Aayudh

क्या है नायब सिंह सैनी को हरियाणा का नया सीएम बनाने के पीछे की रणनीति

नायब सिंह सैनी

लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा की राजनीति में बड़े बदलाव हुए हैं। कल पीएम मोदी हरियाणा दौरे पर थे और आज मनोहर लाल खट्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। खट्टर के इस्तीफा देने के बाद नायब सिंह सैनी को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बना दिया गया है। लेकिन कौन हैं नायब सिंह जिन्हें बीजेपी ने मुख्यमंत्री बना दिया और क्या है इसके पीछे की रणनीति जानिए इस लेख में। कौन हैं हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को अपने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। खट्टर के इस्तीफे के बाद नए सीएम के नाम का ऐलान भई हो गया है। नए मुख्यमंत्री के रूप में नायब सिंह सैनी को चुना गया है। सैनी मौजूदा वक्त में कुरुक्षेत्र से सांसद हैं। इन्हें मनोहर लाल खट्टर का बेहद करीबी भी माना जाता है। सैनी साल 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले से विधायक रहे हैं। उन्हें चुनावों के वक्त भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी और अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से टिकट दिया जिसमें वह जीत कर आए और मंत्री पद पर बैठे। सैनी प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर साल 2023 में ही चुने गए थे और ठीक पांच महीने बाद ही उन्हें सीएम की सीट पर बैठा दिया है। क्या है बीजेपी की रणनीति बीजेपी की हरियाणा में नायब को मुख्यमंत्री बनाने के पीछे की वजह ओबीसी वोटर्स को साधना माना जा रहा है। सैनी ओबीसी समाज से आते हैं जिस कारण उन्हें सीएम बनाया गया। इसके अलावा हरियाणा में बीजेपी जाटलेंड को साधना चाह रही है जिस के लिए नायब से अच्छा उम्मीदवार कोई नहीं हो सकता क्योंकि नायब उसी क्षेत्र से सांसद हैं जहां जाट समुदाय के वोटर्स ज्यादा हैं। यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश के भोजशाला में भी होगा एएसआई सर्वे

बॉलीवुड की ऐसी फिल्में जो असर क्रिमिनल्स और क्राइम पर आधारित है

बॉलीवुड

बॉलीवुड में आपने कई सारी फिल्में देखी होंगी जो किसी असर घटना पर बनी होंगी। आज कल तो बॉलीवुड के पास कोई अपनी कहानी या राईटर ही नहीं रह गया है जो खुद के विचारों से फिल्म की स्क्रिप्ट लिखे आजकल के डायरेक्याटर तो किसी साउथ की फिल्मों को कॉपी कर रहे हैं या हिन्दू धर्म की कथाओं पर फिल्म बना रहे हैं। हम आपको कुछ ऐसी ही फिल्में बताएंगे तो असल जिंदगी के क्रिमिनल्स और क्राइम पर आधारित हैं। नम्बर एक- साल 2016 में रिलीज हुआ नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी स्टारर फिल्म रमन राघव 2.0 1960 के दसक में पुलिस फोर्स के लिए सिर दर्द बने एक सीरियल किलर की कहानी है। ये सीरियल किलर मुंबई में लोगों के सर पर रॉड से वार कर उन्हे मौत के घाट उतार देता था। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद रमन ने बताया की उसने 41 लोगों की जान ली है। जिसके बाद उसे फासी की सजा सुनाई गई लेकिन रमन की मानसिक स्थिती ठीक ना होने के कारण बाद में उसे उम्र कैद की सजा सुनाई गई। नम्बर दो- 7 जुलाई 2011 को रिलीज हुई फिल्म नो वन किल्ड जेसिका एक जेसिका दिल्ली की एक मॉडल लड़की जेसिका लाल की हत्या पर आधारित है। इस फिल्म में एक अमीर राजनेता का बेटा, दिल्ली की मॉडल, जेसिका लाल की गोली मारकर हत्या इस लिए कर देता है क्योंकि जेसिका पार्टी में उसे डिंक देने से मना कर देती है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि जेसिका को कैसे न्याय मिलता है। नम्बर तीन- शाहीद हंसल मेहता के निर्देशन में फिल्म शाहीद में राजकुमार राव लिड रोल में थे। ये फिल्म मानवआधिकार कार्यकर्ता और वकील शाहिद आज़मी पर बनाई गई थी। शाहिद आज़मी की 2010 में हत्या कर दी गई थी। इस फिल्म के लिए राजकुमार राव को नेशनल अवार्ड भी मिला था। ये भी पढ़ें- हिंद महासागर में करोड़ों साल पहले से मौजूद था पाताल का रास्ता

