IPL सीजन का 65वां मैच आज शाम को राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के मध्य राजस्थान के गुवाहटी में खेला जाएगा। वहीं अभी तक हम बात करे दोनों टीमों के मैचों कि तो राजस्थान की टीम ने अभी तक इस टूर्नांमेंट में 12 मैच खेले है,जिसमें से 8 जीत के साथ वह अंकतालिका में दूसरे पायदान पर है। वही दूसरी ओर पंजाब किंग्स 12 मैच में से 8 मैच में हार के साथ तालिका में आखिरी स्थान पर है। बटलर की गैर-मौजूदगी में जीत पाएगी राजस्थान आईपीएल में जबरदस्त आगाज करने वाली राजस्थान ने अपने शुरूआती 9 मैच में से 8 मैच में जीत दर्ज की थी,लेकिन इसके बाद खेले गए पिछले तीनों मुकाबलों में राजस्थान को हार का सामना करना पड़ा है। राजस्थान की टीम को आज सलामी आक्रामक अंदाज में बैटिंग करने वाले बल्लेबाज जोश बटलर की गैर-मौजूदगी में मैदान पर उतरना होगा। जोश बटलर टी-20 वर्ल्ड कप के कारण इंगलैंड वापिस लौट गए है। कप्तान संजू सैमसंग और पूरी टीम जोश बटलर की कमी को पूरा करते हुए पंजाब किंग्स के खिलाफ नॉकऑउट में अपनी जगह सुनिश्चित करने होम ग्राउंड उतरेगे। वहीं लगातार खराब फॉर्म से जूझ रही पंजाब किंग्स से कुछ खास प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। प्लेऑफ से बाहर हो चुकी पंजाब किंग्स जीत की तलाश में राजस्थान के खिलाफ मजबूत इरादे के साथ मैदान में उतरेगी। IPL सीजन मे हेड-टू-हेड सीजन में अभी तक राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स दोनों टीमों के मध्य हेड-टू-हेड 27 मैच खेले गए है। राजस्थान की टीम ने 27 में से 16 में जीत दर्ज की है,जबकि पंजाब किंग्स को सिर्फ 11 मैच में जीत नसीब हुई है। राजस्थान की टीम अभी तक आकड़ो की तुलना में पंजाब पर हावी रही है,लेकिन क्या आज जीत दर्ज कर लगातार मिल रही हार के सिलसिले को रोक पाएगी राजस्थान रॉयल्स। यह भी पढ़े- Ipl Trending:सुपरजाइंटस को रोक पाएंगी दिल्ली कैपिटल्स
ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे का निधन
भाजपा के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया। बुधवार को उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली।वह 70 वर्ष की थीं। माधवी राजे लंबे समय से बीमार चल रही थी। 15 फरवरी को उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था। उन्हें सेप्सिस के साथ निमोनिया भी हो गया था और तब से ही उनकी तबियत खराब चल रही थी। माधवीराजे के नेपाल राजघराने से थे संबंध केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे सिंधिया मूल रूप से नेपाल की रहने वाली थीं। उनका नेपाल के राजघराने से संबंध था। उनके दादा जुद्ध शमशेर बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री थे। 60 के दशक में सिंधिया परिवार में नेपाल राजघराने की तरफ से शादी का प्रस्ताव आया था, जिसे ग्वालियर घराने ने स्वीकार कर लिया था। माधवराव सिंधिया की बारात में बड़ी संख्या में ग्वालियर से भी लोग गए थे। बारात जाने के लिए ग्वालियर से दिल्ली के बीच में स्पेशल ट्रेन चलवाई गई थी। दिल्ली में 8 मई 1966 को माधवी राजे की शादी धूमधाम से माधवराव सिंधिया के साथ हुई थी। प्रिंसेस राज्यलक्ष्मी देवी शादी के बाद बनी माधवीराजे सिंधिया राजघराने की बहू बनने से पहले उनका नाम किरण राज लक्ष्मी था।विवाह से पहले राजमाता को प्रिंसेस राज्यलक्ष्मी देवी कहते थे। 1966 में उनका विवाह ग्वालियर के सिंधिया राजपरिवार के राजकुमार माधवराव सिंधिया से हुआ था। मराठी परंपरा के अनुसार शादी के बाद उनका नाम बदल गया और उनका नया नाम माधवी राजे सिंधिया हो गया। पहले उन्हें महारानी कहा जाता था। माधवराव के निधन के बाद उन्हें राजमाता कहा जाने लगा। माधवी राजे के पति पूर्व केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया का 30 सितम्बर 2001 को यूपी के मैनपुरी के पास विमान हादसे में निधन हुआ था। यह भी पढ़े-Indore suicide news: 12वी में फैल हुए छात्र ने की सुसाइड