GDA के अधिकारियों को मिली एक बड़ी सौगात देखिए पूरी लिस्ट

सामान्य प्रशासन विभाग (GDA) के अफसरों को एक बड़ी खुशखबरी मिली है। सामान्य प्रशासन विभाग (GDA) ने 8 मार्च के दिन राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों को पदोन्नति और क्रमोन्नति दी है। विभाग ने एक अधिकारी को सुपर टाइम स्केल का लाभ देने के साथ ही 28 को सीनियर अपर कलेक्टर, 30 को अपर कलेक्टर और 37 अफसरों को संयुक्त कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया है। ये भी कही जा रहा है कि, चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर के तबादले की तैयारी भी की जा रही है। इसी के साथ 2016 के पहले के डिप्टी कलेक्टर बनने वाले अफसरों को संयुक्त कलेक्टर और अपर लकेक्टर, सीनिययर अपर कलेक्टर के पद पर पदस्थ किए जाने की कार्यविधि जीएडी कर रही है। दूसरी ओर एक जिले और लोकसभा क्षेत्र में तीन साल तथा गृह जिले में पदस्थापना नहीं रखने के चुनाव आयोग के निर्देश के आधार पर एक अलग तबादला सूची भी जीएडी तैयार कर रहा है जो दो तीन दिनों में जारी होने वाली है। GDA के बाद एसपीएस की बारी GDA के अफसरों के बाद राज्य पुलिस सेवा के अफसरों के तबादलें भी किए जा सकते हैं। इसका कारण एक लोकसभा क्षेत्र में तीन साल की पदस्थापना नहीं रखना है। जानकारी के मुताबिक 14 मार्च तक लोकसभा आचार संहिता लगने का अनुमान लगाया जा रहा है। अचार संहिता लगने के पहले सूची जारी की जा सकती है।
अरुणाचल प्रदेश में लगा कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका

लोकसभा चुनाव के पहले देश भर में राजनैतिक फेर बदल शुरू हो गई है। नेताओं के इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस रेस में कांग्रेस पार्टी के नेता बड़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। इसी बीच असम के बाद अब अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नबाम तुकी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस पार्टी में एक और इस्तीफा शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी पद से इस्तीफा देने के बाद उनका कहा था कि तीन विधायकों के बीजेपी में शामिल के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि यह सब उस वक्त हो रहा है जब प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं और देश में लोकसभा चुनाव ऐसे में पूर्व मुक्यमंत्री और तीन विधायकों को इस्तीफा देना कुछ और इशारा कर रहा है। अरुणाचल प्रदेश में लगा बड़ा झटका देश में इन दिनों आम चुनाव नज़दीक हैं जिस कारण सभी राजनैतिक दल अपने अपने स्तर पर चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऐसे में तीन विधायकों के बीजेपी ज्वाईन करने और पूर्व मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने पर एपीसीसी के महासचिव का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने नैतिक आधार पर अपना इस्तीफा दिया है जिसके पीछे की वजह बताते हुए वह कहते हैं कि क्योंकि वह विधायकों दूसरे दल में जाने से नहीं रोक सके। यह भी पढ़ें- मोदी के बाद राहुल ने दी युवाओं को ये गारंटी
इंडिया महागठबंधन में शामिल होने को लेकर मायावती ने दिया बयान

लोकसभा चुनाव करीब हैं ऐसे में सभी राजनैतिक पार्टियां आने वाले आम चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई हैं। इंडिया गठबंधन भी कुछ हद तक बढ़ता नज़ आ रहा है लेकिन अभी भी कई ऐसी पार्टियां हैं जिन्हें मनाने में कांग्रेस सफल नहीं हो पा रही है। इन में सबसे बड़ा नाम है बीएसपी का क्योंकि इन दिनों मायावती गठबंधन के मूड में तो बिल्कुल नहीं हैं। इंडिया गठबंधन से दूर हैं मायावती लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनैतिक दल अपने अपने स्तर पर तैयीरियां करने लगे हैं। लोकसभा चुनाव के लिए बना महाबंधन भी अपने आपको मजबूत करने की तैयारियों में जुटा हुआ है। एक ओर जहां सपा और आप जैसी पार्टियां गठबंधन के लिए राज़ी हो गई हैं वहीं दूसरी ओर बसपा स्वतंत्र चुनाव लड़ने की तैयारी में दिखाई दे रही है। हालही में बसपा प्रमुख मायावती ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर कहा कि बसपा लोकसबा चुनाव में अकेले लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है साथ ही ये भी साफ किया कि वह किसी भी तीसरे राजनैतिक पार्टी क् साथ गठबंधन नहीं कर रही है और इस प्रकार की सभी खबरें गलत हैं। यूपी में मजबूत है माया की छाया मायावती ने एक्स पर लिखा कि यूपी में बएसपी की मजबूती को देख कर विपक्ष के लोग बेचैन हैं इस लिए तरह तरह की अफवाएं फैला रहे हैं। वहीं आपको बता दें साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने सपा के साथ गठबंधन किया था। इस गठबंधन में बसपा के खेमे में 38 सीटें आई थीं जिनमें से उसने 10 पर जीत दर्ज की थी। यह भी पढ़ें- मोदी के बाद राहुल ने दी युवाओं को ये गारंटी