Aayudh

Bihar Cabinet Expansion : BJP के 7 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ, JDU की एक भी सीट नहीं

Bihar Cabinet Expansion

Bihar Cabinet Expansion : बुधवार (26 फरवरी ) को बिहार में नीतीश मंत्रीमंडल का विस्तार किया गया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के 7 विधायकों को राज्यपाल ने मंत्री पद की शपथ दिलाई। आपको बता दें कि बिहार कैबिनेट में कुल 36 मंत्रियों का कोटा है। बुधवार को बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके के बाद कुल 7 सीटें रिक्त थीं। किस-किस ने ली मंत्री पद की शपथ नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार में इस बार कुल 7 विधायकों ने शपथ ली। इनमें से सभी विधायक भारतीय जनता पार्टी के ही हैं। जिसके बाद बिहार कैबिनेट में कुल 36 मंत्रियों में से 21 बीजेपी से, 13 जदयू से, 1 हम से और 1 निर्दर्लीय हैं। शपथ ग्रहण समारोह में कृष्ण कुमार मंटू, संजय सरावगी, जीवेश मिश्रा, सुनील कुमार, राजू सिंह, विजय मंडल, मोती लाल प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली। Bihar Cabinet Expansion : कहाँ-कहाँ से बने मंत्री इस बार नितीश मंत्रीमंडल के विस्तार में उत्तर बिहार को साधने की कोशिश की गई है। आइए जानते हैं बिहार के नए मंत्रियों के बारे में… दरभंगा से संजय सरावगी (बीजेपी विधायक) 55 साल के संजय सरावगी NDA सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। संजय मिथिलांचल में पार्टी के लोकप्रिय उम्मीदवार हैं। 2005 में पहली बार विधायक बने थे जिसके बाद एक भी चुनाव नहीं हारे। आपको बता दें कि इनका जन्म 1969 में हुआ था। इन्होंने मिथिला विश्वविद्यालय से एमए किया है। संजय की राजनीतिक यात्रा आरएसएस के स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू हुई थी। बिहारशरीफ से सुनील कुमार (बीजेपी विधायक) 68 साल के सुनील कुमार NDA सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। इन्होंने MBBS की पढ़ाई की है। आपको बता दें कि सुनील कुमार 2005 से बिहार शरीफ विधानसभा से चुनाव जीतते आ रहे हैं। उन्होंने दो बार JDU की टिकट से चुनाव जीता और दो बार BJP की टिकट से। जब JDU ने 2013 में BJP से गठबंधन तोड़ा था तब सुनील कुमार बीजेपी में शामिल हो गए थे। जाले से जीवेश मिश्रा (बीजेपी विधायक) जीवेश मिश्रा को भूमिहार कोटे से मंत्री बनाया गया है। ये पहले भी NDA सरकार में मंत्री रह चुके हैं। आपको बता दें कि 52 वर्ष के जीवेश ने स्नातकोत्तर तक पढ़ाई की है। इन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत छात्र राजनीति से की, 1981 से 1988 तक एबीवीपी के सक्रिय सदस्य रहे। जिसके बाद आरएसएस के मुख्य सदस्य के रूप में भी काम किया। जीवेश 2002 में भाजपा के सदस्य बने, जिसके बाद 2015 में बीजेपी की टिकट पर जाले विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर बिहार विधानसभा पहुंचे। साहेबगंज से राजू सिंह (बीजेपी विधायक) राजू सिंह 55 वर्ष के हैं। इन्होंने PHD तक की पढ़ाई की है। राजू सिंह पहली बार 2005 में LJP की टिकट पर साहेबगंज से विधायक बने। जिसके बाद JDU और BJP की भी टिकट पर चुनाव लड़े। राजू मुजफ्फरपुर के बड़ा दाऊद गांव के निवासी हैं, वो एक दवा कारोबारी भी हैं। इन्होंने 2020 में VIP के टिकट पर चुनाव लड़ा था जिसके बाद बीजेपी में शामिल हो गए। रीगा से मोतीलाल प्रसाद (बीजेपी विधायक) मोतीलाल प्रसाद NDA सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। इनके जरिए बीजेपी सीतामढ़ी में नाराज़ वैश्य समुदाय को साधने की तैयारी में है। आपको बता दें कि 63 वर्ष के मोतीलाल ने इंटर तक पढ़ाई की है। इन्होंने पहली बार रीगा से 2010 में चुनाव जीता था, जिसके बाद 2015 में हार का भी सामना करना पड़ा। इन्होंने 2020 में फिर से जीत हासिल की और विधायक बने। मोतीलाल सीतामढ़ी के वैश्य समाज से तीसरे विधायक हैं। अमनौर से कृष्ण कुमार मंटू (बीजेपी विधायक) छपरा के अमनौर से कृष्ण कुमार मंटू पहली बार NDA सरकार में मंत्री बने हैं। इनका जन्म 27 फरवरी 1977 को हुआ था। कृष्ण ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत 2000 में मुखिया का चुनाव जीतकर की थी। जिसके बाद 2010 में अमनौर से विधायक बने मगर 2015 में चुनाव हार गए। 2020 में फिर से विधानसभा चुनाव में खड़े हुए और जीतकर विधायक बने। सिकटी से विजय मंडल (बीजेपी विधायक) 56 वर्ष के विजय कुमार मंडल ने दसवीं तक पढ़ाई की है। 1995 में पहली बार आनंद मोहन की पार्टी BPP से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। जिसके बाद RJD, LJP, JDU का भी हिस्सा रहे। 2015 से BJP की टिकट पर सिकटी से चुनाव जीतते आ रहे हैं। विजय पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। 2000 में बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। READ MORE : Bilaspur Conversion : पत्नी ने धर्मांतरण से किया मना…पति हुआ मिशनरियों का शिकार WATCH : https://youtu.be/Tp5IHELgA3k?si=YoFWQpEuemyFF9dx

