‘हिन्दू काफ़िर नहीं, शेर है’…BJP विधायक रामेश्वर शर्मा ने किसे दी चुनौती

भोपाल। रमजान की शुरुआत होते ही कुछ असामाजिक तत्वों ने अपना ज़हर उगलना शुरू कर दिया। जिसपर हुजूर विधानसभा क्षेत्र के BJP विधायक रामेश्वर शर्मा ने पलटवार किया है। उन्होंने समाज में अराजकता फ़ैलाने वाले लोगों को खुली चेतावनी दी है। उन्होंने कहा – “हिन्दू काफिर नहीं, शेर है” सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट पर तीखा हमला करते हुए BJP विधायक ने नफरत फ़ैलाने वालों को आगाह किया। उन्होंने कहा कि हिन्दू न कभी काफिर था और न कभी काफिर हो सकता है। तुम्हारी कल्पना में जो काफिर है वो बदतमीज़ी बंद कर दो। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि हिन्दू शेर है… और ये अपना बदला लेना जानता है। “हम शांति से सांप को भी दूध पिलाते हैं” – रामेश्वर शर्मा (BJP MLA) उन्होंने कहा कि हम शांति से चींटी को भी चुन डालते हैं और सांप को भी दूध पिलाते हैं, मगर जरूरत पड़ने पर कान्हा उसी सांप पर नाच करता है। उन्होंने अराजक तत्वों को कहा कि यह भगवान बुद्ध, महावीर और गुरुनानक की भूमि है, यहाँ शांति से रहना ही बेहतर होगा। खूब नवाज़ें पढ़ो, सेवइयां खाओ…चुनौती दोगे तो मुसीबत में पड़ जाओगे। किस पोस्ट पर भड़के BJP विधायक रमजान का पावन महीना शुरू हो गया है लेकिन रमजान शुरू होते ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में एक मुस्लिम युवक के अकाउंट से एक ऐसी बात लिखी गई है कि विधायक रामेश्वर शर्मा भड़क उठे। तनवीर नाम के यूजर ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर लिखा है – हिन्द के सभी भाई बहन को Ramdan Mubarak…बस आप सभी मुस्लिम भाई बहन से इतनी ही गुज़ारिश करनी है कि इफ़्तार का सामान सिर्फ और सिर्फ अपने मुस्लिम भाई से खरीदें। किसी हिन्दू के दुकान या ठेले से गलती से भी इफ्तार का सामान न खरीदें। यह लोग आपको कुछ भी खिला सकते हैं नफरत में। इस तरीके के पोस्ट करके कुछ लोग समाज में अराजकता फ़ैलाने की कोशिश कर रहे हैं। आप सभी सावधान रहें। ALSO READ : RSS प्रमुख Mohan Bhagwat ने की विद्याभारती के प्रशिक्षण वर्ग की शुरुआत WATCH : https://youtu.be/npoacJRRejk?si=4kSFiyM9vJaY3Nmb
RSS प्रमुख Mohan Bhagwat ने की विद्याभारती के प्रशिक्षण वर्ग की शुरुआत

