महाभारत से जुड़ी ये बात शायद ही किसी को पता होगी

श्रीकृष्ण का लीलाओं के बारे में तो हर किसा को पता है लेकिन एक लीला वह भी है जब महाभारत युद्ध के समाप्त होने के बाद भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दिखाई थी। से कथा शायद ही हर किसी ने सुनी होगी। जिस रथ पर अर्जुन महाभारत का युध्द लड़ रहे थे उस रथ पर अकेले श्रीकृष्ण ही नहीं थे श्रीकृष्ण के साथ शेषनाग और हनुमान भी थे। जिससे की किसी भी शस्त्र का रथ पर असर ना हो। ये सारी व्यवस्था स्वयं श्रीकृष्ण ने अर्जुन के लिए की थी। क्योंकि अर्जुन धर्म के लिए युध्द कर रहे थे। जब युध्द समाप्त हो गया और अर्जुन महाभारत युध्द जीत गए। जिसके बाद अर्जुन ने श्रीकृष्ण से कहा की पहले आप रथ से निचे उतरे फिर मैं उतरता हूं लेकिन श्रीकृष्ण ने मना कर दिया। बोले नहीं अर्जुन पहले तुम उतरो जिसके बाद भगवान श्रीकृष्ण की आज्ञा मानकर अर्जुन रथ से पहले उतर गए। उसके बाद कृष्ण रथ से निचे उतर गए। हनुमान जी भी अंतरध्यान हो गए और शेषनाग भी रथ छोड़ पाताल लोक की ओर प्रस्थान कर गए। भगवान श्रीकृष्ण रथ से उतरने के बाद जल्द ही अर्जुन को रथ से थोड़ी दूर ले गए। जिसके बाद अर्जुन के रथ से आग की लपट निकलने लगी और रथ पूरी तरह से जल कर राख हो गया। अर्जुन ने ये सब देखने के बाद कृष्ण से पूछा भगवान ये क्या हुआ। तब कृष्ण ने बताया हे अर्जुन ये रथ तो द्रोणाचार्य, भीष्म पितामह और कर्ण के दिव्यास्त्रों से कब का जल गया था। लेकिन इस रथ पर पताखा के रूप में हनुमान और मैं स्वयं था। लेकिन अब तुम्हारा काम खत्म हो गया है तो मैंने ये रथ छोड़ दिया और ये रथ पूरी तरह से जल गया। इसी तरह भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध में एैसी कई लीलाएं दिखाई है। ये भी पढ़ें- आखिर क्यों हमारे बड़े कहते हैं कि सुबह ब्रह्म मुहूर्त में सोकर उठना चाहिए?
आखिर क्यों हमारे बड़े कहते हैं कि सुबह ब्रह्म मुहूर्त में सोकर उठना चाहिए?

आप सभी जब कभी घर पर सूर्योदय के बाद सो कर उठते है तो परिवार वाले बोलते है सूर्योदय के पहले सोकर उठा करो। सुर्योदय के पहले उठने से कई लाभ होते है। आपके मन में भी ये सवाल आता होगा कि आखिर सुबह जल्दी सोकर उठने से क्या फायदे होते है क्यों हर कोई कहता रहता है कि सुबह जल्दी सोकर उठा करो चलिए हम आपको बताते है कि सुबह जल्दी सोकर उठने से क्या फायदे होते है। क्यो सुबह सोकर ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए? नम्बर एक- ब्रह्म मुहूर्त में सोकर उठने से व्यक्ति को सुन्दरता, धन-दौलत, बुध्दि, अच्छा स्वास्थ्य और लम्बी आयु की प्राप्ती होती है। इस मुहूर्त में उठने वाला व्यक्ति कमल की तरह खिल जाता है। नम्बर दो- सूर्योदय के डेढ़ घण्टा पहले का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है। शास्त्रो के मुताबिक सुर्योदय के पहले सोकर उठने वाले लोग बुध्दिमान और उत्साहि होते है और सोते रहने वाले व्यक्ति का जीवन निस्तेज हो जाता है। वह इंसान कभी सुखी नहीं रहता है। नम्बर तीन- प्राचीन काल से ही ऋषि मुनी सुर्योदय के पहले सोकर उठ जाया करते थे और स्नान आदि कार्य खत्म करके भगवान की भक्ति में लीन हो जाते थे। ब्रह्म मुहूर्त शारीरिक, भावनात्मक, मानसिक और आध्यात्मिक सभी प्रकार से महत्वपूर्ण होता है। ये भी पढ़ें- किसान आंदोलन के बीच हरियाणा और पंजाब सरकार में दिखी भिड़ंत
