दिल्ली जीत के बाद…..PM Modi ने दिल्ली की जनता को किया संबोधित

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने दिल्ली चुनाव में जीतने के बाद दिल्ली की जनता का शुक्रिया किया। उन्होंने कहा कि ये जीत दिल्ली को विकास की ओर ले जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली की जनता को मोदी की गारंटी पर भरोसा जताने के नमन किया। दिल्ली की जनता ने बीजेपी को खूब प्यार दिया है। उन्होंने कहा कि हम इस प्यार को दोगुना करके लौटाएंगे। ये प्यार भाजपा पर एक कर्ज है , जिसका हिसाब भारतीय जनता पार्टी दिल्ली का विकास करके चुकाएगी। पीएम मोदी के भाषण के मुख्य बिंदु Read more : AAP के ये सभी बड़े नेता हार गए बाजी….. दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में लौटेगी भाजपा
विकास जीता, सुशासन जीता…..अरविंद केजरीवाल जाएंगे जेल ? PM Modi की पहली प्रतिक्रिया

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आना शुरू हो गए हैं। भाजपा में ख़ुशी की लहर देखने को मिल रही है। बीजेपी ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर अपनी जीत दर्ज़ की है। प्रधानमंत्री ने दिल्ली की जनता का किया शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स के जरिए दिल्ली की जनता का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली की जनता का चौतरफा विकास करेंगे। उन्होंने बीजेपी के सभी कार्यकर्ताओं को भी बधाई दी है। PM Modi ने दिल्ली की सभी जनता से वादा किया है कि उनकी सरकार दिल्ली के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। विकसित भारत के निर्माण में दिल्ली एक अहम भूमिका निभाएगी। अपने कुकर्मों के लिए जेल जाएंगे अरविंद केजरीवाल – स्मृति ईरानी दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों पर बीजेपी की नेता स्मृति ईरानी का भी बयान सामने आया है। स्मृति ईरानी ने अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि वो दिल्ली में बदलाव लाने के लिए राजनीति में आएंगे मगर ऐसा नहीं हुआ। अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के आरोपी बन गए। उन्होंने दिल्ली के लोगों को बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताने के लिए बधाई दी है। स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि केजरीवाल अहंकार में चूर हो चुके हैं। जनता ने उन्हें जेल जाने के लिए मुक्त किया है। भाजपा ने 27 साल बाद हासिल किया बहुमत बीजेपी ने अंतिम बार 1993 में दिल्ली में सरकार बनाई थी। 1993 में भाजपा को 49 सीटें मिली थी। पांच साल की सरकार में बीजेपी ने 3 मुख्यमंत्री बनाए थे। भाजपा से दिल्ली की अंतिम मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज थीं। 1998 के बाद से 15 सालों तक कांग्रेस ने दिल्ली पर राज किया। 2013 से आम आदमी पार्टी की सरकार थी। इस बार भाजपा ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा और 48 सीटों पर जीत दर्ज़ की।
AAP के ये सभी बड़े नेता हार गए बाजी….. दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में लौटेगी भाजपा

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम आना शुरू हो चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी 48 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं अरविंद केजरीवाल की पार्टी (AAP) 22 सीटों पर सिमटती हुई दिख रही है। AAP के सभी बड़े नेताओं को बीजेपी के उम्मीदवारों ने हार का स्वाद चखा दिया है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल खुद अपनी सीट नहीं बचा पाए। मनीष सिसोदिया ने भी अपनी हार स्वीकार कर ली है। आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वहीं मनीष सिसोदिया भी पूर्व उप मुख्यमंत्री के पद पर रह चुके हैं। दिल्ली में भाजपा ने मारी बाजी…..हॉट सीट्स पर हारी AAP नई दिल्ली विधानसभा सीट नई दिल्ली विधानसभा सीट पर खुद अरविंद केजरीवाल AAP का नेतृत्व कर रहे थे। भाजपा से प्रवेश साहिब सिंह चुनावी मैदान में खड़े थे। वहीं कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को टिकट दिया था। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार प्रवेश सिंह साहिब ने इस सीट से जीत दर्ज़ की है। अरविंद केजरीवाल के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव अच्छा नहीं रहा। नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार को 30088 वोट हासिल हुए हैं। प्रवेश साहिब सिंह ने केजरीवाल को 4089 वोटों से मात दी है। कांग्रेस को केवल 4568 वोट मिले। जंगपुरा विधानसभा सीट इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के तरविन्दर सिंह मारवाह ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार और दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 675 वोटों से शिकश्त दी है। इस सीट से तरविंदर सिंह को 38859 वोट मिले। कांग्रेस के प्रत्याशी फरहाद सूरी 7350 वोट मिले। राजिंदर नगर विधानसभा सीट राजिंदर नगर विधानसभा सीट से भाजपा के उमंग बजाज ने अपनी जीत हासिल की है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के दुर्गेश पाठक को 1231 वोटों से हराया है।