राज्यसभा में पीएम मोदी का संबोधन: कांग्रेस पर किया तीखा हमला, कहा – “इतना बड़ा दल एक परिवार के लिए समर्पित हो गया है…”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सभा में अपनी 92 मिनट लंबी स्पीच दी है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि “इतना बड़ा दल एक परिवार के लिए समर्पित हो गया है। उनसे ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना ही गलत है।” उन्होंने कहा की इस देश की जनता ने लगातार तीसरी बार हमें समर्थन देकर हमारी सरकार पर भरोसा जताया है। PM मोदी के भाषण के मुख्य बिंदु 1. मोबाइल, कंप्यूटर और ATM जैसी टेक्नोलॉजी भारत तक आने में दशकों लग गए।2. कांग्रेस ने ‘फैमिली फर्स्ट’ को अपनाया, लेकिन हमारी सरकार ‘नेशन फर्स्ट’ के उद्देश्य पर अग्रसर है।3. ‘सबका साथ, सबका विकास’ कांग्रेस के एजेंडे में कभी फिट नहीं हो सकता।4. पुरानी सरकारों की लचर नीतियों के कारण भारत को वैक्सीन और मेडिकल सुविधाओं के लिए सालों इंतजार करना पड़ा।5. जनता ने लगातार तीसरी बार हमें चुनकर हमारे विकास मॉडल पर अपनी मुहर लगा दी है। कांग्रेस को लेकर ‘फैमिली फर्स्ट’ बनाम ‘नेशन फर्स्ट’ की बात कही PM Modi ने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ‘फैमिली फर्स्ट’ की नीति पर चलती आई है, जबकि हमारी सरकार ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना के साथ काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा “हमारी सरकार की नीतियां और योजनाएं ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत पर आधारित हैं, लेकिन कांग्रेस के एजेंडे में यह कभी फिट नहीं हो सकता।” Digital India और Make In India देश की उपलब्धि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में तकनीक और डिजिटल इंडिया का जिक्र करते हुए कहा कि “आज भारत डिजिटल क्रांति में आगे है, लेकिन कुछ दशक पहले ऐसा नहीं था। आज हम कांग्रेस के लाइसेंस राज और उसकी कुनीतियों से बाहर निकलकर हम MakeInIndia को बढ़ावा दे रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि “कंप्यूटर, मोबाइल और एटीएम जैसी तकनीक दुनिया में हमसे पहले आ गई थी, लेकिन भारत में इन्हें लाने में दशकों लग गए। कंप्यूटर के शुरुआती दौर में इसे आयात करने के लिए लाइसेंस लेना पड़ता था, और उस लाइसेंस को पाने में भी सालों लग जाते थे।” संसद में गोपालदास नीरज और अटल बिहारी की कविताएं गूंजी “है बहुत अंधियारा, अब सूरज निकलना चाहिए, जिस तरह से भी हो, ये मौसम बदलना चाहिए।” संसद में प्रधानमंत्री ने गोपालदास नीरज की पंक्तियाँ सुनाई। उन्होंने विपक्ष पर तंज कस्ते हुए कहा कि ये पंक्तियाँ कांग्रेस के समय में ही लिखी गई थीं। उन्होंने साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक प्रसिद्ध पंक्ति भी सुनाई: “मेरे देश उदास न हो, फिर दीप जलेगा, सूरज निकलेगा, अंधेरा छटेगा, कमल खिलेगा।” उन्होंने संसद में एक और शेर पढ़ा “तमाशा करने वालों को क्या खबर, हमने कितने तूफानों को पार कर, दीया जलाया है…” “हम मध्यम वर्ग और नव-मध्यम वर्ग को मजबूत करना चाहते हैं” प्रधानमंत्री ने इस बार के बजट का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सरकार देश के हर वर्ग के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार सभी वर्गों को देखकर नीतियां बनाती है और इस बार 2025 के बजट में भी यह देखने को मिला। इस बजट में हमने 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं लगाया है।”
