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प्रेमानंद महाराज ने बताया क्यों नहीं खाना चाहिए भंडारा या मुफ्त का खाना

प्रेमानंद

वृंदावन के महाराज अक्सर अपने विचारों के चलते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चर्चा में बने रहते है। हर कोई कहता है कि भंडारे का प्रसाद खाना अच्छा होता है लेकिन हालही में प्रेमानंद महाराज ने बताया कि क्यों भंडारे का खाना नहीं खाना चाहिए। प्रेमानंद महाराज का कहना है कि अगर आप बिना मेहनत किए दूसरे से पैसा ले रहे हो दूसरे का खाना खा रहे हो तो आप के द्वारा किया गया सारा पुण्य उसे ही मिलेगा। अगर आप विरक्त भेष में हो तो कोई बात नहीं तब किसी से भी मांग कर खा सकते हो लेकिन अगर आप गृहस्थ भेष में हो तो इसका खास ध्यान रखना चाहिए। गृहस्थ भेष वालों को घर में जो भी है नमक रोटी खा लेना चाहिए या उपवास करों लेकिन भंडारे का खाना नहीं खाना चाहिए। अगर कोई प्रसाद बांट रहा है तो उसे खाना नहीं चाहिए। आप बाबा नहीं है आप विरक्त नहीं हैं। इस लिए आप को खाने कि जरूरत नहीं है। महाराज का कहना है कि- आप खुद कमाए और लोगों को भंडारा खिलाएं हलवा बनाकर ले जाए मंदिर के सभी पुजारीयों को खिलाएं। अपनी मेहनत से खाना हर इंसान के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होती है। अगर आप एक गृहस्थ है और तीर्थ पर जा रहे है लेकिन रास्ते में कही भी भंडारा हो रहा है या मुफ्त का खाना ना खाए। ये भी पढ़ें- जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने की लोकसभा चुनाव को लेकर भविष्यवाणी

भारतीय खिलाड़ी उन्मुक्त चन्द खेलेंगे भारत के खिलाफ

उन्मुक्त चन्द

भारत का एक क्रिकेट जिसे कभी नेस्ट विराट कोहली माना जा रहा था लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने का मौका न मिलने पर अब वह भारत के ही खिलाफ खेलेगा। उस खिलाड़ी का नाम है उन्मुक्त चन्द जिसने साल 2012 के अंडर 19 के फाइनल में 111 रनों की पारी खेल कर भारत को अंडर 19 वर्ल्ड कप जीताने में अहम भूमिका निभाई थी। उस वक्त उन्मुक्त को अगला विराट कोहली कहा जा रहा था लेकिन जब आईपीएल 2013 के ओपनिंग मैच में ब्रेट ली की पहली बॉल पर उन्मुक्त चन्द क्लीन बोल्ड हो गए थे। तब से उनका खुद का कॉन्फिडेंस नीचे गिर गया। यह देखने के बाद आईपीएल टीम ने भी उनको रिलीज कर दिया। जिसके बाद 28 साल की उम्र में उन्होंने भारतीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया और अमेरिकन क्रिकेट में आपना लक आजमाने चले गए और वहां उनका साथ दे गया। जिसके बाद वो अमेरिकन क्रिकेट के लिए खेलने लगे। अब टी 20 वर्ल्ड कप में वो 12 जून 2024 को भारत के ही खिलाफ न्यूयॉर्क टीम की तरफ से खेलने वाले है। देखना ये है कि भारत के खिलाफ भारत का ही खिलाड़ी कैसा खेलता है। ये भी पढ़ें-  IPL-बेंगलुरू की सीजन में दूसरी जीत  

आखिर कौन था दुनिया का सबसे अमीर अपराधी पाब्लो एस्कोबार ?

पाब्लो एस्कोबार

अगर आप लोग पाब्लो एस्कोबार को नहीं जानते है तो हम बताते हैं। पाब्लो एक कोलंबियाई ड्रग लॉर्ड था। इसका जन्म 1 दिसंबर 1949 कोलंबिया के रियो नेग्रो शहर में हुआ था। कभी “दुनिया का सबसे बड़ा अपराधी” कहा जाने वाला पाब्लो एस्कोबार कोकीन का अबतक का सबसे चालबाज सौदागर था। इसको किंग ऑफ द कोकीन और गॉडफादर जैसे नामों से जाना जाता था। आज भी पाब्लो को इतिहास का सबसे अमीर अपराधी माना जाता है। उसकी अमीरी का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि वह ड्रग्स की तस्करी करने के लिए सबमरीन तक का इस्तेमाल करता था। पाब्लो दुनिया का पहला और अकेला ऐसा ड्रग अपराधी था जिसको Forbes Magazine के द्वारा दुनिया के 10 सबसे अमीर व्यक्ति की लिस्ट में शामिल किया गया था। Forbes Magazine ने सन् 1989 में पाब्लो को अपनी लिस्ट में शामिल किया था। जहा उसकी कुल सम्पत्ती 25 बिलियन अमेरिकी डॉलर बताई गई थी लेकिन लोगों का कहना है कि उसके पास इससे लाख गुना ज्यादा पैसा था लेकिन सारी कमाई ब्लैक होने के कारण उसने दुनिया से छुपाकर रखता था। कुछ लोगों का कहना है कि उसकी सारी कमाई ब्लैक हुआ करती थी जिसके कारण वह अपना सारा पैसा बैंक में ना रखकर बड़े-बड़े गोदाम में रखता था। जब उसके पास पैसा रखने की कोई जगह नहीं बची तो वह सारा पैसा जमीन में गड्ढे खोद कर वहां रखता था। पाब्लो हर महिनें अपने नोटों की गड्डीयां बनाने के लिए 2 लाख रुपये के रब बैंड खरीदता था। पाब्लो के भाई का कहना था कि उसके पास इतना पैसा था कि उसका 10 प्रतिशत हिस्सा चूहों के कुतरने से खराब हो जाता था। पाब्लो एस्कोबार के बारे में अच्छे से जानने के लिए उस पर आधारित फिल्म Narcos जरूर देखें। ये भी पढ़ें- Gwalior: शादीशुदा साबिर खान ने दिया लव जिहाद को अंजाम