वो महिलाएं जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया

स्वतंत्रता संग्राम

आप सभी को पता है कि भारत को आजाद हुई पूरे 76 साल हो गए हैं। आदाजी के इस महा स्वतंत्रता संग्राम में कई महान हस्तियों ने अपना योगदान दिया है। भारत को आजाद कराने में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी अपना योगदान दिया है आज हम उन महिलाओं के बारे में बात करेंगे जिन्होनें भारत को आजाद कराने में खुद को समर्पित कर दिया। उनके बलिदान की कहानी हर किसी को पढ़नी चाहिए। नम्बर एक- बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी। झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई, 1857 के भारतीय विद्रोह में अपने साहस और संघर्ष के लिए याद की जाती है। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ उत्तराधिकारी भूमिका में सक्रिय भूमिका निभाई। रानी लक्ष्मी बाई ने कई स्वतंत्रता संग्राम किए थे। नम्बर दो- “भारतीय कवित्री की किरण” के रूप में जानी जाने वाली सरोजिनी नायडू ने राजनीतिक नेता और कवियत्री के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने गैर-सहयोग आंदोलन और सिविल असमर्थन आंदोलन में अपनी भूमिका के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारत को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए सरोजिनी नायडू ने कई स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया। नम्बर तीन- अन्नी बेसेंट एक ब्रिटिश सोशलिस्ट, महिला समाजसेविका और भारतीय स्वायत्तता के समर्थक थीं। उन्होंने होम रूल आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया और भारत में संविधानिक सुधारों की प्राप्ति के लिए काम किया। ये भी पढ़ें- खेल जगत की ऐसी महिलाएं जो है भारत की शान

खेल जगत की ऐसी महिलाएं जो है भारत की शान

भारत

वर्तमान में हमारा भारत देश महिलाओं की शिक्षा और आजादी को लेकर बेहद आगे बढ़ गया है। अब हर कोई अपनी बेटी, बहन और बहू को पढ़ाना लिखाना चाहता है। कोई नहीं चाहता है कि उनकी बेटी या बहू घर में बैठकर सबके लिए खाना पकाए और अपने सपने को उसी चूल्हे में जला दें। कुछ ऐसे भी शहर या गांव है जहां अभी भी लोग अपनी बेटीयों को घर से बाहर पढ़ने के लिए नहीं भेजते हैं। इसी सोच को खत्म करने के लिए हम आज कुछ ऐसी महान महिलाओं के बारे में पढ़ेंगे जो भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया की महिलाओं के लिए एक मिसाल हैं। नम्बर एक- मेरी लीला राव ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाली प्रथम भारतीय महिला थी। उन्होंने 1956 के ओलम्पिक में 100 मीटर स्प्रिंट दौड़ में भाग लिया था। हालाँकि वे क्वालीफाइंग दौर में ही स्पर्धा से बाहर हो गयीं, लेकिन इतिहास के पन्नों में उनका नाम दर्ज हो गया। भारता की ऐसी कई महिलाएं है जो मेरी लीला राव को अपनी प्रेरणा स्त्रोत मानती है। नम्बर दो- अंजू बॉबी जॉर्ज आज भारत के साथ- साथ पूरे विश्व की महिलाओं के लिए एक मिसाल हैं। अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में पेरिस में आयोजित विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लंबी कूद में कांस्य पदक जीत कर इतिहास रचा था। इस उपलब्धि के साथ वह पहली ऐसी भारतीय एथलीट बनीं, जिसने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 6.70 मीटर की छलांग लगाते हुए पदक जीता। नम्बर तीन- कर्णम मल्लेश्वरी को भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी के नाम से जाना जाता है। भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी ने ओलंपिक में इतिहास रचते हुए ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। 2000 के सिडनी ओलंपिक के समय, कर्णम मल्लेश्वरी ने स्नैच में 110 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 130 किग्रा के साथ कुल 240 किग्रा का भार उठाया और भारत के लिए ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतकर देश को गौरवपूर्ण पल दिया। ये भी पढ़ें- भारतीय महिला क्रिकेट टीम की 3 सबसे सुंदर खिलाड़ी

Lifestyle: एक व्यक्ति को हर रोज दो केले खाने चाहिए, जाने इसके फायदे

Lifestyle

Lifestyle: हर किसी को अपने जीवन में खाद्य पदार्थ से ज्यादा फल को महत्वता देना चाहिए। इसी तरह केला एक आम फल है जो हर घर में पाया जाता है। यह सस्ता, स्वादिष्ट, और पोषण से भरपूर होता है। केले के नियमित सेवन के कई फायदे होते हैं जो हमें स्वस्थ रहने में मदद करते हैं। इसलिए, हर दिन एक केला खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन ध्यान दें कि हर चीज एक मात्रा में ही खानी चाहिए। अधिकतम सेवन से नुकसान हो सकता है, इसलिए मात्रा में रखें और हर तरह के फलों और सब्जियों को सेवन करें। यहाँ हर रोज केला खाने के कुछ मुख्य फायदे बताए गए हैं। आपकी Lifestyle को सुधारें और हर रोज केले का सेवन करें। पोषण से भरपूर: केला विटामिन C, विटामिन B6, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फाइबर, और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये हमारे शरीर के लिए जरूरी होते हैं और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करते हैं। डायबिटीज कंट्रोल: केले में मौजूद फाइबर खाने को अच्छे से पचाने में आपकी मदद करता है और रक्त शर्करा स्तर को संतुलित रखता है। इससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हड्डियों के लिए फायदेमंद: केले में पोटैशियम, मैग्नीशियम, और विटामिन K होता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये हड्डियों को मजबूत बनाने और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करने में मदद करते हैं। वजन नियंत्रण: केला कम फैट और ऊर्जा से भरपूर होता है, इसलिए यह वजन नियंत्रण में मदद करता है। इसका सेवन करने से भूख कम लगती है और वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। दिल के लिए लाभकारी: केले में पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है और हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। ये भी पढ़ें- क्या है भोजशाला का पूरा इतिहास, जानिए पूरा विवाद