Bilaspur Conversion : पत्नी ने धर्मांतरण से किया मना…पति हुआ मिशनरियों का शिकार

Religion Conversion

Bilaspur. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और देश के अलग-अलग राज्य मिशनरियों का अड्डा बनते जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से भी एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। पत्नी ने जब ईसाई धर्म को अपनाने से इंकार किया तो पति ने हाथापाई शुरू कर दी। कुछ दिनों पहले एक और खबर मध्य प्रदेश के इंदौर से भी आई थी, जहाँ मिशनरियों द्वारा बच्चों को राम और कृष्ण की पूजा करने से मना किया जा रहा था। ऐसे एक नहीं, हर रोज कई खबरें आती हैं जहाँ दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा हिन्दू समाज के मासूम और भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फ़साने की कोशिश की जाती है। बिलासपुर में भी कुछ ऐसा ही हुआ। आइये जानते हैं पूरा मामला। Bilaspur Conversion : क्या है पूरा मामला ? छत्तीसगढ़ के Bilaspur में एक पत्नी ने अपने पति के खिलाफ धर्मांतरण का आरोप लगाया है। पत्नी का कहना है कि पति उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए दवाब डालता है। जब पत्नी मना करती है तो उसे प्रताड़ित करता है। उसपर हाथ उठाता है। महिला ने बताया कि पति ने घर से भगवान की तस्वीरों को हटाकर, यीशु मसीह की फोटो लगा दी है। अब आप सोंच सकते हैं कि मशीनरियां कैसे लोगों का ब्रैनवॉश कर रही हैं, कि एक पति अपनी पत्नी के साथ मारपीट रहा है। अपने बच्चों को प्रताड़ित कर रहा है। ये सब एक दिन में नहीं होता बल्कि इसके पीछे एक सोंची समझी साजिश होती है। भोले-भले लोगों को पैसे और सामान का लालच देकर उन्हें धर्मान्तरण का शिकार बनाया जाता है। शादी के बाद अपनाया ईसाई धर्म महिला का कहना है कि वर्ष 2016 में उसने हिन्दू रीति रिवाज से शादी की थी, लेकिन शादी के बाद उसके पति ने मिशनरियों के कहने पर ईसाई धर्म अपना लिया। कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक चला लेकिन फिर वो मुझपर भी ईसाई धर्म अपनाने का दवाब डालने लगा। इसके लिए वो मेरे साथ मारपीट भी करता था। घर में ये सब न हो इसलिए मैंने उसके साथ चर्च भी जाना शुरू कर दिया। कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक चला, मगर फिर से हालत वैसे ही हो गए। स्लम एरिया के लोगों को बनाते हैं निशाना सूचनाओं के आधार पर पता चला कि मशीनरियों के द्वारा महिलाओं और कम पढ़े लिखे लोगों को अपना शिकार बनाया जाता है। पति की गंदी लतों को छुड़वाने के लिए उन्हें यीशु की प्रार्थना से जोड़ते हैं, फिर उनके साथ दूसरी महिलाओं को भी चर्च ले जाना शुरू करते हैं। उन्हें कुछ चीज़ों का लालच देकर, उनका भरोसा जीतते हैं और फिर उनका धर्मांतरण करवाते हैं। जांच के बाद होगी कार्यवाही जब पति ने प्रताड़ना कि सारी हदें पार कर दी तब महिला सामाजिक संगठन के लोगों के साथ सिविल लाइन थाना पहुंची। सिविल लाइन टीआई एसआर साहू ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच के बाद कार्रवाही की जाएगी। आपको बता दें कि धर्मान्तरण की घटनाएं सिर्फ बिलासपुर के सिविल लाइन क्षेत्र में नहीं हो रही हैं, बल्कि जिले के अन्य हिस्सों में भी लोगों को ईसाई धर्म से जोड़ा जा रहा है। READ MORE : Mahakumbh 2025 : महाकुंभ में बने कई वर्ल्ड रिकॉर्ड… WATCH : https://youtu.be/TNwgtIE0_R8?si=TD52pnN2p26xVUjW