उमंग बजाज को 4667 वोट मिले हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को 45440 वोट मिले हैं। इस सीट से कांग्रेस की टिकट पर विनीत यादव खड़े हुए थे , उन्हें 4015 वोट मिले हैं। मालवीय नगर विधानसभा सीट इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सतीश उपाध्याय को 39564 वोट मिले हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती को 2131 वोटों से हराया है। सोमनाथ भारती को 37433 वोट मिले हैं। वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार जितेन्द्र कुमार कोचर 6770 वोटों पर सिमट गए। पटपड़गंज विधानसभा सीट पटपड़गंज विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी ने अपने नए उम्मीदवार अवध ओझा को चुनावी मैदान में उतारा था। भाजपा ने अपने पुराने उम्मीदवार रविन्दर सिंह नेगी (रवि नेगी) पर भरोसा जताया। भरोसे पर खड़ा उतरते हुए नेगी ने जीत हासिल की है। उन्हें इस सीट पर 74060 वोट मिले हैं। उन्होंने आप के प्रत्याशी अवध ओझा को बड़े अंतर से हराया है। अवध ओझा को 45988 वोट मिले हैं। कांग्रेस उम्मीदवार अनिल कुमार को 16549 वोट मिले। कालकाजी विधानसभा से आतिशी जीतीं…..मगर खुश नहीं आम आदमी पार्टी के बड़े चेहरों में केवल आतिशी ने कालकाजी विधानसभा सीट से जीत हासिल की है। जीतने के बावजूद वो खुश नहीं नज़र आ रही हैं। इस बार अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया दोनों को हार का सामना करना पड़ा। Read more : आत्ममुग्ध और चरित्रहीन व्यक्ति हैं अरविंद केजरीवाल…….कुमार विश्वास ने कसा तंज
आत्ममुग्ध और चरित्रहीन व्यक्ति हैं अरविंद केजरीवाल…….कुमार विश्वास ने कसा तंज

नई दिल्ली। दिल्ली की 2025 विधानसभा चुनाव के नतीजे आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका दे रही है। भाजपा को बहुमत मिलता हुआ नज़र आ रहा है। अरविंद केजरीवाल के पुराने सहयोगियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। शराब के कारण बदनाम हुए अरविंद केजरीवाल – अन्ना हजारे सोशल एक्टिविस्ट और अन्ना आंदोलन के संयोजक अन्ना हजारे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल केवल धन इकठ्ठा करने में उलझ गए। शराब ने उन्हें बदनाम कर दिया। उन्होंने आगे कि चुनाव लड़ते समय व्यक्ति का चरित्र साफ़ होना चाहिए, लेकिन अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी इस बात को नहीं समझ पाई। अन्ना हजारे ने शराब घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि लोग चरित्र की बात करते हैं लेकिन खुद शराब में लुप्त हो जाते हैं। अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हज़ारे पर कई आरोप लगाए हैं मगर उनका (अन्ना हज़ारे) कहना है कि सच, सच ही रहेगा। उन्होंने ने हमेशा से आम आदमी पार्टी से अलग रहने की बात कही है। कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल को चरित्रहीन करार दिया युवाओं के बीच लोकप्रिय कवि कुमार विश्वास का भी बयान आया है। उन्होंने अरविन्द केजरीवाल को आत्ममुग्ध और चरित्रहीन व्यक्ति बताया है। चुनावी नतीजों के आने के बाद कुमार विश्वास ने भारतीय जनता पार्टी को बधाई दी है। उन्होंने एक किस्से का जिक्र करते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया ने एक बार मेरी पत्नी से कहा था – “अभी तो ताकत है” . जिसपर उनकी पत्नी ने जवाब दिया था कि ताकत हर वक़्त नहीं रहती। उन्होंने आगे कहा कि “आम आदमी पार्टी का पतन शुरू हो गया है। खुशी है कि न्याय हुआ”। कुमार विश्वास ने उम्मीद जताई है कि बाकी पार्टियां भी इससे सबक लेंगी। स्वाति मालीवाल ने भी कसा तंज कुछ दिनों पहले स्वाति मालीवाल काफी चर्चाओं में थी। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के आवास पर खुद के साथ मारपीट के आरोप लगाए थे। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद स्वाति ने भी एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर एक तस्वीर शेयर की है। उन्होंने द्रौपदी के वस्त्र हरण की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। Read More : https://aayudh.org/delhi-vidhansabha-result-manish-sisodiya-loses/
मनीष सिसोदिया को बीजेपी के तरविंदर सिंह ने दी मात…..कौन हैं तरविंदर सिंह ?