Indian Deportation : अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों को हथकड़ी क्यों पहनाई गई? एस जयशंकर का संसद में जवाब

Indian Deportation : अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 104 भारतीय 5 फरवरी को स्वदेश लौट आए हैं। एक अमेरिकी सैन्य विमान ने बुधवार को अमेरिका में रह रहे इन सभी अवैध प्रवासी भारतीयों को अमृतसर डिपोर्ट किया। विपक्ष की मांग पर एस जयशंकर ने इस मामले पर संसद में जवाब दिया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय संबंधों में डिपोर्टेशन एक सामान्य प्रक्रिया है। यह सभी देशों की जिम्मेदारी है कि अगर उनका कोई नागरिक किसी देश में अवैध तरीके से रह रहा है तो उसको वापस लें। यह दुनिया भर के सभी देश स्वीकार कर चुके हैं। प्रत्यर्पण की यह कार्रवाई कोई नई नहीं है, यह सालों से चलती आ रही है।’ विदेश मंत्री ने इसके साथ ही साल 2009 से अब तक हर साल हुए डिपोर्टेशन के आंकड़े भी पेश किए। एस जयशंकर के द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार अबतक 500 से लेकर 2000 तक अवैध प्रवासी भारतीयों को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया। हथकड़ी पहनाए जाने वाले सवाल पर एस जयशंकर का जवाब ? बुधवार को भारत आए इन प्रवासियों में से कुछ लोगों ने अपनी आप बीती बताई। इन लोगों ने यह भी बताया कि अमेरिका से भारत तक उन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर लाया गया। इसी मौके का फायदा विपक्ष ने भी उठाया है। विपक्ष लगातार सरकार से सवाल पूछ रहा है लेकिन विदेश मंत्री ने भी संसद में इसका जवाब दिया। विपक्ष को जवाब देते हुए एस जयशंकर ने कहा, ‘अमेरिका से हम संपर्क में हैं कि किसी भी डिपार्टेड भारतीय के साथ दुर्व्यवहार न हो। भारत सरकार ने कहा हुआ है कि जो भी लोग वापस आ रहे हैं उनके साथ किसी भी तरीके से अमानवीय व्यवहार ना हो। बाकी काउंसलर एक्सेस तभी दिया जा सकता है, जब भारतीय नागरिक इसके लिए रिक्वेस्ट करें।’ भारतीयों को सैन्य विमान से डिपोर्ट किया गया बुधवार की दोपहर 104 भारतीयों को एक अमेरिकी सैन्य विमान से अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारा गया। ये वे लोग थे जो अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे थे। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अवैध प्रवासियों पर उनकी नई नीति के चलते इन लोगों को भारत वापस भेजा गया है। दरअसल, ट्रंप सरकार अमेरिका में रह रहे सभी देशों के अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें अपने-अपने देश भेज रही है। संसद में विपक्ष ने सैन्य वाहन के जरिए डिपोर्टेशन पर भी सवाल किए। जिसपर एस जयशंकर ने कहा – ‘अथॉरिटीज को हमने निर्देश दिए हैं कि वे हर एक रिटर्नी से बैठकर बात करें कि वे कैसे अमेरिका गए। डिपोर्टेशन की प्रक्रिया देखें तो मिलिट्री एयरक्राफ्ट हो या चार्टर्ड प्लेन हो, प्रक्रिया वही होती है।’ कुछ लोगों ने अपनी आप बीती बताई पंजाब के एक युवक ने बताई अपनी कहानी पंजाब के होशियारपुर जिले के रहने वाले हरविंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने वर्क वीजा के लिए एक एजेंट को 42 लाख रूपए दिए थे। आखिरी समय में वीजा न मिल पाने के कारण उन्हें कई उड़ानों के जरिए अमेरिका भेजा गया था। हरविंदर सिंह ने बताया कि ब्राजील में पहाड़ों पर चढ़ाई करने के बाद उन्हें अन्य प्रवासियों के साथ छोटी सी नाव पर बिठाकर मेक्सिको की सीमा तक पहुंचाया गया था। उन्होंने बताया की कैसे वो चावल के छोटे छोटे टुकड़ों को खाकर जीवित रहे हैं । अपनी यात्रा में उन्होंने अपने साथ जा रहे अन्य प्रवासियों को मरते हुए भी देखा। उनके साथ का ही एक व्यक्ति पनामा के जंगलों में मर गया था। सुखपाल सिंह की कहानी दारापुर गांव के सुखपाल सिंह ने बताया की उन्हें अमेरिका तक पहुंचने के रास्ते में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पहाड़, समंदर और अलग – अलग देशों की सीमाओं को पार कर वो अमेरिका पहुंचे थे। उन्हें समुद्री मार्ग से 15 घंटे की यात्रा करनी पड़ी और खतरनाक पहाड़ियों से होकर 40-45 किलोमीटर पैदल भी चलना पड़ा। उन्होंने बताया कि अमेरिका में प्रवेश करने से ठीक पहले उन्हें मैक्सिको में पकड़ लिया गया था। उन्होंने कहा, “हमें 14 दिनों तक एक अंधेरे सेल में बंद रखा गया, कभी दिन का उजाला नहीं देखा। ऐसे कई और पंजाबी, परिवार और बच्चे हैं जो ऐसी ही परिस्थितियों में हैं।” प्रवासियों ने दी सलाह अमेरिका से लौटे प्रवासियों ने किसी को भी विदेश में अवैध रास्ते न अपनाने की सलाह दी है।
अमेरिका से अब तक कितने भारतीयों को किया गया डिपोर्ट? विदेश मंत्री ने पेश किए आंकड़े

Indian Deportation : हाल ही में अमेरिका से भारत लाए गए 104 भारतीयों के मुद्दे पर विपक्ष जमकर हंगामा कर रहा है। अब इस मुद्दे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान आया है। उन्होंने कहा – अमेरिका से भारतीयों का डिपोर्टेशन पहली बार नहीं हुआ है। यह 2009 से हो रहा है। उन्होंने कहा कि 104 भारतीयों को वापस भेजने की जानकारी हमें पहले से थी। क्या है पूरा मामला ? एस जयशंकर ने संसद में बताया बुधवार, 05 फरवरी को अमेरिकी वायु सेना की प्लेन से 104 भारतीयों के डिपोर्ट किया गया था, जब इन भारतीयों को पंजाब लाया गया तक इनके हाथ में हथकड़ी और पैर में जंजीर थी। अमेरिकी एयर फोर्स के विमान को पंजाब के अमृसर एयरपोर्ट पर उतारा गया। ऐसा पहली बार नहीं है जब अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को डिपोर्ट किया गया हो। लेकिन इस बार विपक्ष लगातार इस मामले पर सवाल खड़े कर रहा है। विपक्षी सांसदों ने ‘सरकार शर्म करो’ के नारे भी लगाए। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा- आपकी चिंता के बारे में सरकार को मालूम है। ये विदेश नीति का मुद्दा है। विपक्ष को जवाब देते विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा – ‘अथॉरिटीज को हमने निर्देश दिए हैं कि वे हर एक रिटर्नी से बैठकर बात करें कि वे कैसे अमेरिका गए। डिपोर्टेशन की प्रक्रिया देखें तो मिलिट्री एयरक्राफ्ट हो या चार्टर्ड प्लेन हो, प्रक्रिया वही होती है। अब देखना यह होगा कि विपक्ष इस मुद्दे को कब तक उठाता है।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने बनाया है 50 हज़ार से अधिक गानों का रिकॉर्ड, उनकी पुण्यतिथि पर जानिए कुछ अनसुने तथ्य….

