मिशन के अन्य कार्यों का भी शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर CM यादव महिला स्व सहायता समूहों द्वारा उनके उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव लाड़ली बहना योजना के तहत 1250 रूपये की मासिक किश्त का भी वितरण करेंगे। साथ ही प्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ‘’पढेंगे हम–बढेंगे हम’’ साक्षरता अभियान का भी शुभारंभ होगा। उल्लेखनीय है कि महिला, बाल विकास विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 के लिये राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार (2023), राजमाता विजयाराजे सिंधिया समाज सेवा पुरस्कार (2023-24), रानी अवंति बाई वीरता पुरस्कार (2024) और श्री विष्णु कुमार महिला एवं बाल कल्याण समाज सेवा सम्मान पुरस्कार (2024) शामिल हैं। ALSO READ : CM Yogi ने किया ऐलान, अयोध्या और काशी के बाद अब बरसाना की बारी… WATCH : https://youtu.be/TSu0yoeoYSw?si=zuN1VkjW-husAn15
CM Yogi ने किया ऐलान, अयोध्या और काशी के बाद अब बरसाना की बारी…

CM Yogi News : उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार (7 मार्च 2025) को बरसाना पहुंचे। CM योगी ने बरसाना में ‘रंगोत्सव 2025’ का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री लोगों पर पुष्प की वर्षा कर होली खेलते नज़र आए। वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे बार-बार यहाँ आने का मौका मिलता है। मथुरा और बरसाना का होगा विकास – CM योगी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बार महाकुम्भ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले। सनातन की एकता को पूरी दुनिया ने देखा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास और विरासत की परम्परा शुरू हुई, जो महाकुंभ में देखने को मिली। CM योगी ने कहा कि भारत के तीन तीर्थ स्थल उत्तरप्रदेश में हैं, हमनें काशी और अयोध्या का कायाकल्प कर दिया है, अब बरसाना की बारी है। CM ने कहा कि इस बार के बजट में बरसाना के विकास के लिए लिए करोड़ों रूपए की योजनाएं हैं। डबल इंजन की सरकार समृद्धि और विकास की गारंटी है। होली के इस पावन अवसर पर बरसाना को विकास की नई गति मिलेगी। CM योगी ने खेली होली… सनातन धर्म की परम्पराओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि होली एकता और आपसी सद्भाव का त्योहार है। एक तरफ महाकुम्भ ने पूरी दुनिया में एकता का सन्देश दिया तो वहीं होली इस एकता को और मजबूत करने का काम करती है। सीएम ने विश्वप्रसिद्ध लठ्ठमार होली और लड्डूमार होली का जिक्र करते हुए कहा कि सनातन धर्म की परम्पराएं अद्भुत हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘रंगोत्सव 2025’ के शुभारंभ कार्यक्रम में लड्डूमार होली का भी आनंद लिया। ALSO READ : IFS Officer Sucide : पुलिस ने किया बड़ा खुलासा… WATCH : https://youtu.be/TSu0yoeoYSw?si=zuN1VkjW-husAn15
IFS Officer Sucide : पुलिस ने किया बड़ा खुलासा…

दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली से आत्महत्या का एक बड़ा मामला सामने आया है। IFS अधिकारी जितेन्द्र रावत ने बिल्डिंग से कूदकर अपनी जान दे दी। बता दें कि अधिकारी विदेश मंत्रालय के आवासीय परिसर में अपनी माँ के साथ रहते थे। उनकी पत्नी और बच्चे देहरादून में रहते हैं। इस घटना के बाद पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा है। IFS Officer Sucide : पुलिस ने जांच में किए खुलासे इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई। फिलहाल अभी IFS ऑफिसर की आत्महत्या के पीछे का कारण नहीं पता चला है। पुलिस ने जांच में बताया कि अभी तक किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है। अधिकारी की उम्र 35 – 40 वर्ष बताई जा रही है, अधिकारी उत्तराखंड के रहने वाले थे। इस घटना को लेकर आवासीय परिसर में तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही हैं। बताया जा रहा है कि IFS अधिकारी जितेंद्र रावत डिप्रेशन में रहते थे और उनका इलाज भी चल रहा था। वह आवासीय परिसर की पहली फ्लोर पर अपनी माँ के साथ रहते थे, मगर शुक्रवार (7 मार्च 2025) की सुबह उन्होंने चौथी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। ALSO READ : MP के Damoh में गौ रक्षकों पर हुई फायरिंग…गौ हत्या का कर रहे थे विरोध WATCH : https://youtu.be/TSu0yoeoYSw?si=zuN1VkjW-husAn15
MP के Damoh में गौ रक्षकों पर हुई फायरिंग…गौ हत्या का कर रहे थे विरोध