दिग्विजय सिंह ने किया महिला समर्थक के साथ दुर्व्यवहार,वीडियो वायरल

मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में वरिष्ठ नेता अपनी ही महिला समर्थक के साथ निंदनीय बर्ताव करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो देख लोग कांग्रेस पार्टी के नेता की कढ़ी आलोचना करते नज़र आ रहे हैं। दिग्विजय ने किया महिला के साथ दुर्व्यवहार मामला बुधवार का है जब दिग्विजय सिंह ग्वालियर के एक होटल में रुके हुए थे। होटल में उनसे मिलने के लिए कई नेता पहुँचे थे इसी बीच डॉ लीना शर्मा नामक एक समर्थक भी वहां पहुंची। उस वक्त दिग्विजय भिंड जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाह से बात कर रहे थे जब महिला ने उनसे बात करने के लिए नेता के पास जाने का प्रयास किया तो सुरक्षाकर्मियों ने महिला को बुरी तरह डांट फटकार कर बाहर जाने के लिए कह दिया। नेता ने भी कहा कि ये औरत पागल हो गई है, इसे बाहर निकालो। यह महिला लड़ना चाहती है मोदी के खिलाफ चुनाव मीडिया से बात करते हुए महिला ने बताया कि वह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय किसान मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष है वह गुना की रहने वाली है वहां से दिग्विजय से बात करने आई थी। वह उत्तर प्रदेश के बनारस से लोकसभा का टिकट चाहती हैं वह मोदी के विरोध में चुनाव लड़ना चाहती हैं। दिग्विजय के उनके साथ ऐसा बर्ताव करने पर उनका कहना था कि दिग्विजय उन्हें अपने बच्चों जैसा मानते हैं उनका हमेशा मुझ पर आशीर्वाद रहता है वह उनके आदर्श हैं। यह भी पढ़ें- इंडिया गठबंधन में सपा और कांग्रेस के बीच बनी सहमति
नहीं रहे जादूगर रेडियो प्रेजेंटर Ameen sayani 91 साल की उम्र में हुआ निधन

Ameen sayani: रेडियो की दुनिया के जादूगर कहे जाने वाले अमीन सयानी(Ameen sayani)अब हमारे बीच नहीं रहे। आवाज के जादूगर रेडियो प्रेजेंटर अमीन सयानी ने 91 साल की उम्र में इस दुनिया को छोड़ कर हमेशा के लिए चले गए। हर कोई उनको उनकी आवाज से ही पहचानता था उनकी आवाज ही उनकी पहचान थी। एैसा कहा जाता है रेडियो के जादूगर अमीन सयानी (Ameen sayani) का जीवन आसान नहीं था। इस गोल्डन आवाज के साथ पैदा होने के बाद भी अमीन सयानी ने कई कष्ट सहा और देखा है। एक समय था जब वह गायक बनना चाहते थे। लेकिन फिर वह बाद में एक फेमस बॉडस्कास्टर बग गए। 21 दिसंबर 1932 को मुंबई में इनका जन्म हुआ था। सबसे पहले उन्होनें ऑल इंडिया रेडियो में रेडियो प्रेजेंटर के तौर पर मुंबई में काम किया। शुरू के 10 साल उन्होने इंग्लिश भाषा के प्रोग्राम्स में अपने आवाज का जादू दिखाया फिर आजादी के बाद उन्होनें हिन्दी भाषा में काम किया। इसके बाद उनको एक एैसा हीट शो मिला जिससे उनकी पूरी दुनिया ही बदल गई। Ameen sayani:कैसे बदला ‘बिनाका गीत माला’ का नाम बिनाका गीत माला शो की शुरुआत 1952 में हुई थी। उस समय एक जाने माने एड कंपनी के अधिकारी रेडियो सीलोन पर ग्राहकों के लिए हिन्दी फिल्मों की गीत की एक सीरीज बनाने का प्लान कर रहे थे। एड कंपनी एक रासायनिक ग्रुप के लिए एड बना रही था, जो कई प्रकार के प्रोडक्ट और टूथपेस्ट बनाती थी। उस समय अमीन सयानी (Ameen sayani) द्वारा अंग्रेजी गाने का एक शो रेडियो पर बहुत अच्छा चल रहा था। ऐसे में विज्ञापन कंपनी को