Mahakumbh 2025 : महाकुंभ में बने कई वर्ल्ड रिकॉर्ड…

Mahakumbh 2025

प्रयागराज। इस साल Mahakumbh ने दुनिया के कई वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिए। 13 जनवरी से शुरू हुए आस्था के इस मेले का आज (26 फरवरी) आखरी दिन है। अब तक महाकुम्भ में कुल 64 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई। ये आंकड़ा उत्तर प्रदेश सरकार के अनुमानित आंकड़ें से कहीं ज्यादा है। आपको बता दें कि महाकुंभ शुरू होने से पहले प्रदेश सरकार ने 45 करोड़ लोगों के आने का अनुमान लगाया था। वर्ष 2019 में 24 करोड़ लोगों ने कुम्भ में डुबकी लगाई थी, मगर इस बार ये संख्या 64 करोड़ तक पहुंच गई। ये संख्या कोई छोटी-मोटी संख्या नहीं है, ये अमेरिका की कुल आबादी से दो गुना ज्यादा है। इतने लोगों ने महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। ऐसे-ऐसे कई वर्ल्ड रिकॉर्ड महाकुम्भ में बनाए गए हैं। कौन-कौन से वर्ल्ड रिकॉर्ड बने ? Mahakumbh में देश-विदेश के श्रद्धालु हुए शामिल एक महीने तक चलने वाले Mahakumbh के मेले में देश के अलग-अलग कोनों से आकर लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान 73 देशों के डिप्लोमेट्स और 50 लाख से अधिक विदेशी श्रद्धालु भी शामिल हुए। आपको बता दें कि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित प्रधानमंत्री मोदी और कई बॉलीबुड स्टार्स ने भी महाकुंभ पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई। दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम से कई गुना बड़ा दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम कहीं और नहीं बल्कि भारत के अहमदाबाद में है। भारत का नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम 25 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला है। जबकि Mahakumbh क्षेत्र इससे 160 गुना ज्यादा के एरिया में फैला है। महाकुंभ क्षेत्र में कुल 25 सेक्टर बनाए गए, जहाँ श्रद्धालुओं के स्नान के लिए 13 किलोमीटर के एरिया में 42 घाट बनाए गए हैं। गंगा-यमुना को पार करने के लिए कुल 30 पांटून पुल का भी निर्माण कराया गया। 4 लाख तंबू और 1.5 लाख टॉयलेट बनाए गए महाकुंभ में श्रद्धालुओं और सन्यासियों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए कुल 4 लाख से अधिक तंबू और 1.5 लाख टॉयलेट बनाए गए। 85 बड़े पंडाल, 50 से अधिक अस्थायी आश्रम और बाबा सन्यासियों के लिए 500 टेंट लगाए गए। महाकुंभ की सुरक्षा महाकुम्भ में आए श्रद्धालुओं के लिए 50 हज़ार से अधिक सुरक्षाकर्मी और 2700 कैमरे लगाए गए। इस दौरान लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया। 56 थाने और 144 चौकियां हमेशा लोगों की सहायता के लिए तैनात रही। आग की समस्या से सुलझने के लिए फायर ब्रिगेड के 2000 अधिक जवान तैनात किए गए।महाकुम्भ क्षेत्र में 43 अस्पतालों का निर्माण कराया गया। इस दौरान 6 लाख लोगों का इलाज हुआ, 20 बच्चों का जन्म हुआ और 1 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त में चश्मे दिए गए। READ MORE : देश की राष्ट्रपति पहुंची बागेश्वर धाम…251 जोड़ों की होगी शादी WATCH : https://youtu.be/TNwgtIE0_R8?si=TD52pnN2p26xVUjW