Lata Mangeshkar Death Anniversary : MP ने दुनिया को कई बड़े सितारे दिए हैं। उन्हीं सितारों में से एक नाम है लता मंगेशकर। भारत की स्वर कोकिला कही जाने वाली लता मंगेशकर जी की आज पुण्यतिथि है। लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में हुआ था। लता जी ने 6 फरवरी 2022 को 92 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। लता मंगेशकर आज इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनके गीत और उनकी आवाज़ आज भी करोड़ो लोगों के दिलों पर राज करती है। आज उनकी तीसरी पुण्यतिथि है। आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े किस्सों को। उन्होंने अलग – अलग भाषाओं में गाए कई गाने ‘लता समग्र’ में लता मंगेशकर के अलग – अलग भाषाओं में गाए गए गानों की जानकारी दी गई है। इसउन्होंने किताब के अनुसार उन्होंने 5328 हिंदी फिल्मी गाने, 198 गैर फिल्मी गाने और 127 गाने ऐसे गाए जो कभी रिलीज ही नहीं हुए। उन्होंने 24 संस्कृत, 48 गुजराती, 69 पंजाबी, 206 बंगाली और 405 मराठी गानों को अपनी आवाज़ दी है। लता मंगेशकर बहुमुखी प्रतिभाओं की धनी थीं। अपने करियर में उन्होंने 50 हज़ार से अधिक गाने रिकॉर्ड किए हैं, जिसके बाद उनका नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया। क्यों पहनती थीं सफेद साड़ी? लता जी हमेशा सफेद रंग की साड़ी पहना करती थीं। उन्हें जब भी देखा गया सफ़ेद साड़ी में ही देखा गया। उनकी साड़ी के डिजाइन और बॉर्डर का रंग बदल जाया करता था लेकिन साड़ी का असल रंग सफ़ेद ही रहता था। लता मंगेशकर ने खुद बताया था कि उन्हें सफ़ेद रंग बहुत पसंद है। यतींद्र मिश्र ने लता मंगेशकर की बायोग्राफी ‘सुर गाथा’ में भी इस बात का जिक्र किया है। इसमें बताया गया है कि जब उनसे सफ़ेद साड़ी ही पहनने की वजह पूछी गई थी तब उन्होंने कहा था – ‘रंग मुझे अच्छे लगते हैं और वे सब साड़ियों में खूब फबते भी हैं, लेकिन दूसरों पर. खुद मुझे रंगीन कपड़े पहनना अटपटा सा लगता है. इसकी कोई वजह नहीं है, लेकिन अगर मैं कभी लाल या ऑरेंज कलर की साड़ी पहनती हूं तो मुझे लगता है कि किसी ने मुझ पर होली के रंग डाल दिए हैं, इसलिए मुझे सफेद या चंदन जैसे रंग पसंद आते हैं।’ कई बड़े सम्मानों से नवाज़ा गया लता मंगेशकर जी को देश – विदेश में कई प्रमुख सम्मानों से नवाज़ा गया है। उन्हें फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया जा चुका है। लता जी से पहले यह सम्मान फ़िल्म डायरेक्टर सत्यजीत रे और महानायक अमिताभ बच्चन को दिया जा चुका है। आपको बता दें कि ‘ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ फ्रांस के द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान फ्रांस के नागरिकों और विदेशियों को दिया जाता है। CM Mohan Yadav ने दी श्रद्धांजलि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्वीटर) के जरिए लता जी को श्रद्धांजलि दी है। वह लिखते हैं, ‘भारत रत्न, स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर जी की पुण्यतिथि पर सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।आपकी अद्वितीय संगीत साधना ने भारतीय फिल्म जगत को समृद्ध किया, साथ ही विश्व में असंख्य प्रशंसकों को गीत-संगीत से आनंदित किया। अपनी मधुर आवाज से आप सदैव हमारे बीच उपस्थित रहेंगी।’
Delhi Exit Poll Result : 11 में से 9 एग्जिट पोल में बीजेपी जीत रही है, नेताओं की प्रतिक्रिया आना शुरू…

दिल्ली। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए 5 फरवरी को वोटिंग खत्म हो गई। सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान बुधवार शाम 6 बजे खत्म हुआ। इस बार 2025 विधानसभा में 58.06 फीसदी वोटिंग हुई। वोटिंग के तुरंत बाद एग्जिट पोल आने शुरू भी हो गए हैं। 11 में से 9 एग्जिट पोल में बीजेपी की जीत का दावा किया जा रहा है तो वहीं, दो एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने का अनुमान लगाया जा रहा है। एग्जिट पोल में बीजेपी की जीत का अनुमान पीपुल्स इनसाइट में भाजपा को 40 – 44, AAP को 25 – 29 और कांग्रेस को एक सीट मिलती नज़र रही है। चाणक्य स्ट्रैटजिज के मुताबिक बीजेपी को 39 से 44, आम आदमी पार्टी को 25 से 28 और कांग्रेस को 2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। पीपुल्स प्लस के अनुसार दिल्ली में इस बार भाजपा को 51 से 60 AAP को 10 से 19 और कांग्रेस को एक भी सीट न मिलने के आसार लगाए जा रहे हैं। यदि भाजपा को बहुमत मिला तो 27 साल बाद सत्ता में लौटेगी पिछले कई सालों से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है। लेकिन अगर बीजेपी को बहुमत मिलता है तो ये बीजेपी के लिए एक ऐतिहासिक जीत होगी। 27 साल बाद सत्ता में लौटेगी। इससे पहले भाजपा ने 1993 में अपनी सरकार बनाई थी। 1993 में भाजपा को 49 सीटें मिली थीं। 5 साल के कार्यकाल में भाजपा ने 3 लोगों को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था। मदनलाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज। ये जानना दिलचस्प होगा की 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के इन तीनों नेताओं के बेटे – बेटियां सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। मदनलाल खुराना के बेटे हरीश खुराना मोतीनगर से और साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा नई दिल्ली से चुनाव लड़ रहे हैं। नेताओं के बयान बीजेपी के संसद मनोज तिवारी ने कहा “मैंने अभी जो एग्जिट पोल देखे हैं, मुझे लगता है कि हमारा रिजल्ट एग्जिट पोल से बेहतर होने जा रहा है। लोगों के बीच जो प्रतिक्रिया हमने देखी है उससे भाजपा सत्ता में आ रही है। यह भाजपा की घर वापसी है।” तो वहीं आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने एग्जिट पोल्स के आंकड़ों को नकार दिया है। उन्होंने कहा ”2013, 2015 हो या 2020 में आम आदमी पार्टी को लेकर एग्जिट पोल के नतीजे ठीक नहीं रहे, लेकिन हर बार आप ने प्रचंड बहुमत की सरकार बनाई, इस बार भी कुछ अलग नहीं होगा. एग्जिट पोल चाहे महाराष्ट्र हरियाणा या लोकसभा के हों तो सभी गलत निकले थे. ये भी गलत निकलेगा. कुछ एग्जिट पोल में तो हमें भी बढ़त दिखा रहे हैं लेकिन 8 तारीख का इंतजार करें. अरविंद केजरीवाल जी दोबारा से बहुमत लेकर आ रहे हैं.” कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा “जो लोग कहते थे कि कांग्रेस जमीन पर मौजूद नहीं है, वे कांग्रेस को अच्छी संख्या में सीटें जीतते देखेंगे। AAP वापस नहीं आएगी। किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा। तीनों पार्टियों को बराबर सीटें मिलेंगी।” 8 फरवरी को आएंगे नतीजे दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर बुधवार को वोट डाले गए। मतदान होने के साथ ही दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों से चुनाव में उतरे 699 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। इस चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। इस बार दिल्ली की जनता दिल्ली का मुख्यमंत्री किसे बनाएगी ये तो परिणाम ही बताएंगे।