हिन्दी फिल्मी गाने की लोकप्रियता को देखते हुए हिन्दी बाजार में कदम रखने का प्लान था। विज्ञापन कंपनी के इस प्लान के लिए काम करने के लिए कोई भी लेखक या संगीत कंपोजर तैयार नही था, क्योंकि इस काम का पैसा केवल 25 रूपया ही मिल रहा था। लेकिन अमीन के के भाई ने उनको इस काम के लिए प्रेरित किया। जिसके बाद एक अच्छी, लंबी और पुरस्कृत रेडियो यात्रा शुरू हुई। अमीन सयानी के अच्छे काम को देखते हुए इस शो का नाम ‘बिनाका गीत माला’ को बदलकर 1986 में ‘सिबाका गीत माला’ कर दिया। ये भी पढ़ें- इंडिया गठबंधन में सपा और कांग्रेस के बीच बनी सहमति
सिरफिरे पति ने की पत्नी की हत्या

ग्वालियर में सिरफिरे ड्राइवर ने की अपनी पत्नी की हत्या । वह उसके चरित्र को लेकर संदेह करता था । आरोपी ग्वालियर नगर निगम में ऑउटसोर्स ड्राइवर था । वह जब घऱ पहुंचा तो पत्नी एयरफोन लगा और हाथ में मोबाइल रखे बैठी मिली । इस बात को लेकर दोनो के बीच बहस शुरू हो गई और गुस्से से बौखलाएं हुए पति ने सिर-चेहरे पर फावड़े मारकर पत्नी कि हत्या कर दी औऱ घर पर मौजूद दो साल के बच्चे को लेकर भाग गया । पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर की हत्या की जांच घटना मंगलवार रात की है, पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच कर बताया कि मामला ग्वालियर के पुरानी छावनी जलालपुर पहाड़ी का है । यहां मीरा कुशवाह (32) का शव उसके ही घर में पड़ा मिला । पति बलवीर कुशवाह नगर निगम पीएचई में ऑउटसोर्स ड्राइवर है दोनों के तीन बेटे हैं। उसके (10) और (8) साल के बेटे ट्यूशन गए थे और छोटा लड़का (2) साल का बेड पर लेटा हुआ था । जब वह घर पहुंचा मीरा के हाथ में मोबाइल और कान में एयरफोन था । उसे लगा कि वह किसी से बात कर रही हैं इसी गुस्से में उसने डंडा के बाद फावड़े से सिर-चेहरे पर वार किया जिससे पत्नी की मौत हो गई । पिता को फोन कर बताई थी मारपीट की बात पड़ोस में रहने वाली मीरा की देवरानी घर पहुंची, तब वारदात का पता चला । इधर, आरोपी के ससुर ने उसे फोन कर बेटी के बारे में पूछा तो उसने मार दिया कहकर फोन काट दिया । बताया जा रहा है कि घटना के कुछ देर पहले ही मीरा ने पिता को फोन कर झगड़े की जानकारी दी थी । घटनास्थल से पुलिस को मोबाइल,एयरफोन और खून से सना फावड़ा मिला है । पुलिस ने बताया चरित्र संदेह को लेकर की हत्या सीएसपी नागेंद्रसिंह सिकरवार, टीआई मौके पर पहुंचे । पुलिस ने बताया था कि दोनो की शादी 2010 में हुई थी । चरित्र संदेह को लेकर अक्सर दोनों के बीच झगड़े होते थे । स्थानीय लोगों ने बताया कि मीरा पास में रहने वाले युवक से ज्यादा बात करती थी,जो बलवीर को पसंद नहीं था । एएसपी शियाज केएम का कहना है कि हत्या के पीछे की वजह चरित्र संदेह आ रही है, आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जांच की जा रही है । यह भी पढ़े-आखिर कौन हैं संदेशखाली मामले का मुख्य आरोपी शाहजहां शेख
इंडिया गठबंधन में सपा और कांग्रेस के बीच बनी सहमति