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इस वर्ष पांच दिवसीय विद्या भारती प्रशिक्षण शिविर की शुरूआत हुई। 4 से 8 मार्च तक चलने वाले इस शिविर में आरएसएस के 700 से अधिक पूर्णकालिक कार्यकर्ता शामिल हुए हैं। शारदा विहार के आवासीय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में RSS प्रमुख Mohan Bhagwat भी शामिल हुए। 5 दिनों तक चलेगा प्रशिक्षण बताया जा रहा है कि करीब दस वर्षों के बाद इसका आयोजन भोपाल में किया गया है। पांच दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर में शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ और अधिकारी शामिल होंगे। इस शिविर में कुल 22 सत्र होंगे, जिसमें NCERT, CBSE और शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लोग शिरकत करेंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर होगी चर्चा इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य नई शिक्षा नीति के तहत सिलेबस में हुए बदलाव पर चर्चा करनी है। इस प्रशिक्षण शिवर में 2 श्रेणियों के 6 समूहों को 11 कार्यक्षेत्रों में विभाजित किया गया है। प्रशिक्षण शिविर के पास सुरक्षा के कड़े इंतेज़ाम किए गए हैं, 5 किलोमीटर के रेडियस में ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी लगाई गई है। प्रशिक्षण शिविर में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और डीप टेक्नोलॉजी की भी जानकारी दी जाएगी। विद्या भारती के पूर्णकालिक सदस्यों को टेक्नोलॉजी से अवगत कराया जाएगा। शिविर में अलग-अलग तरह की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जहाँ भारत के गौरवशाली इतिहास और उज्जवल भविष्य की झलकियां देखने को मिलेंगी। साथ ही पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण परिसर को प्लास्टिक फ्री बनाया गया है। ALSO READ : Vikramaditya Vedic Clock : उज्जैन में लगी वैदिक घड़ी क्यों है खास… WATCH : https://youtu.be/nHip7nZs01s?si=ZHEqlVbdsWLuGRwp
Vikramaditya Vedic Clock : उज्जैन में लगी वैदिक घड़ी क्यों है खास…

उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में लगी Vikramaditya Vedic Clock अब PMO और संसद भवन की भी शोभा बढ़ाएगी। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के वक्त CM मोहन यादव ने वैदिक घड़ी के छोटे स्वरूप को प्रधानमंत्री मोदी को भी भेंट किया था। अब सरकार ने इसे देश के प्रमुख संस्थानों और मंदिरों में भी स्थापित करने की घोषणा की है। Vikramaditya Vedic Clock के डिजिटल स्वरूप को आने वाले दिनों में बाज़ार में भी लॉन्च किया जाएगा। विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्री राम तिवारी ने जानकारी दी है कि 30 मार्च को गुड़ी पड़वा के अवसर पर वैदिक घड़ी के डिजिटल एप्प को भी लॉन्च किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वैदिक घड़ी में एक चिप लगी होगी जो बिजली जाने के बाद भी ऑटोमेटिक टाइम ज़ोन के अनुसार सेट हो जाएगी। Vikramaditya Vedic Clock की खासियतें : 24 के बजाय 30 घंटे होंगे दुनिया की पहली वैदिक घड़ी मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है। आपको बता दें कि इस वैदिक घड़ी में 24 के बजाय 30 घंटों की टाइमिंग होगी। एक घंटा 60 मिनट का नहीं बल्कि 48 मिनट का होगा। यह घड़ी IST और GMT की की जानकारी देने के साथ ही शुभ मुहूर्त, पर्व, सूर्य और चंद्र ग्रहण की भी जानकारी देगा। आपको बता दें कि यह घड़ी भारतीय पंचांग के आधार पर समय बताती है। विरासत के साथ विकास विक्रमादित्य वैदिक घड़ी 189 भाषाओं में तैयार किया जा रहा है। ताकि विदेशों में भी इसे बढ़ावा दिया जा सके। इस घड़ी की एक और खसियत है जो इसे यूनिक बनाती है। यह वैदिक घड़ी इंटरनेट और जीपीएस से भी जुड़ी हुई है। इस घड़ी में 1 से 12 के स्थान पर ब्रह्मा, अश्विनौ, त्रिगुणा, चतुर्वेदा, पंचप्राणा, षड्सा, सप्तर्षय, अष्टसिद्धिय, नवद्रव्याणि, दशदिश, रुद्रा और आदित्या लिखा है। उज्जैन में ही क्यों हुई स्थापित उज्जैन, प्राचीन काल में कालगणा का केंद्र रहा है, इसलिए उज्जैन स्थित जोय्तिर्लिंग को महाकाल के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार उज्जैन की भौगोलिक स्थिति को केंद्रीय मध्याह्न रेखा (central meridian) माना जाता है। यह रेखा एक काल्पनिक रेखा है, जो पृथ्वी को दो भागों में विभाजित करती है। ALSO READ : प्रदेश में प्रमुख तीर्थ स्थलों का होगा विकास, CM मोहन यादव ने किया एलान WATCH : https://youtu.be/nHip7nZs01s?si=35Lj3OCqltCivo02