दमोह। मध्य प्रदेश (MP) के Damoh से एक दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है। दमोह में गौ हत्या के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। बताया जा रहा है Damoh के कोतवाली थाना क्षेत्र के सीता बाबड़ी में कुछ लोगों ने गौ हत्या के अपराध को अंजाम दिया है। जब समाजिक संगठन के लोगों को इस बात की भनक लगी तो उन्होंने इसका विरोध किया। विरोध के दौरान सामाजिक संगठन के लोगों पर भी फायरिंग की गई। जिसके बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है, इस घटना से आक्रोशित लोगों ने दमोह बंद का ऐलान किया है। Damoh गौ हत्या : क्या है पूरा मामला ? शुक्रवार (7 मार्च 2025) की सुबह Damoh के सीता बाबड़ी में एक गौ की हत्या कर दी गई। जब तक कोतवाली थाना के पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे तब तक अपराधी वहां से फरार हो चुके थे। जानकारी के मुताबिक पता चला है कि अपराधियों ने गौ के सभी अंगों को अलग-अलग कर दिया है। सामाजिक संगठनों के विरोध के बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए, कुछ आरोपियों को पकड़ा है। अधिकारीयों ने बताया है कि पुलिस ने धारा 307, गोवंश अधिनियम और धार्मिक भावना आहत करने की धाराओं में केस दर्ज़ कर लिया है। हालाँकि आपको बता दें कि अपराधियों ने गौ रक्षकों के विरोध करने पर फायरिंग भी की थी। जिसके बाद उन्होंने दमोह बंद करने का ऐलान किया है। ALSO READ : International Women’s Day Theme 2025 : क्या है महिला दिवस के पीछे का इतिहास ? WATCH : https://youtu.be/TSu0yoeoYSw?si=zuN1VkjW-husAn15
International Women’s Day Theme 2025 : क्या है महिला दिवस के पीछे का इतिहास ?

International Women’s Day : एक शायर ने लिखा है कि “अभी रोशन हुआ जाता है रास्ता, वो देखो एक औरत आ रही है” हर साल 8 मार्च को पूरी दुनिया International Women’s Day के रूप में मानती है। ये दिन समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। भारत में नारी केवल एक शब्द नहीं, बल्कि ईश्वर का एक प्रारूप है। इस दिन हम उन सभी महिलओं को सलाम करते हैं, जिन्होंने अपने साहस, त्याग और समर्पण से समाज को गढ़ने का काम किया है। International Women’s Day का इतिहास अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत 20वीं सदी के प्रारंभ में की गई थी। ये दिवस भी उन्हें इतनी आसानी से नहीं मिला, बल्कि इसके लिए भी उन्होंने संघर्ष किया। सन् 1908 में हज़ारों महिलाओं ने न्यू यॉर्क शहर में अपने अधिकारों के लिए एक आंदोलन किया था। इस आंदोलन में उन्होंने काम के घंटों में कमी, काम करने पर अच्छा वेतन और वोट डालने जैसे अधिकारों को लेकर मांग की थी। 19 मार्च 1911 को ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्ज़रलैंड में पहला International Women’s Day मनाया गया था। 8 मार्च 1971 में एक और आंदोलन हुआ, जिसमें रुसी महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाई, जिसके बाद 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मान्यता दे दी। International Women’s Day 2025 की थीम हर वर्ष 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एक थीम रखी जाती है। वर्ष 2025 के कैंपेन थीम के लिए ‘Accelerate Action’ का चयन किया गया है, वहीं संयुक्त राष्ट्र ने “सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए: अधिकार, समानता, सशक्तिकरण” को आधिकारिक थीम निर्धारित किया है। इस थीम को रखने के पीछे का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाना और उन्हें समान अवसर प्रदान करना है। यह थीम समाज में महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव को समाप्त करने की अपील करता है। ALSO READ : ICC Champions Trophy : कहाँ खेला जाएगा चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल ? WATCH : https://youtu.be/TSu0yoeoYSw?si=M8TLawhGB2c_dilF