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया चुनाव हार गए हैं। उन्होंने मीडिया के सामने अपनी हार स्वीकार कर ली है। चुनाव आयोग के आंकड़ों ने भी इसकी पुष्ठि की है। दसवें राउंड की मतगणना समाप्त होते ही सबकुछ साफ़ हो चुका है। मनीष सिसोदिया को भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार तरविंदर सिंह ने 594 वोटों से हरा दिया है। कौन हैं भाजपा के तरविंदर सिंह ? तरविंदर सिंह मारवाह बीजेपी के दिग्गज नेताओं में से एक हैं। जगनपुरा सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस की लचर नीतियों से तंग आकर उन्होंने साल 2022 में बीजेपी का दामन थामा था। दिल्ली में उन्हें एक प्रमुख नेता के रूप में देखा जाता है। जंगपुरा सीट का इतिहास जंगपुरा सीट का इतिहास काफी दिलचस्प रहा है। 2013 की विधानसभा चुनाव में इस सीट से मनिंदर सिंह धीर ने तरविंदर सिंह मारवाह को केवल 1,744 वोटों से हराया था। इस सीट पर आप को 29,701 वोट और तरविंदर सिंह मारवाह को 27,957 वोट मिले थे। 2025 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया आप की टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह ने इस साल आप के मनीष सिसोदिया को 594 वोटों से हरा दिया है। मीडिया से क्या बोले मनीष सिसोदिया ? पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो हार के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा – “पार्टी के समर्थकों ने बहुत मेहनत की है।” Read more : Awadh Ojha ने स्वीकार की अपनी हार….बीजेपी के उम्मीदवार को मिली जीत
Awadh Ojha ने स्वीकार की अपनी हार….बीजेपी के उम्मीदवार को मिली जीत

दिल्ली। बच्चों को IAS की परीक्षा में जीत दिलाने वाले अवध ओझा, अपनी राजनीतिक लड़ाई में हारते हुए नज़र आ रहे हैं। आपको बता दें कि अवध ओझा एक शिक्षक है जो बच्चों को पढ़ाते हैं। इस बार उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के जरिए राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने की कोशिश की। इस बार दिल्ली की पटपड़गंज सीट से अवध ओझा, आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। उनके सामने बीजेपी के रविंदर सिंह नेगी चुनावी मैदान में हैं। पटपड़गंज से अवध ओझा हार चुके हैं दिल्ली की पटपड़गंज सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अवध ओझा ने मीडिया के सामने अपनी हार स्वीकार कर ली है। उनका कहना है कि वो इस बार दिल्ली की जनता से जुड़ नहीं पाए हैं। अगली विधानसभा में फिर से पटपड़गंज से ही चुनाव लड़ने की बात कही है। क्या पढ़ाते हैं अवध ओझा ? अवध ओझा यूपीएससी के विद्यार्थियों को इतिहास पढ़ाते हैं। अपने पढ़ाने के ढंग के कारण अवध ओझा युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। उनकी कई वीडियोस भी सोशल मीडिया पर मौजूद हैं। इनके वीडियोस पर लाखों में व्यूज आते हैं। अवध ओझा की राजनीतिक पारी अवध ओझा कई बार वीडियोस में अलग-अलग पार्टियों से अपने लिए टिकट मांगते हुए नज़र आ रहे थे। इस बार आम आदमी पार्टी ने उनकी इस ख्वाइश को पूरा किया। AAP ने अवध ओझा को पटपड़गंज सीट से चुनावी मैदान में उतारा है । इस सीट पर अब तक AAP के नेता मनीष सिसोदिया चुनाव लड़ते आ रहे थे। 2025 में पार्टी ने उनकी सीट बदल दी और उन्हें जंगपुरा से टिकट दिया। 2025 की विधानसभा चुनाव में अवध ओझा चुनाव लड़ रहे थे मगर इसी सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रविंदर सिंह नेगी चुनाव जीतते नज़र आ रहे हैं। अवध ओझा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है ।
दिल्ली में AAP के साथ खेला हो गया है ? भाजपा जीत रही है ?