लम्बे समय से इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनी सपा के गठबंधन से अलग होने के अनुमान लगाए जा रहे थे लेकिन अब इन चर्चाओं पर पार्टी प्रमुख अलिखेश यादव ने विराम लगा दिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि बाकी बातें तो पुरानी हो गई हैं अंत भला तो सब भला। इसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि आज शाम तक सपा और कांग्रेस पार्टी के सीट बंटवारे का ऐलान हो जाएगा। इंडिया गठबंधन में सपा और कांग्रेस के बीच सहमति इंडिया महागठबंधन को समाजवादी पार्टी की ओर से सहमति मिल गई है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने साफ कहा है कि दोनों पार्टियों के बीच कोई दिक्कत नहीं हैं साथ ही उन्होंने साफ किया कि गठबंधन होगा। अखिलेश यादव कहते हैं कि उनकी पार्टी ज्यादा ये ज्यादा लोगों को जोड़ने की कोशिश करेंगी। जल्द ही सभी लोगों के उनके कार्य सौंप दिए जाएंगे। जानकारी के अनुसार आज शाम 5 बजे एक प्रेस वार्ता के माध्यम से सपा और कांग्रेस के बीच हुए सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया जाएगा। भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा बनेंगे अखिलेश यादव माना जा रहा है अखिलेश यादव एक बार भी राहुल गांधी द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं हुए हैं ऐसा इसलिए क्योंकि उनका कहना है कि जब तक सीट बंटवारे को लेकर अंतिम फैसला नहीं हो जाता तब तक वह इस यात्रा का हिस्सा नहीं बनेंगे। सीट बंटवारे के बाद ही वह कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हिस्सा बनेंगे। यह भी पढ़ें- किसान आंदोलन के बीच हरियाणा और पंजाब सरकार में दिखी भिड़ंत
आखिर कौन हैं संदेशखाली मामले का मुख्य आरोपी शाहजहां शेख

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली से तृणमूल कांग्रेंस का वो नेता जिसकी पुलिस भी गुलामी करती हैं। जी हाँ हम बात कर रहे है संदेशखाली में गुंडा राज करने वाले शाहजहां शेख की जिसकी पुलिस भी जी हजूरी करती है । आखिर क्यों बंगाल में रहने वाली 18 की हो या 40 की महिलाएं कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती है । क्यों महिलाओं को मौत से ज्यादा सताता हैं शाहजहां का भय । महिलाओं ने बताई शाहजहां शेख की दास्तान संदेशखाली की महिलाएं बोली कि शाहजहां ने किसी को नहीं बख़्शा,13 साल हो गये यह सब सह रहे है । 18 की हो या 40 की जो भी महिला पसंद आती है उसे पार्टी मीटिंग के बहाने ऑफिस बुला लेता है और जो महिलाएं नहीं आती है उन्हें घऱ से उठवा लेता है। जब तक मन होता है दो-तीन-चार दिन तक ऑफिस मे ही रखता है और शारीरिक शोषण करता है । जो महिला नहीं आती है उसके पति को उठवा लेता और उसके साथ मारपीट करता है तो मजबूरी में आखिरकार उसको भी शोषण के लिए आना ही पड़ता है । शाहजहां और उसके दो साथियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार पर आरोप है कि इन तीनों ने मिलकर महिलाओं के साथ जबरदस्ती गैंगरेप किया । शिकायत करने पर सपोर्ट की जगह डराते पुलिस अधिकारी शाहजहां शेख के खिलाफ महिलाओं ने सेक्शुअल हैरेसमेंट की कई बार शिकायत कर दी है लेकिन सेक्शुअल हैरेसमेंट की सिर्फ एक एफआईआर दर्ज हुई है,जिससे आप खुद समझ सकते हैं कि किस तरह पुलिस भी शाहजहां शेख की वफादारी एक वफादार कुत्ते की तरह निभा रही हैं । महिलाओं ने बताया कि पुलिस टीम मे शामिल अधिकारी एक ही बात को बार बार पूरी डिटेल में बताओ कैसे-कैसे क्या-क्या हुआ था,कोई जाँच कराई क्या या फिर कोई मेडिकल रिपोर्ट नहीं है । सपोर्ट की जगह पुलिस यहीं सब सवाल घुमा-घुमाकर पूछती है और मदद की जगह डराती है । एसपी बोले-शाहजहां के खिलाफ शिकायत नहीं बसीरहाट के एसपी हुसैन मेहदी रहमान ने शनिवार को कहा था कि संदेशखाली केस में शाहजहां शेख के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली है। टीएमसी नेता शिबू हाजरा की गिरफ्तारी के साथ मामले में गिरफ्तार किए गए लोगो की संख्या 18 हो गई है । इन्हें गैंगरेप की धारा 370 डी और हत्या की कोशिश धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है । यह भी पढ़े-फिल्म आर्टिकल 370 को लेकर कश्मीर में क्या बोले पीएम मोदी
किसान आंदोलन के बीच हरियाणा और पंजाब सरकार में दिखी भिड़ंत

आज आंदोलन करने वाले किसानों ने दिल्ली की ओर कूच करने का एलान कर दिया है। एक ओर गुस्साए किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच जंग छिड़ी हुई है तो दूसरी ओर हरियाणा और पंजाब सरकार में भी भिड़ंत नज़र आ रही है। किसान आंदोलन के बीच पंजाब सरकार की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर हरियाणा और पंजाब कोर्ट सहित गृह मंत्रालय भी खफा है। हरियाणा -पंजाब बोर्डर पर बिगड़े हालात हरियाणा और पंजाब बोर्डर पर किसान आंदोलन के कारण कानूनी व्यवस्था लगातार बिगड़ती नज़र आ रही है। किसान अपने साथ ट्रैक्टर , ट्रॉली के आलावा कई बड़ी मशीनें लेकर चल रहे हैं। जिस के कारण ये अनुमान लगाया जा रहा है कि वह सुरक्षाकर्मियों को नुकसान भी पहुँचा सकते हैं। किसानों ने दिल्ली पुलिस के हर वार से बचने का इंतजाम भी कर रखा है आंसु गैस के गोले से बचने के लिए उन्होंने मास्क और इयर बर्ड्स लगाए हुए हैं और बैरिगेडिंग और दीवारों को तोड़ने के लिए वह पोकलेन जैसी भारी मशीनें अपने साथ लेकर आगे बड़ रहे हैं। और यही वो कारण है जिसके कारण हरियाणा सरकार , पंजाब सरकार को बार बार प्रदेश की कानूनी व्यवस्था बनाए रखने की सलाह दे रही है। हरियाणा- पंजाब हाईकोर्ट ने लिया किसान आंदोलन बड़ा फैसला हरियाणा और पंजाब हाईकोर्ट ने भी पंजाब सरकार को तलब कर दिया है। कार्ट ने पंजाब सरकार से कहा है कि सरकार को ये सुनिश्चित करना होगा कि कही भी लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा ना हो। उनका कहना है कि किसानों को विरोध करने का अधिकार है पर उचित प्रबंधों के साथ। इसके अलावा कोर्ट ने किसानों को मोटर वाहन अधिनियम के तहत कहा है कि वह हाईवे पर ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर नहीं जा सकते। कोर्ट ने कहा कि किसानों को विरोध करने का अधिकार है पर संविधान के मुताबिक उनके कुछ दायित्व भी हैं जिनका उन्हें पालन करना होगा। किसान आंदोलन में प्रतिबंधित हुई ये मशीनें पंजाब- हरियाणा बोर्डर पर गृह मंत्रालय की भी नज़र टिकी हुई है, मुख्य सचिव ने अव्यवस्था पैदा करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कारवाई के निर्देश दिए हैं। गृह मंत्रालय ने फैसला हरियाणा पुलिस के एक पत्र देने के बाद लिया है। हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस को पत्र लिख कर ये अनुरोध किया कि वह किसानों द्वारा लाई जा रही पोकलेन जैसी मशीनों को जब्त करें। जिस के बाद पंजाब पुलिस ने ऐसी भारी मशीनों को बोर्डर तक ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है साथ ही बोर्डर पर 700 दंगा पुलिस जवानों को तैनात कर दिया है। यह भी पढ़ें- फिल्म आर्टिकल 370 को लेकर कश्मीर में क्या बोले पीएम मोदी