पृथ्वी पर कुछ ऐसे भी देश है जहां महिनों तक नहीं होती रात

नहीं होती रात

हम सभी ये जानते हैं कि पृथ्वी गोल है और चंद्रमा इसका उपग्रह हो जो इसके चक्कर लगाता रहता है। वहीं पृथ्वी सूर्य के चक्कर लगाती है इसी क्रम में पृथ्वी को जो हिस्सा सूर्य की ओर होता है वहां दिन होता है और जो उसके विपरीत में हो वहां रात होती है। दिन और रात को क्रम इसी तरह चलता रहता है लेकिन पृथ्वी पर ऐसे भी देश हैं जहां महीनों तक रात नहीं होती है। यहां केवल 50 मिनट के लिए होता है सूर्यास्त अलास्का अमेरिका की सबसे बड़ा राज्य है। पहले तो ये रूस का हिस्सा था लेकिन सन 1959 में अमेरिका ने रूस से इसे खरिद लिया। अलास्का को ग्लेशियरों का राज्य भी कहा जाता है। यहां पर 15 मई से लेकर 15 जुलाई के समय सूर्य पूर्ण रूप से नहीं डूबता है। यहां रात के साढ़े बारह बजे केवल 50 मिनत के लिए सूर्य अस्त होता है। 51 दिन तक नहीं होती रात दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक कनाडा भी है। इस देश का ज्यादातर हिस्सा बर्फ से ढका रहता है। इस बड़े देश में भी दिन और रात का एक अलग ही चक्कर है। कनाडा के उत्तर पश्चिम इलाकों में गरमी के दिनों में लागातार 51 दिन तक सूर्य अस्त नहीं होता है। 80 दिनों तो नहीं होती रात फिनलैंड को झीलों का देश भी कहा जाता है। अगर आपको झील पसंद है तो आप फिनलैंड जाना चाहिए यहां आपको हर तरफ झील ही देखने को मिलेंगी। गर्मी के मौसम में घूमने के लिए फिनलैंड सबसे अच्छी जगह है। यहां गरमी के मौसम में लागातार 80 दिनों तक सूर्य अस्त नहीं होता है। फिनलैंड में रात के समय भी सूर्य की किरणें पड़ती रहती हैं। यह भी पढ़ें- जानवरों का मल होता है उपयोगी, इंसानी मल भी है कीमती

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की 3 सबसे सुंदर खिलाड़ी

महिला क्रिकेट

भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम दुनिया की सबसे श्रेष्ठ खेलने वाली टीमों में से एक हैं वहीं भारत की महिला क्रिकेट टीम ने भी अपनी दुनिया भर में एक अलग पहचान बना ली है। भारतीय महिला खिलाड़ियों का खेल तो शनदार है ही साथ ही उनकी खूबसूरती पर भी लोग कायल हैं। इस लेख में जानिए भारतीय क्रिकेट टीम का सबसे सुंदर खिलाड़ियों के बारे में। भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे सुंदर खिलाड़ी प्रिया पुनिया– प्रिया पुनिया का जन्‍म 6 अगस्‍त 1996 को राजस्‍थान के चूरू जिले की राजगढ़ तहसील के गांव जणाऊ खारी में हुआ। इनकी खूबसूरती के आगे बॉलीवुड की हिरोइने भी फिकी पड़ जाती है। ये नेशनल क्रस भी रह चुकी हैं। हरलीन कौर देओल– ये हिमाचल प्रदेश के लिए खेलती हैं। ये इतनी खूबसूरत है की बॉलीवुड में अपना करियार बड़ी ही आसानी से बना सकती हैं। इनका जन्म 21 जून 1998 को चंडीगढ़ में हुआ है। स्मृति मन्धाना – ये भारत के साथ-साथ पूरे विश्व महिला क्रिकेट की सबसे खूबसूरत क्रिकेटर हैं। इनको लेडी कोहली के नाम से भी जाना जाता है। स्मृति मुख्य रूप से दाएँ हाथ से बल्लेबाजी करती हैं जिन्होंने 2017 के क्रिकेट विश्व कप में दो शतक भी लगाये थे। इनका जन्म मुम्बई, महाराष्ट्र में 18 जुलाई 1996 को हुआ था। यह भी पढ़ें- रिलीज हुआ फिल्म ‘मैदान’ का ट्रेलर, मिल सकता है नेशनल अवार्ड