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना शुरू हो गई है। सुबह 8 बजे से दिल्ली के 11 जिलों के 19 केंद्रों में काउंटिंग चल रही है। आपको बता दें पिछले कई सालों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज़ आम आदमी पार्टी पिछड़ती नजर आ रही है। मतगणना के पहले रुझान में बीजेपी आगे है। भाजपा इस समय बहुमत के आंकड़े को पार करते हुए दिख रही है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में बीजेपी 46 सीटों पे आगे है। वहीं आप केवल 24 सीटों पर आगे है। कांग्रेस 0 सीटों पर सिमटती हुई नज़र आ रही है। (खबर लिखते समय तक) नेताओं के बयान आना शुरू हो चुके हैं अरविंद केजरीवाल ने 10 सालों तक केवल झूठ बोला है – प्रवीण खंडेलवाल भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि दिल्ली की जनता है भाजपा को देश के बाकी राज्यों में काम करते हुए देखा है। वहीं दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल ने 10 सालों में केवल झूठ बोलने का काम किया है। देश की जनता ने दोनों की तुलना करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुना है। इस बार दिल्ली की जनता ने अपना वोट देकर बीजेपी का समर्थन किया है। उनका कहना है कि दिल्ली में बीजेपी इस बार विकास की नई कहानी लिखेगी। अरविंद केजरीवाल को जनता उनके किए की सजा दे रही है। अरविंद केजरीवाल बेनकाब हो चुके हैं – रमेश बिधूड़ी दिल्ली की कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से खड़े भाजपा उम्मीदवार रमेश विधूड़ी ने कहा , AAP के पीछे चलने का कारण उनका झूट बोलना है। अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार ने पिछले 10 सालों में दिल्ली की जनता को केवल झूट बोलकर गुमराह किया है। उनका कहना है कि दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को दो बार मौका दिया , लेकिन अब वो बेनकाब हो चुके हैं। लोग अब उन्हें नकार रहे हैं। AAP का भ्रष्टाचार जनता के सामने आ चुका है – हर्ष मल्होत्रा केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि इस बार दिल्ली की जनता सरकार बदलने का फैसला ले चुकी है। आम आदमी पार्टी और अरविन्द केजरीवाल का भ्रष्टाचार जनता के सामने आ गया है। उनका कहना है कि दिल्ली की जनता ने अन्य राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के काम को देखा है। इस बार दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनेगी। अच्छाई और बुराई के बीच की लड़ाई है – आतिशी दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार आतिशी हारती हुई नज़र आ रही हैं। फिर भी उनका कहना है कि दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाएगी। कांग्रेस को 0 सीट मिलते दिख रहे आपको बता कि बड़े-बड़े दावे करने वाली कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में अब तक एक भी सीट हासिल नहीं कर पाई है। कालकाजी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अलका लांबा कह रही हैं कि कांग्रेस ने दिल्ली के मुद्दों पर चुनाव लड़ा है। जनता जो भी फैसल करेगी उन्हें स्वीकार होगा। अब देखना ये होगा कि दिल्ली की जनता दिल्ली की गद्दी पर किसे बैठती है।