देश की राष्ट्रपति पहुंची बागेश्वर धाम…251 जोड़ों की होगी शादी

Draupadi Murmu

खजुराहो। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बागेश्वर धाम पहुंच चुकी हैं। आज (26 फरवरी ) को बागेश्वर धाम में 251 जोड़ों की शादी होने वाली हैं, जहाँ राष्ट्रपति भी उन्हें आशीर्वाद देने पहुंची। मुर्मू पहले बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना करेंगी फिर शादी समारोह में शामिल होंगी। समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू सहित सोनू निगम, रॉबिन उथप्पा, क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, आरपी सिंह, पुनीत वशिष्ठ और पहलवान ग्रेट खली भी मौजूद रहेंगे। 9 राज्यों की 251 कन्याओं का होगा विवाह बागेश्वर धाम में आयोजित शादी समारोह में मध्य प्रदेश की 9 और अन्य राज्यों की 42 कन्याओं की शादी होगी। इनमें बिहार, ओडिशा, झारखण्ड और छत्तीसगढ़ की भी कन्याएं शामिल हैं। समारोह में कई धार्मिक गुरु भी विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देने पहुंच रहे हैं। इनमें जगद्गुरु रामभद्राचार्य, पीठाधीश्वर स्वामी राजेंद्र दास जी महाराज, चिन्मयानन्द बापूजी महाराज जैसे कई नाम शामिल हैं। सोशल मीडिया के जरिए प्राप्त हुए आवेदन आपको बता दें कि शादी समारोह के लिए आवेदन सोशल मीडिया के जरिए ऑनलाइन मंगाए गए थे। सालभर में कुल 1000 आवेदन प्राप्त हुए। आवेदन प्राप्त होने के बाद बागेश्वर धाम की 60 टीमों ने अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर आवेदन के सत्यापन का कार्य किया। इस दौरान आवेदक की आर्थिक स्थिति और वर्तमान हालत देखे गए। जिसके बाद 1000 आवेदनों में से 251 कन्याओं की लिस्ट बनाई गई। READ MORE : Global Investors Summit : निवेश के लिए मध्य प्रदेश बना आकर्षण का केंद्र WATCH : https://youtu.be/TNwgtIE0_R8?si=XeQ9cP8bkMXjznns